अब नकल करके पीएचडी शोध प्रबंध जमा नहीं किए जाएंगे
दरभंगा : शोध एवं शैक्षणिक आलेख की गुणवत्ता को क़ायम करने की दिशा में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
UGC के दिशानिर्देश के आलोक में केंद्रीय संस्था इनफ्लिबनेट ने ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय को शोध एवं शैक्षणिक आलेखों में की गई साहित्यिक चोरी की जाँच के लिए एंटी प्लेगरिज़्म सॉफ़्टवेयर उपयोग करने के लिए आज दिनांक 09 दिसंबर 2019 को अधिकृत कर दिया है।
इस सॉफ़्टवेयर के माध्यम से अब विश्वविद्यालय में जितनें शोध प्रबंध जमा होंगे उन शोध ग्रंथों की जाँच होगी तथा पकड़े जाने पर शोधार्थी एवं निदेशक पर कार्रवाई का प्रावधान है। इस आशय की जानकारी देते हुए विकास पदाधिकारी प्रो के के साहू ने बताया कि इस सोफ्टवेयर के उपयोग से विश्वविद्यालय में हो रहे अनुसंधान की गुणवत्ता बढ़ेगी।
मुरारी ठाकुर