27 जुलाई तक सिर्फ 4 फीसदी रोपनी, किसानों को सुखाड़ की आशंका
नवादा : झमाझम बारिश के लिए सबसे मुफीद महीना जुलाई समाप्त होने को है, लेकिन बारिश का अता पता नहीं है। 30 जुलाई तक धान रोपनी खत्म हो जानी चाहिए, लेकिन जिले में 27 जुलाई तक 4 फीसदी भी धान रोपनी नहीं हो सकी है। जिले में 84366 हेक्टेयर में धान की रोपनी होनी है। लेकिन अब तक महज 3300 हेक्टेयर धान की रोपनी हो पाई है। मेसकौर में तो धान की रोपनी हुई ही नहीं है।
दरअसल जुलाई माह के पहले सप्ताह में झमाझम बारिश के साथ जगी किसानों की उम्मीदें अब मुरझाने लगी है। पूरे जुलाई माह में बारिश नहीं होने के कारण खेतों में धान के बिचड़े और किसानों के चेहरे दोनों पीले होने लगे हैं।
बरसात के इस सीजन में अब तक औसत से आधा से कम पानी पड़ने से लोगों को फिर सुखाड़ की चिंता सताने लगी है। खेतों में पानी की जगह फटी दरारें देखकर किसान सुखाड़ की आशंका से सहमे हैं। इस माह अब तक करीब 100 एमएम से भी कम यानि सामान्य से काफी कम बारिश हुई है। रोपनी की मान्य तिथि निकल गए, लेकिन जिले भर के 90 फीसदी किसानों के यहां रोपनी शुरू भी नहीं हो पाई है। पिछले साल सुखाड़ पड़ी थी, तब भी 26 जुलाई करीब 15 प्रतिशत रोपनी हो गई थी। इस साल जिले में 84366 हेक्टेयर में धान लगाने का लक्ष्य है।
बारिश के अबतक के सीजन की बात करे तो अब तक सामान्य से 38 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इतनी कम बारिश ही किसानों के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। जिला कृषि पदाधिकारी डॉ. संतोष कुमार सुमन के अनुसार अगले एक सप्ताह तक पर्याप्त बारिश नहीं हुई, तो धान के पैदावार की संभावना 50 प्रतिशत कम हो जाएगी।
सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग
नरहट के झिकरूआ के किसान विक्रम सिंह ने बताया कि चार एकड़ खेत में धान लगाने के लिए करीब चार कठ्ठा जमीन में बिचड़ा डाला था। लेकिन बारिश नहीं होने से पूरी तरह बिचड़ा भी नहीं निकल पाया। सूखे की वजह से खेत में ही कई जगह दरार आ गई। भारतीय किसान सभा के जिला मंत्री रामयतन सिंह ने बताया कि जिले में जून और जुलाई माह में औसत से कम बारिश हुई है इसके चलते रोपनी प्रभावित होगी।
सरकार को जिले को सूखाग्रस्त जिला घोषित करना चाहिए। जून माह में 134.6 एमएम बारिश होनी थी, लेकिन जुलाई में अबतक 30.7 एमएम बारिश हुई। जून माह से 100 एमएम कम बारिश हुई है। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार जुलाई माह में करीब 250 एमएम से अधिक औसत बारिश होनी चाहिए थी। लेकिन अब तक सिर्फ 100 एमएम बारिश हुई है जो सामान्य से आधी बारिश है।
भदई फसलों पर भी आफत
खरीफ में संभावित नुकसान की भरपाई के लिए किसान भदई फसलों पर आश्रित होते हैं, लेकिन इस बार भदई फसल भी पर्याप्त मात्रा में नहीं लगी है। मक्का, दलहन, तेलहन की भी 20 फीसदी से ज्यादा बुआई नहीं हो पाई है। कृषि विभाग के आंकड़े के मुताबिक जिले में 4500 हेक्टेयर में मक्का लगाया जाना था, लेकिन अब तक 10 फीसदी भी मक्का नहीं लग पाया है। जुलाई में निराई-गुड़ाई का काम होता था, लेकिन इस बार तो अभी फसल लगने का भी ठिकाना नहीं है।
एक का हाथ टूटा तो पीड़ित की मां ने दूसरे बच्चे का हाथ तोड़ डाला
नवादा : जिले के अकबरपुर में अजीबोगरीब घटना हुई। खेलने को दौरान एक बच्चा गिर गया जिससे उसका हाथ टूट गया ..इससे आक्रोशित बच्चें की मां ने साथ में खेल रहे दूसरे बच्चे का हाथ तोड़ दिया। घटना के बाद महिला की करतूत परसवाल उठाए जा रहें हैं। घटना जिले के अकबरपुर थाना क्षेत्र के सिरपत गांव की है। मिली जानकारी के अनुसार घर के नजदीक कई बच्चे एक साथ खेल रहे थे। इसी दौरान एक बच्चा अनीश गिर गया जिससे उसका एक हाथ टूट गया।
घटना से गुस्साई अनीश की मां पूनम ने साथ में खेल रहे 3 वर्षीय बच्ची स्वरागिनि का भी हाथ ऐंठ कर तोड दिया।घायल बच्ची को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़िता की मां सुमित्रा देवी ने पड़ोस के कृष्णा राजवंशी की पुत्री पूनम देवी पर बच्ची का हाथ तोड़ने का आरोप लगाया है। बताया की 3 वर्षीय स्वराग्नि और 4 वर्षीय अनीश घर के नजदीक खेल रहा था। इसी दौरान खेल खेल में अनीश के गिर जाने से उसका हाथ टूट गया था। गुस्साए पूनम ने साथ खेल रहे स्वराग्नि की हाथ ऐठ ऐठ कर तोड दिया।
अफरोजा ने दिया योगदान, बधाई देने वालों का लग रहा तांता
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविन्दपुर प्रखंड मुख्यालय सह पंचायत की पूर्व मुखिया सह जदयू प्रदेश सचिव अफरोजा खातुन ने राज्य अल्पसंख्यक आयोग सदस्य के रूप में अपना योगदान दिया। इसके साथ ही उनके आवास पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
जिले के वरीय पत्रकार सह साहित्यकार रामरतन प्रसाद सिंह रत्नाकर ने बधाई देते हुए कहा कि अफरोजा बचपन से ही समाजसेवी के रूप में जिले में अपनी पहचान बनायी। हमेशा गरीबों के दुख दर्द को अपना दुख समझते हुए उसका निदान करने में तत्पर रही। यही कारण रहा कि दो बार मुखिया पद को सुशोभित किया। पार्टी के प्रति हमेशा समर्पित रहीरही जिसका इनाम मुख्यमंत्री ने दिया।
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि आजादी के बाद पहली बार जिले के किसी सदस्य को अल्पसंख्यक आयोग में स्थान देकर जिले का सम्मान बढ़ाने का काम किया है जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। अफरोजा के आवास पर बधाई देने वालों का तांता लगा है।
राज्य सूचना आयोग ने नरहट थानाध्यक्ष को किया तलब
नवादा : जिले में पुलिस प्रशासन का हाल बेहाल है। दोषियों को बचाने निर्दोषों को फंसाने में महारत हासिल है। जाहिर है लाभ- शुभ का सारा खेल है। ताजा मामला नरहट थाना क्षेत्र का है। मुकदमा दर्ज करने के बाद भी दोषियों के ऊपर कार्रवाई न करने पर थाना प्रभारी नरहट को राज्य सूचना आयोग ने तलब किया है। मामला इंटर विद्यालय नरहट से जुड़ा है।
सूचना के अधिकार के तहत इंटर विद्यालय नरहट से आवेदक बिंदा प्रसाद निराला ने दिनांक 19 फरवरी 2015 को रमसा योजना के तहत विद्यालय को आवंटित 2013-14 को ₹200000 का जानकारी मांगा था। सूचना उपलब्ध नहीं कराने पर राज्य सूचना आयोग पटना में वाद संख्या 13483/ 15- 16 दर्ज कराया गया था। राज्य सूचना आयुक्त माननीय त्रिपुरारी शरण के द्वारा दिनांक 21 फरवरी 23 को प्रधानाध्यापक इंटर विद्यालय नरहट के रंजन कुमार तिवारी उपस्थित होकर सूचना उपलब्ध कराने का आदेश दिया था।
प्रधानाध्यापक रंजन कुमार तिवारी ने आयोग में लिखित बयान दिऊ कि मुझे पूर्व के प्रधानाध्यापक द्वारा प्रभार नहीं मिला है इसलिए सूचना उपलब्ध कराने में असमर्थता जाहिर की थी। आयोग ने पूर्व प्रधानाध्यापक पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था। प्रधानाध्यापक महोदय ने मुकदमा दर्ज करने हेतु थाना प्रभारी नरहट के पास आवेदन दिया लेकिन थाना प्रभारी द्वारा प्राथमिकी दर्ज नहीं किया गया । राज्य सूचना आयोग ने संज्ञान लेते हुए थाना प्रभारी को आरक्षी अधीक्षक नवादा के द्वारा उपस्थित होने का आदेश दिया तब पूर्व थाना प्रभारी सरफराज इमाम द्वारा कांड संख्या 154 दिनांक 14 अप्रैल 2023 को दर्ज किया।
प्राथमिकी में पूर्व प्रधानाध्यापक फिरोज अहमद पिता सुल्तान अहमद, संतोष कुमार पिता स्वर्गीय रामस्वरूप, सुमंत शर्मा पिता लोक शर्मा के ऊपर धारा 409 गैर जमानती धारा में प्राथमिकी दर्ज किया था। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी अभियुक्त गण पर कोई कार्रवाई नहीं किया जा रहा है। राज्य सूचना आयोग माननीय त्रिपुरारी शरण ने दिनांक 17 अगस्त 2023 को अद्यतन प्रतिवेदन के साथ थाना प्रभारी नरहट को आयोग में उपस्थित होने का फरमान जारी किया है।
कब क्या हुआ:-
दिनांक 9 फरवरी 2015 को सूचना मांगा गया
दिनांक 30 अप्रैल 2015 को राज्य सूचना आयोग में वाद संख्या 1348 53 दर्ज कराया गया
दिनांक 21 फरवरी 2023 को राज्य सूचना आयोग में उपस्थित होकर प्रधानाध्यापक द्वारा प्रभार ना रहने के कारण सूचना देने में असमर्थता जाहिर करना
17 मार्च 2023 प्राथमिकी दर्ज करने का आवेदन
20 मार्च 2023 प्राथमिकी दर्ज न करने पर थाना प्रभारी को आयोग में उपस्थित होने का आदेश
दिनांक 14 अप्रैल 2023 को प्राथमिकी दर्ज
19 जून 2023 को थाना प्रभारी को आयोग में उपस्थित होने का आदेश का अवमानना करने पर
दिनांक 17 अगस्त 2023 थाना प्रभारी नरहट को प्राथमिकी के अद्यतन प्रतिवेदन के साथ उपस्थित होने का आदेश।
प्रशासन द्वारा आहूत शांति समिति की बैठक से जनप्रतिनिधियों व पत्रकारों ने किया तौबा
नवादा : जिले के पुलिस कितनी फ्रेंडली है इसका जीता जागता प्रमाण अकबरपुर थाना परिसर में जिला प्रशासन द्वारा आहूत शांति समिति की बैठक में देखने को मिला। अधिकांश जनप्रतिनिधियों व पत्रकारों ने बैठक का बहिष्कार किया। वैसे थानाध्यक्ष ने भी सिर्फ अपने चाटुकारों को ही आमंत्रित किया था।
जिला प्रशासन ने मुहर्रम को ले अकबरपुर थाना परिसर में अकबरपुर, नेमदारगंज, थाली व गोविन्दपुर थाना से जुड़े जनप्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं की बैठक बुलायी थी। अखबारों व सोशलमीडिया के माध्यम से इसका प्रचार प्रसार किया गया था। इसके साथ ही थानाध्यक्षों को वैसे लोगों को आमंत्रित करने की जिम्मेदारी सौपी थी।
बैठक से जनप्रतिनिधियों ने किया तौबा
हाल के दिनों में अकबरपुर थानाध्यक्ष के कार्यकलापों से न केवल जनप्रतिनिधियों बल्कि पत्रकारों में नाराजगी है। परिणाम रहा कि उन्होंने जनप्रतिनिधियों व पत्रकारों के बजाय सिर्फ और सिर्फ चाटुकारों को ही बैठक की सूचना दी। परिणाम रहा कि इक्के दुक्के जनप्रतिनिधियों को छोड़ शेष बैठक से अनुपस्थित रहे।
19 पंचायत मुखिया में दो रहे उपस्थित:- अकबरपुर प्रखंड की बात करें तो नेमदारगंज व बरेव पंचायत छोड़ शेष पंचायत की मुखिया अनुपस्थित रहे। जबकि जिला पार्षद की बात करें तो राजकिशोर प्रसाद के अलावा किसी ने अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करायी।
प्रमुख- पंचायत समिति
बात करें प्रमुख व पंचायत समिति सदस्यों की एक ने भी बैठक में आना उचित नहीं समझा। इस प्रकार कहा जा सकता है कि जिस उद्देश्य से जिला प्रशासन ने बैठक का आयोजन किया था वह अपने उद्देश्य में विफल रहा।
गोविन्दपुर प्रखंड क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों का नहीं आना भी चर्चा में रहा। यह हाल तब है जब त्योहार के मामले में अकबरपुर प्रखंड अति संवेदनशील की श्रेणी में है। अब जिला प्रशासन की जिम्मेवारी है कि वह पुलिस को कैसे फ्रेंडली बनाती है। तस्वीर झूठ नहीं बोलती, सारी कहानी खुद ब खुद बयां कर देती है। सो अकबरपुर थाना परिसर में शांति समिति की बैठक ने कइ सवाल खड़ा कर दिया है। एक न एक दिन इसका जबाब पुलिस अधीक्षक को देना ही होगा।
पर्स चोरी करती महिला रंगे हाथ गिरफ्तार
नवादा : नगर के भीड़ भाड़ वाले क्षेत्र में पर्स चोरी करती महिला चोर को रंगेहाथ धर दबोचा। पिटाई करते हुए पुलिस कौ सौंप दिया है। आरोपी महिला इससे पहले भी चोरी की घटना को अंजाम दिया था और चोरी करते हुए उसका फोटो सीसीटीवी में कैद हो गया था।पिछले दफे चोरी करके फरार होने में सफल रही थी ,पर इस बार वह रंगेहाध धरा गई।
शहर के मेन रोड में दिन दहाड़े महिला से पर्स की चोरी करती महिला चोर को लोगों ने रंगे हाथ पकड़ कर जमकर धुनाई कर दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची नगर थाना की पुलिस ने महिला को भीड़ से अपने कब्जे में लिया और थाने ले आई।नगर थाना की पुलिस महिला से गहन पूछताछ में जुट गई है।पीड़ित महिला शहर के न्यू एरिया मोहल्ले की अरविंद सिंह की पत्नी राज कुमारी है। आरोपी महिला चोर नालंदा जिले के दीप नगर थाना क्षेत्र की रहनेवाली है।
महिला चोर पर आरोप है की पिछले दिनों शहर के मेन रोड में भी उसने खेमचंद बीघा के विकाश कुमार की पत्नी विनीता कुमारी के पास रखे पर्स को उड़ा कर चलते बनी थी। पर्स में 1 भर सोने का मंगल सूत्र,1000 रूपये नगद, एटीएम और आधार कार्ड था। घटना की शिकायत पीड़ित परिवार ने पूर्व में नगर थाना की पुलिस से किया था,वह वारदात सीसीटीवी में भी कैद हो गई थी जिसका वीडियो पीड़ित परिवार ने नगर थाना की पुलिस के सौंपा था। आरोपी महिला आज चोरी करते रंगे हाथ पकड़ ली गई। पुलिस उसे गिरफ्तार कर पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है।
रालोजद के कार्यकर्त्ता सम्मेलन में उपेंद्र कुशवाहा ने इंडिया पर साधा निशाना
नवादा : पूरे बिहार में आज अराजकता का माहौल कायम हो गया है। कम उम्र के बच्चियों के साथ गलत काम किया हो रही है। बिजली की मांग करने वालों पर पुलिस गोलियों का बौछार कर हत्या कर रही है। उक्त बातें गुरूवार को नगर भवन में आयोजित कार्यकर्त्ता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री सह राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कही।
उन्होंने कहा कि समता पार्टी का नींव बिहार से लालटेन को समाप्त करने के लिए रखा गया था, लेकिन आज नीतीश कुमार लालटेन को अपने माथा पर रखकर घुम रहे है और उपेन्द्र कुशवाहा को भी लालटेन के पीछे घुमकर जिन्दाबाद करने के लिए कह रहे थे, तब मैं ने बिहार की जनता का मान सम्मान बचाने के लिए एमएलसी की कुर्सी पर लात मारकर रालोजद का गठन किया हूं।
उन्होंने कहा कि हमलोग 2015 के चुनाव में 15 साल बनाम 15 साल का नारा देकर पुनः नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाने का काम किया, तब हमलोग सभी पूराने साथी कभी सपना में भी नहीं सोचा था कि कुर्सी बचाने के लिए नीतीश कुमार राजद के साथ हो जाएंगे। कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला किया है। उन्होंने कहा कि कटिहार में शांतिपूर्ण बिजली की समस्या को लेकर आंदोलन कर रहे लोगों पर पुलिस ने गोली मारकर हत्या कर दी है। ऐसे पुलिस वाले पर 302 का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरह थक गए हैं। इनकी राजनीति पूरी तरह खत्म हो चुकी है। बिहार में 2005 की शासन जैसा हाल होते जा रहे हैं। लूट, हत्या, बलात्कार तथा डकैती का मामला बढ़ता जा रहा है। एक तरफ लालू यादव अपने बेटा को मुख्यमंत्री बनाने के लिए नीतीश को प्रधानमंत्री के रेस में ढकेल दिया है। विपक्ष के द्वारा केंद्र की लड़ाई के लिए इंडिया पार्टी का नाम रखा गया है। इंडिया पार्टी में कैसे लोग हैं, कैसे लोगों का जमावड़ा है, यह जनता से छुपा नहीं है।
कभी भी देश के हित में कोई बात नहीं करता है, सिर्फ मोदी को हटाने की बात ही करते हैं। बिहार को बचाने के लिए सीएम नीतीश कुमार के साथ हम गए थे। दोबारा बिहार में राजद की सरकार वापस ना आए। बिहार के सीएम नीतीश ने बिहार की जनता को धोखा दिया और फिर से राजद के साथ ही हाथ मिला लिया है, अगर भूल से भी राजद की सरकार बन गई, तो 2005 से भी ज्यादा भयावाह बिहार की स्थिति हो जाएग