ट्रेन की चपेट में आने से सास और बहू की मौत
अररिया : कटिहार-जोगबनी रेलखंड पर कुसियरगांव रेलवे स्टेशन के पास मंगलवार की देर शाम कटिहार से जोगबनी जा रही पैशेंजर ट्रेन की चपेट में आने से कट कर सास-बहू की मौत हो गई। मृतक सास बहू कुसियारगांव वार्ड-13 सत्संग मंदिर महादलित टोला की रहने वाली जगदीश ऋषिदेव की पत्नी सिसिया देवी(55वर्ष) और उनके बेटे अजय ऋषिदेव की पत्नी बुच्ची देवी(30वर्ष) थी। घटना के बाद स्टेशन पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। परिजन शव लेकर घर चले गये।
जानकारी के अनुसार सिसिया देवी अपनी बहू बुच्ची देवी के साथ घर से दिल्ली जा रहे परिजन को जोगबनी जाने वाली ट्रेन में बैठाने स्टेशन गयी थी। परिजन को जोगबनी से सीमांचल एक्सप्रेस से जाना था। बताया गया कि कुसियारगांव स्टेशन पर कटिहार जोगबनी और जोगबनी कटिहार ट्रेन की क्रॉसिंग थी। जोगबनी जाने वाली ट्रेन दो नंबर पर आ रही थी। प्लेटफार्म एक से दो नम्बर पर जाने के दौरान दोनों सास बहू ट्रेन की चपेट में आने के कारण कट कर मौत हो गई। इधर घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया। जगदीश ऋषिदेव के घर लोगो की भीड़ जुट गई।
अररिया, कोसी, सीमांचल और पूर्व बिहार में धूमधाम से मनी ईद
अररिया : अररिया, कोसी, सीमांचल और पूर्व बिहार के विभिन्न मस्जिदों में नमाज अदा की और नमाज के बाद लोगों नें एक दूसरे से गले मिलकर ईद की बधाई दी। ईद के शुभ अवसर पर भागलपुर के शाहजंगी मैदान में तीन दिवसीय मेला शुरू हो गया है।
भागलपुर में भी धूमधाम से ईद मनायी गयी। ईद के मौके पर विभिन्न मस्जिदों में नमाज अदा की गयी। नमाज के बाद लोगों गले मिलकर एक-दूसरों को ईद की बधाई दी। इस दौरान कई जगहों पर मेले का आयोजन किया गया। शाहजंगी ईदगाह में 10:30 बजे नमाज अदा की गयी। खानखाह शाहबाजिया मुल्लाचक के सैयद शानदार आलम ने ईद की नमाज पढ़ाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि रमजान माह अल्लाह का गिफ्ट है। हमलोगों को इसकी कद्र करनी चाहिए। जिस प्रकार पूरे माह आपने जिंदगी गुजरी उसी प्रकार साल के बाकी माह गुजारें। जिंदगी में हमेशा गरीबों की मदद करें और कभी भी लोभ नहीं करें। रमजान माह में जो लोग फितरा, जकात व सदका निकालते हैं उसको 70 गुणा अधिक पुण्य मिलता है। उधर शाहजंगी मैदान में ईद के मौके पर तीन दिनों का मेला भी आज से शुरू हो गया है। यहां बच्चों के लिए तरह-तरह झूले व खिलौने का दुकानें भी लगायी गयी है।
खगड़िया में मांगी अमन चैन की दुआएं
खगड़िया शहर के ईदगाह मैदान, अलौली जोगिया शरीफ के खानकाह-ए-फ़रिदिया सहित जिले के विभिन्न ईदगाहों में बुधवार की सुबह ईद की नमाज अदा कर अमन-चैन व खुशियों के लिए दुआ मांगी गई। जोगिया शरीफ में ईद की नमाज अदा करते हुए हज़रत मोलाना अलहाज बाबु मोहम्मद सईदैन फरिदी ने मुस्लिम समुदाय के लोगों को आपसी एकता व भाईचारे का संदेश दिया। बच्चे-बड़े सभी ने ईद की मुबारक बाद देते हुए एक-दूसरे को गले लगाया। दोस्तों, रिश्तेदारों व जान-पहचान वालों से मिलकर लोगों ने ईद की खुशियां मनाई। मंगलवार की रात में चांद दिखने के बाद से ही ईद पर्व के मुबारकबाद देने का दौर शुरू हो गया था। बुधवार की सुबह नए कपड़े पहनकर हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग ईदगाह मैदान में ईद की विशेष नमाज अदा करने ने पहुंचे। अमन-चैन की दुआ के साथ ही सभी के लिए खुशियों की दुआ मांगने हजारों हाथ उठे।
वहीं अररिया और फारबिसगंज में भी लोगों नें एक साथ बड़ी जामा मस्जिद और करबला मैदान में नमाज अदा की अररिया के पूर्व सांसद सरफराज आलम नें लोंगो को ईद कि मुबारकबाद दी वहीं दूसरी तरफ फारबिसगंज में पूर्व विधायक जाकिर अनवर बैराग नें लोंगो को ईद कि मुबारकबाद दी। सहरसा सुपौल और मधेपूरा में भी ईद कि नमाज अदा कि गई तथा लोगों नें एक दूसरे से गले मिलकर मोहब्बत और भाईचारगी का पैगाम दिया।
अररिया शहर की तंग गलियां हो सकती हैं जानलेवा
अररिया : अररिया शहर में तंग गलियों की भरमार है। गली के घरों अथवा दुकान में आग लग जाये तो समय पर राहत पहुंचाना भी मुश्किल भरा काम होगा और ऐसी स्थिति में बड़ी तबाही मच सकती है। जिससे जान-माल का भारी नुकसान हो सकता है।
इसे रोकने के लिए सिर्फ प्रशासन ही नहीं आम लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है। एक तो शहर में बिना नक्शा के बेतरतीब मकान बनाया जा रहा है और अग्निशमन विभाग का एनओसी नहीं लिया जाता है। ऐसे में यदि इन तंग गलियों में बने घरों में आग लग जाये तो जान-माल की भारी क्षति सुनिश्चित है। शहर में कई ऐसे मुहल्ले व गलियां हैं, जहां आग कहर बरपा सकती है।
यह वाकिया सोमवार सामने आ चुका है। जब शिवपुरी भूदान टोला में गैस सिलेंडर के आग लगी तो वहां तक पहुंचने में दमकल गाड़ी को पहुंचने में काफी दिक्कत हुई। हालांकि गाड़ी वहा तक पहुंच भी नहीं पाई और दूर से ही पाइप के सहारे घटनास्थल तक पानी पहुंचाया गया। शहर के तंग गलियों की पड़ताल में यह पता चला कि शहर के दो दर्जन से अधिक ऐसी तंग गलियां हैं जहां अग्निशमन की गाड़ियों का पहुंचना मुश्किल नामुमकिन है। इनमें शिवपुरी भूदान टोला, ओमनगर, खरहैया बस्ती, आजाद नगर, इस्लाम नगर, खलीलाबाद, काली बाजार,शास्त्रीनगर, हटिया रोड सहित दर्जनों मुहल्लों में तंग गलियों की भरमार है। इन मुहल्लों में गलियों की चौड़ाई पांच छह फुट है। जहां दो और तीन मंजिला मकान बना हुआ है। सड़क पर ही नाला व शौचालय टंकी बेतरतीब ढंग से बना हुआ है। ऐसे में अग्निशामक विभाग का पानी से भरा दमकल कैसे पहुंचेगा। यह इस शहर के लिए एक बड़ा सवाल बनता जा रहा है।
इन तंग गलियों में रहने वाले लोग इसको लेकर गंभीर तो हैं लेकिन उनका कहना है कि जमीन की बढ़ती कीमत व जमीन मालिक के द्वारा रास्ता के लिए जमीन नही छोड़ने से इस तरह की समस्या उत्पन्न हुई है। वार्ड 14 पासवान टोला के छोटू पासवान ने बताया कि जब तक लोग खुद जागरूक नहीं होंगे यह समस्या दूर नहीं होगी। वहीं वार्ड 22 के राजा कुमार ने कहा कि प्रशासन को भी चाहिए कि इस पर ध्यान दे। लोग घर का छज्जा सड़क पर ही निकाल देते हैं। इसे मना करने वाला कोई नहीं है। वार्ड 12 मंडन नगर के संजय कुमार झा ने कहा कि दमकल की बात छोड़िए ट्रैक्टर तक उनकी गली में नहीं आ पाता है। सड़क के बीचोबीच नाला और छज्जा गली को और सकड़ी कर रहा है। आजाद नगर वार्ड 20 के गुड्डू खान, इस्लामनगर वार्ड 27 के मो. आदिल फारूक ने कहा कि उनके मोहल्ले में यह बड़ी समस्या है। वार्ड नौ शिवपुरी के चंद्रशेखखर कुमार का कहना है कि इसके लिए लोगों को खुद जागरूक होना होगा नहीं तो नुकसान भी उन्हें ही झेलने को तैयार रहना होगा। कहा कि प्रशासनिक स्तर पर भी पहल जरूरी है।
बिना नक्शे के ही बन रहे मकान
शहर को सुंदर व स्वच्छ बनाने के लिए जहां प्रशासनिक स्तर पर कवायद चल रही है। वहीं इस शहर का विकास बिना मानक के ही हो रहा है, जो आने वाले समय में मुश्किल पैदा कर सकता है। हर वार्ड में नये नये मुहल्ले बसते जा रहे हैं। शहर के मुख्य बाजार क्षेत्र से लेकर गली-मोहल्ले में धड़ल्ले से भवनों का निर्माण बिना नक्शा का ही हो रहा है। जबकि नगरपालिका अधिनियम के तहत शहरी क्षेत्र में मकान बनाने के लिए विधिवत नक्शा पास कराना जरूरी है। हाल यह है कि सिर्फ उन्हीं भवनों का नक्शा नगर परिषद से पास कराया जाता जिन्हें अपने मकान बनाने के लिए बैंक से लोन लेना रहता है। आलम यह है कि आमलोग बेतरतीब तरीके से मकान बनाने में लगे हैं जिससे गलियां काफी संकीर्ण हो गयी हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी
अग्निशमन पदाधिकारी ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि शहर की तंग गलियों में अग्निशामक वाहन का जाना मुश्किल है। एक तो शहर के कई बाजार इस प्रकार से चल रहे हैं, जहां बड़े वाहन तो दूर रिक्शा व ठेला का प्रवेश करना भी मुश्किल हो जाता है। लोगों को खुद जागरूक होने की जरूरत है। संभव हो तो लोग अपने घरों में अग्निशमन यंत्र लगावें।
संजीव कुमार झा