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1 अक्टूबर : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

धूमधाम से शुरू हुई शारदीय नवरात्र

मधुबनी : जयनगर में भारत-नेपाल सीमा से महज तीन किमी की दूरी पर मां दुर्गे की ये भव्य एवं 118 फीट सुंदर मंदिर है। बिहार में सबसे ऊंचा दुर्गा मंदिर के नाम से यह मंदिर जाना जाता है। शक्तिपीठ से विख्यात मां दुर्गे की यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है।

इस मंदिर में नेपाल से भी पूजा करने आते हैं भक्त। जयनगर शहर से लगा हुआ बस्ती पंचायत स्थित पौराणिक एवं ऐतिहासिक दुर्गा मंदिर का मनमोहक दृश्य, श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है। नेपाल समेत सूबे के विभिन्न क्षेत्रों से मां दुर्गे की दर्शन एवं पूजा अर्चना हेतु श्रद्धालु मंदिर प्रांगण में पहुंचते रहे हैं।

प्रतिदिन होती है  पूजा-अर्चना एवं आरती

नवरात्र में शाम में होने वाली महाआरती श्रद्धालुओं के लिए आकर्षक का केंद्र बना है। दूर-दराज से श्रद्धालु यहां आकर महाआरती में शामिल होते हैं। बच्चे बूढ़े जवान सभी हाथ जोड़े मां की आराधना में मग्न हुए डूबे रहते हैं। वैसे तो इस मंदिर में प्रतिदिन सुबह शाम विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना एवं आरती की जाती है, लेकिन नवरात्र की महाआरती श्रद्धालुओं के लिए विशेष होता है। सब की मुरादें पूरी करने वाली मां दुर्गे की मंदिर में बारह मास शादी ब्याह, मुंडन, संस्कार एवं धार्मिक अनुष्ठान होते रहते हैं। साल में दो बार मां दुर्गा की भव्य पूजा की जाती है। आसिन एवं चैती दुर्गा पूजा सदियों से होती रही है। मां की पट खुलते ही मंदिर प्रांगण में छागरों की बली दी जाती है। हजारों की संख्या में छागर की बली चढ़ाई जाती है।

स्वामी शंकराचार्य ने कराई थी प्राण प्रतिष्ठा

03 जून 2004 को पूज्य पाद्य गोबर्धन पीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानन्द सरस्वती महाराज ने मंदिर के गर्व गृह में मां दुर्गे, मां सरस्वती, मां काली, मां लक्ष्मी, गणेश, मां काली समेत अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाओं का प्राण प्रतिष्ठा वैदिक मंत्रोचारण के साथ विधि विधान के साथ किया था। इससे पूर्व प्राकृतिक खर, मिट्टी, भूसा से कुशल कारिगरों के द्वारा प्रतिमा का निर्माण करायी जाती थी। प्राकृतिक शुद्धिकरण का ख्याल से मंदिर कमेटी ने मंदिर में संगमरमर की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा करने का निर्णय लिया। मां दुर्गे के पास अक्सर कबूतर बैठी होती हैं, जिन्हें दर्शन कर श्रद्धालु धन्य हो जाते हैं।

डीएम ने दिया अधिकारियो को अलर्ट रहने का निर्देश

मधुबनी : जिलाधिकारी ने सभी अनुमंडलाधिकारी, अंचल पदाधिकारी एवं संबंधित सभी अधिकारियों को अलर्ट पर रहने को कहा है और पिछले बार आये बाढ़ वाले जगहों पर विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है।

इसी बीच जयनगर अनुमंडलाधिकारी शंकर शरण ओमी खुद से समय-समय पर नदी का मुआयना करते दिखे। उन्होंने कमला नदी परिईजन से जुड़े संबंधित अधिकारियों के साथ बात कर इस्तिथि पर नगर बनाये हुए हैं।

जानकारी देते हुए शंकर शरण ओमी ने बताया कि अभी नदी में बढ़ की संभावना नही है, क्योंकि यहां पानी मुख्य रूप से नेपाल की नदियों और डैम से छोड़ गये पानी से आता है। बारिश तो हो रही है, इसलिए हम समय-समय और खुद से मोनिटर कर जिलाधिकारी मधुबनी से जानकारी साझा कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कमल नदी के निचले इलाकों जैसे डोरबार, बेलही, कमलाबाड़ी जैसे जगहों के लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। विशेष चिंता की कोई बात नही है, ओर एहतियात बरतना जरूरी है।

कृषि पदाधिकारी ने किया पौधारोपण

मधुबनी : जयनगर प्रखंड अंतर्गत कृषि भवन में जयनगर प्रखंड प्रमुख एवं जयनगर कृषि पदाधिकारी मलय शेखर ने वृक्षारोपण किया और लोगों पर्यावरण के प्रति जागरूक व जिम्मेदार बनने को कहा।

इस वृक्षारोपण के अवसर पर कृषि पदाधिकारी मलय शेखर ने बताया कि इस पहले वो कई और जिलों में भी कार्य कर चुके हैं  और वो करीब 32सालों से लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक होने का संदेश देते रहे हैं। उन्होंने बताया कि आधुनिक जीवन मे पेड़ अंधाधुंध काटे जा रहे हैं, परंतु पेड़ लगाने के ऊपर ध्यान नही देते हैं, इससे हमारा पर्यावरण कमजोर होता जा रहा है। इसलिए कई तरह की नई बीमारियों से मनुष्य पीड़ित होने लगा है। प्रदूषण बढ़ने का एक कारण यह भी है।

इस मौके पर प्रखंड प्रमुख सचिन सिंह ने बताया कि वो अक्सर मौका मिलने पर वृक्षारोपण जैसे कार्यक्रम करते हैं और कई जगह इस तरह के कार्यक्रम में भाग भी लिया करते हैं। इस मौके पर कृषि विभाग के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

करंट लगने से दो भाइयों की हुई मौत

मधुबनी : जिले के रहिका थाना क्षेत्र अंतर्गत नाजिरपुर गांव में अहले सुबह नमाज पढ़ने जा रहे दो भाइयों की बिजली करंट लगने से मौत हो गई। घटना में बिजली की तार हटाने में मृतक की माँ भी गंभीर रूप से जख्मी हो गई है।

इस दुर्घटना में मो० जमशेद का पुत्र मो० अजीज उम्र 30 वर्ष एवं मो० सुहैल उम्र 15 वर्ष घटना स्थल पर ही दम तोड़ दिया। घटना के बाबत थाना प्रभारी राहुल कुमार ने बताया कि मृतक दोनों भाई नवाज पढ़ने मस्जिद जा रहे थे। रास्ते में बिजली का नंगा तार टूटकर गिरा हुआ था। दोनों भाइयों के पांव में बिजली तार सट गया। दोनों बेटे की चीख सुनकर  मृतक की मां खैरुल खातून दोनों भाइयों को बिजली तार से पैर चिपके होने पर हाथ से तार पकड़ कर हटाने का प्रयास करने लगी, तो वह भी बिजली की चपेट में आ गई।

घटना की जानकारी होते ही आस-पड़ोस के लोग घटना स्थल पर पहुंच कर मृतक के मां को सटे हुए बिजली तार से हाथ छुड़ा दिया। परिजनों ने जख्मी महिला को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। पीड़ित के आवास पर पहुंचे बीडीओ एवं पुलिस ने बिजली विभाग के अधिकारियों को घटना की जानकारी दी है।

ग्रामीण एवं परिजन बिभागीय अधिकारियों व कर्मियों की गड़बड़ी को लेकर कारवाई करने तथा मुआवजा राशि की मांग कर रहे थे। बीडीओ ने सामाजिक सुरक्षा एवं कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत राशि देने की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की सूचना दे दिया गया है।

दंडाधिकारी के विदाई में समारोह का हुआ आयोजन

मधुबनी : जयनगर अनुमंडल कार्यपालक दण्डाधिकारी जयनगर अनिल कुमार साह के सेवानिवृत होने पर विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्याम किशोर सिंह एवं मंच का संचालन अधिवक्ता संघ के महासचिव चन्देश्वर प्रसाद ने किया।

इस सभा में ओम प्रकाश सिंह, कृष्ण कुमार सिंह, कुमार राणा प्रताप सिंह, इन्द्र कुमार सिंह यादब, विजय कान्त चौधरी मिथिलेश कुमार, जगदीश मंडल, दिनेश पूर्वे, उमेश पुर्बे, भरत कुमार रंजक, रामसुख नायक, बिरेन्द्र झा, पी०एन० झा, मुकेश कुमार, राजेश कुमार, रामशरण साहू, दिलीप कुमार झा, संतोष मंडल के अलावा अन्य अधिवक्ता ने सभा को सम्बोधित किया।

सुमित राउत