1 अगस्त : आरा की मुख्य ख़बरें

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आरा की मुख्य ख़बरें

जगदीशपुर नपं की योजनाओं में चरम पर भ्रष्टाचार

आरा : भोजपुर जिले के जगदीशपुर नगर पंचायत में पिछले कई वर्षों से भ्रष्टाचार के तहत सरकारी रुपयों का दुरुपयोग, बंदरबाट व लूट खसोट निरन्तर जारी है। इसे रोकने को लेकर कई सामाजिक कार्यकर्ता व राजनीतिक पार्टियां भी आगे आई है लेकिन भ्रष्टाचार के खेल में खुलासा व करवाई करने के बजाए लीपापोती होती रही।

पार्षद रंजीत राज ने बतलाया कि जगदीशपुर नगर पंचायत में भ्रष्टाचार रोकने के लिए पार्षद सहित कई राजनीतिक पार्टी के नेताओ के द्वारा अंकुश लगाने के लिए वरीय पदाधिकारियों व संबंधित विभागों में लगातार पत्राचार किया जाता रहा। बावजूद भ्रष्टाचार रुकने का नाम नही ले रहा है। सुशासन सरकार के वरीय पदाधिकारी अब तक करवाई करने में अक्षम साबित हुए है। वैसे सूत्रों की माने तो इस जगदीशपुर नगर पंचायत के खेल में ऊपर से लेकर नीचे तक सभी मालामाल है। इस कारण सही जांच कर करवाई की प्रक्रिया नही हो पा रहा है। जबकि बिभागीय नियम पत्रांक व राज्य के नियम कानून से इतर बहुतेरे कार्य जगदीशपुर नगर पंचायत का मूल भ्रष्टाचार है।

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जगदीशपुर नगर पंचायत के पार्षद रंजीत राज ने जगदीशपुर बीडीओ सह कार्यपालक पदाधिकारी को जांच व करवाई हेतू एक पत्र सौंपा है।बीडीओ को दिए गए आवेदन में कहा गया है कि नगर पंचायत जगदीशपुर तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी विजय नारायण पाठक, मुख्य पार्षद मुकेश कुमार गुड्डू,कनीय अभियंता, संवेदक विधासागर गुप्ता सहित अन्य के द्वारा एक संयुक्त रूप से क्षुद्र निजी आर्थिक लाभ हेतु बिहार सरकार के कानूनी प्रावधान के विरुद्ध षड्यंत्र रचकर सरकार के साथ धोखाधड़ी व फर्जीवाड़ा किया गया है।

पार्षद रंजीत राज ने इस खेल में अधिकारी पदाधिकारी अपने पद एवं कर्तब्य के विरुद्ध जाकर संवेदक विधा सागर गुप्ता के साथ मिलकर आर्थिक अपराध किया है। दिए गए पत्र के माध्यम से बताया गया है कि नगर पंचायत जगदीशपुर की योजना संख्या 113/2018-19 में षड्यंत्र रचकर वगैर कराए ही कार्य योजना की राशि 23,31,814 रुपये का भुगतान संवेदक विद्या सागर गुप्ता के बैक खाते में कर दिया गया है। पत्र में कहा है कि इस योजना संख्या की कार्य प्रारंभ 8.मार्च 2019 एवं समाप्ति 7.मई 2019 है। पुनः इस योजना को अल्पकालीन निविदा संख्या 1/19-20 में दैनिक समाचार पत्र में 15.जून 19 को प्रकाशित करवाई जाती है। जब योजना का कार्य 7.मई 2019 को पूर्ण है तो फिर पूर्ण हो चुके कार्य की निविदा क्यो.?

15.जून 2019 को ‘आज समाचार’ पत्र में प्रकाशित निविदा के कार्य को किस संवेदक को आवंटित की जाती है? संवेदक विद्या सागर गुप्ता को किस प्रावधान के तहत वगैर निविदा प्रकाशन के ही कार्य योजना की राशि भुगतान करवा दी जाती है? दिए गए आवेदन में बताया है कि कार्य योजना का डुप्लीकेशन कर सभी ने षड्यंत्र रचकर राशि गबन कर ली एवं विभाग को गुमराह एवं धोखा देने के आशय से फर्जी निविदा प्रकाशन करवाई गई है, ताकि भ्रष्टाचार के तहत आर्थिक लाभ कमाने का सिलसिला मुख्य पार्षद की पत्नी रीता कुमारी की कार्यकाल से चला आ रहा है।

15.जून .2019 को प्रकाशित निविदा की सभी योजनाओं की गहरी एवं सूक्ष्म जांच कर दोषियों पर करवाई की जाए। ताकि निविदा प्रकाशन नियम के अनुसार हुई है? संवेदक को कार्य योजना स्वीकृति के नियम कानून सही रूप से पालन किया है? संवेदकों द्वारा उपलब्ध कराए गए सभी अभिलेख सही है? राशी गबन एवं आर्थिक/वितीय लाभ कमाने के नियत से मुख्य पार्षद मुकेश कुमार गुड्डू किसी भी कार्य स्थल पर शिलापट्ट स्थापित नही करवाते है। कहा है कि इस कार्य मे नगर के सभी कर्मी भी भरपूर सहयोग करते है ताकि भ्रस्टाचार दिन दूनी रात चौगनी प्रगति पर अग्रसर रहे।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संवेदक विद्या सागर गुप्ता एक छोटे पान दुकानदार है जिनके नाम पर 20 करोड़ से भी अधिक की योजनाएं चल रही है।इनके बैक खाता संचालन की यदि जांच की जाए तो गजब के ट्रांजेक्शन सामने व नगर में हुए भ्रष्टाचार की परत खुल सच्चाई सामने आ जायेगी।इस मामले में बीडीओ सह कार्यपालक पदाधिकारी से जानकारी लेने के लिए सरकारी मोबाइल पर सम्पर्क किया गया। लेकिन फोन रिसीव नही होने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो सका।

भोजपुरी चित्रशैली को मिल रही नयी पहचान, मास्क पर बन रहे पेंटिंग ने खोला नया बाजार

आरा : बिहार की मिथिला या मधुबनी पेंटिंग (Mithila or Madhubani painting) पूरे विश्व में विख्यात है. मिथिलांचल क्षेत्र की मधुबनी चित्रकला ने देश-दुनिया में काफी नाम कमाया है. कोरोना (Corona) जैसी वैश्विक महामारी के बीच अब भोजपुरी पेंटिंग या भोजपुरी चित्रशैली (Bhojpuri Painting) को एक नई पहचान मिल रही है। बिहार के आरा में इन दिनों मास्क पर भोजपुर की संस्कृति और इसके पारंपरिक इतिहास को उकेरा जा रहा है। कोरोना काल की तबाही के बीच आरा के रहने वाले लोग संक्रमण के काल में अपनी संस्कृति को नई पहचान देने में दिन-रात मेहनत कर रहे हैं. लॉकडाउन (Lockdown) में मास्क निर्माण के कारण बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार भी मिल रहा है. इसके साथ ही पहचान खो रही अपनी संस्कृति और धरोहर को लेकर आमजनों को जागरूक भी किया जा रहा है।

मास्क के ऊपर भोजपुरी चित्रकला को उकेरने के लिए चटख रंगों का इस्तेमाल खूब किया जा रहा है. गहरा लाल, पीला, हरा और उजले रंग को इस्तेमाल में लिया जा रहा है. जिससे मास्क के ऊपर काफी खूबसूरत तस्वीर बन रही है। चित्र बनाने के लिए अलग-अलग पेंट ब्रश का उपयोग किया जा रहा है. इसे बनाने में काफी मेहनत लग रही है। मिथिलांचल के लोगों के जैसा भोजपुरी संस्कृति को भी समृद्ध बनाने की पूरी कोशिश इस कोरोना काल के दौरान की जा रही है. कपड़े से बने दो या तीन लेयर वाले मास्क पर एप्लिक और पेंटिंग के माध्यम से चित्र बनाया जा रहा है. कोहबर और पीडिया के अलावा बाबू वीर कुंवर सिंह की पेंटिंग बनाई जा रही है. विख्यात आरा हाउस को भी उकेरा जा रहा है।

आम लोग भी इस मास्क को काफी पसंद कर रहे हैं. लोगों का काफी समर्थन मिल रहा है. इस अनोखे काम में सर्जना न्यास से जुड़े लोग काफी मेहनत कर रहे हैं. सर्जना न्यास के अध्यक्ष संजीव सिन्हा और अमृता दुबे के साथ उनकी पूरी टीम बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है. संजीव सिन्हा अपनी चित्रकारी और अमृता दुबे एप्लिक से मास्क को काफी आकर्षक और बेहतरीन बना रही हैं. इस मास्क की मांग भारत के साथ-साथ विदेशों में भी की जा रही है।

न्यास के अध्यक्ष सजीव सिन्हा बताते हैं कि आरा में कोहबर और पीडिया दोनों शैली काफी प्रसिद्ध है. दरअसल कोहबर शादी में बनाया जाता है और पीडिया भाई-बहन के त्योहार के रूप में मनाया जाता है. इस अवसर पर औरतें दीवारों के ऊपर खूबसूरत कलाकृतियों को सजाती हैं. इस काम के लिए रामराज, गोबर, मिट्टी और गेर का इस्तेमाल किया जाता है।

भोजपुरी पेंटिंग से बने मास्क को ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया की भी मदद ली जा रही है. व्हाट्सएप और फेसबुक के माध्यम से इसका प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर मास्क के उपयोग के बारे में लोगों को बताया जा रहा है।

आरा शहर में मुखर्जी नगर के रहने संजीव सिन्हा बताते हैं कि मास्क की बिक्री देश-विदेश दोनों जगहों पर हो रही है. काफी लोग एडवांस आर्डर भी कर रहे हैं. मास्क की कीमत कम होने के कारण भी लोग ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं। 50 से लेकर 100 रुपये तक आसानी से यह मास्क लोगों के लिए उपलब्ध हो जा रहा है।रबड़ के अलावा डोरी वाला मास्क भी बनाया जा रहा है ताकि लोगों को सहूलियत हो सके।

शाहपुर रेफरल अस्पताल के चिकित्सक व अंचल नाजीर समेत 19 पॉजिटिव

आरा : भोजपुर जिले के शाहपुर में कोरोना ने अपने पैर और मजबूत कर लिया। इंदिरा गांधी आयुर्वेद संस्थान पटना के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार शाहपुर में 19 लोग संक्रमित पाए गए हैं। जिसमें शाहपुर रेफरल अस्पताल के चिकित्सक तथा अंचल के नाजिर व एक अन्य कर्मी सहित शाहपुर नगर पंचायत के लगभग एक दर्जन लोग संक्रमित मिले।

वही कोरोना ने शहरी क्षेत्र के अलावे ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपने पैर पसार लिए हैं। जिसमें बरिसवन गांव में दो लोग संक्रमित पाए गए है। इस तरह शाहपुर प्रखंड में 22 जुलाई को लिए गए 160 लोगों के सेंपलिंग में अब तक आधे सैंपलिंग की ही जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। जबकि आधे सैंपल की रिपोर्ट अभी आना बाकी है। स्थिति यह है कि शाहपुर बाजार में बाहर से आने वाले लोग अब आने से कतरा रहे है।

को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंधक की कोरोना से हुई मौत, 82 नए संक्रमित

आरा : भोजपुर जिले में कोरोना का कहर अब विस्फोटक रूप लेता जा रहा है। शुक्रवार को इसकी चपेट में आने से बिहिया में पोस्टेड को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंधक की मौत इलाज के क्रम में पटना में हो गई। इस मौत के साथ ही जिले में कुल मृतकों की संख्या 16 तक जा पहुंची है। वही कोरोना वायरस से ग्रसित 82 नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इनमें पीरो के डीएसपी का बॉडीगार्ड, आरा मुख्यालय के एक अखबार का पत्रकार, बिहिया में होमगार्ड का जवान समेत कई सरकारी और आम जनता की रिपोर्ट शामिल है।

बिहिया में तैनात को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंधक 55 वर्षीय बृजभूषण सिंह विगत कई दिनों से बीमार चल रहे थे। कोरोना वायरस से ग्रसित होने के कारण इनका इलाज पटना के एक निजी हॉस्पिटल में चल रहा था। इसी क्रम में शुक्रवार को इनकी मौत हो गई। वे शुगर से भी पीड़ित थे। इनकी मौत की सूचना मिलते ही को-ऑपरेटिव बैंक शाखा और इनके घर उदवंतनगर थाना क्षेत्र के असनी गांव में हड़कंप मच गया।

इधर, शुक्रवार को एक साथ 82 नए लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के साथ ही भोजपुर में कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1571 तक जा पहुंची हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सभी को होम क्वारेंटाइन और आइसोलेशन सेंटर में रखने का निर्देश दिया है। वही लोगों के आसपास के घरों और कार्यालय को सैनिटाइज करने का आदेश दिया गया है। दूसरी तरफ उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बेलाउर निवासी अजय चौधरी की मौत सर्दी और जुकाम रहने के कारण सदर अस्पताल में हो गई।

भोजपुर जिले में पूरे जुलाई माह के दौरान कोरोना का विस्फोट होता रहा। इस दौरान 500 गुना की रफ्तार से मरीजों की संख्या बढ़ी। अप्रैल में जहां मरीजों की संख्या नौ थी, वहीं मई में 87 हो गई। जून में 235 तक पहुंचने वाली संख्या जुलाई में 1572 तक जा पहुंची। इस तरह केवल जुलाई माह में 1336 नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं। यह संख्या विगत तीन माह के अनुपात में 500 गुना से भी ज्यादा है। विस्फोटक रूप पकड़ रहे कोरोना से आम लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। यहां जैसे-जैसे जांच की गति बढ़ेगी वैसे- वैसे इसकी संख्या में तेजी से इजाफा होने की आशंका है।

सीएसपी संचालक से हथियार के बल पर 1.70 लाख की लूट

आरा : तरारी थाना क्षेत्र के सरफोरा फॉल के समीप हथियारबंद अपराधियों ने सीएसपी संचालक से 1 लाख 70 हजार रुपया लूट लिया। घटना के बारे में बताया जाता है कि धमना गांव निवासी प्रयाग कुमार; धमना में स्टेट बैंक का सीएसपी का संचालक है। वह शुक्रवार को हसन बाजार स्टेट बैंक से पैसा लेकर शाम को अपने गांव बाइक से जा रहे थे।

इसी बीच सरफोरा फॉल के समीप बाइक सवार हथियारबंद दो अपराधियों ने पिस्टल भिड़ाकर बैग में रखा हुआ एक लाख सत्तर हजार रुपया तथा मोबाईल फोन लूट लिए। इस दौरान बाइक की चाभी पानी मे फेंक दिया। घटना के बाद मौके पर पहुंची तरारी थाना तथा हसन बाजार थाना पुलिस के बीच सीमा क्षेत्र को लेकर काफी देर तक जद्दोजहद होती रही।

मालूम हो कि तरारी थाना क्षेत्र में कुछ माह पहले तरारी के समीप से ही बिहटा के सीएसपी संचालक का पैसा लूटा गया था। क्षेत्र में बढ़ रही लूट तथा आपराधिक घटनाओं से लोग काफी दहशत में है।

सोन नद में डूबने से बुजुर्ग की मौत

आरा : बडहरा थाना क्षेत्र के सेमरा गांव में एक बुजुर्ग के सोन नद में डूबने से मौत हो गई जिससे परिजनों में कोहराम मच गया। इस दौरान गांव में अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया था। बताया जाता है कि शुक्रवार की देर शाम में बुजुर्ग अपनी खोई हुई भैंस को सोन नद के किनारे ढूंढने के लिए गया था। इस दौरान ही सोन नद में बुजुर्ग डूब गया था। बाद में शनिवार की सुबह बुजुर्ग का शव नद में तैरते हुए देखा गया। इसके बाद परिजनों ने शव को नद से बाहर निकाला। बाद में घटनास्थल पर कोईलवर थाना व बड़हरा थाना की पुलिस पहुंची। इसके बाद पुलिस ने मृतक बुजुर्ग के शव को अपने कब्जे में ले लिया। इस दौरान कोईलवर थाना पुलिस ने बुजुर्ग के शव को पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल आरा भेज दिया।

मृत बुजुर्ग बड़हरा थाना क्षेत्र के सेमरा गांव निवासी स्वर्गीय पारस राय के पुत्र काशी राय 65 वर्ष बताया जाता है। बुजुर्ग पशुपालन कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। मृत बुजुर्ग के 3 पुत्र हैं। सबसे छोटा पुत्र मुंबई में किसी बीमारी से तकरीबन 5 से 6 साल पहले ही मौत के गाल में समा गया था। बुजुर्ग अपने दो पुत्रों मैनेजर रायपुर और टेनी राय के सहारे गांव में खेती बारी और पशुपालन का कार्य करते थे। मृतक के पत्नी राम साकली देवी का रो रो कर बुरा हाल था। इस दौरान गांव में मातमी सन्नाटा फैल गया था। बुजुर्ग के शव मिलने के बाद परिजनों में चीख-पुकार मच गया था। वीआईपी पार्टी के युवा जिला अध्यक्ष नंदजी राय ने गरीब परिवार को आपदा राहत कोष से सहायता की मांग की है।

4 माह से वेतन नहीं मिलने के विरोद्ध में धरना पर रहे प्रखंड के शिक्षक

आरा : चार माह से वेतन नहीं मिलने को लेकर आक्रोशित प्रखंड के शिक्षकों ने शनिवार को अपने आवास पर हीं एकदिवसीय धरना के माध्यम से सरकार का विरोध जताया. सरकार ने वेतन देने की घोषणा की थी लेकिन जब नहीं मिला तो शिक्षक धरना पर बैठ गए. धरना पर बैठे शिक्षकों ने कहा कि मौजूदा सरकार की कथनी और करनी में जमीन आसमान का फर्क है. एक तरफ शिक्षा मंत्री कहते हैं कि हम शिक्षकों को हर माह की 5 तारीख तक उनका वेतन खातों में भेज देंगे परन्तु विगत 4 माह से शिक्षकों को वेतन नहीं मिला है. शिक्षक नेताओं ने कहा कि वेतन के अभाव में शिक्षकों का बकरीद व रक्षा बंधन जैसा पर्व भी फीका पड़ गया है तथा वे आर्थिक अभाव से जुझ रहे हैं. शिक्षकों ने धरना के माध्यम से संकल्प लिया कि इस सरकार को हटाना हम सभी का लक्ष्य रहेगा. धरना में जिला सचिव राजीव रंजन उर्फ महेश कुमार, प्रखंड अध्यक्ष विजय सिंह, सच्चितानन्द सिन्हा, कमलेश ओझा, अरविन्द कुमार, मो. कादिर अहमद, चंदेश्वर यादव, राजेश सिंह, अजय गोड़, रजनीश चौबे, विकास सिंह, पवन मिश्रा, बिक्रम कुमार, सीमा कुमारी, गुड्डी सिंह, पूनम कुमारी, वंदना सिंह, प्रियंका यादव समेत दर्जनों शिक्षक शामिल रहे।

गेसिंग खेलाते दो धंधेबाज गिरफ्तार

आरा : बिहिया नगर स्थित अस्पताल रोड मस्जिद के पास गेसिंग के अड्डे पर छापेमारी कर पुलिस ने जुआ खेलाते दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि एक धंधेबाज फरार हो गया. घटना के बाद गेसिंग के अड्डे में संलिप्त धंधेबाजो में हड़कंप मचा हुआ है।

बिहिया के थानाध्यक्ष शशिकांत ने बताया कि इस मामले में अस्पताल रोड बिहिया निवासी स्व. अक्षय लाल गुप्ता के पुत्र भरत लाल गुप्ता व फिनगी निवासी स्व. मेलू साह के पुत्र ध्रुव साह को गिरफ्तार कर लिया. वहीं एक अन्य धंधेबाज स्टेशन रोड बिहिया निवासी गांधी साह के पुत्र गुड्डु साह मौके से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया. थानाध्यक्ष ने बताया कि गेसिंग के अड्डे से एक हजार दो रूपया नगद, दो मोबाईल व गेसिंग का कॉपी बरामद किया गया है. पुलिस फरार धंधेबाज को गिरफ्तार करने में जुटी हुई है. पुलिस ने पकड़े गये दो धंधेबाजों को जेल भेज दिया है. बिहिया थाने की पुलिस ने कहा कि किसी भी कीमत पर गैरकानूनी काम नहीं करने दिया जाएगा. ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

ऑनलाइन सावन मिलन समारोह आयोजित

आरा : वैश्विक महामारी कोरोना की त्रासदी झेल रहे देश में अन्तर क्लब ऑनलाइन सावन मिलन समारोह का आयोजन किया गया जिसमे आरा इनरव्हील क्लब आरान्या से जुडी महिलायों जोश-ओ-खरोश के साथ हिस्सा लेकर साबित कर दिया कि अगर होसले बुलंद हो तो कोई भी परिस्थिति आड़े नही आ सकती| खुशियों के लिए छोटी छोटी बातें भी बहाना बन सकती है | इस सावन मिलन समारोह में कई प्रतियोगितायो का आयोजन किया गया जिसमे इनर व्हील क्लब आरान्या से जुडी महिलायों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और कई पुरस्कार जीते।

इनरव्हील क्लब डिस्ट्रिक्ट 325 की CJR संगीता वर्मा ने बताया कि बिहार के सात क्लब को मिलाकर रंगीलो सावन का आयोजन किया गया जिसमे अलग अलग शहर से अलग अलग क्लब की महिलायों ने हिस्सा लिया| इन सात क्लब में इनर व्हील क्लब पाटलिपुत्र, इनर व्हील आशियाना, इनर व्हील आरान्या, इनर व्हील मुंगेर सिटी, इनर व्हील विक्रमशिला, इनर व्हील वन श्री, इनर व्हील पटना सिटी ने एक साथ सावन मिलन किया| कार्यक्रम का संचालन पटना हे हुआ| इस रंगीलो सावन समारोह में चूड़ी, कजरी, जुडा, मेहंदी ग्रुप डांस, एकल डांस प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।

इस प्रतियोगिता की जज थी PDC डिस्ट्रिक्ट एडिटर श्वेता सिंह, कार्यक्रम की मास्टर ऑफ़ सेरेमनी IPP संध्या सरकार| सभी सदस्य हरे परिधान में सजी थीं| 96 सदस्य जुडी थी जिसमे सावन क्वीन बनी रूही, रनर अप रही बरखा और महिमा शर्मा. कज़री में प्रथम रही पूनम सिन्हा, द्वितीय निर्मला सिन्हा तथा जयंती झा तृतीय रही, ग्रुप डांस में प्रथम विक्रमशिला प्रज्ञा तथा द्वितीय वन श्री पटना, तृतीय पुनीता सिंह और सांत्वना पुरस्कार अनिता सिंह को मिला| डांस में रूही रही प्रथम जबकि पुनीता सिंह को तृतीय स्थान से संतोष करना पडा| जुडा, चूड़ी और मेहंदी मे प्रथम अम्बिका डालमिया शेखर जबकि पुनीता सिंह द्वितीय रही | जबकि कजरी नृत्य में पुनीता सिंह तृतीय रही | बेस्ट चूड़ी का अवार्ड मणिमाला सिंह बेस्ट मेहंदी का अवार्ड नीतू सिंह को मिला।

इनर व्हील क्लब आरान्या की जिला अध्यक्ष ऋतू सिन्हा ने रंगीलो सावन की सभी प्रतियोगियों को हार्दिक बधाई दी तथा कहा कि कोरोना काल आगे भी ऐसे ही कई कार्यक्रम किये जायेंगे| उन्होंने आशा व्यक्त की कि सदस्य इसी तरह सभी कार्यक्रम में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते रहेंगे| कार्यक्रम का समापन संगीता वर्मा के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।

राजीव एन अग्रवाल

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