मेहनत रंग लाई, कंप्यूटर साइंस में पीएचडी कर रखे नवादा के लाल ई. जितेंद्र बीपीएससी परीक्षा को क्रैक कर बने असिस्टेंट प्रोफेसर
नवादा : जिले के वारिसलीगंज नगर परिषद क्षेत्र के देवी स्थान रोड,संगत पर वार्ड नं 13 निवासी और मोहिउद्दीनपुर पंचायत के पूर्व मुखिया नागेंद्र कुमार के तृतीय पुत्र इंजीनियर जितेंद्र कुमार असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर चयनित हुए हैं। उनकी सफलता पर वारिसलीगंज प्रखंड क्षेत्र में खुशी की लहर है। 11 जनवरी 2024 को ई. डॉ जितेंद्र का फाइनल रिजल्ट घोषित हुआ।
बता दें कि बीपीएससी द्वारा कंप्यूटर साइंस में असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए 208 पदों के लिए पर भर्ती निकाली गई थी। जिसमें ई. जितेंद्र का चयन हुआ है। उन्होंने 13 वां रैंक लाकर वारिसलीगंज प्रखंड के साथ ही नवादा जिले को गौरवान्वित किया है।
ई. जितेंद्र के पिता पूर्व मुखिया नागेंद्र कुमार ने बताया कि यह प्रारंभ से ही मेधावी छात्र रहा। पढ़ाई के दौरान जिलाधिकारी एवं राष्ट्रपति से मेडल प्राप्त किया है। जितेंद्र नवादा जिला स्थित कन्हाई लाल साहू इंटर विद्यालय से मैट्रिक एवं वारिसलीगंज प्रखंड स्थित एस. एन. सिन्हा कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण किया।
पंजाब के चंडीगढ़ से बीटेक की डिग्री हासिल किया।उड़ीसा के एनआईटी राउरकेला से एमटेक एवं पीएचडी की डिग्री हासिल की। ई. डॉ जितेंद्र ने आगे की पढ़ाई जारी रखा एवं बीपीएससी द्वारा आयोजित इंजीनियरिंग असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा को प्रथम प्रयास में क्रैक किया।
ई. डॉ जितेंद्र कुमार के असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर चयनित होने पर उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। ई. (डॉ.) जितेंद्र ने सफलता का श्रेय उनके माता-पिता के भरोसे सहित पूरे परिवार को दिया है। सफलता में एनआईटी कॉलेज के शिक्षक प्रो. विभूदत्ता साहु के योगदान को खास बताया।
ई. जितेंद्र के असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर चयनित होने पर उन्हें बधाई देने वालों में गया कॉलेज गया के प्राचार्य डॉ सतीश सिंह चन्द्र, वॉर्ड पार्षद रंजीत कुमार, पूर्व जिला पार्षद जीवन लाल चंद्रवंशी, नगर उपाध्यक्ष अरुण प्रसाद, गुड्डू पत्रकार,संजय दास, लव कुश, डॉ कमलेश, शेष कुमार, रंजन कुमार, अशोक कुमार, चंदन कुमार, रंजीत कुमार, पंकज, विकाश, राम, बलराम, ई. रवि, जवाहर चौरसिया,शिक्षक प्रभात कुमार, पिंटू चौरसिया,डॉ दिलीप, शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार,आशीर्वाद हार्डवेयर के संचालक सुनील कुमार आदि शामिल हैं।
सात समंदर पार मकर संक्रान्ति की खुशबू-जर्मनी में दही-चूड़ा के साथ प्रसिद्ध गया के तिलकुट से बिहारियों ने मनाया त्योहार..
नवादा : मकर संक्रांति फसल के मौसम की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है और इसके साथ ही इसके सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व है। सनातन से चली आ रही परम्परा को हजारों मील दूर रहने वाले बिहारी भारतीयों के एक समूह ने जर्मनी में जीवित बनाये रखा है।
इसी कड़ी में जर्मनी के स्टटगार्ट की बिहार बिरादरी ने एक छोटे से उत्सव का आयोजन किया जहां उन्होंने गायन, नृत्य और पारंपरिक खेल और पतंग बनाने जैसी कई मनोरंजक गतिविधियाँ कीं और अंत में सभी ने प्रसिद्ध दही, चूड़ा, तिलकुट का आनंद लिया।
इस मौके के लिए बिहार फ़्रेट्ररनिटी स्टटगार्ट नाम की टीम ने बिहार के गया से करीब 200KG तिलकुट मंगवाया और उन्होंने पूरे जर्मनी में सभी बिहारी कर्मियों को तिलकुट भेजकर उन्हें तिलकुट उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया। प्रसिद्ध बिहारी व्यंजन पाकर हर कोई बहुत खुश हुआ और टीम के प्रयासों की सराहना की। बिहार फ़्रेट्ररनिटी स्टटगार्ट के चार मुख्य सदस्य हैं-अरुणेश प्रकाश आर्य नवादा ज़िले के रजौली के रहने वाले हैं।
वहीं विनय सोनी और अर्चना ठाकुर गया के प्रकाश मिश्रा और संजय कुमार बिहारशरीफ एवं और विशाखा पांडे बक्सर के रहनेवाले हैं।बिहार बिरादरी स्टटगार्ट के मुख्य सदस्यों में से एक नवादा के अरुणेश प्रकाश आर्य ने बताया कि बिहारी लोगों को एकजुट और पारंपरिक त्योहारों को जीवित रखने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहना चाहिए, समूह बिहार की परंपराओं और भोजन का जश्न मनाने के लिए समय-समय पर छोटी-छोटी बैठकें आयोजित करता रहता है।
पूर्व विधान पार्षद को अधिवक्ताओं ने दी श्रद्धांजलि
नवादा : पूर्व बिधान पार्षद सह उच्च न्यायालय के अधिवक्ता श्री रमेश प्रसाद सिंह के निधन पर जिला अधिवक्ता संघ के महासचिव संत शरण शर्मा की अध्यक्षता में शोक सभा का आयोजन कर श्रद्धांजलि दीया गया।
लोगों ने उनके विधान पार्षद के कार्यकाल में अधिवक्ताओं के हित में किये गए कार्यों को याद किया। मौके पर पूर्व महासचिव ब्रज किशोर सिंह, अरविंद कुमार ,अरुण कुमार, मनोज कुमार ,भूषण कुमार, चुनु कुमार सहित दर्जनों अधिवक्ता उपस्थिति थे।
सावधान! बीमार हैं तो बाहर का रास्ता देखिये
नवादा : जिले में स्वास्थ्य सेवा का हाल बेहाल है। मामला सदर अस्पताल का हो या फिर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का। कमोवेश सभी का हालात एक जैसी है। कारण स्पष्ट है सरकारी सेवकों को मनमानी की जो छूट है। ऐसे में हर किसी को निजी सहारा बना हुआ है जहां इलाज के पहले जेब देखा जाता है।
जी हां! फिलहाल बात कर रहे हैं पकरीबरांवा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का। गलती से भी अगर आप यहां आप इलाज कराने आ गये तो यहां कोई नहीं मिलेगा। ऐसे में गंभीर रूप से बीमार का इलाज भगवान भरोसे। गरीब मरीज के लिये मौत तो तय है।
यह हाल तब है जब सरकार व स्वास्थ्य विभाग चौबीस घंटे इलाज की सुविधा का दावा कर रही है। लेकिन धरातल पर कहीं कुछ नहीं है। कहते हैं तस्वीरें झूठ नहीं बोलती। लेकिन इसकी सच्चाई देखेगा कौन? सच सामने लाने की कोशिश भर मात्र किया जा सकता है, लेकिन इससे अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ता। फर्क पड़े भी कैसे? हमाम में सभी……….।
शिक्षा संवाद का अलावा में डीएम ने किया शुभारंभ, विद्यालय की छात्राओं ने रखी अपनी समस्याएं
नवादा : जिलाधिकारी आशुतोष कुमार वर्मा जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड के इंटर विद्यालय अमावां में शिक्षा संवाद कार्यक्रम में विद्यार्थियों और अविभावकों को कई महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी दि। इसके पूर्व विद्यालय के बालिकाओं के द्वारा स्वनिर्मित बुके देकर जिलाधिकारी को सम्मानित किया। विद्यालय के बालिकाओं के द्वारा सुमधुर स्वर में स्वागत गीत प्रस्तुत की। सभी विद्यार्थी जिलाधिकारी को अपने बीच पाकर काफी खुश हुए।
शिक्षा संवाद कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि इसके माध्यम से लोगों को समाधान की अपेक्षा होती है। शिक्षा विभाग में हाल के दिनों में गतिविधियां काफी बढ़ी है। प्राचीन काल में बिहार ज्ञान की भूमि रहा है, जहां विदेशों से लोग आकर ज्ञान अर्जित करते थे। बिहार सरकार के द्वारा विद्यार्थियों और अविभावकों की सुविधा के लिए कई प्रकार की योजनाएं संचालित की जा रही है।
जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, श्रम, नियोजन, उद्योग विभाग की मुख्य-मुख्य योजनाएं के बारे में शिक्षा संवाद में बताया जा रहा है। यह कार्यक्रम प्रतिदिन 40-42 उच्च और उच्चतर विद्यालयों में आयोजित किये जा रहे हैं। सभी कार्यक्रम में जिले के वरीय पदाधिकारी एवं प्रखंड समन्वय समिति के सदस्य सम्मिलित हो रहे हैं। विद्यार्थियों के पठन-पाठन को बेहतर बनाने के लिए उनसे सुझाव भी प्राप्त किया जा रहा है। बीपीएससी द्वारा 02 लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। गुणवत्ता के साथ शिक्षा देना शिक्षकों का कर्त्तव्य है।
विद्यार्थियों को ज्ञान के साथ आचरण को बेहतर बनाकर योग्य नागरिक बनायें। उन्होंने विद्यार्थियों का हौसला बुलंद करने के लिए कहा कि पठन-पाठनी में लगनशीलता जरूरी है। उन्होंने महान कवि रामधारी सिंह दिनकर की पंक्तियोंक्षको याद दिलाया -मानव जब जोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है।डीएम ने कहा कि आपके बीच आकर हमें भी अपने छात्र जीवन का याद आ रहा है। आपके सुझावों को लिपिबद्ध किया जा रहा है।
नरेश कुमार स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि विषयवार शिक्षकों की कुछ कमी है। तत्काल जिलाधिकारी ने कहा कि द्वितीय चरण में नियुक्त होने पर शिक्षकों की कमी समाप्त होगी। विद्यालय की बालिका लीसी, मुस्कान दिक्षित और सोनाली कुमारी ने कहा कि हिन्दी, उर्दू, संस्कृत और अंग्रेजी विषय के शिक्षकों की कमी है। जिलाधिकारी ने विद्यालय के पुस्तकालय, प्रयोगशाला का भी निरीक्षण किया और बेहतर ढ़ंग से संचालित करने के लिए कई आवश्यक निर्देश दिया।
स्थानीय लोगों के आग्रह पर विद्यालय के पास स्वास्थ्य उपकेन्द्र सह हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर अमावां का अंदर जाकर निरीक्षण किया। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि इसके बेहतर संचालन के लिए चाहरदिवारी बनाना आवश्यक है। जिलाधिकारी ने कहा कि जीर्ण-शीर्ण पुराने भवन को तोड़कर उसके ईंटों से चाहरदिवारी का निर्माण कराया जा सकता है और योगा के लिए एक बड़ा स्टेज बनाने का भी निर्देश दिया।
कार्यक्रम स्थल पर दिनेश कुमार चौधरी जिला शिक्षा पदाधिकारी, सत्येन्द्र प्रसाद जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी, मजहर हुसैन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एमडीएम, अनिल मिस्त्री प्रखंड विकास पदाधिकारी रजौली, श्री शशि भूषण कुमार प्रधानाध्यापक, शिक्षक, शिक्षिका, अविभावक और काफी संख्या में छात्र और छात्राएं उपस्थित थे।
जिले के 42 उच्च व उच्चतर विद्यालयों में शिक्षा संवाद का हुआ आयोजन
नवादा : जिलाधिकारी आशुतोष कुमार वर्मा के आदेश के आलोक में जिले के 42 उच्च और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षा संवाद कार्यक्रम का सफल ढ़ंग से संचालन किया गया। कार्यक्रम में जिलाधिकारी, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्त्ता, अनुमंडल पदाधिकारी, वरीय पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी आदि सम्मिलित हुए।
शिक्षा संवाद कार्यक्रम का का 42 विद्यालयों में शुभारंभ हुआ जो 20 जनवरी तक 207 विद्यालयों में किया जायेगा। शिक्षा संवाद का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों और अविभावकों से प्रभावी संवाद स्थापित करने के लिए शिक्षा संवाद एक सशक्त माध्यम है। सरकार की योजनाओं से शैक्षणिक वातावरण में अमूलचूल परिवर्तन आया है। छात्र एवं छात्राओं के लिए समान अवसर उपलब्ध, आपके सपनों की उड़ान को आगे बढ़ाने के लिए बिहार सरकार संकल्पित है।
शिक्षा में सुधार से समाजिक, आर्थिक गुणात्मक परिवर्तन आया है। अब हर विद्यार्थी को अपनी अभिरूचि के अनुसार पढ़ाई करने के लिए उत्कृष्ट अवसर उपलब्ध हुआ है। इसके माध्यम से स्वास्थ्य, शिक्षा, श्रम, नियोजन और उद्योग विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी विद्यार्थियों और अविभावकों को दी जा रही है।
दो पालियों में 21-21 विद्यालयों में इस कार्यक्रम का संचालन किया गया। विद्यालयों में शिक्षा संवाद के माध्यम से बताया गया कि – पढ़ेगा बिहार तो बढ़ेगा बिहार बिहार शताब्दी मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना जिसका मुख्य उद्देश्य बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना है और समाज की मुख्य धारा में शामिल करना है। इसके तहत 09 से 12 वर्ग की छात्राओं को 1500 रूपये प्रति छात्रा को राशि दी जाती है। मुख्यमंत्री बालक/बालिका साईकिल योजना- राज्य में बालक/बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने और आवागमन में सुविधा प्रदान करने के लिए वर्ग 09 के छात्र/छात्राओं को 03 हजार रूपये की राशि दी जाती है।
बालक/बालिका छात्रवृति योजना- इसमें राज्य के बालक/बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने और समाज के मुख्य धारा में शामिल करने के लिए 75 प्रतिशत उपस्थिति रहने पर 1800 रूपये की दर से राशि दी जाती है। मुख्यमंत्री बालिका (इंटरमीडिएट) प्रोत्साहन योजना- राज्य में बालिका को उच्च शिक्षा क्षेत्र में बढ़ाने और आत्म निर्भर बनाने के लिए इंटरमीडिएट उत्तीर्ण अविवाहित छात्राओं को 25 हजार रूपये प्रति छात्रा की दर राशि दी जाती है।
मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन योजना- इसमें प्रथम श्रेणी से मैट्रिक उत्तीर्ण छात्रा को 10 हजार और एससी/एसटी वर्ग की द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण छात्रा को 08 रूपये की दर से राशि दी जाती है। इसके अलावे मुख्यमंत्री बालिका मेघावृत्ति योजना, मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना आदि के बारे में भी विस्तृत जानकारी अविभावकों को दिया गया।
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत् स्नातक उतीर्ण करने पर 50 हजार रूपये की राशि दी जाती है। इस योजना के तहत कन्या के जन्म लेने से लेकर स्नातक उतीर्ण होने तक कुल 94 हजार 100 रूपये की राशि दी जाती है। 16 जनवरी 2024 को भी 40-42 उच्च/उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षा संवाद कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
वीवी पैट एवं इवीएम जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
नवादा : जिलाधिकारी आशुतोष कुमार वर्मा एवं पुलिस अधीक्षक अम्बरीष राहुल ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर वीवी पैट एवं ईवीएम 05 प्रचार रथ को समाहरणालय परिसर से रवाना किया। प्रचार रथ के माध्यम से वीवी पैट के माध्यम से वोट देने की प्रक्रिया को स्वयं अवलोकन करेंगे। इसका फूल फार्म वोटर वेरी फाइएवल पेपर ऑडिट ट्रेल है।
इसमें अभ्यर्थी की क्रम संख्या, नाम और चुनाव चिंह लगभग 07 सेकेंड तक मतदाता देख सकते हैं, जिसके पक्ष में उन्होंने मत दिया है। यह सुविधा मतदाताओं के द्वारा चुने गए अभ्यर्थी के पक्ष में मतदान को सत्यापित और सुनिश्चित करती है। ईवीएम से मतदान करने के उपरांत वीवी पैट के माध्यम से मतदाता अपने मत का सत्यापन स्वयं कर सकते हैं।
प्रचार रथ पर ईवीएम और वीवी पैट के माध्यम से स्थानीय मतदाता वोट देने की प्रक्रिया और पड़े हुए मत का सत्यापन स्वयं देखेंगे। यह सभी प्रखंड और पंचायतों में जायेगा और स्थानीय मतदाताओं को मतदान की प्रक्रिया और मतदान करने के लिए जागरूक करेगा। इसके उद्देश्य के बारे में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी नवादा ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अधिक से अधिक मतदाता सम्मिलित हों। यह मोबाईल डिमोस्ट्रेशन है, जिसमें ईवीएम और वीवी पैट भी रहेगा। वोट देने की प्रक्रिया के बारे में इसके माध्यम से मतदाताओं को भलीभांती अवगत कराया जायेगा।
इसके लिए दोनों अनुमंडल कार्यालय नवादा सदर और रजौली में भी ईवीएम और वीवी पैट मतदाताओं के अवलोकन के लिए रखा गया है, जहां प्रतिदिन काफी संख्या में मतदाता जाकर मतदान करने की प्रक्रिया के बारे में जान