फाइलेरिया उन्मूलन के लिए 20 सितंबर से चलेगा सर्वजन दवा सेवन अभियान
नवादा : फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जिला में 20 सितंबर से सर्वजन दवा सेवन अभियान कार्यक्रम का आगाज़ होगा। दवा सेवन के प्रति जागरूकता के लिए सीफार, पीसीआई और पीरामल संस्था के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग द्वारा माइकिंग कराया जा रहा है। माइकिंग के माध्यम से लोगों को हाथीपांव की गंभीरता और इससे बचाव के लिए आवश्यक रूप से दवा सेवन की अपील की जा रही है। लोगों को बताया जा रहा है कि हाथीपांव एक गंभीर रोग है। यह एक नेगलेक्टेड ट्रॉपिकल बीमारी है।
इससे तुरंत मौत तो नहीं होती लेकिन पैर या हाथ जैसे महत्वपूर्ण अंगों में सूजन आने के कारण व्यक्ति एक प्रकार की विकलांगता का शिकार हो जाता है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ आफताब कलीम ने बताया कि जिला के काशीचक, कौआकोल, सदर प्रखंड नवादा, नरहट और मेसकोर प्रखंडों में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाना है। इसके तहत स्वास्थ्यकर्मी घरों तक पहुंच कर लोगों को दवा देंगे। इनमें अल्बेंडाजोल तथा डीईसी दवाएं शामिल हैं।
बताया कि दवा सेवन को लेकर लोगों में भ्रांतियां हैं। इन भ्रांतियों को दूर करने के लिए शहरी सहित ग्रामीण क्षेत्र में माइकिंग कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला में 2280 फाइलेरिया रोगी हैं। इनमें 300 रोगी हाइड्रोसील के तथा 1980 रोगी लिम्फेडेमा यानि हाथीपांव के हैं।
थानाध्यक्ष समेत पांच पुलिसकर्मी पर न्यायालय ने लिया संज्ञान, जारी किया सम्मन, एसपी ने आवेदन पर नहीं लिया था संज्ञान
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला थाने की पुलिस की करतूत के कारण जिले के अधिकांश पुलिसकर्मियों को फजीहत, शर्मसार एब शर्मिंदा होना पड़ रहा है। चाहे वह एक लाख रुपए का हाईटेक घुस की बात हो या एक नाबालिग स्कूली छात्र की पिटाई समेत अन्य कारनामों के कारण हो। सभी मामलों के कारण जिले के पुलिसकर्मी की छबि धूमिल हो रही है। नाबालिग स्कूली छात्र की पिटाई के मामले में कहा जा रहा रक्षक ही इन दिनों भक्षक की भूमिका निभा रहा है जिसके कारण आम जनमानस में पुलिस कर्मियों के बारे में गलत भावना एवं धारणा बनती जा रही है।
गौरतलब है कि सिरदला थाने की पुलिस जिले में हमेशा अपने वैसे कारनामों के कारण चर्चा में बनी रहती है जिसके कारण आज उसी थाने के थानाध्यक्ष समेत पांच पुलिस कर्मियों पर जिला व्यवहार न्यायालय ने सभी के विरुद्ध पहले संज्ञान लिया, उसके बाद सभी के विरुद्ध सम्मन जारी किया है।
सम्मन में सिरदला थाना थानाध्यक्ष सरोज कुमार, सिपाही प्रिंस कुमार, सिपाही रविंद्र कुमार गौतम, सिपाही शिवराम उर्फ सियाराम, तथा सिपाही नीतीश कुमार के शामिल हैं। प्रखंड क्षेत्र के सातवीं कक्षा के एक स्कूली छात्र की बुरी तरह से पिटाई पुलिस कर्मियों के द्वारा बेबजह से किया जाता है। उसी मामले में पांच पुलिस कर्मियों पर कोर्ट में विभिन्न धाराओं में परिवाद दायर किया गया था।
बता दें 28 नंबम्बर 2022 को थाना क्षेत्र के कुसुम्भातरी गांव के चार स्कूली बच्चे साईकिल से अहले सुबह अपने अपने घर से सिरदला के निजी कोचिंग में पढाई के लिए जा रहे थे। इस बीच रजौंध गांव के पास पूर्व से सड़क किनारे झाड़ियों में छिपकर बैठे बर्दी में पुलिसकर्मियों को देख स्कूली छात्र बुरी तरह डर गये और वहां से निकलने कि कोशिश करने लगे।
सड़क किनारे झाड़ियों में छिपकर बैठे पुलिस बाहर निकलकर छात्रों को पकड़ने की कोशिश की लेकिन तीन बच्चे वहां से तेज साईकिल चलाकर निकल भागने में सफल रहे लेकिन एक छात्र का साईकिल ख़राब होने के कारण वह काल्पनिक नाम रुपेश कुमार पकड़ में आ गया। पुलिसकर्मियों द्वारा बेवजह उसकी निर्ममता पूर्वक लाठी डंडे और लात घूंसों से बुरी तरह पिटाई कर दी जिससे बुरी तरह से जख्मी हो गया। पुलिसकर्मी वैसी अवस्था में उस छात्र को छोड़कर वहां से फरार हो गया।
पुलिस की क्रुर बर्बरता को देख भय से भागे तीन छात्रों ने इस घटना की सूचना घायल के परिजनों को दी। सूचना पर घटनास्थल पर पहुचे घायल के पिता ने जख्मी अवस्था में अपने बेटे को रजौली अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया है जहां डॉ द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद उसे चिंताजनक हालत को देखकर सदर अस्पताल रेफर कर दिया। सदर अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा बच्चे की हालत और गंभीरता को देखते उसे पावापुरी अस्पताल में रेफर कर दिया।
पावापुरी अस्पताल में कई घंटों तक गहन चिकित्सा के बाद वहां के चिकित्सकों द्वारा और अच्छे इलाज के लिए उसे पटना रेफर कर दिया। बच्चे के इस हालत का जिम्मेदार मानते हुए पिता ने बच्चे के चिकित्सा के बाद इस पुरे मामले को लेकर सिरदला पुलिसकर्मियों की शिकायत जिले के आला अधिकारी यानि कि कप्तान के पास आवेदन के मार्फ़त की।
पिड़ित के पिता अजय प्रसाद इस मामले अजय ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई लेकिन कई महीनों तक इस मामले में दोषी पुलिसकर्मयों पर कार्रवाई न होता देख पिड़ित पिता ने व्यवहार न्यायलय का दरवाजा खटखटाया और न्याय की गुहार लगाई । 24 जनवरी 2023 को व्यवहार न्यायलय में सिरदला पुलिस कर्मियों पर कोर्ट परिवाद दायर किया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए व्यवहार न्यायालय ने दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध संज्ञान में लिया। इस मामले में व्यवहार न्यायलय ने कई गवाहों का बयान कलमबंद किया। जिसके बाद सक्षम न्यायालय ने अभियुक्त पुलिसकर्मियों के विरुद्ध आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर और अभियुक्त बने पुलिसकर्मियों के विरुद्ध सम्मन जारी किया। सम्मन 08 सितम्बर को जारी किया। न्यायालय द्वारा सम्मन जारी होने के बावजूद जिला पुलिस अधीक्षक की ओर से कोई संज्ञान नही लिया गया है और न ही थानाध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से हटाया जा रहा है ।
क्या है प्रावधान
बताया जाता है कि जब कोई सरकारी कर्मी पर प्राथमिकी या कोर्ट परिवाद दायर किया जाता है तो उसे उस तत्काल प्रभाव से हटाया जाता है। जब अभियुक्त आरोप मुक्त होता है तो पुनः प्रभाव में लाया जाता है । जबकि सिरदला थानाध्यक्ष सरोज कुमार समेत अन्य पुलिसकर्मी पर जिला के पुलिस अधीक्षक ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की और ना ही उसे तत्काल प्रभाव से हटाया गया। ऐसे में यह कहना कोई गलत नहीं होगा, कि कहीं ना कहीं जिले के कप्तान अपने कर्मियों के प्रभाव में रहते हैं और उन पर कार्यवाई करने में संकोच दिखाते हैं।
पहले भी लगा है आरोप
सिरदला पुलिस पर पहले भी एक लाख रुपया का हाईटेक घुस लेने का मामला सामने आया था। उस बक्त भी कप्तान ने शोसल मिडिया के माध्यम से कहा था कि मामले में जांच कर कार्यवाई की जाएगी । लेकिन आज तक उस जांच को आम जनता या मिडिया को नहीं बताया गया और न कोई कार्रवाई की गई, जिससे यह साफ प्रतीत होता है कि कहीं ना कहीं कप्तान अपने कर्मी का मजबूती से पक्ष लेते हैं?
सिरदला व अकबरपुर पुलिस की बात की जाए तो वह हमेशा किसी ना किसी मामले को लेकर हमेशा चर्चा एवं सुर्ख़ियों में बनी रहती है । बीते दिनों नरहट थाना क्षेत्र के गारो बिगहा के एक लकड़ी व्यवसाई से एक लाख रुपया की हाईटेक तरीके से घुस ली गई थी जिसमे यह घुस फोन पे के माध्यम से ली गई थी। जिस बयान का विडियो शोसल मिडिया के कई माध्यम से प्रसारित हो रहा था । उस मामले में भी कप्तान के द्वारा कोई कार्रवाई नही हुई बल्कि जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर ली गई ।
इससे पहले भी सिरदला थानाध्यक्ष सरोज कुमार के द्वारा एक अलग तरह का तुगलक्की फरमान और कानून बनाया गया था जिसमे थाना में प्रवेश करने वाले सभी लोगों को आधार कार्ड दिखाना अनिवार्य कर दिया था। इस तुगलकी फरमान और कानून में आम जनता के साथ साथ पत्रकारों को भी शामिल किया गया था । यह विषय भी काफी चर्चा में रहा । ऐसे तुगलकी फरमान और कथित कानून जारी करने के बाद जिले के थाना की फजीहत होता देख उसे कुछ दिनों के अंदर बापस ले लिया गया। इस तरह के कई मामले सिरदला थाने की हैं। ऐसे कई मामले हैं जो आम जनमानस तक नही पंहुचा है। अब देखना है कि इस कोर्ट परिवाद में आगे क्या होता है ।
भाजयुमो के नौ सदस्यों ने किया रक्तदान
नवादा : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस के सुअवसर पर सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम के अंतर्गत सदर अस्पताल में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष अभिजीत कुमार के नेतृत्व में रक्त दान शिविर का आयोजन किया गया। जिला अध्यक्ष अनिल मेहता, युवा मोर्चा जिला प्रभारी मुन्ना कुमार सिंह , निवर्तमान जिला अध्यक्ष संजय कुमार मुन्ना , सिविल सर्जन डॉक्टर रामकुमार प्रसाद एवम उपाधीक्षक डॉक्टर एस डी अरैयर, डॉ महेश कुमार ने सभी का हौसला अफजाई किया एवं उनकी उपस्थिति में रक्तदान किया गया।
09 रक्तविरों ने सदर अस्पताल में किया रक्तदान:-
(1 ) रणधीर वर्मा
(2) राहुल सिन्हा
(3) संजय कुमार मुन्ना
(4) मनोज कुमार गुप्ता
(5) अभिजीत कुमार
(6) रामप्रवेश प्रसाद
(7) निरंजन कुमार मुन्ना
( 8) राजेश कुमार
(9 ) चंदन कुमार
जिला अध्यक्ष अनिल मेहता ने बताया कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस के सुअवसर पर भाजपा 15 दिनों तक सेवा पखवाड़ा का कार्य चल रहा है। इसी निमित भाजपा युवा मोर्चा ने रक्तदान का कार्य किया। भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जो देश की जनता का हर सुख दुख में साथ रहती है। नरेंद्र मोदी का सरकार समाज में रहे अंतिम जनता तक का सोचती और उसके उत्थान के प्रति संकल्पित है। सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास पर हमेशा खरा उतर कर काम कर रही है।
भाजयुमो जिला अध्यक्ष अभिजीत कुमार ने कहा कि भाजयुमो के द्वारा हमेशा रक्त दान का काम किया जाएगा और साथ ही हमारा कार्यक्रता नवादा की जनता का हर सुख दुख में हमेशा साथ खड़ा रहेगा। प्रधान मंत्री के सपनो को साकार करने में हम और हमारा टीम हमेशा दिन रात एक करेगा। ज़िला प्रभारी मुन्ना कुमार सिंह ने भाजयुमो जिला अध्यक्ष अभिजीत कुमार के कार्यों को सराहा और जितने भी रक्त दान किए है उन्हे देश भक्त नागरिक बताया।भाजयुमो के द्वारा रक्तदान का सिविल सर्जन ने प्रशंसा किय।
रक्तवीरों को प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष भारतेंदु मिश्रा, जिला अध्यक्ष अनिल मेहता और भाजयुमो जिला अध्यक्ष अभिजीत कुमार के हस्ताक्षर किया एक सर्टिफिकेट भी दिया गया और उन सभी रक्तविरों का सूची प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा जाएगा। रक्तदान में निवर्तमान जिला अध्यक्ष संजय कुमार मुन्ना ,जिला महामंत्री विजय पांडेय , शैलेंद्र शर्मा,जिला उपाध्यक्ष अरविंद कुमार गुप्ता , तेजस सिन्हा, गुलशन कुमार, अजीत शंकर,रौशन कुमार आर्य,राहुल सिन्हा ,मुकेश महतो , संजू प्रसाद इत्यादि उपस्थित रहे एवं सभी रक्तवीरों का धन्यवाद किया।
कृषि टास्क फोर्स की बैठक में डीएम ने दिया निर्देश
नवादा : आशुतोष कुमार वर्मा जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में कृषि टास्क फोर्स एवं उर्वरक निगरानी समिति की बैठक हुई। जिला कृषि पदाधिकारी संतोष कुमार सुमन ने बताया कि अगस्त माह में औसत वर्षापात पिछले साल 185 सेंटीमीटर हुआ था, जबकि इस वर्ष मात्र 48 सेंटीमीटर वर्षा हुई है। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष वर्षापात में काफी कमी आयी है। जिला में धान फसल का आच्छादन 93 प्रतिशत भूभाग पर हुआ है। मरूआ बीज का वितरण प्रखंडों में किया गया है जो कि समानुपाती रूप से नहीं किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि अकबरपुर, मेसकौर, हिसुआ और काषीचक प्रखंडों में जो मरूआ का बीज वितरण किया गया है उसकी जाॅच एक सप्ताह के अन्दर दोनों अनुमंडल कृषि पदाधिकारी से कराना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि मोटे अनाज मक्का, मरूआ आदि को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक कदम उठायें। बीज वितरण जो आन लाईन होता है, उसमें किसानों को आवश्यक सहायता करने का निर्देश दिया गया। जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि अभी जिले में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है। इस वर्ष खरीफ फसल के लिए 19 हजार एमटी यूरिया की आवश्यक्ता थी, जिसमें अबतक 17576 एमटी जिला को प्राप्त हो चुका है। अभी जिले में 6277 एमटी उर्वरक उपलब्ध है। डीएपी उर्वरक 4200 एमटी के विरूद्ध जिले को 3957 एमटी प्राप्त हो चुकी है। अभी जिले में 761 एमटी उर्वरक है। इसी प्रकार एनपीके ,एमओपी और एचएसपी उर्वरकों की भी पर्याप्त मात्रा जिले में है।
जिलाधिकारी ने माननीय विधायिका नवादा सदर विभा देवी और एमएलसी अशोक कुमार से पूछा कि जिले में उर्वरकों की क्या स्थिति है? उन्होंने कहा कि यूरिया की अभी कोई कमी नहीं है। जिलाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि उर्वरकों की दुकानों में औचक छापामारी कराना सुनिश्चित करें और कालाबाजारी करने वाले दुकानदारों पर कठोर कार्रवाई करें। किसानों को सरकार के द्वारा निर्धारित दर पर उर्वरक उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
डीएम श्री वर्मा ने कहा कि अनुमंडल और प्रखंड स्तर पर भी उर्वरक निगरानी समिति बनायें। बैठक में श्री दीपक कुमार मिश्रा उप विकास आयुक्त, श्री विश्व जीत कुमार एसडीसी, श्री विकास पाण्डेय एसडीसी, श्री सत्येन्द्र प्रसाद डीपीआरओ, श्री राजीव कुमार निदेशक डीआरडीए के साथ-साथ जिला स्तरीय पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।
80 लोगों को फ्रॉड कर कर पैसा निकालने के मामले में दो साइबर अपराधी गिरफ्तार
नवादा : जिले के साईबर थाना पुलिस ने 80 लोगों से ठगी के मामले में डाक विभाग के कर्मचारी समेत दो को गिरफ्तार किया है।गिरफ्तारी कांड संख्या-45 / 23 के अनुसंधान के क्रम में साक्ष्य के अनुसार विभिन्न जगहों पर छापामारी की गई जिसमें संलिप्त जितेन्द्र कुमार एवं सत्येन्द्र कुमार को गिरफ्तार किया गया।
कुल 12 लोगों द्वारा बैंक से भेजे गये कुल 3,28,352 रूपये फ्रॉड के जमा होने का नोटिस दिखाया गया। 80 लोग दिनांक 16 सितंबर को साईबर थाना आकर शिकायत किया था। पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई कर कुछ ही घंटो में गिरफ्तारी एवं छापामारी की गई। साइबर अपराधियों द्वारा श्रम कार्ड बनवाने के नाम पर लोगों को ठगा जाता था। इन्हें कहा जाता था कि सरकार द्वारा 5500 प्रतिमाह दी जाएगी इसमें से एजेंट को 500 देना है।
उनके अंगूठों का निशान एवं आधार कार्ड का उपयोग कर पहले नया सिम निकाला जाता था फिर उनके नाम का इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक का अकाउंट खोला जाता था। इन अकाउंट को साईबर अपराधियों को बेचा जाता था एवं इन अकाउंट पर साईबर अपराध के पैसे जमा किये जाते थे।अन्य अपराधियों की संलिप्तता आदि बिन्दुओं पर जाँच जारी है।
इस मामले में इसआईटी टीम गठित किया गया जिसका नेतृत्व साइबर थानाध्यक्ष प्रिया ज्योति पुलिस उपाधीक्ष के द्वारा किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त में जितेन्द्र कुमार उम्र 36 वर्ष पिता रघुनंदन प्रसाद महेशडीह थाना नेमदारगंज जिला-नवादा और सत्येन्द्र कुमार उम्र 53 वर्ष पिता स्व० ब्रजकिशोर सिंह मोहल्ला न्यू एरिया थाना नगरको गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। जितेन्द्र कुमार डाक विभाग में कार्यरत हैं।
डीएम ने किया कौशल विकास की समीक्षा
नवादा : जिलाधिकारी आशुतोष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में कौशल विकास योजना की संबंधित समीक्षात्मक बैठक हुई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी प्रशिक्षण को सफल बनाने के लिए उसकी पहले रूप रेखा तैयार कर अमल में लायें। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण में स्थानीय विषेशज्ञों को प्राथमिकता दें। जिले में कृषि के साथ-साथ खनिजों की भी उपलब्धता है। जिला उद्योग महाप्रबंधक को निर्देश दिया गया कि पीएमईजीपी योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करना सुनिश्चित करें। वांछित व्यक्तियों को आनलाईन के बारे में जानकारी दें।
जिला उद्यान पदाधिकारी ने बताया कि जिले में मेडिसिनल प्लांट की काफी संभावना है। वर्मी कम्पोस्ट के लिए किसानों का चयन किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि समाज की अंतिम पंक्ति में बैठे लोगों को कृषि आदि योजनाओं का लाभ देना सुनिश्चित करें। चैम्बर आफ काॅमर्स के अध्यक्ष से भी नगर के विकास के संबंध में फिड बैक लिया गया।
जिला नियोजन पदाधिकारी श्री जैनेन्द्र कुमार ने बताया कि कौशल विकास के अन्दर वांछित बच्चों को कम्प्य़ूटर का ज्ञान देने के लिए श्रम संसाधन कार्यालय के सभागार का उपयोग किया जा सकता है। बैठक में माननीय विधायिका नवादा सदर श्रीमती विभा देवी और एमएलसी अशोक कुमार, दीपक कुमार मिश्रा उप विकास आयुक्त, श्री विश्व जीत कुमार एसडीसी, विकास पाण्डेय एसडीसी, श्री सत्येन्द्र प्रसाद डीपीआरओ, राजीव कुमार निदेशक डीआरडीए के साथ-साथ जिला स्तरीय पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।
शिवशंकर हत्याकांड में पुलिस को तीन वर्षों बाद मिली सफलता, दामाद ही निकला हत्यारा,पुलिस ने किया गिरफ्तार
नवादा : जिले के वारिसलीगंज नगर परिषद क्षेत्र के मुड़लाचक पावरहाउस के पीछे करीब तीन वर्षों पूर्व 15 दिसंबर 2020 की रात्रि में शिवशंकर सिंह पिता स्व० बंगाली सिंह ग्राम समीचक की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी तथा मृतक के छोटी पुत्री शालिनी कुमारी का अपहरण कर लिया गया था। इस संबंध में वारिसलीगंज थाना कांड सं0-416/20 दिनांक 16.12.20 धारा-302/363 भा0द0वि0 मृतक के पुत्र संटू कुमार के लिखित आवेदन पर दर्ज किया गया था।
वारिसलीगंज थाना में प्रेस वार्ता कर पकरीबरावां पुलिस उपाधीक्षक महेश चौधरी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि उस समय की यह एक सनसनीखेज घटना थी।जिसका उद्भेदन पुलिस के लिये चुनौती बना था। तब आम जनता द्वारा वारिसलीगंज बाजार को बंद किया भी गया था।
काफी प्रयास के बावजूद उक्त घटना के उद्भेदन में पुलिस के हाथ कोई सूत्र नहीं लगा तथा यह घटना एक रहस्य बनी थी। धीरे धीरे कोई सूत्र नहीं मिलने से कांड का अनुसंधान शिथिल पड़ता गया। पुलिस अधीक्षक ने गंभीर कांडों की समीक्षा के दौरान कांड का उद्भेदन नही होने पर मेरे नेतृत्व में टीम का गठन किया
जिसमें थानाध्यक्ष वारिसलीगंज एवं अनुसंधानकर्ता पु०अ०नि० राजु कुमार को शामिल किया। टीम के द्वारा कांड के उद्भेदन के लिये फिर से आस पड़ोस में पुछताछ शुरू की तथा सूचना एकत्रित करने लगी। इसी दौरान गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि अपहृता समस्तीपुर जिला अन्तर्गत थाना रोसड़ा के ग्राम सहियारडीह में अपने बहनोई राहुल सिंह पिता
संजय सिंह के घर पर देखी गई हैं। उक्त सूचना पर अनुसंधानकर्ता राजू कुमार द्वारा समस्तीपुर से अपहृता शालिनी कुमारी को बरामद किया तथा राहुल सिंह को पुछताछ के लिये वारिसलीगंज थाना लाया गया।पूछताछ के दौरान राहुल सिंह के द्वारा स्वीकार किया गया कि घटना उनके द्वारा कारित की गई है।
घटना के संबंध में राहुल सिंह के द्वारा बताया गया कि उनकी शादी मृतक के बड़ी पुत्री खूशबू कुमारी से वर्ष 2011 में हुई थी। वर्ष 2019 में राहुल के बहनोई आनंद प्रकाश सिंह पिता राजवीर सिंह ग्रा० तरीरा थाना महुआ जिला वैशाली के साथ प्रेम प्रसंग में चली गई तथा उसी के साथ रहने लगी। इस घटना से राहुल सिंह, काफी आक्रोशित हो गया तथा मृतक शिवशंकर सिंह के पास आकर मामले को सुलझाने के लिये विनती किया,परन्तु मृतक अपनी पुत्री खुशबु कुमारी का साथ दिया तथा राहुल सिंह को भला बुरा कहकर भगा दिया। घटना से उग्र होकर राहुल ने बदला लेने के उद्देश्य से दिनांक 15.12.20 को मृतक की हत्या कर दी।
हत्या के संबंध में राहुल द्वारा बतलाया गया कि पहले ईंट से सोये हुये मृतक के सर पर वार किया, मृतक सोया ही रह गया, मुँह से आवाज़ भी नही निकली। उसके बाद साथ लाये चाकु से गला रेत दिया। मृतक के रूम में सोई मृतक की छोटी पुत्री शलिनी कुमारी जो मंदबुद्धी थी। उसके अपने साथ लेकर चला गया। कुछ दिनों तक दोनो भिन्न भिन्न जगहों पर किराये के मकान में रहे तथा एक वर्ष बीत जाने पर राहुल अपने घर पर ही शालिनी को रखने लगा तथा मंदिर में शादी कर लिया। घर में शालिनी को छुपा कर रखा जाता था ताकि आस पड़ोस को पता न चल सके। गठित टीम के अथक प्रयास से घटना का उद्भेदन हो गया। गिरफ्तार राहुल सिंह को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।बहरहाल पुलिस मामले का उद्भेदन तो किया परन्तु तीन बर्षो के बाद घटना का उद्भेदन पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है।