कैथोलिक चर्च में धूमधाम से मना क्रिसमस, रात 12 बजे चर्च परिसर में उमड़ी लोगों की भीड़, कैंडल जलाकर प्रार्थना सभा में श्रद्धालु हुए शामिल
नवादा : जिला मुख्यालय के कैथोलिक चर्च में प्रभु यिशु का अवतरण दिवस मनाया गया। सैकडों की संख्या में लोग पहुंच कैंडल जलाया। गिरजाघर में भी यीशु के जन्मदिन को लेकर रविवार रात चर्च में विशेष प्रार्थना सभा हुआ। जिसमें शामिल होकर लोगों ने एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाई दी। विशेष प्रार्थना का आयोजन फादर राकेश रोशन ने आयोजित किया।
पुराहितों ने यीशु के संदेश और बाइबल के ऋचाओं का पाठ किया। पूरा चर्च परिसर श्रद्धालुओं से भरा था। प्रार्थना सभा दो पारियों में हुई। मौके पर गिरजाघर व प्रभु यिशु का जन्मस्थान प्रतीक गौशाला को विशेष रूप से सजाया गया था। गिरजाघर घर में श्रद्धालुओं का आने व प्रार्थना का सिलसिला लगातार जारी है। गिरजाघर के घर के आसपास मेला सा दृश्य बना हुआ है।
सदर अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की नहीं मिल रही सुविधा, मरीज कर रहे निजी अल्ट्रासाउंड का रुख
नवादा : सदर अस्पताल में दो रुपये की पर्ची पर मिलने वाली सुविधा के लिए मरीजों को मजबूरी में आठ सौ से एक हजार रुपये खर्च करना पड़ रहा है। बता दें कि सदर अस्पताल के ओपीडी में इलाज कराने के लिए प्रतिदिन औसतन डेढ़ सौ से लेकर दो सौ गर्भवती महिलाएं आती हैं जिन्हें महिला डाक्टर अल्ट्रासाउंड के पर्ची पर लिखती हैं। जब ये मरीज अल्ट्रासाउंड केंद्र पर पहुंचती हैं तो उन्हें केंद्र बंद मिलता है। ऐसे में मजबूर होकर उन्हें अस्पताल के बाहर निजी केंद्रों पर जाना पड़ता है।
बता दें कि अस्पताल में कुछ दलाल ओपीडी के बाहर अक्सर चक्कर काटते रहते हैं। जैसे ही मरीज अल्ट्रासाउंड केंद्र से निराश होकर बाहर निकलते हैं ये दलाल उन्हें निजी अल्ट्रासाउंड केंद्र पर सस्ते दर में सुविधा दिलाने का झांसा देते हैं। इसमें दलालों का प्रति मरीज कमिशन भी तय होता है। मरीजों की मानें तो यह कमिशन अस्पताल तक पहुंचता है।
खनवां गांव से प्रसव को लेकर आई थी। डाक्टर द्वारा अल्ट्रासाउंड जांच कराने के लिए लिखा। अस्पताल में सुविधा नहीं होने के कारण बाहर से आठ सौ रूपए में करवाना पड़ा। सोचा था कि यहां तो एक रूपए खर्च नहीं होगी लेकिन सुविधा नहीं मिलने से परेशानी हुई।
– संध्या कुमारी, मरीज सदर अस्पताल।
हिसुआ के एकनार गांव से अपनी पत्नी मुस्कान कुमारी को प्रसव को लेकर यहां पहुंचा हूं। डाक्टर ने अल्ट्रासाउंड कराने के लिए लिखा, परंतु सदर अस्पताल में यह जांच सुविधा नहीं है। निजी जांच घर में जाकर कराया तो आठ सौ रुपए लगा है। सदर अस्पताल में सुविधा होनी चाहिए।
– विवेक कुमार, मरीज के पति।
भांजी सोनी कुमारी को प्रसव करने के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया, परंतु यहां पता चला कि पांच से छ: वर्षों से यहां अल्ट्रासाउंड बंद पड़ा है। तो बाहर से कराना पड़ जिसमें कि नौ सौ रुपए लगा है।
– बेबी कुमारी, मरीज के स्वजन।
डाक्टर द्वारा पर्ची पर अल्ट्रासाउंड लिखा गया परंतु जांच घर के पास गई तो बंद था। वहीं एक लोग बोले की कम पैसे में जांच करना है तो वहां जाकर करा लें। जाने पर आठ सौ रुपए का लगा। पुन: आकर डाक्टर को रिपोर्ट दिखाई।
– सीमा कुमारी, मरीज सदर अस्पताल।
टेक्नीशियन नहीं होने से अल्ट्रासाउंड बंद है। जिलाधिकारी सहित विभाग को भी लिखा गया है। उम्मीद है कि जल्द ही मरीजों के लिए यह सुविधा उपलब्ध होगी।
– डा. रामकुमार, प्रसाद, सिविल सर्जन नवादा:
जिले में नहीं थम रही शराब की तस्करी…, चार पहिया वाहन में लोड 375 लीटर शराब जब्त
नवादा : जिले में स्टेट हाइवे-70 सिरदला-गया मुख्य मार्ग पर परनाडाबर पुलिस ने मुरली चेकपोस्ट पर चार पहिया में लोड 375 लीटर देशी महुआ शराब के साथ तस्कर को गिरफ्तार कर लिया।
थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने बताया कि झारखंड सीमा से शराब की बड़ी खेप चार पहिया वाहन पर लोड कर तेलिनी खटांगी मुरली दुआरी के रास्ते लेकर जाने की सूचना मिली। जिसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए शराब के साथ वाहन व तस्कर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया।
चेकपोस्ट पार करने की कोशिश में धरा गया तस्कर
चेकपोस्ट को पार कर जैसे ही आगे बढ़ा की पुलिस की वाहन देख शराब तस्कर चार पहिया वाहन व शराब छोड़कर भागने लगा। इस दौरान, वहां उपस्थित दर्जनों पुलिस ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। तलाशी के क्रम में 375 लीटर महुआ शराब बरामद होते ही वाहन समेत शराब जप्त कर तस्कर को गिरफ्तार कर लिया।
थानाध्यक्ष ने बताया कि चारपहिया वाहन के मालिक और शराब तस्कर के विरुद्ध उत्पाद अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कर अग्रेतर कार्रवाई आरंभ की गई है। छापेमारी के दौरान एसआई गोविंद प्रसाद सिंह, संजय कुमार, सतेंद्र शर्मा, लालमुनि यादव, राकेश सिंह के साथ ही बीएमपी के पुलिस जवान मौजूद थे।
तिरंगे में लिपटा घर पहुंचा शहीद का शव, पार्थिव शरीर के साथ निकली अंतिम यात्रा, नम आंखों से हजारों लोगों ने दी विदाई
नवादा : जिले के वारिसलीगंज प्रखंड के नारोमुरार गांव में शहीद जवान का पार्थिव शरीर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। जम्मू कश्मीर के पुंछ सेक्टर में सेना के गश्ती वाहन पर 21 दिसम्बर को हुए आतंकी हमले में चंदन अपने 5 साथियों के साथ शहीद हो गये थे।
ग्रामीणों ने किया था पथ जाम
शहीद की विधवा का विलाप व शव देखने की अंतिम इच्छा की मांग के बाद ग्रामीणों ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 20 को खरांठ मोड़ के पास छह घंटों तक जाम किया था। विरांगना विधवा की जिद्द व जनप्रतिनिधियों की मांग पर सेना के अधिकारियों ने शव भेजने का निर्णय लिया और आखिरकार शव गांव पहुंचा।
तिरंगे में लिपटा घर पहुंचा शहीद का शव
उनका पार्थिव शरीर सेना के हेलीकॉप्टर से गया लाया गया जहां अंतिम सलामी के बाद गया एयरपोर्ट से सड़क मार्ग द्वारा शहीद जवान का पार्थिव शरीर गृहनगर जिले के वरिसलीगंज प्रखंड के नारोमुरार गांव लाया गया, जहां नम आंखों से हजारों लोग अंतिम विदाई देने के लिए एकत्रित हुए थे। इसके पूर्व जगह- जगह हजारों की संख्या में हाथों में तिरंगा ले लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
लोगों की आंखें हुई नम
शहीद जवान चंदन कुमार का पार्थिव शरीर सोमवार को जैसे ही उनके पैतृक गांव पहुंचा तथा बनाये गये विशेष मंच पर सेना के जवानों ने रखा पूरा माहौल गमगीन हो गया। बड़ी संख्या में लोगों ने तिरंगे के साथ शहीद की शवयात्रा निकाली और भारत माता की जय के नारे लगाए। मौके पर सेना के कई जवान भी मौजूद रहे।
शहीद जवान को गांव से सटे मुक्तिधाम में राजकीय सम्मान के साथ सलामी देते हुए अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान ‘चंदन कुमार अमर रहे’ के नारों से पूरा इलाका गुंजायमान हो गया।बिहार पुलिस के अधिकारियों द्वारा समेत हजारों लोगों के द्वारा पुष्पांजलि अर्पित की गई। पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उन्हें तोपों की सलामी दी गई।
शहीद चंदन जिले के वरिसलीगंज प्रखंड के कुटरी पंचायत के नारोमुरार गांव निवासी गरीब किसान मौलेश्वर सिंह के पुत्र है। शहीद आर्मी का राइफल मैन चंदन कुमार 89 आर्म्ड रेजिमेंट के जवान थे। पिछले ढाई वर्षों से चंदन जम्मू कश्मीर के पुंछ सेक्टर में तैनात थे। उनके बलिदान की ख़बर सुनते ही पूरे गांव में शोक का माहौल कायम हो गया। शहीद चंदन 5 साल पहले सेना में भर्ती हुए दे जबकि एक साल पहले उनकी शादी हुई थी।
अपने लाल पर मां को गर्व
मृतक शहीद के मां जयंती देवी ने बताया कि चंदन कहता था कि देशसेवा सर्वोपरि है। चंदन कहता था कि अगर देशसेवा करते मर भी गया तो तिरंगे में लिपटकर घर आऊंगा।
आतंकियों पर हो सख्त कार्रवाई
इधर, ग्रामीणों ने आतंकियों के सफाये के लिए अभियान चलाने की मांग की है। पुंछ के आतंकी हमले को काफी घृणित करार दिया है। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की जरूरत है। दानापुर कैंट के आर्मी कर्नल विनय कुमार ने पीड़ित परिवार से मिलकर सांत्वना दी।
झाड़ी से अधजला अज्ञात शव बरामद, जांच में जुटी पुलिस
नवादा : जिले की अकबरपुर पुलिस ने पिरौटा बाग कुसुम्भार पथ से सटे झाड़ी से अधजला अज्ञात शव बरामद किया है। बरामदगी के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा है। शव का फोटो सोशल मीडिया पर पुलिस ने जारी कर लोगों से पहचान कर थाने को सूचित करने का अनुरोध किया है।
बताया जाता है कि झाड़ी से बदबू फैलता देख स्थानीय लोगों की नजर शव पर पड़ी। शव पर नजर पड़ते ही सूचना थाने को दी। सूचना के आलोक में पहुंची पुलिस ने शव को बरामद कर पहचान कराने की कोशिश की। पहचान नहीं होने पर शव पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा।
शव देखने से किसी युवती का प्रतीत होता है। समझा जाता है कि हत्या के बाद पहचान छिपाने के लिए शव को जलाकर झाड़ी में लाकर छिपा दिया। यह हाल तब है जब थानाध्यक्ष के कुछ चहेतों ने उन्हें सिंघम की संज्ञा दे रखी है। बावजूद थाने से कुछ दूर शव का बरामद होना थानाध्यक्ष को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। ऐसा प्रतीत होता है मानों पुलिस का खौफ अपराधियों पर है ही नहीं।
झाड़ी से अधजला अज्ञात शव बरामद, जांच में जुटी पुलिस
नवादा : जिले की अकबरपुर पुलिस ने पिरौटा बाग कुसुम्भार पथ से सटे झाड़ी से अधजला अज्ञात शव बरामद किया है। बरामदगी के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा है। शव का फोटो सोशल मीडिया पर पुलिस ने जारी कर लोगों से पहचान कर थाने को सूचित करने का अनुरोध किया है।
बताया जाता है कि झाड़ी से बदबू फैलता देख स्थानीय लोगों की नजर शव पर पड़ी। शव पर नजर पड़ते ही सूचना थाने को दी। सूचना के आलोक में पहुंची पुलिस ने शव को बरामद कर पहचान कराने की कोशिश की। पहचान नहीं होने पर शव पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा।
शव देखने से किसी युवती का प्रतीत होता है। समझा जाता है कि हत्या के बाद पहचान छिपाने के लिए शव को जलाकर झाड़ी में लाकर छिपा दिया। यह हाल तब है जब थानाध्यक्ष के कुछ चहेतों ने उन्हें सिंघम की संज्ञा दे रखी है। बावजूद थाने से कुछ दूर शव का बरामद होना थानाध्यक्ष को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। ऐसा प्रतीत होता है मानों पुलिस का खौफ अपराधियों पर है ही नहीं।