वर्षा कम होने के कारण सूख रहा फुलवरिया जलाशय
नवादा : जिले के रजौली के फुलवरिया जलाशय में दिन-प्रतिदिन पानी के जलस्तर में कमी के कारण डैम के दोनों छोर के केनाल सूख गए हैं। केनाल से पानी निकलना बंद हो गया है। जिससे रजौली प्रखंड क्षेत्र के सैकड़ो गांवों की सिंचाई प्रभावित होने के साथ-साथ नरहट, हिसुआ, सिरदला क्षेत्र की सिंचाई भी प्रभावित हुई है।
विगत दो-चार वर्षों से क्षेत्र में कम बारिश होने के कारण क्षेत्र की छोटी बड़ी नदियों में पानी नहीं रहने के कारण डैम का जलस्तर धीरे-धीरे कम होने लगा है। जो भी पानी थी, वो भी भीषण गर्मी के कारण सूखने लगी।
इसका महत्वपूर्ण कारण पर्यावण एवं जंगल की तेजी से कटाई, करोड़ की लागत से बहुद्देश्यीय ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण फुलवरिया डैम में किया जा रहा है। पूरी तरह फ़ेल दिख रहा है। 10 पंचायतो को स्वच्छ पेयजल आपूर्ति उपलब्ध कराने के लिए बनाए जा रहे इस निर्माणाधीन प्लांट कैसे बुझेगी प्यास। चाह कर भी डैम के जलस्तर में सिवाय प्राकृतिक मेहरबानी के में वृद्धि नहीं हो सकती है।
दिन-प्रतिदिन हरदिया डैम अपनी क्षमता खो रही है। पानी की कमी के कारण डैम का जलस्तर काफी नीचे गिर जाने से कैनाल के छोर पर पानी पहुंची नहीं रहे। जब केनाल के मुंह तक पानी नहीं पहुंच पा रही है तो केनाल से पानी निकलेगी कैसे।
अधिक पानी होने पर उस पर नियंत्रण करने के लिए लगाया गया स्केलवे ने भी अपनी उपयोगिता को दी है और वह भी जंग खा रहे हैं। डैम में अधिक पानी होने पर स्केलवे के शटर को उठाकर पानी को केनाल में छोड़ा जाता था। लेकिन अभी तो डैम में पानी काफी कम हैं। जिसके कारण डैम के अंदर वर्षों पहले डूबे हुए पेड़ व टिल्हे भी अब काफी दूर से दिखने लगे हैं। कहीं-कहीं पर तो डैम दो भागों में बंटा हुआ नजर आता है।
लगभग 40 वर्ष पूर्व रजौली प्रखंड समेत सिरदला नरहट, हिसुआ के क्षेत्रों में खेतों की सिंचाई को लेकर हरदिया में डैम को बांधा गया था और इसकी देखरेख करने के लिए रजौली को सब डिवीजन व सिरदला को एस्क्यूटिव डिवीजन बनाया गया था। लेकिन डैम में घटते जलस्तर के कारण धीरे-धीरे फुलवरिया सिचाई विभाग भी अपनी उपयोगिता खोने लगा है और इसके अधिकारी और कर्मचारी भी डैम की देखभाल व मेंटेनेंस कार्य करने की जगह अपने विभागीय कार्यों का ही निपटारा कर कोरम पूरा करने में जुटे हुए रहते हैं।
डैम से संबंधित कोई खबरें प्रकाशित होती है या बरसात के मौसम में जब कभी भारी बारिश होती है तो डैम की देखरेख के लिए बने विभाग के अधिकारी एक बार डैम का भ्रमण कर जल स्तर का मुआयना कर अपने कर्तव्य की इति श्री कर चले जाते हैं। उसके बाद फिर कभी कोई अधिकारी डैम को देखने भी नहीं आते हैं। इस वार डैम की गहराई मापी गई तो 40 फिट डैम में मिट्टी भरी है।
धान की खेती में हो रही देर रजौलो प्रखंड में इस बार बहुत कम बारिश हुई है। इससे किसानों में निराशा बनी हुई है। मानसून में धान की बुआई का काम शुरू कर देते हैं अब क्षेत्र के लगभग 8 हजार हेक्टेयर में धान की बुआई करने वाले किसान बारिश का इंतजार कर रहे हैं। इस क्षेत्र के ज्यादातर किसान धान, गेहूं ,मुग की खेती करते हैं। पिछले एक दशक से क्षेत्र में धान की खेती का प्रचलन काफी बढ़ गया है।
पिछले दस वर्षों से यहां अच्छी मानसून की बारिश होने और नहरों से पानी को लेकर धान की खेती बढ़ी थी लेकिन बारिश नहीं होने व नहर में पानी नहीं रहने की वजह से किसान काफी परेशान हैं। अब किसान के लिए धान की खेती के लिए बोरिंग द्वारा पटवन कर धान की खेती करना ही मूल सहारा है। ऐसे में किसानों को धान की खेती में ज्यादा खर्च आने की संभावना बन रही है।
इस बीच गिरते भूजल स्तर को देखते हुए कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों से धान की सीधी बुआई करने का आह्वान किया है। किसानों को धान की सीधी बुआई करके कम पानी में ज्यादा फसल की सलाह विभाग के अधिकारियों द्वारा किसानों को दी जा रही है।
सुखाड़ से निपटने के लिए चल रहीं तैयारियां
नवादा : जिले में अबतक हुई बारिश औसत से बहुत कम है। पिछले दो-तीन दिनों से बारिश भी नहीं हुई है। जिसके चलते जिला सुखाड़ की दिशा में बढ़ सकता है। जून में 74 तो जुलाई में 20 फीसद वर्षापात हुई है। अगले सात-आठ दिनों में पर्याप्त बारिश नहीं हुई तो इस साल फिर नवादा जिला सूखे की चपेट में होगा। हालांकि जिला प्रशासन सुखाड़ की संभावना को देखते हुए अभी से ही तैयारियों में जुटा हुआ है। 15 अगस्त तक सुखाड़ के संबंध में स्थिति साफ होने की उम्मीद है। उक्त बातें जिलाधिकारी कौशल कुमार ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में कही। उन्होंने कहा कि गत साल भी जिले के सभी चौदहों प्रखंडों को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित किया गया था और आकस्मिक फसल योजना के तहत कम पानी और कम समय में अच्छी पैदावार वाले बीज का वितरण किया गया था। उसी प्रकार इस साल भी आकस्मिक फसल योजना के तहत तैयारियां की जा रही हैं। 62 हजार हेक्टेयर के लिए 10 हजार 534 क्विटल मक्का, तोरिया, कुलथी आदि बीज के डिमांड किए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले साल किसान ऐसे बीजों को खेत में लगाने से हिचक रहे थे। लिहाजा इस साल किसान चौपाल के माध्यम से उन्हें जागरुक किया जा रहा है। फसल सहायता योजना को लेकर भी तैयारी चल रही है। सवा लाख किसान विभागीय पोर्टल पर अपलोड हैं। डीएम ने बताया कि बिचड़ा बोने का लक्ष्य पूर्ण कर लिया गया है। लेकिन धान रोपनी का कार्य औसतन 20 फीसद ही पूर्ण हो सका है।
एक सप्ताह में निष्पादित होंगे वृद्धापेंशन के आवदेन
मुख्यमंत्री वृद्ध पेंशन योजना की चर्चा करते हुए डीएम कौशल कुमार ने कहा कि बीपीएल के साथ-साथ एपीएल परिवार के लोग भी आवेदन कर सकते हैं। अबतक 25 हजार 569 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिसमें 8039 आवेदनों को स्वीकृत कर लिया गया है। शेष आवेदन पंचायत स्तर पर लंबित हैं। एक सप्ताह के भीतर लंबित आवेदनों को निष्पादित करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि तकरीबन 40 हजार वृद्ध इस योजना से लाभान्वित होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री आवास योजना की चर्चा करते हुए डीएम ने कहा कि सत्र 16-17 और 17-18 में 24943 आवास बनाने का लक्ष्य निर्धारित है। जिसमें 22095 को प्रथम किस्त की राशि प्रदान की जा चुकी है। 18633 आवास पूर्ण कर लिए गए हैं। शेष पलायन करने वाले लोगों का आवास पूर्ण होना बाकी है। वैसे लोग अब लौट चुके हैं और आवास निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि 5000 हजार नए आवास बनाने का लक्ष्य मिला है। ऐसे लोगों को चिन्हित कर लिया गया है। चालू सप्ताह में प्रथम किस्त की राशि उपलब्ध कराने की कोशिश है। ऑनलाइन म्यूटेशन के लिए 38775 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिसमें 25802 आवेदनों का निष्पादित कर दिया गया है। शेष कर्मचारी स्तर पर लंबित है, जिसे जल्द निष्पादित करने का निर्देश दिया गया है। प्रेस वार्ता में डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार भी उपस्थित रहे।
जल संरक्षण के लिए परंपरागत श्रोत पर दिया जा रहा ध्यान – डीएम ने कहा कि जल संरक्षण के लिए परंपरागत श्रोत पर ध्यान दिया जा रहा है। नरेगा से आहर, पोखर, पइन से संबंधित योजनाएं ली गई हैं। पइन के लिए 803 योजनाएं ली गई हैं। पोखर के लिए 402 योजनाएं ली गई हैं, जिसमें 23 का कार्य पूर्ण हो गया है। 18700 सोख्ता निर्माण का कार्य प्रगति पर है। सिरदला और मेसकौर प्रखंड में कुआं निर्माण कराया जा रहा है। किसानों के आपसी सहमति से 32 फीट गहरे कुएं का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें 16 फीट तक पानी रहेगा। एक कुएं से 10-12 एकड़ खेत की सिचाई हो सकती है। सिरदला, मेसकौर के साथ ही रजौली में कुल 53 कुओं का निर्माण कर लिया गया है। इसके प्रति क्षेत्र में बढ़ावा भी दिया जाएगा।
सात निश्चय योजना में नरहट और वारिसलीगंज की स्थिति खराब
सात निश्चय योजना की चर्चा करते हुए डीएम ने स्वीकार किया कि नल-जल योजना का कार्य नरहट और वारिसलीगंज प्रखंड में काफी खराब स्थिति में है। वहीं सिरदला, हिसुआ, रजौली में काफी बेहतर काम हुआ है। उन्होंने बताया कि 113 पंचायतों की 1531 वार्डों में पीएचईडी विभाग द्वारा काम कराया जा रहा है। 337 और वार्ड ट्रांसफर किए गए हैं। एक सप्ताह में टेंडर का काम पूरा हो जाएगा। 74 पंचायतों में पंचायती राज व्यवस्था के तहत काम कराया जा रहा है। 996 वार्डों में 752 में काम शुरु हुआ और 631 में काम पूर्ण कर लिया गया है। शेष वार्डों के लिए राशि का अभाव है। राशि आवंटित होते ही काम में तेजी आएगी। डीएम ने कहा कि नल-जल योजना में नवादा जिला 5-6वें स्थान पर है। नली-गली योजना की चर्चा करते हुए कहा कि हर वार्डों की कार्य योजना ली गई है। 1363 वार्डों में काम शुरु हुआ और 1050 में काम पूर्ण कर लिया गया। हालांकि इस योजना की कार्य प्रगति धीमी है। वजह की चर्चा करते हुए कहा कि पहले नल-जल योजना पर फोकस किया गया था। वैसे इस काम में भी तेजी लाई जाएगी।
अन्य सरकारी योजनाओं की भी की चर्चा
डीएम ने ग्राम परिवहन योजना की चर्चा करते हुए कहा कि प्राप्त 985 आवेदनों में 800 को स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। जिला स्तर पर कैंप लगाया जा रहा है। वाहन खरीदने वाले कई लाभुकों को अनुदान का लाभ दिया गया है। जिले में 32 पंचायत सरकार भवन के विरुद्ध 27 तैयार कर लिए गए हैं। 5 जमीन विवाद के चलते अटका पड़ा है। 32 नए भवन के लिए स्वीकृति मिली है। उन्होंने बताया कि सात निश्चय योजना के तहत जिन पंचायतों में बेहतर काम हुआ है, वहीं पंचायत सरकार भवन निर्माण के लिए स्वीकृति दी जाएगी। दिसंबर तक काम शुरु करा दिया जाएगा। 9 अगस्त को राजस्व शिविर का आयोजन किया जाएगा। सरकारी जमीन पर बसे अनुसूचित जाति के चिन्हित 990 लोगों के बीच पर्चा वितरित किए जाएंगे।
सात करोड़ की लागत से बनेगा छात्रावास सह प्रशिक्षण केंद्र
डीएम ने बताया कि सर्किट हाउस के पीछे उद्योग विभाग की जमीन पर 7 करोड़ की लागत से छात्रावास सह प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण किया जाएगा। विभाग ने इसे स्वीकृत कर दिया है।
फोरलेन निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण से संबंधित प्रक्रिया शुरु है। नए आइटीआइ पावर सबस्टेशन निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। आइटीआइ से ओढ़नपुर गांव के बीच 50 डिसमील जमीन चिन्हित किया जा रहा है।
सदस्यता अभियान को गति देने के लिए बनाए गए शक्ति केंद्र प्रमुख
नवादा : जिला में भाजपा सदस्यता अभियान को गति देने के उद्देश्य से नरहट प्रखंड भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक बरौली स्थित पार्टी कार्यालय में हुई। अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष संतोष कुमार ने की। सदस्यता अभियान को गति देने के उद्देश्य से सभी 10 पंचायतों के लिए शक्ति केंद्र का गठन किया गया।
गठन के बाद शक्ति केंद्र प्रमुख का चयन किया गया। अध्यक्ष ने बताया कि पालि खुर्द के लिए उपेंद्र सिंह, जमुआरा संतोष कुमार, शेखपुरा अकबर हुसैन, कोनिबर चांदो राजवंशी, नरहट वीरेंद्र राजवंशी, खनवां ओम कुमार राजवंशी, सैदापुर अनिल राजवंशी, बभनौर रामरतन सिंह, पुन्थर सत्येन्द्र प्रसाद सिंह को शक्ति केंद्र प्रमुख बनाया गया है। अध्यक्ष ने बताया कि सभी शक्ति केंद्र प्रमुख अपने अपने बूथ पर प्रवास करेंगे और सदस्यता अभियान को गति देंगे।
अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विचारधारा के आधार पर काम करने वाली देश की सबसे बड़ी पार्टी है। 1980 में स्थापित भाजपा देश के कोने कोने में पहुचीं हुई है। राष्ट्रवाद और देश के प्रति निष्ठा यही हमारी प्रेरणा है। सुशासन स्थापित कर समाज के सबसे पिछड़े वर्ग के कल्याण का निरंतर प्रयास ही भाजपा का उद्देश्य है।
मौके पर किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामपदारथ सिंह, जिला उपाध्यक्ष संजय सिंह उर्फ मांगो सिंह, सदस्यता प्रभारी उमा कांत सिंह, सह प्रभारी अनिल राजवंशी, रामानुज राजवंशी, दयानंद सिंह, सुरेश सिंह, रामरतन सिंह, भीम चौहान, अश्विनी कुमार, जयंत कुमार, पंकज सिंह, कारू चौधरी, हीरा राजवंशी आदि उपस्थित थे। बैठक में अल्पसंख्यक समुदाय से अकबर हुसैन एवं समीम उद्दीन ने भाजपा का सदस्यता ग्रहण किया।
भाजपा ने चलाया सदस्यता अभियान
हिसुआ विधान सभा में भाजपा द्वारा सघन सदस्यता अभियान चलाया गया। प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री नागेंद्र एवं स्थानीय विधायक अनिल सिंह की देख-रेख में सदस्यता चलाया गया।
इस क्रम में हिसुआ विधानसभा के बेला अनुसूचित टोला, सकरा, नगर पंचायत एवं भदसेनी गांव में सदस्यता अभियान का अगाज किया गया। प्रदेश महामंत्री ने कार्यकर्ताओं को सदस्य बनाने की प्रक्रिया को बताया। 8980808080 पर कॉल करने के बाद आए सदस्यता नम्बर को दिल्ली कार्यालय एसएमएस कर सदस्यता ली जा सकती है। संगठन महामंत्री ने कहा कि जिनके पास मोबाइल सेट नहीं है, उनका सदस्यता फार्मेट के माध्यम से बनाया जाएगा। बाद में उस फार्म को ऑन लाइन कर दिल्ली भेजा जाएगा, तब वे भाजपा के सदस्य होंगे।
मौके पर जिलाध्यक्ष शशिभूषण कुमार बब्लू, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रो. विजय कुमार सिंहा, प्रदेश कार्य समिति सदस्य नवीन केसरी, पूर्व महामंत्री रामानुज कुमार, जिलामंत्री सुनील कुमार, नगर अध्यक्ष अशोक चौधरी, जिला प्रवक्ता पवन गुप्ता आदि मौजूद थे।
स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारी को लेकर एसडीओ ने की बैठक
नवादा : जिले के रजौली एसडीओ चंद्रशेखर आजाद ने अनुमंडल सभागार में गणतंत्र दिवस की तैयारियों को लेकर अधिकारियों व रजौली के गणमान्य व्यक्तियों के साथ बैठक की। बैठक में एसडीपीओ संजय कुमार, बीडीओ प्रेम सागर मिश्रा, कार्यपालक दंडाधिकारी अखिलेश्वर शर्मा आदि उपस्थित थे।
एसडीओ ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर तैयारियों को लेकर सभी विभाग के अधिकारियों को कहा कि आप लोग राष्ट्रीय पर्व के अवसर पर पूरे तन मन से तैयारी करें। कई विभागों को झांकी बनाने का निर्देश दिया गया।
कहा कि इससे अच्छा संदेश जाएगा। उन्होंने कहा कि 11, 12 को परेड का पूर्वाभ्यास होगा। 13 को एसडीओ और एसडीपीओ परेड का निरीक्षण करेंगे परेड का पूर्वाभ्यास इंटर विद्यालय के मैदान में सुबह 8:30 बजे से शुरू होगा। गणतंत्र दिवस के दिन सुबह 6-7 बजे के बीच प्रभात फेरी निकाली जाएगी। झंडोतोलन के बाद 2 बजे से पब्लिक और प्रशासन के बीच टी-20 क्रिकेट मैच खेला जाएगा। बैठक में उपस्थित अधिकारियों व गणमान्य व्यक्तियों से एसडीओ ने कहा कि बाल विवाह, दहेज प्रथा व बाल मजदूरी के प्रति आप लोग समाज में जागरूकता लाएं। एक अभियान आप लोग चलाएं, प्रशासन सहयोग को तैयार है। बैठक में स्वास्थ्य विभाग से अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी एनके चौधरी, वन विभाग से रेंजर विवेकानंद स्वामी, सर्किल इंस्पेक्टर विनोद कुमार सिंह, बिजली विभाग के जेई निशा प्रियदर्शी, इंटर विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक संजय कुमार तरुण, बाल विकास परियोजना, पीएचईडी व अन्य कई विभाग के अधिकारी सहित इंटर विद्यालय के पूर्व प्राचार्य बालकृष्ण यादव, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष रामरतन गिरी, राजद प्रखंड अध्यक्ष राकेश सिंह, वरिष्ठ पत्रकार देवेंद्र प्रसाद आर्य, पूर्व मुखिया विनय कुमार सिंह, जदयू प्रखंड अध्यक्ष डॉ सुनीता कुमारी, कस्तूरबा विद्यालय की वार्डन रेखा कुमारी, अवधेश यादव आदि मौजूद थे।
हार्डकोर नक्सली प्रद्युम्न का सेंटर रहा नवादा
नवादा : जिले के नक्सल प्रभावित रजौली और सिरदला थाना क्षेत्र का जंगली इलाका प्रद्युम्न शर्मा के लिए काफी सेफ जोन माना जाता था। अपने साथियों के साथ दोनों थाना क्षेत्र के जंगलों में मस्ती से घूमा करता था और लेवी का रुपया वसूल कर पार्टी को संचालित करता था, लेकिन इन दोनों थाना क्षेत्र का जंगल फिलहाल उसके लिए मौत का जंगल बन गया है। 2 साल के दौरान कई बार सुरक्षा बल और शर्मा के दस्ते के साथ इन जंगलों में भारी गोलीबारी हुई है और सभी वार सुरक्षा बल के गोलियों को चकमा देकर निकल गया है। लेकिन इस दौरान वह अपने कई साथियों को गंवा चुका है। लगातार पुलिस से मात खा कर अपना अस्तित्व खोता जा रहा है। जानकार बताते हैं कि शर्मा अपने नेटवर्क चलाने के लिए रजौली सिरदला थाना क्षेत्र के कई पुराने कई दलों को अपने साथ पिछले कुछ दिनों से जुड़ा है जिसका काम पुलिस गतिविधि और नक्सल को मिलने वाले लेवी को आसान तरीके से वसूल कर उसे बताए जगह पर पहुंचा देना है। लेकिन सुरक्षाबलों की चौकसी और कड़ी निगरानी की वजह से उसकी हर चाल नाकामयाब होते नजर आ रही है।
सिरदला के थर्मोकोल में एनकाउंटर के बाद प्रद्युम्न के दस्ते का शुरू हुआ उल्टी गिनती -08 मार्च 2016 को सिरदला थाना क्षेत्र के थर्मोकोल के पहाड़ पर शर्मा के दस्ते के चार हार्डकोर नक्सली छुपे हुए थे। कोबरा के जवानों ने उसे घेरकर मार गिराया था। इस एनकाउंटर के बाद सिरदला और रजौली थाना क्षेत्र के इलाके में शर्मा खुद इलाके का कमान संभाला और उसके बाद लगातार दर्जनों घटना को अंजाम दिया। उसके बाद सुरक्षाबलों और शर्मा के दस्ते के बीच उस दिन से आज तक लगातार सुरक्षा बल के जवान इस इलाके में चैन से रहने नहीं दे रहा है कई बार दोनों के बीच जंगलों में भारी गोलीबारी हुई। उसके कई करीबी पुलिस की गोली से मारे भी गए और दर्जनों साथी को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया। इतना सब कुछ होने के बाद भी शर्मा इस इलाके को छोड़ने को तैयार नहीं है। इसके पीछे हार्डकोर नक्सली शर्मा का मनसा क्या है यह तो समय ही बताएगा। इधर सुरक्षा बल के अधिकारी भी शर्मा के हर एक चाल को नाकाम करने के लिए पूरी तरह से कमर कस चुके हैं और उसके एक एक सहयोगी को और गाइड को पकड़ने की रणनीति बना चुके हैं।
कब कब हुआ सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़
21 जुलाई 2017 को रजौली थाना क्षेत्र के भूरा पहाड़ पर एसटीएफ व नक्सली दस्ता के साथ मुठभेड़। 17 सितंबर 2018 को रजौली थाना क्षेत्र के भानेखाप महुआ माइंस के ऊपर मुठभेड़ हुआ था जिसमें जवानों को एक कारवाइन और गोली बरामद हुई थी हालांकि वह अपने दस्ते के साथ भागने में सफल रहा था।
24 जनवरी 2019 को रजौली थाना क्षेत्र के चित्रकोली पंचायत के रतनपुर माइंस के पीछे कोबरा के जवानों ने शर्मा दस्ते के एक हार्डकोर नक्सली को मार गिराया और उसके पास से पुलिस से लूटे गए इंसास रायफल भी बरामद किया गया था।
फिलहाल वह अपने करीबी रिश्तेदार गौरव की गिरफ्तारी से तिल मिलाया हुआ हैं क्योंकि गौरव उसके काफी करीबी रिश्तेदार का भतीजा है। और इसकी गिरफ्तारी होने से परिवारिक दबाव का सामना कर है इस वजह से वह किसी भी घटना को अंजाम दे सकता है। उसके प्रवक्ता बलराज ने मंगलवार को ही फोन करके कहा था कि गौरव को बिना शर्त पुलिस छोड़ दे नहीं तो रेल और सड़क तक आंदोलन होगी । इससे साफ जाहिर होता है कि नक्सली नेता गौरव की गिरफ्तारी से कितने परेशान हैं।
फिलहाल वह गोविन्दपुर के ककोलत को अपना ठिकाना बना रखा है। वहां पुराने साथियों को इक्ट्ठा करने के साथ बङी घटना को अंजाम देने की तैयारी में लगा है। अगर इसमे सफल हुआ तो पुलिस का मनोबल टूटना तय है। हालांकि सुरक्षाबलों का सर्च अभियान जारी है।
पिरौटा पोखर पर जल्द गूंजेगा वुद्धं शरणं गच्छामि का जयघोष
नवादा : जिले के अकबरपुर प्रखंड पांती पंचायत पिरौटा पोखर को वुद्ध सर्किट से जोङने व इसे अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने का कार्य योजना बनाया जा रहा है। जापान की महिला मैरी सुजूकी के सौजन्य से होने वाले कार्य योजना की रूपरेखा तैयार कर ली गयी है। इसके साथ ही डीपीआर बनाने का कार्य आरंभ कर दिया गया है।
गुरूवार को दिल्ली व पटना से सिटी आर्टिकेचर के सदस्यों ने स्थानीय ग्रामीणों के साथ मिलकर भूमि की मापी के साथ प्रस्तावित नक्शे पर विचार विमर्श किया तथा उनके विचारों से अवगत हुए। भूमापक के साथ मिलकर भूमि का विस्तृत व्योरा की जानकारी ली।
दिल्ली से आये सिटी आर्टिकेचर के प्रबंधक सुशील कुमार शर्मा ने बताया का प्रस्तावित योजना के तहत तालाब के पास वाहन पार्किंग, नौकायन, होटल, सभा भवन, कर्मचारियों के रहने के लिये आवास आदि बनाये जाने की योजना प्रस्तावित है जिसके लिये यहां पर्याप्त भूमि उपलब्ध है। नक्शा के साथ कार्य योजना का प्रारूप समाहर्ता के पास भेजा जाएगा। स्वीकृति मिलते ही योजना पर कार्य आरंभ कराया जाएगा। फिलहाल पिरौटा पोखर मत्स्य विभाग के अधीन है। ऐसे में समाहर्ता की स्वीकृति अनिवार्य है।
बता दें जापान से बोधगया आने के क्रम में मैरी सुजूकि का आना पिरौटा होता रहा है। इस क्रम में वे यहां कई कई दिनों तक प्रवास करने के साथ स्थानीय रंजन कुमार के सहयोग से छठ पूजा आदि में भाग लेती रही है। इसके साथ ही पंचायत के गरीब परिवार के बच्चों के साथ ही छठ व्रतियों के बीच वस्त्र आदि का वितरण करती रही है। फिलहाल उनकी योजना पिरौटा पोखर के पास ककोलत आने वादे वुद्धिष्टों के लिये रहने-खाने, ठहरने से लेकर मनोरंजन आदि सुविधा उपलब्ध कराने की है। योजना को धरातल पर उतारने के पूर्व समाहर्ता से कई बार विचार विमर्श कर चुकी है। अब कार्य आरंभ कराने को ले अपने अभियान में लग गयी है।
मौके पर पांती पैक्स अध्यक्ष विजय यादव, ग्रामीण अलखदेव सिंह, सुनील कुमार, रोहित सिंह, उपेन्द्र सिंह, मिट्ठु सिंह, रामावतार सिंह आदि मौजूद थे।