10 फरवरी को अरवल के प्रमुख समाचार

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अरवल में मां सरस्वती के लगे जयकारे

अरवल : विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां शारदे की पूजा अरवल जिले में आज धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर शिक्षण संस्थान, कोचिंग सेंटर के अलावे अन्य स्थानों पर मां शारदे की प्रतिमा स्थापित कर विधि-विधान पूर्वक पूजा अर्चना किया गया। जिले के कई शिक्षण संस्थानों में छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसको लेकर जिले के शिक्षण संस्थानों एवं निजी स्थानों पर मां शारदे की जयकारे गुंजायमान होते रहे। हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार बसंत पंचमी माघ महीने की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। बसंत पंचमी के दिन बसंत ऋतु का आगमन होता है। ऋतुराज बसंत का बड़ा महत्व है। ठंड की समाप्ति के बाद प्रकृति की छटा देखते ही बनती है। आम के पेड़ों पर हरियाली और गुलाबी मौसम सुहाना बना देती है। यह ऋतु सेहत की दृष्टि से भी अच्छी मानी जाती है। मनुष्यों के साथ साथ पशु पक्षियों में नई चेतना का संचार होता है। बसंत को प्रेम के देवता कामदेव का मित्र माना जाता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस दिन देवी सरस्वती का जन्म हुआ था इसलिए हिंदुओं की इस त्योहार में गहरी आस्था है। छोटे बच्चों को पहली बार अक्षर ज्ञान कराया जाता है, उन्हें किताबें भी भेंट की जाती हैं।

लारीगढ़ में उत्खनन कार्य का शुभारंभ

अरवल : बसंत पंचमी के अवसर पर अरवल के लारीगढ़ में उत्खनन कार्य का शुभारंभ बिहार सरकार के बिहार विरासत विकास समिति के उप कार्यपालक निदेशक डॉ अनंतशुतोष द्विवेदी द्वारा किया गया। गढ़ की ऐतिहासिक विरासत को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझने हेतु वर्तमान में दो महत्वपूर्ण भागों को चिन्हित किया गया है। एक भाग गढ़ के उत्तर पूर्व कोण पर स्थित ऐतिहासिक शिव मंदिर के निकट है तो वहीं दूसरा गढ़ का पूर्व भाग का एक किनारा है। इन जगहों को चिन्हित करने का मुख्य उद्देश्य गढ़ के विभिन्न कालखंडों की सांस्कृतिक विशेषताओं को जानना है। ज्ञातव्य हो कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, नई दिल्ली द्वारा गढ़ के उत्खनन कार्य हेतु पिछले वर्ष ही डॉ द्विवेदी को निदेशक बनाया गया था। उत्खनन प्रारंभ करने के पूर्व डॉ द्विवेदी द्वारा संपूर्ण गढ़ का गहन अन्वेषण कई चरणों मे किया गया। ताकि प्रथम वर्ष के उत्खनन कार्य मे ही विरासत के विभिन्न आयामों को आसानी से समझा जा सके। यह गढ़ अरवल जिला का एक मात्र पुरातात्विक स्थल है, जिसे बिहार सरकार के अधिनियम के द्वारा सुरक्षित घोषित किया गया है। संपूर्ण बिहार में बिरले ही ऐसे पुरातात्विक स्थल हैं जो इतना विस्तृत और सुरक्षित है। लारी गाँव के सभी लोगों में काफी हर्ष है कि उत्खनन के कारण हमारा गाँव पूरे देश तथा विदेश मे जाना जाएगा। इसके लिए सभी गाँव वासी एक स्वर में अपने ग्राम के शिशिर सिन्हा के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहते हैं कि यह सब उन्हीं के प्रयास से संभव हो पाया है ग्रामीणों के मौजूदगी में डॉ द्विवेदी के द्वारा नारियल फोड़कर कार्य आरंभ किया गया। उक्त अवसर पर पूर्व जिला पार्षद अंजनी कुमार राजू , पूर्व सरपंच राजीव रंजन कुमार , राजकुमार, विकाश शर्मा , दिलीप कुमार , मंटू कुमार , चंदन कुमार , दीपक कुमार , शुभम , सचिन , पवन , नारायण आदि गाँव के कई युवा मौजूद थे।

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यातायात नियम ​तोड़ने वालों को पुलिस ने दिये फूल

अरवल : अरवल शहर के भगत सिंह चौक पर ट्रैफिक नियम का अनुपालन नहीं करने वाले मोटरसाइकिल चालक, कार चालक एवं बड़े वाहन चालकों को अरवल पुलिस ने गांधीगिरी दिखायी। भगत सिंह चौक पर सदर थानाध्यक्ष गौरी शंकर गुप्ता के नेतृत्व में सभी चालकों को गुलाब का फूल देकर चेतावनी दी गयी। इसके साथ ही ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी गई एवं कहां गया कि अगली बार से वे ट्रैफिक नियमों का किसी भी कीमत पर पालन करेंगे। इसके तहत हेलमेट का प्रयोग करने के साथ साथ गाड़ी चलाते समय सीट बेल्ट सघन आबादी में गाड़ी की रफ्तार धीमी करने का भी गुरु सिखाया गया इस मौके पर दिनेश बहादुर मनोज कुमार सहित पुलिसकर्मी उपस्थित थे।

राहुल हिमांशु

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