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10 नवंबर : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर अष्टयाम सह कीर्तन का हुआ आयोजन

मधुबनी : जयनगर कमला पुल पर कार्तिक पूर्णिमा ओर देवउठन एकादशी के शुभ अवसर पर दो दिवसीय अष्टजाम का आयोजन किया जा रहा है।

जयनगर अनुमंडल मुख्यालय अंतर्गत कमलापुल के तट पर स्थित पर्ण कुटी मन्दिर में हर वर्ष की भांति एकादशी के शुभ अवसर पर दो दिवसीय अष्टजाम का आयोजन किया है। इसमें महामंत्र ‘काली दुर्गे सीता राम’ का उच्चारण किया जा रहा है। अष्टयाम को देखने एवं प्रसाद ग्रहण करने के लोग जयनगर शहर के विभिन्न क्षेत्रों से आते हैं। इस मौके पर अष्टयाम ओर पूजन का व्यवस्था कई वर्षों से यहां किया जाता रहा है।

अंतरजातीय विवाह के दुश्मन बने समाज के ठेकेदार

मधुबनी : एक तरफ जहाँ सरकार अंतरजातीय विवाह को बढ़ाने के लिए कई योजनाये चला रही है, और कानूनी सुरक्षा भी प्रदान कर रही है। वही कूछ रूढ़िवादी सोच लिये समाज के ठेकेदार अंतरजातीय विवाह किये गये दंपति के दुश्मन बनें हुए है, नव दंपति को कई तरह की धमकी दे रहे है।

दबंगई का आलम यह है  कि कूछ घटना मे धमकी को अंजाम मे भी बदल रहे है। जिसके कारण नव -दंपति अपने घऱ ना रहकर बाहर रह रहे हैं। जान के डर से इधर-उधर भटक रहे है।

मधुबनी ज़िला के हरलाखी प्रखंड के मनोहरपुर गांव निवासी प्रिती कुमारी गांव के कुछ दबंगो के डर से दर-दर कि ठोकरे खा रही है। दबंगो के द्वारा गोली मारने के धमकी दिए जाने के बाद भागे फिर रही है। वहीं स्थानीय पुलिस के द्वारा किसी भी प्रकार का कोई मदद नहीं मिल रहा है।

इस संबंध में पिड़िता प्रिती ने मधुबनी जिला एसपी डाॅ० सतायप्रकाश से मिलकर अपने पति व उनके परिजनों की जान माल का सुरक्षा का गुहार लगायी है। जिसकी प्रतिलिपि पुलिस महानिदेशक पटना, महिला आयोग, मुख्यमंत्री सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी को भेजा गया है।

आवेदन में कहा गया है, कि गांव के ही नितीश कुमार के संग अंतर्जातीय विवाह किया। मेरी मां ने मेरे पति पर अपहरण के आरोप में प्राथमिक दर्ज कराया। उसके बाद न्यायालय में 164 का बयान हुआ, जहां हमने अपने पति के साथ रहने कि बात कही।न्यायालय ने मुझे मेरे पति के परिजनों के हवाले कर दिया। वहां से अपने ससुराल मनोहरपुर आई। घर आने के बाद गांव के ही शिवजी यादव, रास बिहारी यादव, मनोज यादव, सत्य नारायण यादव सहित अन्य के द्वारा प्रताड़ित करते हुए मारने पिटने का धमकी दिया गया। उनलोगों का आक्रोश है की मै अपने जाती से शादी नहीं कर अंतर्जातीय विवाह कर ली। उसके बाद उनलोगों के डर से हम दोनों पति पत्नी अहमदाबाद चले गये। इधर हम दोनों के जाने के बाद इन सभी दबंगो के द्वारा मेरे चचेरी सास को रास्ते से उठाकर जबरदस्ती घर ले गया और उनके साथ अश्लील हरकत किया। जिसको लेकर मेरी सास ने हरलाखी थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराया। इतना ही नहीं गांव के ही पलटु ठाकुर के द्वारा उनलोगों को समाने बुझाने पर उनके नाबालिग लड़की कै साथ अभद्र व्यवहार किया।

इस मामले में भी प्राथमिकी दर्ज हुआ, लेकिन हरलाखी थाना पुलिस कारवाई का आश्वासन देकर सभी नामजद से भेंट मुलाकात कर चले जाते है। जिससे उनलोगों कि मनोबल दिन प्रतिदिन सातवें आसमान पर बढता ही जा रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया की करीब पन्द्रह दिन पूर्व रास बिहारी यादव के द्वारा हम दोनों पति पत्नी को फोन पर  गोली मारने का धमकी दिया गया जिसका काॅल रेकॉर्डिंग भी है।

गांव के पूर्व मुखिया पति हरिश्चंद्र यादव व उनके पत्नी अनिता देवी के द्वारा पति को छोड़ अपने घर जाने का दवाब बनाया जा रहा है। ऐसा नहीं करने पर परिणाम भोगने का धमकी दी जा रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यदि हम दोनों गर जाते है, तो बदले के आग में सुलग रहे मेरे जाती का सभी दबंग हमलोगों का हत्या भी कर सकता है। हालांकि पिड़िता ने बताया कि एसपी मधुबनी से मिलने के बाद उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है। गौरतलब है कि अंतर्जातीय विवाह करने पर सरकार के द्वारा प्रोत्साहन राशि दिया जाता है। वहीं दुसरी ओर समाज के चंद ठेकेदारों के द्वारा गोली मारकर हत्या करने की धमकी दिया जाता है।

दिव्यांगो की शिकायत पर आयुक्त ने पदाधिकारियों को लगाई फटकार

मधुबनी : हरलाखी प्रखंड मुख्यालय स्थित नया जनप्रतिनिधि भवन में क्षेत्र के दिव्यांगों को जागरूक करने को लेकर शनिवार को बैठक आयोजित की गयी। प्रखंड प्रमुख ने आयुक्त को गुलदस्ता से उनका स्वागत किया।

इस बैठक को संबोधित करते हुए राज्य आयुक्त निःशक्तता डॉ० शिवाजी कुमार ने दिव्यांगों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार के द्वारा दिव्यांगजनों के लिए चलाई जा रही सभी योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर इसका लाभ उठाने के प्रति दिव्यांगों को जागरूक किया जा रहा है।

दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने लिए हर तरह से प्रयास किया जा रहा है, जिसमें पदाधिकारियों के साथ-साथ प्रतिनिधियों का सहयोग की आवश्यकता है। बिना सहयोग किये दिव्यांगों को सही लाभ नहीं मिल सकता है।

इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा दिव्यांगों के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है, लेकिन जागरूकता के अभाव में दिव्यांगजनो इसका समुचित लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। इसी कारण पंचायत स्तर तक दिव्यांग समूह का गठन किया गया है।

इस दौरान दिव्यांगो के शिकायत सुनते ही उन्होंने संबंधित सभी पदाधिकारियों को कड़ी फटकार लगाया। उन्होंने कहां कि लापरवाही करने वाले पदाधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने जानकारी देते हुए बताया की 15 नवंबर को बेनीपट्टी स्थित बुनियाद केन्द्र कार्यालय में प्रमाणीकरण का कार्य एवं दिव्यांगजनों की समस्याओं के निराकरण तथा निष्पादन के लिए चलंत न्यायालय का आयोजन किया जाएगा।

इस मौके पर बीडीओ अरुणा कुमारी चौधरी, सीओ शशिभूषण प्रसाद सिंह, प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ केडी राय, बीईओ नौशाद अहमद, पीओ अमजद रेजा, सीडीपीओ पुष्पा कुमारी, सांख्यिकी पदाधिकारी शत्रुघ्न राम, प्रमुख राजेश कुमार पांडेय उर्फ बाला, कांग्रेस नेता अजय राय, शिवचंद्र मिश्र, मुखिया दयानंद झा, कांग्रेसी नेता अजय राय, सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश पंजियार सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।

पर्यावरण संरक्षण के लिए किया पौधारोपण

मधुबनी : जयनगर में सुबह स्वास्थ्य के ख्याल से टहलने वाले युवाओं ने एक बहुत ही अच्छी पहल की है, जो काबिले तारीफ है। ऐसे युवको ने मिलकर एक मॉर्निंग वॉक ग्रुप बनाया। फिर इन युवाओं ने कुछ अच्छा करने की ठानी।

इस ग्रुप के सदस्यों ने मिलकर प्रकृति की रक्षा के लिए पौधारोपण करने का निर्णय लिया। इन युवाओं ने अठारह सप्ताह से इस पुनीत कार्य को करते आ रहे हैं।

इसी कड़ी में जयनगर प्रखंड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय उसराही, इनरवा गोठ तथा ब्रह्मस्थान के प्रांगण में मॉर्निंग वॉक ग्रुप के युवाओं ने अठारहवाँ सप्ताह में भी पेड़ लगाने का कार्यक्रम किया।

आज जिस तरह से तापमान में बेतहाशा वृद्धि हो रही है, उसी के अनुरूप पर्यावरण को बचाने हेतु पेड़ लगाओ अभियान के तहत इसकी शुरुआत किया गया था। पेड़ लगाओ अभियान के तहत समाज के लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए प्रत्येक रविवार को जयनगर के विभिन्न जगहों पर पेड़ लगाया जा रहा है और इस कार्य को निरन्तर जारी रखा जायेगा।

इस अवसर पर मॉर्निंग वॉक के सभी सदस्यों ने संयुक्त रूप से कहा कि पेड़-पौधे जलवायु को संतुलित रखते हैं। वृक्ष लगाने से पर्यावरण दूषित होने से बचेंगे। मनुष्य द्वारा निकाली गयी जहरीली कार्बनडाइ ऑक्साइड को वृक्ष स्वयं शोषित कर जीवन दायी ऑक्सीजन देते हैं। इसलिए वृक्षों की रक्षा करना, पौधों को लगाना महत्वपूर्ण कार्य हैं।

मॉर्निंग वॉक ग्रुप, जयनगर के इस नेक कार्य की चर्चा चारों तरफ सुनने को मिल रही है। हमें इस मुहिम से सिख लेकर अन्य क्षेत्रों में भी प्रयास कर अमल में लाना चाहिए।

इस अवसर पर पप्पू पूर्वे, दीपक सिंह, संतोष कुमार, पप्पू कुमार राय, प्रशांत झा, अरूण झुनझुनवाला, लक्ष्मण यादव, विवेक ठाकुर, अशोक कुमार, दिनेश यादव, रवि गुप्ता, नबल किशोर कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर निकली जुलूस

मधुबनी : पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर मनाये जाने वाले त्योहार जश्न-ए-ईद मिलाद उन नबी धूमधाम के साथ जयनगर में मनाया जा रहा है। इसको लेकर विभिन्न मस्जिदों व मुहल्लों से जुलूस निकाला गया। जिसमें बड़ी संख्या में बच्चे, नौजवान व बुजुर्ग शामिल हुए। लोगों ने अपने-अपने हाथों में बड़े-बड़े झंडे लिये शहर के विभिन्न मार्गों का भ्रमण किया।

इस दौरान लोगों ने नारे तकबीर अल्लाह हो अकबर, सरकार की आमद मरहब्बा, पत्ता-पत्ता फूल-फूल या रसूल या रसूल आदि नारे लगा रहे थे। जयनगर शहर के बल्डीहा ,इस्लामपुर,भेलवाटोल ,यूनियन टोला आदि जगहों से जुलूस निकाल कर विभिन्न मार्गों भ्रमण किया।

इस अवसर मोहम्मद इसाक ने कहा कि यह दिन पैगंबर साहब के लिए खुशी जाहिर करने का दिन है। उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म में अल्लाह के सिवा और कोई नहीं। कहा कि पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्म रबिउल अव्वल 11 नवंबर 569 ई० की सुबह अरब के मक्का में हुआ था।   उन्होंने ने कहा कि 53 साल की उम्र तक वे मक्का में रहे। इसके बाद मदीना मनुव्वरा चले गये। उन्होंने कभी अपने जन्मदिन का जश्न नहीं मनाया।

लेकिन उनके मरणोपरांत 11 वीं सदी में यह परंपरा मिस्र से प्रारंभ हुआ। भारत में इस दिन को ईद-ए-मीलादुन्नबी के रूप में मनाया जाता है।   सभी मस्जिदों व मजलिसों में उलेमाओं ने इस बात का संदेश देते है कि पैगंबर साहब के दिखाये मार्ग पर कैसे चला जाये। मोहम्मद साहब को जीवन को पूरी दुनिया व इंसानियत के लिए आदर्श बताया। ईद मिलाद-उन-नबी को लेकर विभिन्न मोहल्लों को आकर्षक ढंग से सजाया गया।

शराब धंधेबाजों ने किया पुलिस पर पथराव, प्राथमिकी

मधुबनी : इंडो-नेपाल के इनरवा बॉडर के निकट शराब धंधेबाजों व उनके सहयोगियों ने शुक्रवार की शाम पुलिस पर पथराव किया। जिसमें कई पुलिसकर्मी आंशिक रूप से चोटिल हुए। इस मामले में सात नामजद व 30 अज्ञात के विरुद्ध एफआईआर दर्ज हुआ है।

मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की शाम गुप्त सुचना पर पुलिस के एसआई राकेश राय के नेतृत्व में जवान इनरवा बॉडर के समीप शराब धंधेबाजों को पकड़ने पहुंचा। इसी बीच शराब धंधेबाज व उनके सहयोगियों द्वारा पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया। जिसमे कई पुलिस को आंशिक रूप से चोट लगी।

इस घटना के बाद थाने से अपर थानेदार एस.एन.सारंग के नेतृत्व में पुलिस अधिकारी व जवान पहुंचे। भारी संख्या में पुलिस को देखते ही उपद्रवी नेपाल की ओर भाग गये।

इस मामले में इनरवा निवासी विजय राम,रामकुमार राम, धर्मवीर सहनी, छपराढ़ी निवासी सोहन यादव, परवा निवासी चंदन बिराजी, कुआढ़ निवासी मुकेश यादव, जीतेंद्र कुमार समेत 30 अज्ञात के विरुद्ध पुलिस पर पथराव व सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज हुआ है। आरोपितो की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

डीएम ने की समीक्षा बैठक

मधुबनी : डीएम की अध्यक्षता में कृषि विभाग के प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों एवं कर्मियों के साथ समीक्षा बैठक का आयोजन नगर भवन, मधुबनी में शनिवार को आयोजित की गयी।

बैठक में जिला पदाधिकारी, मधुबनी ने किसानों के द्वारा फसलों के पराली जलाने को लेकर कार्यशाला को संबोधित करते हुए बताया गया कि पराली जलाने की समस्या से हमारे पर्यावरण में प्रदूषण फैलता है। साथ ही बहुत तरह की बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है। मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी कम होती है, तथा मिट्टी में जो लाभप्रद जीवाणु रहते हैं। वह भी पराली के साथ जल जाते हैं, जिससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम होती है। फसल अवशेष प्रबंधन की गंभीरता को देखते हुए जिला पदाधिकारी के द्वारा सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को निर्देश दिया गया कि किसानों को पराली को जलाने एवं फसल अवशेष प्रबंधन पर विशेष जोर देने हेतु जागरूक की जाए एवं सरकार के द्वारा पराली प्रबंधन से संबंधित कृषि यंत्र के बारे में बताया जाए और किसानों को अनुदानित दर पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराई जाए।

फसल अवशेष प्रबंधन के लिए किसानों को जागरूक किया जाए ताकि पराली जलाने को रोका जा सके। जिला पदाधिकारी के द्वारा खरीफ मौसम में बाढ़ एवं अतिवृष्टि के कारण प्रभावित फसलों एवं अल्पवृष्टि के कारण कृषि योग्य पड़ती भूमि से हुई क्षति में कृषि इनपुट अनुदान वितरण से संबंधित दिशा निर्देश दिया गया जिसमें बताया गया कि विभाग को जो जो प्रतिवेदन उपलब्ध कराया गया है। उसी के आधार पर सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, सभी प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, सभी सहायक तकनीकी प्रबंधक, सभी किसान सलाहकार कार्रवाई करेंगे तथा सभी किसानों का जियो टैग फोटोग्राफी के माध्यम से सर्वे करेंगे। जिनका 33 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान हुआ है। जिला पदाधिकारी के द्वारा यह भी बताया गया कि किसानों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है, जिसमें वास्तविक खेतीहर को कृषि इनपुट अनुदान वितरण में प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया।

वास्तविक खेतिहर के आवेदनों को सत्यापित करने हेतु विभिन्न दिशानिर्देश भी दिया गया। उन्हें यह भी बताया गया कि अल्पवृष्टि के कारण परती योग्य भूमि के मामले में वैसे भूमि को माना जाएगा जिसमें इस वर्ष किसी तरह की आकस्मिक या वैकल्पिक फसल नहीं लगा पाए हो एवं किसी तरह के किसी कार्य नहीं करा पाए हो और जमीन संपूर्ण खरीफ फसल में परती पड़ी हो तथा जिसमें भूतकाल में कभी भी किसी तरह का फसल नहीं लगाया गया हो।  गत 3 वर्ष की अवधि में किसी भी वर्ष यदि कोई फसल नहीं लगाया गया हो ऐसे क्षेत्र में इस बार सुखाड़ के कारण परती रहने की स्थिति में भूमि परती माना जाएगा। सभी जांचकर्ता को निर्देश दिया गया कि किसानों के हुई फसल क्षति का शत-प्रतिशत जियो टैग फोटोग्राफी के माध्यम से सर्वेक्षण कराना सुनिश्चित करेंगे।

जिला पदाधिकारी,मधुबनी के द्वारा निर्देश दिया गया कि विभागीय दिशा निर्देश के आलोक में समय सीमा के अंदर कृषि इनपुट अनुदान का वितरण कराना सुनिश्चित करेंग।

इस बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार, सहायक निदेशक पौधा संरक्षण सतीश चंद्र झा, कृषि विज्ञान केंद्र, बसैठ के कार्यक्रम समन्वयक मंगलानंद झा, प्रखंड के सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, सभी कृषि समन्वयक, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, सहायक सभी किसान सलाहकार एवं सभी प्रखंड के प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया।

दिव्यांगजनों के लिए परीक्षण शिविर का आयोजन

मधुबनी : जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के द्वारा 09 नवंबर को आयोजित भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत एडिप योजना के तहत फुलपरास अनुमंडल परिसर के बुनियाद केन्द्र में दिव्यांगजनों के लिए परीक्षण शिविर का आयोजन एवं जिन दिव्यांग व्यक्तियों को दिव्यांगता प्रमाण-पत्र पूर्व से नहीं बना हुआ था, उन्हें दिव्यांगता प्रमाण-पत्र बनाकर उपलब्ध कराने के लिए एलिमको, कानपुर एवं जिला बुनियाद केन्द्र के द्वारा विशेष शिविर का आयोजन किया गया।

इस शिविर में कुल 40 दिव्यांग व्यक्तियों का चयन किया गया। जिन्हें बाद में आवश्यक उपकरण मुफ्त में उपलब्घ कराया जायगा। साथ ही 128 दिव्यांग व्यक्तियों को दिव्यांगता प्रमाण-पत्र देने हेतु निबंधन किया गया।

इस शिविर का उद्घाटन प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, फुलपरास के द्वारा किया गया। शिविर के सफल आयोजन हेतु अनुमंडल पदाधिकारी, फुलपरास के द्वारा विशेष अभिरूचि लेते हुए शिविर का सफल आयोजन किया गया।

इस मौके पर जिला प्रबंधक बुनियाद केन्द्र कुमारी मनीषा एवं उनके कर्मी एवं एलिमको, कानपुर से आए हुए प्रतिनिधि उपस्थित थे।

इस योजना के अंतर्गत निःशक्त व्यक्तियों को कृत्रिम अंग एवं उपकरण प्रदान करने हेतु उन्हें सर्वप्रथम परीक्षण किया जाता है, कि दिव्यांग व्यक्ति को किस प्रकार के उपकरण की आवश्यकता है। उपकरण निःशुल्क उपलब्ध कराया जाता है।

भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिमको) कानपुर, उत्तर प्रदेश को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के द्वारा दिव्यांगजन हेतु सहायता योजना (एडिप) के प्रारम्भ से ही वर्ष 1981 से इसके क्रियान्वयन का दायित्व सौंपा गया है। उपस्थित दिव्यांगजनों को ट्राईसाईकिल, व्हील चेयर, वैशाखी, छड़ी, रोलेटर, दृष्टिबाधित को बेल फोलडिंग छड़ी, बेलस्लेट या बेलकिट, मंद बुद्धिजनों के लिए एम0एस0आई0डी0 किट तथा श्रवण दिव्यांगजनों के लिए श्रवण यंत्र आदि प्रदान करने हेतु चिकित्सक या पुनर्वास विशेषज्ञों द्वारा जाँच कर एडिप फार्म उपलब्ध करा कर निबंधन कराया जाता है, और उसके पश्चात सामान की आपूर्ति अलग कैंप आयोजित कर चार से छः सप्ताह के पश्चात वितरण किया जाता है।

सुमित राउत