कांवरियों से भरी वाहन की ट्रैक्टर से टक्कर, 8 घायलों में 4 की हालत गंभीर
नवादा : छत्तीसगढ़ से देवघर जा रहे कांवरियों की गाड़ी ने रोड किनारे खड़ी ट्रैक्टर में जोरदार टक्कर मार दिया। गाड़ी में बैठे 8 कांवरिया गंभीर रुप से जख्मी हो गए। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिसमें 4 की हालत गंभीर बतायी गयी है। घायल की पहचान छत्तीसगढ़ के रामपुर गांव के रहने वाले संत कुमार, शिव प्रसाद,चंद्र सहा, जिधान जायसवाल, रामदास सिंह, राजकुमार के रूप में हुई है। घटना जिले पकरीबरांवा थाना क्षेत्र के कचना मोड़ के पास हुई।
बताया जाता है कि कांवरिया सुमो गाड़ी से सुल्तानगंज जा रहे थे।अचानक सामने एक गाड़ी आ गई और कट करने के चक्कर में रोड के किनारे खराब पड़े ट्रैक्टर से टकरा गई जिसमें गाड़ी में सवार आठ लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस को जानकारी दी गई। घटना स्थल पर पहुंचकर थाना प्रभारी के द्वारा सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती करायाए गया, जहां चार की हालत गंभीर बताई जा ही है। थानाध्यक्ष रवि भूषण ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है। जिस गाड़ी से हादसा हुआ उस गाड़ी को रोड साइड में कर दिया गया है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
निगरानी की बैठकों में लिये निर्णयों के अनुपालन की मांगी जानकारी
नवादा : जिले के बहुचर्चित आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव चर्चिल ने जिले में सांसद के कार्यकाल में हुई निगरानी समिति की बैठक की जानकारी उपलब्ध कराने की मांग की है। सूचना के अधिकार के तहत उन्होंने आवेदन लोक सूचना पदाधिकारी को उपलब्ध कराया है।
उन्होंने पिछले 17 अगस्त को हुये निगरानी समिति की बैठक का कार्यवाही पुस्तिका के साथ ही इसके पूर्व बैठक में लिये गये निर्णय व उसके कार्यान्वयन से संबंधित संचिका उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। ऐसा किये जाने से अधिकारियों की निंद हराम हो गयी है। बता दें बैठक में अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई का प्रस्ताव पारित तो होता है लेकिन किसी प्रकार की जांच या कार्रवाई के ही अगले बैठक में पूर्व के कार्यवाही की संपुष्टि करा दी जाती है। ऐसे में मांगी गयी सूचना का महत्व काफी बढ़ गया है।
जच्चा-बच्चा को ले जा रही एंबुलेंस बीच नदी में फंसी, काफी मशक्कत के बाद निकाल गया
नवादा : जिले के सात बरसाती नदियों में से सकरी नदी में एकाएक पानी आने की वजह से एंबुलेंस फंस गई जिसे जेसीबी के जरिए बाहर निकाला जा सका। इस क्रम में एंबुलेंस में डिलीवरी कराकर घर जा रही महिला और नवजात बच्चा काफी देर तक फंसा रहा। मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविंदपुर प्रखंड क्षेत्र का है। धनपुरी गांव से डेलुवा घाटी तक जाने के रास्ते में सकरी नदी पर पुल नहीं है।
एम्बुलेंस गांव तक नहीं पहुंच जाने के कारण पीड़ित मरीज और तमीरदार को परेशान होना पड़ता है। नदी में पुल नहीं होने के कारण एम्बुलेंस बीच नदी में फंस गई। स्थानीय लोगों के द्वारा काफी मशक्कत के बाद जेसीबी के सहारे नदी में फंसे एम्बुलेंस को बाहर निकाला गया। कोई साधन नहीं मिला तो स्थानीय लोगों ने बाइक के सहारे जच्चा-बच्चा और उनके तमीरदार को घर तक सुरक्षित पहुंचाया।
बताते चलें कि गोविंदपुर सकरी नदी पर पुल बनाने की मांग ग्रामीण वर्षो से कर रहे है। अब तक इस दिशा में पहल नहीं किया गया। प्रतिदिन सैकड़ों लोगों को सकरी नदी पार कर आना जाना होता है।बरसात के दिनों में लोग जान जोखिम में डाल कर नदी पार करते हैं। पूर्व में भी कई गर्भवती महिला को काफी परेशानी के साथ नदी पार कराया जाता रहा है।
पीडित महिला गोविंदपुर प्रखंड के डेलुवा गांव की अरविंद कुमार की पत्नी ललिता देवी है,जो प्रसव के बाद नदी पार कर अपने गांव जा रही थी।तभी बीच नदी पानी में एम्बुलेंस फंस गया। स्थानीय लोगों के द्वारा एम्बुलेंस को जेसीबी से बाहर निकाला गया और पीड़ित महिला और नवजात बच्चें को स्थानीय लोगों के सहयोग से बाइक के सहारे घर पहुंचाया गया।
मिठाई की दुकान है या क्लीनिक?
नवादा : जिले के पकरीबरांवा प्रखंड क्षेत्र के मड़वा खुलनी चर्च के पास एक ऐसा क्लीनिक संचालित हो रहा है जिसमें क्लीनिक है या मिठाई दुकान फर्क करना मुश्किल है। बावजूद लोग यहां आ रहे हैं। आश्चर्य तो यह कि मिठाई भी ऐसी बेची जा रही है जो गंदगी से भरी पड़ी है।
नजर पड़ते ही इसे तस्वीरों में कैद कर लिया। ताकि कल कोई यह न कह सके कि खबरें झूठ का पुलिंदा है। तस्वीरें झूठ नहीं बोलती भले स्वास्थ्य व अन्य विभाग की नजरें इस ओर न जाय, या फिर शुभ- लाभ के खेल में जानबूझकर इसे नजरअंदाज कर जाय लेकिन है यह सोलहों आने सच। अब जब मामला सामने आया है तो क्या कार्रवाई होती है यह भविष्य के गर्भ में है। बहरहाल मामला जनता की अदालत में है।