दोस्त ने 3 करोड़ रुपए का किया वारा न्यारा, तंग आकर युवक ने होटल में किया आत्महत्या, बंद कमरे से पुलिस ने किया शव बरामद
नवादा : शहर के एक होटल में युवक ने जहर की टिकिया खाकर आत्महत्या कर लिया। उसका करीब 3 करोड़ रुपए दोस्तों ने ही ठगी कर लिया था। साझा का व्यवसाय के लिए दोस्तों ने उससे रुपए लिए थे। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को बरामद किया। पोस्टमार्टम के लिए शव को सदर अस्पताल भेजा है।
मृतक की पहचान ऋषिकेश कुमार पिता विनोद प्रसाद, निवासी तेली टोला, नवादा के रूप में की गई है। नगर थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है। सभी बिंदुओं पर जांच पड़ताल की जा रही है। जो सूचना है उसके मुताबिक मौत को गले लगाने के पहले युवक ने 5- 6 पन्ने का एक सुसाइड नोट भी लिख छोड़ा था। जिसे पुलिस ने बरामद किया है।
जानिए क्या है घटनाक्रम
बताया जाता है कि मृतक शाम 5:15 बजे के करीब होटल कृष्णा गार्डन में पहुंचा था। उसने कमरा ओयो (oyo) कंपनी के माध्यम से बुक कराया था। जहां उसने कमरा बंद कर आत्महत्या कर लिया।
चेक आउट टाइम में होटल के स्टाफ ने दरवाजा खोलवाने का प्रयास किया तो अंदर से बंद मिला। मोबाइल पर कॉल करने पर कॉल रिसीव नहीं हो रहा था। काफी प्रयासों के बाद भी युवक ने दरवाजा नहीं खोला तब नगर थाना पुलिस को सूचना दी गई। उसके बाद पुलिस पहुंची और दरवाजा को तोड़ कर अंदर प्रवेश किया जहां का माजरा ही कुछ और था।
जानिए घटना की वजह
सूत्र बताते हैं कि युवक मौत के पहले 5- 6 पन्ने का सुसाइड नोट छोड़ गया है। जिसमें दो लोगों का जिक्र है। आत्महत्या का जिम्मेवार उन्हीं दोनों को ठहराया गया है।
जो जानकारी छनकर आ रही है उसके मुताबिक कोयला डंप करने और बेचने के लिए 2 करोड़ 90 लाख रुपए उसने नवादा के प्रसाद बिगहा निवासी अपने दोस्त अजीत कुमार सिन्हा पिता राम चंद्र सिन्हा और अजीत के पहचान वाले पटना के चौबा लाल लेन, नवाब बहादुर रोड, खजकेला निवासी मनीष कुमार पिता श्याम नंदन लाल को दिया था। दोनों रूपये वापस नहीं कर रहे थे। संभवतः धंधा भी शुरू नहीं हो रहा था। ऐसे में परेशान ऋषिकेश ने सुसाइड कर लिया।
वैसे, पूरे घटना का सच क्या है परिवार और पुलिस का आधिकारिक बयान आन बाकी है। फिलहाल, इस घटना ने पिछले साल इसी माह में गुप्ता परिवार के सुसाइड की याद को ताजा कर दिया है। इस केस के बारे में भी आशंका जताई जा रही है कि 3 करोड़ रुपए ऋषिकेश के अपने नहीं थे। कहीं से उधार- पैचा या सूद- ब्याज पर लेकर ही उसने अजीत और मनीष को दिए थे। परिजनों के बयान से इस घटनाक्रम का सच काफी हद तक सामने आने की उम्मीद है।
रजौली में करोड़ों रुपये मूल्य के बालू का अवैध खनन जारी, मूकदर्शक बने पुलिस अधिकारी
नवादा : जिले में 31 दिसंबर 2021 से नदी से बालू के उठाव पर प्रतिबंध है। बावजूद इसके नियम कानून को ताक पर रखकर प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से बालू की चोरी धड़ल्ले से जारी है। जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली में बालू का अवैध कारोबार रोक पाने में पुलिस प्रशासन हो या खनन विभाग पूरी तरह से विफल साबित हो रही है।
यूं कहें कि बालू कारोबार के आगे रजौली प्रशासन और खनन विभाग ने घुटने टेक दिए हैं। यहां तक कि बालू कारोबार करने वाले के खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई ना जिला प्रशासन कर पाई है और ना खनन विभाग। नतीजतन बालू का अवैध कारोबार करने वाले माफिया धड़ल्ले से अपने कारोबार को अंजाम देने में लगे हुए हैं। अब तो दिन के उजाले में भी रजौली इलाके के धनार्जय नदी, प्रांराणचक, वभनी, लेंगुरा फरकाबुजुर्ग, धमनी, गरीवासमेत दर्जनों क्षेत्रों से बालू की चोरी धड़ल्ले से की जा रही है।
थाना क्षेत्र में पिछले साल से बालू के खनन पर रोक लगे रहने के बावजूद जिले में बालू माफियाओं के द्वारा खनन का धंधा बेरोकटोक जारी हैं। पहले तो पुलिस प्रशासन का डर रहता था जिसके कारण रात के अंधेरे में छिटपुट बालू चोरी की जाती थी। अब माफियाओं के द्वारा अब दिन के उजाले में धनार्जय नदी से बालू उठाव कर दिन दहाड़े बालू लदे ट्रैक्टर गुजरना आम हो गया है।
बालू खनन कर रहे तस्करों पर रोक लगाने में पुलिस प्रशासन तमाशबीन बना हुआ है। जानकारी के अनुसार नदी घाटों में तस्करों के द्वारा अवैध बालू खनन किया जा रहा था जिसकी सूचना ग्रामीणों के द्वारा पूलिस को दूरभाष पर दिया जाता है। लेकिन सूचना के बाद भी प्रशासन नदी घाट पर नहींं पहुंचती है जो उनकी मिली भगत को दर्शाता है। लिहाजा क्षेत्रों में बालू के अवैध कारोबार में अंधेरगर्दी मची हुई है।
थाना क्षेत्र के धनार्जय नदी हरदिया, बॉढ़ी, बंधन छपरा, मलियातरी, जम्मूआएं, भाईजीभित्ता, चितरकोली, पीपरपाती के अलावे खुरी नदी के गैरिबा बालू घाट से उठाव कर लेंगुरा व धमौल रास्ते खनन कर कई गांवों में बालू लदे ट्रैक्टर का परिचालन किया जा रहा है। माफियाओं के द्वारा प्रत्येक दिन सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर बालू की ढुलाई करा रहा है। इस मामले में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी जानते हुए भी अनजान बने हुए हैं।
सही मायने में अगर वरिष्ठ पुलिस पुलिस अधिकारियों की भी जांच की जाए तो निश्चित तौर पर उनकी संलिप्तता स्पष्ट हो जाएगी। बालू के अवैध कारोबार ने निश्चित तौर पर एसपी के क्रियाकलापों पर भी सवालिया निशान खड़ा कर दिया है जिससे वे भी संदेह के घेरे में हैं।
अधिकारियों की मिलीभगत से मनरेगा योजना में लूट का बन रहा रिकार्ड
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड क्षेत्र में मनरेगा में बगैर काम कराये राशि लूट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला प्रखंड क्षेत्र के अंधरवारी पंचायत के करहरा गांव का है।
इस बावत महेश राजवंशी ने एसडीओ को आवेदन देकर करहरा गांव में मनरेगा योजना के तहत कनवा से लेकर छोटकी आहर तक टेडुआ की सफाई का कार्य नहीं कराये जाने तथा राशि निकासी कराये जाने की जांच की मांग की है। महेश राजवंशी ने आवेदन में मुखिया, रोजगार सेवक,जेई और पीटीए की मिली भगत से बिना काम कराए राशि निकालकर बंदरबांट किये जाने की शिकायत की है ।
आवेदन में कहा गया है कि टेडुआ की सफाई नहीं होने के कारण किसानों को पटवन में काफी परेशानी होर रही है। योजना संख्या 20430178 वर्ष 2022-23 का बताया गया है। योजना की जांच करवा कर दोषी अधिकारी व जनप्रतिनिधि पर कार्रवाई की मांग की है। महेश राजवंशी ने बताया कि पंचायत में कुल 14 ऐसी योजनाएं हैं जिसमें हेराफेरी की गयी है। वरीय पदाधिकारी द्वारा वारीकी से सभी योजना की जांच किया जाए तो अधिकारी सहित कई जनप्रतिनिधि की संलिप्तता की पोल खुल जायेगी।
इस संबंध में एसडीओ से उनका पक्ष जानने के लिए कोशिश की गई लेकिन वे जिला में मीटिंग में गए हुए थे। इसी वजह से उनका पक्ष सामने नहीं आ सका है। लेकिन उनके कार्यालय में आवेदन को रिसीव कर लिया गया है। इस विषय में मनरेगा पीओ नीरज त्रिवेदी से जानकारी लिया गया तो उन्होंने बताया कि हमें आवेदन से संबंधित कोई जानकारी नहीं है। अगर जांच में गलत पाया गया तो करवाई की जाएगी।
लोहा-छड़ की दुकान से अज्ञात युवक का शव बरामद, फैली सनसनी
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला पुलिस ने लोहा- छड़ दुकान से अज्ञात युवक का शव बरामद किया है। मृतक के पास से मोबाइल बरामद किया गया है। मोबाइल के आधार पर शव पहचान का प्रयास आरंभ किया गया है। घटना की सूचना मिलते ही सनसनी फैल गयी।
बताया जाता है कि नबाबगंज के अखिलेश यादव सिरदला में लोहा- छड़ की दुकान चलाते हैं। सुबह जब दुकान खोला तो शव पर नजर पड़ते ही अवाक रह गया। सूचना पुलिस को दी। शव के माथे पर छड़ घुसने व हाथ कटे रहने के कारण मौत की संभावना है। फिलहाल पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दुकान के बगल में तुलसी यादव के घर का बिजली पंखा समेत कई सामानों की चोरी के बोरे में बांधकर बगल में रखा है। ऐसे में अनुमान है कि चोरों ने चोरी की नियत से पहले तुलसी फिर लोहा दुकान में घुसने का प्रयास किया है जिसमें उसकी मौत हुई।
ऐसा माना जा रहा है कि चोरों के बीच आपसी मतभेद में हत्या कर शव को बंद दुकान में डाल दिया गया है। बहरहाल जितनी मुंह उतनी बातें हो रही है। पुलिस अभी कुछ बताने को तैयार नहीं है। आश्चर्य तो यह कि थाना से कुछ ही दूर घटित घटना की भनक तक पुलिस को नहीं लगी। ऐसे में पुलिस गश्त पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है।
सप्तर्षि पहाड़ियों को रामायण सर्किट से जोड़ने को ले डीएम को सौंपा ज्ञापन
नवादा : पटना उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में घोषित रजौली अनुमंडल के सप्त ऋषि के तपस्वी स्थल एवं आश्रम को पर्यटक स्थल के बतौर व्यवहारिक रूप में समग्र विकास हेतु जिला पदाधिकारी को 4 सूत्री मांगों से सम्बन्धित स्मार पत्र को लेकर सोसाइटी ऑफ एनजीओ अवेयरनेस, आर्यभट्ट एजुकेशन सोशल साइंस और लोक स्वातंत्र्य संगठन ( पीयूसीएल ) के तत्वावधान में तीन सदस्य प्रतिनिधि मंडल के द्वारा सौपा गया।
सोसाईटी ऑफ एनजीओ अवेयरनेस सह आर्यभट्ट एजुकेशन सोशल साइंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष-महेन्द्र प्रसाद शर्मा, पीयूसीएल के राष्ट्रीय पार्षद- दिनेश कुमार अकेला और सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप यादव ने जिला पदाधिकारी को 4 सूत्री मांगों से संबद्ध स्मार पत्र सौंपते हुए गहन विचार -विमर्श को साझा किया है।
जिला पदाधिकारी से सकारात्मक वार्ता के दौरान डीएम ने कहा कि पर्यटन विभाग के द्वारा माँगा गया डीपीआर से संबद्ध प्रारूप के अनुसार तैयार किया गया रिपोर्ट से मैं खुद संतुष्ट नहीं हूँ। इसीलिये मैं अंचल अधिकारी रजौली से पुनः वार्ता के बाद डी पी आर का सही रिपोर्ट को अनुमोदित कर सम्बन्धित अधिकारी के पास जल्द भेजूंगा।
मांग पत्र में प्राथमिकता के आधार पर घोषित पर्यटक स्थल रजौली का सर्वाधिक विकास, मांगे गए पर्यटन विभाग द्वारा सही विकास के प्रारूप को सम्बंधित विभाग को अविलंब भेजने, रजौली पर्यटन क्षेत्र के अंतर्गत युद्ध स्तर पर कुटीर उद्योगों का जाल बिछाकर बेरोजगार ग्रामीणों को रोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही तमाम सरकार प्रदत्त सुविधाओं व योजनाओं को ईमानदारी पूर्वक व्यवहारिक अमलीजामा पहनाने के लिए धरातल पर असली लाभुकों तक पहुंचाने की गारंटी सुनिश्चित करना है।
जिला पदाधिकारी और जन प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण में सकारात्मक उत्साहवर्धक वार्ता हुई। जिला पदाधिकारी के आश्वासन और वादा पर बेहद आशा, विश्वास और भरोसा है कि सप्त ऋषि के तपस्वी स्थल एवं आश्रम का समग्र विकास अब द्रुत गति से होने में दुनिया की कोई भी ताकत नहीं रोक पाएगी।
इसके लिए जिला के लोग बहुत उत्साहित व गौरवान्वित है। जिला की जनता की य़ह एक ऐतिहासिक अद्भुत जीत व उपलब्धि है। अथक प्रयास और लंबे संघर्ष के उपरांत यह अनमोल जीत जिले की जनता के लिए एक मील का पत्थर सिद्ध होने में बेहद कामयाब हुआ है। इस ऐतिहासिक धरोहर को संयोगने और संवारने की सख्त जरूरत है।
दिवंगत अधिवक्ता को दी श्रद्धांजलि, न्यायालय कार्य से अलग रहे अधिवक्ता
नवादा : व्यवहार न्यायालय के दिवंगत अधिवक्ता सकलदेव पाण्डेय क़ी आत्मा की शांति प्रदान करने हेतु जिला अधिवक्ता संघ के वरीय उपाध्यक्ष डॉक्टर ज्योति कुमार की अध्यक्षता में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। मौजूद अधिवक्ताओं ने दिवंगत अधिवक्ता के आत्मा की शांति प्रदान करने हेतु दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दिया। इस क्रम में वक्ताओं ने उनके मिलनसार छवि का गुणगान और याद किया। बता दें 7 नवंबर को अपनें नगर के निवास स्थान अम्बेडकर नगर में निधन हो गया था।
मौके पर अधिवक्ता संघ के महासचिव संत शरण शर्मा, अधिवक्ता श्री कृष्ण पाण्डेय, साजिद खान, रेजा उस्मानी, के. के. चौधरी, बिपिन कुमार सिंह, सुनीता कुमारी, संजय प्रियदर्शी, अखिलेश नारायण, करण सक्सेना, तबस्सुम मेहर, बिजय कुमार, सनत कुमार देव, संजय सिंह, अरबिंद सिंह, रामाश्रय सिंह, अशोक सिंह, केहर सिंह समेत सैकड़ो अधिवक्ता उपस्थित थे।
आरटीआई की धमक न्यायालय में, जिला जज से सुनवाई की अपील
नवादा : सूचना का अधिकार की धमक न्यायालय तक पहुंच गयी है। न्यायालय ने इसे स्वीकार भी कर लिया है। प्रथम अपील की सुनवाई बुधवार को होनी थी। समय पर अपीलकर्ता पहुंचे भी लेकिन अधिकारी अनुपस्थित रहे।
इस क्रम में परेशान करने के उद्देश्य से अगली सुनवाई की तिथि दस नवम्बर निर्धारित की गयी है। मामला बगैर विज्ञापन कर्मचारी की नियुक्ति से जुड़ा है। इस बीच आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव कुमार चर्चील ने आरटीआई नियम का हवाला देते हुए जिला सत्र न्यायाधीश से स्वयं सुनवाई करने की अपील की है।
मोटरसाइकिल की मांग पूरी नहीं होने पर सुलेखा की हत्या
नवादा : जिले के नेमदारगंज थाना क्षेत्र के असमागढ़ गांव में मोटरसाइकिल की मांग पूरी न होने पर सुलेखा की हत्या कर दी। पिता द्वारा थाना को दिये आवेदन पर थानाध्यक्ष ने प्राथमिकी दर्ज करने से इंकार के बाद मृतका के पिता ने अधिकारियों से न्याय की गुहार लगायी है।
गोविन्दपुर प्रखंड मुख्यालय गोविन्दपुर डीह के दानी यादव का आरोप है कि उन्होंने पुत्री सुलेखा देवी की शादी वर्ष 2022 में नेमदारगंज थाना क्षेत्र के असमागढ़ गांव के केदार यादव के पुत्र राकेश यादव के साथ की थी। शादी के बाद मोटरसाइकिल की मांग के साथ प्रताड़ित करने का काम आरंभ कर दिया। सात माह पूर्व मारपीट कर घर से निकाल बाहर किया था। लम्बी इलाज के बाद वह पुनः ससुराल गयी थी।
इस बीच 07 नवम्बर की संध्या ग्रामीणों ने पुत्री की हत्या किये जाने की सूचना दी। सूचना के आलोक में थाना पहुंच आवेदन दिया लेकिन थानाध्यक्ष ने दहेज हत्या का आवेदन लेने से इंकार कर दिया। फिलहाल थानाध्यक्ष द्वारा आवेदन बदलने का दबाव मृतका के पिता पर बनाया जा रहा है। संवाद लिखे जाने तक आवेदक को थाना में बैठा कर रखा गया है। प्राथमिकी दर्ज होने की सूचना नहीं है। फिर कार्रवाई करेगा कौन?
दीपावली पर्व को ले मिठाई दुकानों पर छापेमारी
नवादा : जिले में दीपावली पर्व के मद्देनजर मिठाई दुकानों और होटलों में जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है। बुधवार को खाद्य निरीक्षक मुकेश कश्यप ने शहर के विभिन्न स्थानों पर मिठाई दुकानों की जांच की। इस दौरान विभिन्न प्रकार की मिठाईयों के सैंपल लिए गए जिसकी जांच के लिए लैब भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि अक्सर त्योहार के मौके पर मिलावटी मिठाई के कारोबार में बृद्धि हो जाती है जिसका स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ता है। ऐसे में बिक्री के पूर्व जांच आवश्यक है। फिलहाल कुछ दुकानों से सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जा रहा है। मिलावट पाये जाने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने नागरिकों से बाजार में बेची जा रही रंग बिरंगी मिठाई न खरीदने की सलाह दी है।
जेल अधीक्षक पर लगे आरोप गलत तो फिर निलंबन मुक्ति में देरी क्यों : संघ
नवादा : मंडल कारा नवादा के तत्कालीन कारा अधीक्षक अभिषेक कुमार पांडेय पर जेल के बंदी गुड्डू कुमार की मौत के मामले में बिहार कारा सेवा संघ ने निलंबन से मुक्त करने की मांग की है। संघ ने अन्य निलंबित काराधीक्षक को भी निलंबन से मुक्त करने की मांग कारा महानिरीक्षक व राज्य सरकार से की है।
संघके प्रदेश अध्यक्ष प्रेम कुमार ने कहा कि नवादा कारा अधीक्षक अभिषेक कुमार पांडेय पर वर्ष 2021में जेल के अंदर विचाराधीन बंदी गुड्डू कुमार के साथ मारपीट कर हत्या किए जाने का आरोप लगाया गया था। इस पर जिला जज व सीजेएम ने जेल निरीक्षण कर खुद से मामले की जांच की थी। साथ ही कई लोगों की गवाही व पोस्टमार्टम रिपोर्ट एवं फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट पर पर गहन तरीके से छानबीन की गई।
जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद तत्कालीन अधीक्षक पर लगे आप को गलत पाया। इतना ही नहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट एवं फॉरेंसिक जांच में भी बंदी के साथ कारा के अंदर मारपीट की किसी भी तरह की घटना को गलत पाया गया। जांच में सभी वरीय पदाधिकारी व कोर्ट ने विचाराधीन बंदी गुड्डू कुमार की मौत कारा प्रवेश के पूर्व उसके साथ मारपीट की घटना घटित होने की बात कही गई है। बावजूद अभी तक इनका निलंबन मुक्त नहीं किया गया है।
संघ का मांग है कि तत्कालीन कारा अधीक्षक संदीप कुमार के विरुद्ध जिला प्रशासन के द्वारा जेल के अंदर सामानों की भारी मात्रा में बरामदगी के बाद निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद इन्हें कर्मियों की कमी बताते हुए निलंबन मुक्त किया जा चुका है। वैसी स्थिति में अन्य निलंबित कर्मियों अविषेक कुमार पांडे , रूपम कुमार समेत अन्य लोगों के विरुद्ध भी निलंबन मुक्त कर जल्द से जल्द पदस्थापित करने की मांग की है।