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02 अगस्त : नवादा की मुख्य खबरें

विधायक ने किया चार सड़कों के निर्माण कार्य का शिलान्यास

नवादा : उग्रवाद प्रभावित जिले के गोविन्दपुर विधानसभा क्षेत्र के कौआकोल प्रखण्ड में करीब 11 करोड़ की लागत से बनने वाले 8 विभिन्न सड़कों में से चार का शिलान्यास स्थानीय विधायक मोहम्मद कामरान ने नारियल फोड़कर एवं शिलापट्ट से पर्दा हटाकर किया।

विधायक मोहम्मद कामरान ने बताया कि अति जर्जर हो चुके 8 सड़कों के निर्माण की स्वीकृति दिलाई गई है। मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क सम्पर्क योजना के तहत विभाग द्वारा कार्य कराने की स्वीकृति मिली है। इनमें मंगलवार को 4 पथों का शिलान्यास किया है। जबकि शेष अन्य 4 सड़कों का शिलान्यास किया जाएगा।

मौके पर लोगों को सम्बोधित करते हुए विधायक ने कहा कि जनता मालिक के अधूरे कार्यों को पूरा करना ही उनकी एकमात्र प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि इसी कार्यकाल के अंदर विधानसभा अंतर्गत सभी जर्जर एवं कच्ची सड़कों का कायाकल्प करना उनका लक्ष्य है। उन्होंने लोगों को एक बार फिर भरोसा दिलाते हुए कहा कि उनका यह सेवक अपने किए एक-एक वादा को पूरा करेगा। विधायक ने कहा कि ग्रामीण व दुर्गम इलाकों में बनने वाली इन सड़कों का निर्माण गुणवत्तापूर्ण कराया जायेगा।

विधायक के सहयोगी राहुल कुमार चुलबुल ने बताया कि लालपुर दलित टोला से नौकाडीह दलित टोला तक, गुड़ीघाट रोड, कौआकोल से चोंगवा रोड, रूपौ-कौआकोल से सोखोदेवरा रोड का शिलान्यास किया गया। मौके पर प्रखण्ड राजद अध्यक्ष कैलाश प्रसाद यादव, लखन यादव, कमलेश, मुजफ्फर आजाद, देवेंद्र, सुरेन्द्र, ग्रमीण कार्य विभाग के कनीय अभियंता राजीव कुमार ,सहायक अभियंता राजीव कुमार, सुधांशु कुमार आदि मौजूद थे।

ठठेरा समाज को अति पिछड़ा में शामिल करे सरकार नहीं तो होगा आंदोलन :- सत्यनारायण

नवादा : ठठेरा समाज को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल नहीं किया गया तो चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा। इस समाज के प्रति सरकार का कोई ध्यान नहीं जाने के कारण लोग आज भी बद से बदतर जीवन जीने को मजबूर हैं। उक्त बातें बिहार राज्य ठठेरा संघ के प्रदेश महामंत्री सत्यनारायण प्रसाद ने कही। नगर स्थित रवि जी धमौल के आवास पर जिला स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था। अध्यक्षता जिला ठठेरा संघ के जिलाध्यक्ष सत्येंद्र प्रसाद आर्य ने की।

प्रदेश महामंत्री ने कहा कि राज्य में ऐसे कई जातियां हैं जिसे आरक्षण दिया जा रहा है। लेकिन ठठेरा समाज को वर्षों से उपेक्षित रखा गया है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा समाज है जिसमें बच्चे कलम-किताब के जगह पर ठेला थाम रखा है। उन्होंने कहा कि इस समाज के उत्थान को लेकर अब एकजुटता जरूरी हो गई है। उन्होंने कहा कि अति पिछड़ा वर्ग में शामिल करने के लिए आयोग को पत्र दिया गया है, जहां से अनुमति तो मिली, परंतु मुख्यमंत्री को दिया गया पत्र पर कोई जवाब नहीं मिला।

उन्होंने कहा कि जदयू अध्यक्ष सह सांसद ललन सिंह के द्वारा लोकसभा में एक बार ठठेरा जाति को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल करने के लिए आवाज उठाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जो पार्टी ठठेरा जाति क़ी हित का बात करेगा हम उसके साथ रहेंगे।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में हालात यह हो गई है कि राजनीत में हमारी भागीदारी नगन्य है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 85 प्रतिशत ठठेरा जाति के लोग अत्यंत गरीबी में जीने को विवश हैं। हमारी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो राजधानी में प्रदेश स्तर का आंदोलन किया जायेगा। जिला संघ की एकजुटता से महामंत्री काफी प्रभावित हुए। उनको फूल-मालाओं से स्वागत करते हुए तलवार भेंट किया गया।

मौके पर प्रदेश संगठन मंत्री कामेश्वर प्रसाद क्रांतिकारी, प्रदेश संगठन मंत्री संजय कुमार, प्रदेश संगठन कार्यकर्ता मनोज कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता विक्रमआदित्य, जिला सचिव प्रदीप कुमार, कोषाध्यक्ष सुजीत कुमार, अर्जुन प्रसाद, रवि कुमार, रतन प्रसाद, सूरज कुमार, संजय प्रसाद, प्रहलाद प्रसाद, देव कृष्ण प्रसाद, रामोतार प्रसाद, सुधीर कुमार, मुकेश कुमार तथा बिलट प्रसाद आदि मौजूद थे।

हरे बृक्षों की कटाई का जिन्न फिर आया बाहर, आरटीआई कार्यकर्ता ने एसपी से मांगी कार्रवाई की जानकारी

नवादा : जिले के अकबरपुर थाना परिसर से पूरब सटे चहारदीवारी के पास सरकारी भूमि पर लगे हरे शीशम बृक्षों की कटाई का मामला जिले के अधिकारियों द्वारा भले ही दबा दिया गया हो लेकिन यह शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। एकबार फिर जिन्न सामने आया है। जिले के बहुचर्चित आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव चर्चिल ने इस बाबत सूचना के अधिकार के तहत एसपी से पूरे मामले में की गयी कार्रवाई की जानकारी मांगी है। इसके साथ ही मामले में नया मोड़ आ गया है।

बता दें उक्त मामले में राजद नेता राजीव कुमार बावी ने सीधा आरोप थानाध्यक्ष अजय कुमार पर लगाते हुए मुख्यमंत्री समेत तमाम अधिकारियों से मामले की जांच की मांग की थी। तब कुछ वीडियो फुटेज उपलब्ध कराया गया था। सोशल मीडिया के साथ अखबारों ने इसे प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था। एसपी ने मामले की जांच रजौली पुलिस इंसपेक्टर से करायी थी। उक्त मामले में थानाध्यक्ष को क्लीन चिट दे दिया गया था लेकिन लकड़ी किसने काटी इसका कोई जिक्र तक नहीं किया गया था। और तो और इतनी बड़े मामले को दबा दिया गया।

इसके एवज में थानाध्यक्ष द्वारा न केवल बावी को झूठे आरोप में फंसाकर प्रताड़ित किया बल्कि जिले के एक बुजुर्ग पत्रकार को अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर गिरफ्तार कर हाजत में बंद कर हाथ में हथकड़ी लगा सोशल मीडिया पर खुद वायरल कर जलील करने का काम किया।

उक्त मामले को चर्चिल ने गंभीरता से लेते हुए सूचना के अधिकार के तहत एसपी से सारे मामले का जांच प्रतिवेदन से की गयी कार्रवाई की पूरी संचिका उपलब्ध कराने की मांग कर दी है। ऐसे में एकबार फिर हरे बृक्षों की कटाई का जिन्न बाहर आ गया है।

शहरी व राष्ट्रभाषा परिषद का चक्कर लगाने वाले साहित्कारों को सरकार ने किया पुरस्कृत

गांव देहात के फक्कड़ साहित्यकारों को साहित्य सम्मान में नहीं मिला स्थान – रत्नाकर

नवादा : बिहार सरकार के द्वारा मंगलवार को राज्य के 29 साहित्यकार व कवियों को सम्मानित किया गया। समारोह में सिर्फ वैसे साहित्यकारों एवं कवियों का चयन किया गया जो या तो शहरी है या फिर राष्ट्र भाषा परिषद का चक्कर लगाते रहे है। समारोह पर अपना पक्ष रखते हुए जिले के वरिष्ठ साहित्यकार व लगभग दो दर्जन से अधिक हिंदी-मगही पुस्तकों के रचनाकार रामरतन प्रसाद सिंह रत्नाकर ने कहा कि शहरी क्षेत्र के निवासी तथा राष्ट्र भाषा परिषद का चक्कर लगाने वालों को पुरस्कृत किया गया है।

इस बाबत जारी प्रेस विज्ञप्ति में श्री रत्नाकर ने कहा है कि मंगलवार की अखबार में साहित्यकारों को हिंदी सेवी सम्मान समारोह में सम्मानित करने की खबर देखकर काफी आश्चर्य हुआ। उन्होंने कहा की सरकार द्वारा दो दर्जन से अधिक साहित्यकारों को दिए गए विभिन्न पुरस्कारों के लिए किसी प्रकार की सूचना आम नहीं की गई थी। जिस कारण प्रखंड व ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले साहित्यकारों को हिंदी सेवी समारोह होने की सूचना तक नहीं मिल सकी।

पुरस्कार प्राप्त करने वाले साहित्यकारों को बधाई देते हुए कहा कि जाने-माने महान चिंतक चाणक्य के कथन को बिहार सरकार ने सच कर दिखाया है। चाणक्य का कथन है की अगर सत्ता सुख और सत्ता से लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तब राजनगर में घर होना चाहिए। चकाचक वस्त्र होना चाहिए और तेज चलने वाला वाहन होना चाहिए। पुरस्कार प्राप्त करने वाले एकाध को छोड़ दें तो ऐसे लोगों को सम्मानित किया गया है जो नगर अर्थात शहर के निवासी हैं और वेतन पेंशन पाने वाले लोग हैं। ग्रामीण बिहार के फक्कड़ साहित्यकार तो जानते ही नहीं कि सरकार साहित्य कला से जुड़े धरती पुत्रों को जानती है।

मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि बिहार के 80 फीसदी लोग गांव में बसते हैं और आज भी गांव के लोग साहित्य पढ़ते हैं। लेकिन यह सम्मान सुविधा के प्रतिफल के रूप में दिया गया है। अगर आज लोहिया, जयप्रकाश नारायण जीवित होते तो सत्ता के चाल चरित्र पर दुखी होते। यह सुखाड़ प्रभावित बिहार के गांव में नहीं शहर में बिन बादल बरसात की कहावत चरितार्थ करने वाला हिंदी सेवी सम्मान का आयोजन भ्रम से भरा है।

एक घंटे की बारिश से पानी-पानी हुआ शहर से लेकर गांव

नवादा : जिले में लगभग एक घंटे की बारिश ने नगर परिषद की पोल खोल दी है। शहर के कई प्रमुख इलाके तालाब में तब्दील हो गए। इसमें सदर अस्पताल, गोला रोड, मेन रोड और सब्जी बाजार सहित शहर के कई प्रमुख मार्गों में तालाब जैसा नजारा देखने को मिला।

जलमग्न हुआ सड़क

सदर अस्पताल की बात करें तो पूरे परिसर में तालाब जैसा नजारा देखने को मिला। यहां प्रतिदिन सैकड़ों मरीजों का आना-जाना होता है। ओपीडी और पोस्टमार्टम हाउस और एक्स-रे के तरफ काफी पानी भरा है। सदर अस्पताल द्वार से घुसते दवा काउंटर से लेकर पूरा परिसर जलमग्न हो चुका था। जल जमाव से सदर अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

सड़कों पर भरा पानी, लोगों को हो रही परेशानी

यही हाल शहर के विभिन्न इलाकों का है, जिसमें इंदिरा चौक से स्टेशन रोड जाने वाली मार्ग और सब्जी मंडी पूरी तरह से तालाब में तब्दील हो चुकी है। सड़कों की बात करें तो पुरानी जेल रोड, स्टेडियम गेट के सामने, पुरानी कचहरी रोड, गोला रोड और शहर की हृदय स्थली कहे जाने वाले प्रजातंत्र चौक पर बारिश की पानी से सड़क पर गड्ढा बन गया है। इसमें पानी भरे रहने से कभी भी दुर्घटनाएं हो सकती है।

सामान खरीदने जाने वालों को नाली के पानी में जाना पड़ा

बारिश के बाद नालियों का पानी भरकर सड़कों पर बहने लगा। लोगों को सड़कों पर चलना काफी मुश्किल हो गया। बताया जा रहा है कि शहर में नालियों की सफाई को लेकर नगर परिषद पूरी तरह से सक्रिय नहीं है, जिसके कारण यह नजारा हर बार बारिश के बाद देखने को मिलता है। इसकी सबसे बड़ी वजह जो सामने आ रही है वह नालियों का नियमित साफ-सफाई न होना है।

कुछ इसी प्रकार की स्थिति रजौली नगर पंचायत की रही। कन्या मध्य विद्यालय परिसर तालाब में तब्दील हो गया। शिक्षकों व छात्राओं को थाली के माध्यम से पानी की निकासी में समय व्यतीत करने पर विवश होना पड़ा।

मेडिकल दुकानदार के खाते से उड़ाए 96 हजार रुपये

नवादा : जिले में साइबर अपराधियों का कारनामा लगातार सामने आ रहा है। ताजा मामला यह है कि मेडिकल दुकान के संचालक के खाते से साइबर अपराधियों ने 96 हजार रुपये से अधिक की निकासी करा ली है। मामला जिले के हिसुआ थाना क्षेत्र के मंझवे बाजार का बताया जाता है।

साइबर अपराधियों ने मेडिकल दुकान के संचालक अवधेश कुमार के खाते से साइबर अपराधियों ने 96 हजार 223 रूपये को उड़ा लिए। पीड़ित मेडिकल दुकान के संचालक ने हिसुआ थाने में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।पीड़ित अवधेश कुमार सीतामढ़ी थाना क्षेत्र के सहबाजपुर सराय के बताए जाते हैं। वे मंझवे में मेडिकल का दुकान चलाते हैं।

मेडिकल संचालक ने बताया कि एस बी आई बैंक में उनका खाता है।बैंक द्वारा एटीएम कार्ड मिला था जिसका कभी उपयोग नहीं किया बावजूद खाते से पैसे निकाले जाने के मैसेज बैंक के द्वारा रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आया है। इसकी जानकारी करने वह बैंक गया तो बैंक प्रबंधक ने राशि निकासी की बात को स्वीकार किया। पीड़ित ने एसपी से कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच आरंभ कर दी है।

नियोजन मेला में 169 आवेदकों का चयन

नवादा : जिलाधिकारी आशुतोष कुमार वर्मा एवं उप विकास आयुक्त दीपक कुमार मिश्र ने श्रम संसाधन विभाग द्वारा आयोजित एकदिवसीय जिला स्तरीय नियोजन-सह-व्यवसायिक मार्गदर्शन मेला का दीप प्रज्ज्वलित कर संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। इस अवसर पर आगत अतिथियों को बालिकाओं के द्वारा सुमधुर स्वागत गीत गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

जिलाधिकारी ने कहा कि नियोजन मेला में आवेदकों को पूर्ण रोजगार दें। आज रोजगार उन्मुखी पढ़ाई की जरूरत है। आज सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास करने के लिए कौशल विकास बहुत जरूरी है। आज क्वालिटी को प्राथमिकता उपरान्त है। उन्होंने कहा कि आवेदकों का नियोजन पूर्ण पारदर्शी ढ़ंग से करना सुनिश्चित करें। नियोजन के उपरान्त कार्य करने वाले व्यक्तियों को कम्पनियां सम्मानजनक राशि उपलब्ध कराये, जिससे कि जीवन यापन सही ढ़ंग से सुव्यवस्थित हो सके।

जिला पदाधिकारी के द्वारा नियोजन मेला में आये हुए अभ्यर्थियों को पढा़ई के साथ-साथ बेहतर कौशल सीखकर हुनरमंद बनने के लिए मार्गदर्शन दिया। साथ ही रोजगार एवं स्वरोजगार के बेहतर अवसर को प्राप्त कर जीवन में आगे बढ़ने का मार्गदर्शन भी दिया।   जिले में कौशल विकास केन्द्र के माध्यम से उत्कृष्ट कार्य करने वाले अभ्र्यिर्थयों को जिलाधिकारी और उप विकास आयुक्त ने संयुक्त रूप से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

उप विकास आयुक्त ने कहा कि आवेदक सभी कम्पनियों के संबंध में पूर्ण जानकारी प्राप्त कर लें। जिस काम के आवेदक इच्छुक हैं, उसी कम्पनी में जाकर अपना वायोडाटा दें और मार्गदर्शन करें। जिला नियोजन पदाधिकारी जैनेन्द्र कुमार ने आगत अतिथियों का बुके आदि देकर सम्मानित किया। जिला नियोजन कार्यालय के द्वारा उपलब्ध करायी जा रही विभिन्न प्रकार की सेवाओं के बारे में विस्तृत ढ़ंग से जानकारी दिया।

जिला नियोजन पदाधिकारी के द्वारा नियोजन मेले में आये हुए युवक/युवतियों के बीच जिला नियोजनालय द्वारा चलाये जा रहे महत्वपुर्ण कार्यक्रम, सुविधा एवं योजनाओं के बारे में जानकारी दिया गया। उन्होनें कहा कि जिला नियोजनालय में माह/सप्ताह में जाॅब कैम्प का आयोजन किया जाता है। जिससे मेला में आये आवेदक लाभान्वित होते हैं।

नियोजन मेला में 17 निजी क्षेत्र के नियोजक सम्मिलित हुए। रोजगार मेले में आए हुए अभ्यर्थियों में से नियोजकों द्वारा कुल 680 आवेदन स्वीकार किये गये। जिनमें 169 अभ्यर्थियों का स्थल चयन किया गया एवं कुछ नियोजक द्वारा शेष अभ्यार्थिंयों का अंतिम चयन प्रक्रियाधीन है। मेला में विभिन्न विभागों द्वारा बेरोजगार लोगों के लिए चलाए जा रहे केन्द्रीय एवं राज्य सरकार की योजना के क्रियान्वयन से संबंधित सूचना उपलब्ध कराने के लिए स्टाॅल लगाकर मरीजों का इलाज किया गया।

डीएम ने लिया जातीय जनगणना का जायजा

नवादा : जिलाधिकारी नवादा-सह-नोडल पदाधिकारी जातीय आधारित गणना, 2022 सह प्रधान गणना पदाधिकारी आशुतोष कुमार वर्मा ने सदर प्रखंड के कई गांवों का औचक निरीक्षण कर प्रगणक एवं सुपरवाईजर से फिडबैक प्राप्त किया।

सदर प्रखंड के समाय पंचायत के समाय गाॅव में जाति आधारित गणना का कार्य नियोजित शिक्षिका के द्वारा किया जा रहा था। जिलाधिकारी ने प्रगणक को निर्देश दिया कि पारदर्शिता के साथ जातीय आधारित गणना करना सुनिश्चित करें। किसी व्यक्ति का नाम गणना में नहीं छूटे। जिलाधिकारी ने स्थानीय नागरिकों से भी जातीय आधारित गणना के संबंध में फिडबैक प्राप्त किया।अधिकांश व्यक्तियों ने कहा कि हमारे घरों में दो माह पूर्व प्रगणक के माध्यम से जातीय आधारित गणना हो चुकी है।

ग्रामीणों ने बताया कि पेयजल और बिजली की समस्या के बारे में ध्यान आकृष्ट कराया। जिलाधिकारी ने कहा कि टीम भेजकर इसका जाॅच कराया जायेगा। निरीक्षण के समय उप विकास आयुक्त दीपक कुमार मिश्र, अखिलेश कुमार अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर, सत्येन्द्र प्रसाद डीपीआरओ, अंजनी कुमार प्रखंड विकास पदाधिकारी नवादा सदर आदि पदाधिकारी उपस्थित थे।