राष्ट्रीय लोक अदालत में 1016 मामलों का हुआ निष्पादन
सिवान : राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार नई दिल्ली के निर्देशानुसार व्यवहार न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें प्री लिटिगेशन एवं विभिन्न न्यायालयों में लंबित कुल 1016 मामलों का निष्पादन किया गया। इसमें कुल दावा राशि के 4 करोड़ 75 लाख 66 हजार 260 रुपये पर पक्षकारों के बीच समझौता राशि निश्चित हुई जिसमें पक्षकारों ने ऑन द स्पॉट अपने ऋण के एवज में 1 करोड़ 25 लाख 61 हजार559 रुपए नगद जमा कर अपने विरुद्ध लंबित वादों का निष्पादन कारा लिया।
इसके पूर्व जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज शंकर तथा पुलिस अधीक्षक अभिनव कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर लोक अदालत का विधिवत उद्घाटन किया तत्पश्चात मामलों के निष्पादन हेतु बनाए गए कुल 9 न्यायिक बैंजो में राष्ट्रीय लोक अदालत में निष्पादन हेतु चिन्हित किए गए सभी बैंकों सहित विभिन्न तरह के मामलों का निष्पादन देर शाम तक होता रहा। इस अवसर पर राष्ट्रीय लोक अदालत में भाग ले रहे बैंक पदाधिकारियों एवं पक्षकारों से अपील करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज शंकर ने कहा कि इस आयोजन को एक अवसर की तरह मनाए और अपने मामलों का निष्पादन कराएं।
इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रभारी सचिव पंकज चौहान ने सभी सभी पक्षों से अपने अपने मामलों का निष्पादन बढ़-चढ़कर कराने की अपील की। राष्ट्रीय लोक अदालत में प्रभारी एडीजे वन सहित सभी न्यायिक पदाधिकारी, डीएलएसए के रिटेनर पैनल एडवोकेट पीएलबी एवं जिला विधिज्ञ संघ के कर्मी तथा सिविल कोर्ट के करमचारी तथा विधि व्यवस्था हेतु पुलिस प्रशासन के पदाधिकारी मुस्तैदी के साथ अपने कर्तव्य पर डटे हुए थे।
विजय कुमार पाण्डेय