Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

नवादा बिहार अपडेट

07 जून : नवादा की मुख्य ख़बरें

जाम से लोगों को नहीं मिल रही मुक्ति

नवादा : पकरीबरावां मुख्यालय के मुख्य बाजार में हर दिन घंटों जाम से जूझना लोगों का दिनचर्या बन कर रह गया है। प्रत्येक दिन 15 से 20 बार मुख्य बाजार में जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। जिस को हटवाने में स्थानीय लोगों से लेकर प्रशासन तक को कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ता है।

शुक्रवार को भी मुख्य बाजार में महाजाम की स्थिति उत्पन्न रहने से लगभग 1 घंटे तक नवादा-जमुई पथ पर वाहनों की लम्बी कतार लगी रही। जिसका हाल लेने के लिए कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचे। जिसके कारण राहगीरों को भीषण गर्मी में काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा।

गौरतलब हो कि मुख्य बाजार को तत्कालीन जिला पदाधिकारी दिवेश सेहरा द्वारा जीरो टॉलरेंस क्षेत्र घोषित कर दिया गया था परंतु जीरो टॉलरेंस क्षेत्र का अनुपालन नहीं के बराबर किया जा रहा है। जिसके कारण हर दिन महा जाम की स्थिति उत्पन्न रहती है। कभी-कभार तो पुलिस भी जाम में फंसकर अपनी बारी आने का इंतजार करती है। जब उनकी भी बारी आती है तो वह जाम से आगे निकलते चले जाते हैं और लोग जाम मे फंसे के फंसे रह जाते हैं।

बताते चले कि विगत वर्ष ही नवादा जिले के पुलिस कप्तान हरिप्रसाद एस नवादा जमुई पथ से कौवाकोल जा रहे थे। तभी उन्हें जाम के कारण घंटों मुख्य बाजार में रुकना पड़ा था। तब वह आक्रोशित होकर मुख्य बाजार में अवैध तरीके से खड़ा करने वाले कई बस को जप्त कर लिया था और कड़ी हिदायत दी थी कि मुख्य बाजार में कदापि बस रोककर यात्री उठाने वाले पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। तथा अवैध तरीके से लगाए गए स्टैंड को बाजार से दूर लगाए जाने का निर्देश दिया था। लेकिन वारिसलीगंज मोड़ पर आज भी अवैध तरीके से ट्रैकर स्टैंड लगाए गए हैं जिसके कारण भी जाम की स्थिति उत्पन्न रहती है।

बावजूद स्थानीय प्रशासन किसी प्रकार की पहल नहीं करती जो कुछ बच जाता है उसे अवैध तरीके से लगाए जाने वाले फुटपाथ दुकानदार या ठेले वाले पूरा कर देते हैं, जो जाम की स्थिति का सबसे बड़ा कारण है।

मुख्यालय के कई प्रबुद्ध नागरिकों ने इस समस्या की ओर स्थानीय प्रशासन एवं जिला प्रशासन से अविलंब पहल कर जाम से मुक्ति दिलाने की मांग की है ।

दहेज के लिए विवाहिता की हत्या

नवादा : जिले के अकबरपुर प्रखंड क्षेत्र के माखर पंचायत की हुङराही गांव में  दहेज लोभी ससुराल वालों ने 20 वर्षीय विवाहिता की निर्मम हत्या कर दी।  विवाहिता का कसूर बस इतना था कि वह अपने ससुराल वालों की डिमांड पूरी नहीं कर सकी।

मृतका का नाम आरती देवी है। मृतका हुड़राही  निवासी पप्पु यादव की पत्नी थी। मृतका नरहट थानाक्षेत्र के बरबट्टा निवासी सर्वेश प्रसाद यादव की बेटी थी। जानकारी के मुताबिक सर्वेश प्रसाद यादव  ने अपनी बेटी आरती की शादी हुड़राही के पप्पु यादव के साथ की थी।

मृतका के पिता ने आरोप लगाया है कि शादी के समय ही ससुराल पक्ष की ओर से बाइक की डिमांड की गई थी, इसी को लेकर आरती को लगातार प्रताड़ित किया जाता था। अपनी डिमांड पूरा नहीं होने पर पहले एक सप्ताह तक आरती देवी को भूखे पेट रखा गया और फिर संदिग्ध हालत में उसकी मौत हो गई।आरती की निर्मम हत्या करने के बाद ससुराल वाले फरार हो गए।

घटना की सूचना मिलते ही अकबरपुर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।  शव को  सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के  लिए मैके वालों को सौंपा गया  है।

थानाध्यक्ष मोहन कुमार ने बताया कि लड़की पक्ष द्वारा थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई हैं। लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तार नहीं हुई। जल्द ही अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा ।

चोरी की कार के साथ दो गिरफ्तार

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली पुलिस ने चोरी की एक कार के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया है। थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर सुजय विद्यार्थी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर एएसआई कमलेश कुमार सिंह ने महादेव मोड़ के पास से चोरी की सेंट्रो कार को बरामद कर लिया गया। साथ ही कार पर सवार दो लोगों रजौली के महादेव मोड़ निवासी अशोक राजवंशी के बेटे अखिलेश कुमार व नारदीगंज थाने के रजौर गांव निवासी बिन्दा राजवंशी के बेटे पिंटू कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया।

थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार युवकों को जेल भेज दिया गया है। चोरी की कार की छानबीन की जा रही है। बरामदगी की सूचना सभी थाने को उपलब्ध करायी गयी है ।

खरीफ अभियान को लेकर किसानों को दिया गया प्रशिक्षण

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड कार्यालय स्थित ई-किसान भवन में खरीफ अभियान 2019 को लेकर किसानों के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ बीएओ अनूप कुमार, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष राम रतन गिरी व भारतीय किसान संघ के प्रखंड अध्यक्ष अशोक कुमार द्वारा संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया गया।

आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में बीएओ अनूप कुमार ने कृषि विभाग की सभी योजनाओं को विस्तार से बताया।

बीएओ अनूप कुमार ने बताया कि इस बार रजौली प्रखंड में शंकर धान का 27 क्विंटल, जीरोटिलेज से 86 एकड़, तनावरोधी में 47 एकड़ व श्री विधि से 47 एकड़ रोपनी करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

कृषि समन्वयक चंदन कुमार ने विभिन्न फसलों, धान, अरहर, सब्जियों के कीट एवं रोग की पहचान के साथ-साथ उसके नियंत्रण के लिए जैविक व रासायनिक उपायों के अलावा समेकित खेती के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। साथ ही किसानों की आमदनी दुगुनी किस प्रकार से हो, इसके बारे में भी जानकारी दी। प्रशिक्षण में उपस्थित किसानों को प्रखंड उद्यान पदाधिकारी ने उद्यान से संबंधित बातों की जानकारी दी।

मौके पर कृषि समन्वयक रुंजय कुमार, मनीष कुमार, सितेश रंजन, प्रिंस कुमार, अमरेंद्र भारती, राकेश रंजन, विजय प्रसाद, मनोज कुमार आदि उपस्थित थे।

प्रखंड प्रमुख ने डीएम को आवेदन देकर की कार्रवाई की मांग

नवादा : 2000 दो, शौचालय का भुगतान लो, नहीं तो काटो प्रखंड कार्यालय का चक्कर। यह जुमला रजौली प्रखंड में आम फैशन के जैसा हो गया है। शौचालय का निर्माण कराने वाले लाभुक जो 2000 देने में सक्षम है वे अपना पेमेंट ले रहे हैं और जो 2000 देने में सक्षम नहीं है, प्रखंड कार्यालय द्वारा उनका पेमेंट रोक दिया जा रहा है।

उक्त बातों की जानकारी तब हुई जब रजौली प्रखंड प्रमुख सरोज देवी ने शुक्रवार को रजौली पहुंचे डीएम कौशल कुमार को आवेदन देकर मामले में जांच कर कार्रवाई करने की मांग की।

प्रखंड प्रमुख सरोज देवी ने डीएम के साथ-साथ मगध प्रमंडल के आयुक्त व संबंधित विभाग के सचिव को भी आवेदन पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है। डीएम को दिए गए आवेदन पत्र में प्रखंड प्रमुख ने कहा कि रजौली प्रखंड में शौचालय का निर्माण कराने वाले सभी लाभुकों का 2 वर्ष बीत गया है, बावजूद अब तक उन्हें शौचालय निर्माण की प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं किया गया है।

जब भी शौचालय निर्माण कराने वाले लाभुक को-ऑर्डिनेटर से मिलते हैं तो को-कॉर्डिनेटर द्वारा लाभुकों को बताया जाता है कि आपके शौचालय की जांच अभी नहीं हुई है, जांच के बाद प्रोत्साहन राशि का भुगतान कर दिया जाएगा। इसके बाद अगले दिन वे जांच के लिए लाभुक के घर पहुंचते हैं। घर से कुछ दूरी पर लाभुकों को बुलाकर कोऑर्डिनेटर के मुंशी द्वारा 2000 की मांग की जाती है।

2000 देने के साथ ही अगले दिन राशि का भुगतान कर देने की बात कही जाती है। रुपए नहीं देने पर लाभुकों को कहा जाता है कि शौचालय निर्माण की प्रोत्साहन राशि लेने के लिए प्रखंड कार्यालय का चक्कर काटते रह जाओगे, बावजूद तुम्हें शौचालय निर्माण की राशि नहीं मिलेगी।

इतना ही नहीं लाभुकों से ₹2000 नाजायज लेने के लिए उन्हें राशन कार्ड से नाम कटवा देने, बिजली कनेक्शन कटवा देने, नल-जल योजना से वंचित कर देने की बात कहकर डराया- धमकाया जाता है।

जब को-ऑर्डिनेटर की शिकायत बीडीओ प्रेम सागर मिश्र से की जाती है तो वे को-ऑर्डिनेटर को बुलाकर मामूली तौर पर फटकार कर उक्त लाभूक को पेमेंट कर देने की बात कह कर पल्ला झाड़ लेते हैं।

प्रखंड प्रमुख सरोज देवी ने कहा कि रजौली प्रखंड में शौचालय निर्माण कराने वाले लाभुकों की जांच कराई जाए तो लाभुकों से लिए जा रहे नाजायज रकम के बारे में खुलासा हो जाएगा।

डीएम ने बाल श्रम मुक्ति जागरूकता रथ को किया रवाना

नवादा : समाहरणालय परिसर से जिला बाल संरक्षण।इकाई द्वारा बाल श्रम से मुक्त कराने के लिए जागरूकता रथ को डीएम कौशल कुमार द्वारा हरि झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह रथ पूरे प्रखंडों में बाल श्रम के।प्रति जागरूकता फैलायेगी। 12 जून 2019 को बाल श्रम दिवस है, इसी परिपेक्ष्य में नवादा जिले के सभी प्रखंडों में बाल श्रम उन्मूलन से संबंधित प्रचार-प्रसार किया जायेगा। रथ रवानगी से पहले जिला पदाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में बाल श्रम को किशोर की पहचान, विमुक्ति।एवं पुनर्वास से संबंधित राज्य कार्य योजना 2017 से संबंधित बिन्दुओं पर चर्चा हुई। जिला पदाधिकारी कौशल कुमार ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि बाल श्रम उन्मूलन हेतु अनुमंडल स्तर एवं प्रखंड स्तर पर धावादल गठित कर चिन्हित।स्थानों पर छापेमारी की जाय। उन्होंने कहा कि होटल, गैरेज, ढ़ावा, ईंट-भट्ठा आदि प्रतिष्ठानों में 14 वर्ष के कम उम्र के बच्चे कार्य करते हुए पाये जाते हैं तो तत्काल इसकी सूचना श्रम संसाधन विभाग को दें ताकि उन्हें मुक्त कराकर पुर्नवासित किया जा सके। बाल श्रम उन्मूलन के तहत उन बच्चे के माता-पिता को जिले में संचालित विभिन्न विभागों के योजनाओंका लाभ प्रदान करने हेतु प्रावधान किया गया है। जैसे समाज कल्याण विभाग,ग्रामीण विकास विभाग, शहरी विकास विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मानव संसाधन विभाग एवं बिहार शिक्षा परियोजना परिसर, स्वास्थ्य विभाग, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति तथा पिछड़ा वर्ग एवं अतिपिछड़ा वर्ग, कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के तहत लाभ प्रदान किया जायेगा। डीएम कौशल कुमार ने कहा कि बाल श्रम उन्मूलन हेतु अनुमंडल।पदाधिकारी रजौली चन्द्रशेखर आजाद के द्वारा सराहनीय कार्य किया गया है। उन्होंने धावा दल गठित कर कई बाल श्रमिकों को मुक्ति दिलायी है।

उन्होंने इस संबंध में एनजीओ द्वारा किये जा रहे कार्यां को भी सराहा और इस कार्य में और तेजी से प्रगति लाने पर भी विशेष बल दिया। इस अवसर पर जिला।परिषद अध्यक्षा पुष्पा देवी, उप विकास आयुक्त सावन कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे।

डीएम ने रजौली में की योजनाओं की समीक्षा

नवादा : डीएम कौशल कुमार ने शुक्रवार को प्रखंड कार्यालय रजौली में योजनाओं की समीक्षा की। समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने बीडीओ प्रेम सागर मिश्र को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

सुबह लगभग 10:30 बजे रजौली पहुंचे डीएम ने प्रखंड कार्यालय में समीक्षा बैठक कर सीएम के सात निश्चय योजनाओं की जानकारी ली। इसके बाद संचालित आरटीपीएस काउंटर की कार्यशैली, शौचालय निर्माण में रजौली प्रखंड की प्रगति, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना की अद्यतन स्थिति समेत कई योजनाओं की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने बीडीओ प्रेम सागर मिश्रा को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके बाद बीडीओ ने पंचायतों में 15 अगस्त से पंचायत कार्यालय शिफ्ट होने को लेकर पदस्थापित किए कार्यपालक सहायकों द्वारा ली जा रही प्रशिक्षण व किए जा रहे कार्यों को देखा। प्रखंड के कई लोगों ने डीएम को समस्याओं को लेकर आवेदन दिया। जिस पर डीएम ने समुचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

समीक्षा बैठक के बाद डीएम प्रखंड के सिरोडाबर पंचायत के सोहदा गांव गए। वहां पर वार्ड नंबर-7 में किए जा रहे सड़क निर्माण कार्यों की जांच की। हालांकि सड़क निर्माण के कार्य से डीएम संतुष्ट दिखे। मौके पर एसडीओ चंद्रशेखर आजाद, बीपीआरओ शशिकांत वर्मा, सीओ संजय कुमार झा समेत कई लोग उपस्थित थे।

सप्तर्षि डिग्री कॉलेज को राज्य सरकार से मिली स्थायी संबद्धता

नवादा : जिला के  सप्तर्षि डिग्री कॉलेज रजौली को राज्य सरकार ने विज्ञान संकाय में स्थायी संबद्धता प्रदान कर दी है। साथ ही डिग्री कॉलेज को कला संकाय में भी दो वर्षों की अस्थायी संबद्धता मिल गई है। जिससे रजौली के लोगों में काफी हर्ष देखा जा रहा है।

कॉलेज के प्राचार्य दिनेश कुमार ने बताया कि सप्तर्षि डिग्री कॉलेज को पहले विज्ञान संकाय में स्थायी संबद्धता मिली थी। और कला संकाय को लेकर मामला विचाराधीन था। लेकिन 24 मई 2019 को राज्य सरकार द्वारा अगले दो वर्षों 2019-20 और 2020-21 के लिए मान्यता दे दी गई है।

प्राचार्य ने बताया कि कला संकाय में प्रतिष्ठा स्तर के लिए  12 जनवरी को मगध विश्वविद्यालय, बोधगया द्वारा शैक्षणिक वर्ष 2018-19 से अगले 3 वर्षों के लिए संबद्धता प्रदान करने के लिए राज्य सरकार से अनुरोध किया गया था। उक्त अनुरोध के आलोक में राज्य सरकार के शिक्षा विभाग के उप सचिव अरशद फिरोज ने सप्तर्षि डिग्री कॉलेज को अगले 2 वर्षों के लिए अस्थायी संबद्धता प्रदान कर दी है।

प्राचार्य दिनेश कुमार ने बताया कि विज्ञान व कला संकाय के लिए संबद्धता मिल जाने के बाद  अब रजौली के इंटर पास छात्र-छात्राओं की समस्या का समाधान हो गया है।

अब उन्हें स्नातक प्रथम खंड में नामांकन कराने के लिए रजौली से बाहर के कॉलेजों के चक्कर लगाना नहीं पड़ेगा। अब छात्र-छात्राएं साइबर कैफे से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन करने के बाद प्राथमिकता के आधार पर सप्तर्षि डिग्री कॉलेज में स्नातक प्रथम खंड का नामांकन लिया जा सकेगा।