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दरभंगा बिहार अपडेट

10 अगस्त : दरभंगा की मुख्य ख़बरें

एक सप्ताह तक गंदगी मुक्त भारत कार्यक्रम का करें आयोजन : डॉ विनोद बैठा

दरभंगा : लना. मिथिला विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ विनोद बैठा ने विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले सभी महाविद्यालयों/संस्थानों के प्रधानाचायों/निदेशकों, नोडल पदाधिकारियों एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों को क्षेत्रीय निदेशक, क्षेत्रीय निदेशालय, राष्ट्रीय सेवा योजना, पटना से प्राप्त पत्र के आलोक में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत गंदगी मुक्त भारत कार्यक्रम का आयोजन करने का निर्देश दिया है।

इसके अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सभी स्वयंसेवकों द्वारा दीवाल चित्र, पौधारोपण, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की सफाई, सैनिटाइजेशन एवं अन्य कार्यक्रमों को आयोजित किया जाना है जिसमें सरकार द्वारा निर्गत मानक यथा मास्क लगाकर, भौतिक दूरी का पालन करते हुए अधिक से अधिक स्वयंसेवकों की सहभागिता सुनिश्चित की जानी है। यह कार्यक्रम 8 अगस्त 2020 से 15 अगस्त 2020 तक होना सुनिश्चित हुआ है। राष्ट्रीय सेवा योजना समन्वयक डॉ विनोद बैठा ने सभी से अनुरोध किया है कि उपर्युक्त वर्णित कार्यक्रमों को करवा कर संलग्न फॉर्मेट में उसकी रिपोर्ट, फोटोग्राफ एवं पेपर कटिंग राष्ट्रीय सेवा योजना कोषांग, ल.ना. मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के ईमेल [email protected] पर निश्चित रूप से प्रेषित करें ताकि उसे ससमय क्षेत्रीय निदेशक, क्षेत्रीय निदेशालय, राष्ट्रीय सेवा योजना पटना को भेजा जा सके।

‘भारत में अध्ययन’ के साथ ‘भारत में रहो’ के लिए प्रयास कर रहा मानव संसाधन विकास मंत्रालय

दरभंगा : कोविद -19 के प्रकोप ने कई छात्रों की योजनाओं को बदल दिया है, जो इस वर्ष विदेश में अध्ययन करने के इच्छुक थे। ‘स्टडी इन इंडिया’ योजना के साथ, मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) ने अब ‘स्टे इन इंडिया’ पर ध्यान केंद्रित करने का निर्णय लिया है। इस कदम का उद्देश्य छात्रों को भारत में उच्च शिक्षा और महामारी के कारण लौटे भारतीय छात्रों को आगे बढ़ाने के लिए बने रहने में मदद करना है।

मानव संसाधन विकास मंत्री, रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने इसके लिए एक समिति का गठन किया है, जिसकी अध्यक्षता विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष प्रो डी पी सिंह करेंगे।

”एआईसीटीई के अध्यक्ष अनिल सहस्रबुद्धे जो समिति के सदस्यभी हैं के अनुसार, “जो छात्र अपने पाठ्यक्रमों के बीच में भारत लौट आए हैं, वे अपनी योजनाओं के बारे में चिंतित हैं और कई छात्रों ने COVID-19 के कारण विदेश में अध्ययन करने की अपनी योजना रद्द कर दी है। भारत में प्रमुख संस्थानों में उचित अवसर प्रदान करके छात्रों को बनाए रखने के लिए पहल की जा रही है। उज्ज्वल छात्र, जो भारत लौट आए हैं, शायद आईआईटी और अन्य संस्थानों में समायोजित किए गए हैं ताकि उन्हें अपनी शिक्षा पूरी करने में मदद मिल सके।

समिति अच्छे प्रदर्शन वाले विश्वविद्यालयों में विदेशी छात्रों के बढ़ते इन्टेक के लिए भी तंत्र तैयार करेगी। आईआईटी, एनआईटी, आईआईआईटी, काउंसिल ऑफ आर्किटेक्चर (सीओए) के निदेशकों और केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को मिलाकर अलग उप-समितियां भी बनाई जाएंगी।

“भारत में अध्ययन को मजबूत करने’ की पहल के लिए, हमारे पास अंतर्राष्ट्रीय शिक्षकों का एक भारतीय नेटवर्क होना चाहिए। कई विश्वविद्यालयों में अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए समर्पित कार्यालय भी नहीं हैं। एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी (एआईयू) के महासचिव पंकज मित्तल कहते हैं, “यह सुनिश्चित करने के लिए संस्थागत सुधारों की आवश्यकता है ,कि भारत में उच्च शिक्षा के लिए विदेशी छात्रों की संख्या बढ़ रही है।” संस्थानों को विदेशी छात्रों को परेशानी से मुक्त अनुभव कराने में मदद करने के लिए बहु-विषयक अभिनव कार्यक्रम, ट्विनिंग और संयुक्त डिग्री और क्रॉस-कंट्री सेंटर शुरू करने पड़ सकते हैं।

यूजीसी के उपाध्यक्ष भूषण पटवर्धन, जो 2005 में प्रमोशन ऑफ इंडियन हायर एजुकेशन एब्रोइड (PIHEAD) समिति के संयोजक थे, कहते हैं, “अंतर्राष्ट्रीयकरण अनिवार्य हो गया है लेकिन पिछले एक दशक में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं हुआ है।

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) देश में शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण और छात्रों के प्रतिधारण पर जोर देती है। न केवल प्रमुख संस्थानों बल्कि देश भर के विश्वविद्यालयों को अधिक विदेशी छात्रों के स्वागत के लिए खुद को बदलने की जरूरत है।

भारत अब रक्षा क्षेत्र में भी बनेगा आत्मनिर्भर : सुमीत श्रीवास्तव

दरभंगा : भारतीय जनता युवा मोर्चा बिहार के पूर्व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, सुमीत श्रीवास्तव ने कहा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के रक्षा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने का फैसला देश के हित में एक मजबूत कदम है। रक्षा मंत्रालय 101 से ज्यादा वस्तुओं की लिस्ट तैयार की है, जिनके आयात पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। इस लिस्ट में कुछ उच्च तकनीक वाले हथियार सिस्टम भी शामिल हैं। आयात पर प्रतिबंध को 2020 से 2024 के बीच धीरे-धीरे लागू करने की योजना भारत सरकार की है।

रक्षा क्षेत्र में घरेलू उत्‍पादन को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई इस लिस्ट को सेना, पब्लिक और प्राइवेट इंडस्‍ट्री से चर्चा के बाद तैयार की गई है। उन्होंने बताया कि इन 101 वस्तुओं में सिर्फ आसान वस्तुएं ही शामिल नहीं हैं बल्कि कुछ उच्च तकनीक वाले हथियार सिस्टम भी हैं जैसे आर्टिलरी गन, असॉल्ट राइफलें, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, LCHs, रडार और कई अन्य आइटम हैं जो हमारी रक्षा सेवाओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए हैं। इन 101 उत्पादों की लिस्‍ट में आर्मर्ड फाइटिंग व्‍हीकल्‍स भी शामिल हैं।

मैं बताना चाहूंगा कि रक्षा मंत्री ने यह घोषणा ऐसे वक्त की है जब वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन के बीच तनाव जारी है। भारतीय सेना पहले से ही पूरी सतर्कता बरत रही है। समूचे वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत सभी रणनीतिक स्थलों पर अपने सैनिकों की संख्या लगातार ब़़ढा रहा है। वायु सेना भी पूरी तरह से मुस्तैद है ताकि किसी भी स्थिति का सामना किया जा सके।

पृथ्वी दिवस पर राष्ट्रिय सेवा योजना ने किया पौधरोपण

दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय परिसर में पृथ्वी दिवस के अवसर पर बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना जल-जीवन-हरियाली के तहत राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में पौधारोपण कार्यक्रम किया गया। इस अवसर पर माननीय कुलपति प्रो॰ राजेश सिंह ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि पर्यावरण सुरक्षा और संरक्षण आज के समय में अत्यंत आवश्यक है। पर्यावरण संरक्षण से ही पृथ्वी पर मानव जीवन सुरक्षित रह सकता है। सामाजिक स्तर पर पर्यावरण जागरूकता अत्यंत आवश्यक है जिसमें शैक्षिक संस्थान और छात्र-छात्राएं आगे आकर अपनी महती भूमिका अदा कर सकते हैं।

इस अवसर पर कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय ने पौधारोपण करते हुए कहा कि आज 21वीं शताब्दी में बिहार प्रांत ही नहीं पूरा विश्व पर्यावरण संकट से जूझ रहा है। अंधाधुंध पेड़ों की कटाई हो रही है परंतु उस अनुपात में नए पौधे नहीं लगाए जा रहे, ऐसी स्थिति में पौधारोपण किया जाना मानव जीवन व सुरक्षा के लिए अनिवार्य कदम है। पौधा रोपण करते हुए जल-जीवन-हरियाली योजना के विश्वविद्यालय नोडल अधिकारी डॉ आनंद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि जल और हरियाली के साथ ही जीवन सुरक्षित है।

जलवायु परिवर्तन के इस दौर में जहां समूचा विश्व इसके संकट से जूझ रहा है। हर आए दिन हम भी इसके परिणामों से बच नहीं पा रहे हैं ऐसे में पृथ्वी पर जीवन बचाने का और पारिस्थितिक संरक्षण का एकमात्र उपाय सरल और सुगम उपाय वृक्षारोपण ही है। वृक्ष लगाकर केवल मानवीय दायित्व ही नहीं हम समूचे समुदाय को भयानक संकट से बचा सकते हैं। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ विनोद बैठा ने भी वृक्षारोपण को लेकर जागरूकता फैलाने की बात कही। इस मौके पर कार्यालय सहायक श्री ध्रुव कुमार, प्रेस कर्मचारी राम कुमार पासवान एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक आदर्श आनंद, निशांत कुमार, जावेद अख्तर , ओम राज, कृष्ण कुमार एवं सचिन कुमार उपस्थित थे।

धरती को सुरक्षित रखने के लिए करना होगा पौधरोपण : डॉ मोहम्मद रहमतुल्लाह

दरभंगा : राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन के निर्देश पर कुंवर सिंह महाविद्यालय लहरिया सराय दरभंगा में बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर जल जीवन हरियाली अभियान के तहत धरती को बचाने के संकल्प के तहत राष्ट्रीय सेवा योजना कुंवर सिंह इकाई द्वारापौधारोपण का अभियान चलाया गया जिसकी अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉक्टर मोहम्मद रहमतुल्लाह नेकी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य डॉ मोहम्मद रहमतुल्लाह ने कहा कुंवर सिंह महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयं सेवकों द्वारा बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर धरती को बचाने के लिए की गई पौधारोपण अभियान एक महान संकल्प है।

राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को शुभकामना देते हुए कहा जब तक पेड़ पौधा का संरक्षण एवं संवर्धन होगा तभी पृथ्वी सुरक्षित रहेगा।राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार सिंह ने कहा राज्य में कोरोनावायरस के संक्रमण एवं बाढ़ के संकट के बावजूद राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने बिहार पृथ्वी दिवस अवसर पर जल जीवन हरियाली अभियान के तहत बड़े उत्साह से सैकड़ों पेड़ लगवाए। डॉ सिंह ने कहा कुमार सिंह कॉलेज महा परिवार एवं स्वयंसेवकों द्वारा धरती को बचाने के लिए लिए गए संकल्प को ईश्वर की सबसे बड़ी पूजा बताया। इस वर्ष हजारों पेड़ लगाने का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के घर भी शिक्षक कर्मचारी एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक गोपाल कुमार प्रशांत कुमार मुकुंद कुमार माधव कुमार विश्वनाथ पासवान जयप्रकाश मंडल समाजसेवी प्रीटी पीटर्स सहित कई लोग उपस्थित थे

आज किया जाएगा स्थगित वर्ग का संचालन

दरभंगा : जेएन कालेज मधुबनी के अवकाश प्राप्त शिक्षक डॉ उमेश चन्द्रा, भीएस जे कालेज राजनगर के गणित विभाग के अवकाश प्राप्त शिक्षक डॉ ज्ञानेश नारायण, मिल्लत कालेज दरभंगा के अवकाश प्राप्त शिक्षक डॉ एफ आई खां एवं विश्वविद्यालय मुख्यालय के अवकाश प्राप्त वरीय सहायक वैद्यनाथ सिंह के आकस्मिक निधन पर 21 जुलाई को आनलाइन लाईव लेक्चर स्थगित किये गये थे । स्थगित वर्गों का संचालन 10 अगस्त को कार्यक्रम के अनुसार होगा।

मुरारी ठाकुर