आशिकी में बौराई महिला प्रेमी को ही मान लिया पति परमेश्वर, पति को बना डाला फोटो फ्रेम
नवादा : अग्नि के सात फेरे लेकर सात जन्मों तक साथ निभाने का वादा करने वाली महिला का दिल एक अनजान युवक पर आ गया। फिर धीरे-धीरे रिश्तों की मर्यादा तार-तार हो गई। मामले की भनक पति को लगी तो पहले तो उसने बड़े प्यार से समझाया, लेकिन जब वो नहीं मानी तो पति ने आशिकी का भूत उतारने के लिए उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। इधर पति को प्यार में बाधक बनता देख पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर खौफनाक वारदात को अंजाम दे दिया।
मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र चटकरी टोला के जराही गांव का बताया जा रहा है । शादीशुदा महिला को उसके ही घर के सामने चाउमीन की दुकान लगाने वाले शख्स से प्रेम स्थापित हो गया। दिन बीतता गया और प्रेम परवान चढ़ता गया। प्रेम प्रसंग की भनक महिला के पति को लगी तो पहले तो उसने पत्नी को बड़े प्यार से समझाया , लेकिन जब वो नहीं मानी तो उसकी जमकर कुटाई कर दी। पत्नी पर आशिक़ी का भूत सवार था सो उसने पूरे मामले की जानकारी अपने प्रेमी से साझा की। जिसके बाद प्रेमी ने दोस्तों संग मिलकर पत्नी ने युवक को मौत के घाट उतार दिया। शव की पहचान छुपाने के लिए हत्यारों ने शव को उल्टा कर उसके मुंह को बालू में गाड़ दिया।
हत्या के कुछ दिनों बाद ही पुलिस ने शव बरामद कर लिया। फिर जांच पड़ताल के क्रम में पुलिस के हाथ हत्यारों तक पहुंच गए और पुलिस ने हत्याकांड में शामिल 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। एसपी अम्बरीष राहुल ने प्रेस वार्ता आयोजन कर पूरे हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया। उन्होंने बताया कि पुलिस गंभीर एवं जघन्य अपराध में शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी करने एवं सजा दिलाने हेतु लगातार प्रयासरत है।
गनौरी रामकली और मॉडर्न इंस्टीट्यूट के बीएड- डीएलएड प्रशिक्षु अभ्यास पाठ के लिए रवाना
नवादा : जिले के मॉडर्न शैक्षणिक समूह बिहार द्वारा संचालित गनौरी रामकली टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज एवं मॉडर्न इंस्टिट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन, इंडस्ट्रियल एरिया, पुलिस लाइन, नवादा के प्रशिक्षणार्थियों को हरी झंडी दिखाकर नवमॉडर्न विभिन्न विद्यालयों में अभ्यास पाठ के लिए रवाना किया गया। इस अवसर पर मॉडर्न समूह नवादा के सचिव सह एसोसिएशन ऑफ टीचर्स ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूशंस पटना, बिहार के महासचिव डॉ शैलेश कुमार ने हरी झंडी दिखाया तथा प्रशिक्षुओं को अभ्यास पाठ के महत्व को समझाया। उन्हें सफलतापूर्वक अभ्यास करने की शुभकामनाएं दी।
अपने संबोधन में डॉ शैलेश ने कहा कि अभ्यास पाठ प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का एक प्रमुख घटक है, जिसमें प्रशिक्षुओं को पढ़ाने की गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने की आवश्यकता होती है। अभ्यास पाठ में सीखने के साथ अपने अंदर आत्मविश्वास, अनुशासन, सहयोग, सहानुभूति, सदाचार, शिष्टाचार, इमानदारी जैसे क्रियाकलापों को भी अपने अंदर विकसित करते हैं। यही प्रशिक्षु आगे चलकर एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण कर सकेंगे, जो छात्र अध्यापक आज ज्ञान अर्जित कर रहे हैं।
तत्पश्चात उन्होंने हरी झंडी दिखाकर अभ्यास पाठ की शुभकामनाएं देते हुए प्रशिक्षुओं को रवाना किया। जिसमें गनौरी रामकली टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज एवं मॉडर्न इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन नवादा के सत्र 2022- 24 के प्रथम वर्ष 650 प्रशिक्षु शामिल रहे। एनसीटीई के निर्देशानुसार उपरोक्त प्रशिक्षण में महाविद्यालय के प्रशिक्षु 4 सप्ताह तक अभ्यास पाठ कर सकेंगे। प्रशिक्षुओं को अभ्यास पाठ के लिए मध्य विद्यालय नवादा, अनुसूचित मध्य विद्यालय नवादा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय कौवाकोल, बीएस कोसला, नारदीगंज आदि विद्यालयों में अभ्यास पाठ के लिए भेजा गया।
मौके पर प्रशिक्षु कल्पना कुमारी, स्मृति कुमारी, करीना कुमारी, कविता कुमारी, निधि कुमारी, धीरज कुमार, विकास कुमार, सचिन कुमार, गौरव कुमार, राजीव रंजन कुमार, m.ed विभागाध्यक्ष डॉ सनत कुमार दुबे, डीएलएड विभागाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सोनकर, मनीराम, राजित राम यादव, श्रीमती मुन्नी कुमारी, अर्पिता कुमारी, राहुल कुमार, आकाश कुमार आदि उपस्थित थे।
भूमि अधिग्रहण राशि से असंतुष्ट कुंजैला के किसानों ने डीएम से लगाई गुहार
नवादा : जिले के रोह प्रखंड के कुंजैला गांव के किसानों ने अधिग्रहण राशि से असंतुष्ट होकर डीएम को आवेदन दिया है। कुंज-गोसाईबीघा के पास सकरी नदी पर बना नवनिर्मित पुल के संपर्क पथ में कुंजैला के जिन किसानों की जमीन जा रही है, उन किसानों का आरोप है कि भूमि अधिग्रहण राशि का उचित निर्धारण नहीं किया गया है, जिसके कारण संबंधित किसानों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर डीएम को आवेदन दिया।
किसानों का कहना है कि हमारी जमीन का उचित अधिग्रहण राशि नहीं दिया जाता है तो हमलोग अपने-अपने जमीन की जुताई कर फसल उगाने के लिए मजबूर हो जाएंगे, जिससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो जायेगी।
आवेदन में किसानों ने कहा है कि पुल के संपर्क पथ के लिए जो जमीन अधिग्रहण किया गया है, वह दो फसला के श्रेणी में रखा गया है और अधिग्रहण राशि मात्र साढ़े सात हजार रूपये प्रति डिसमिल तय किया गया है, जो पूरी तरह अनुचित है, क्योंकि अधिग्रहण किया गया भूमि सड़क के किनारे है और इस तरह के जमीन की अधिग्रहण राशि अलग है। किसानों का आरोप है कि बिना स्थल निरीक्षण किए ही राशि तय किया गया है। किसानों का कहना है कि अगर उचित मुआवजा राशि तय नहीं किया गया तो हमलोग अपनी जमीन जोतने को मजबूर हो जाएंगे।
ज्ञात हो कि अगर किसानों द्वारा अपने-अपने खेत जोतकर फसल उगाया जाएगा तो लगभग 17 करोड़ की लागत से बना यह पुल मात्र शोभा की वस्तु बनकर रह जायेगा और प्रखंड के आधा दर्जन पंचायत के लोगों को जिला मुख्यालय जाने के लिए लंबी दूरी तय करना पड़ेगा। मौके पर जगदीश प्रसाद केसरी, अरूण कुमार, संजय कुमार संगम, विजय शंकर वर्मा, संजय कुमार, सिद्धेश्वर प्रसाद, कृष्णा प्रसाद, रामचंद्र प्रसाद, सुरेश प्रसाद तथा कृष्णनंदन प्रसाद आदि किसान मौजूद थे।
सुरक्षा की अभूतपूर्व व्यवस्था के बीच मनाया जा रहा बकरीद का त्योहार
नवादा : जिले भर में अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था के बीच ईद उल अजहा(बकरीद) गुरुवार को मनाई जा रही है। बकरीद को लेकर मुस्लिम धर्मावलंबियों में काफी उत्साह देखा गया। सबह से विभिन्न मस्जिदों व ईदगाहों में नमाज अदा कर एक दूसरे से गले मिल ईद की बधाई दी। ईद की नमाज़ के बाद खाने का खिलाने का सिलसिला आरंभ हुआ। इसके साथ ही कुर्बानी में अक्षम लोगों के यहां बकरे के गोश्त पहुंचाया गया ताकि उन्हें पर्व को ले किसी प्रकार का शिकवा अल्लाह से न हो।
मालूम हो कि, बकरीद पर कुर्बानी का काफी खास महत्व है। कुर्बानी के बाद जो गोश्त निकलता है, उसे तीन हिस्सों में बांट दिया जाता है। इनमें एक हिस्सा खुद के लिए, एक रिश्तेदारों के लिए और एक गरीबों के लिए होता है। इन हिस्सों को सही से बांटने के बाद ही कुर्बानी का गोश्त जायज माना जाता है।
बताते चलें कि हर साल बकरीद की तारीख जिल हिज्जा महीने के चांद के दिखने पर निर्भर करती है। इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, जिल हिज्जा महीना इस्लाम का 12वां महीना होता है। इस्लामिक मान्यता है कि ये सिर्फ अल्लाह का एक इम्तिहान था। अल्लाह के हुकुम पर हजरत इब्राहिम बेटे को भी कुर्बान करने की यह परंपरा शुरू हुई।
खादी पुरुष त्रिपुरारी शरण श्रद्धा से किए गए याद, 10वीं पुण्यतिथि पर दी गई श्रद्धांजलि
नवादा : खादी पुरुष स्वर्गीय त्रिपुरारी की दसवीं पुण्यतिथि श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाई गई। खादी ग्राम उद्योग समिति प्रसाद बिगहा नवादा और ग्राम निर्माण मंडल सर्वोदय आश्रम, सोखेदेवरा में उनके तैल चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया।
मौके पर ग्राम निर्माण मंडल के प्रधानमंत्री अरविंद कुमार, जिला कार्यालय के मंत्री अशोक कुमार, खादी ग्राम उद्योग समिति के व्यवस्थापक जय नारायण प्रसाद, जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष बंगाली पासवान, सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक नवादा के निदेशक कुमार, प्रधान कार्यालय, गया के मंत्री सुनील कुमार, कार्यालय मंत्री अनिल कुमार, शिव कुमार महतो, उमाशंकर कुमार, सूरज कुमार आदि ने उनके चित्र पर माल्यार्पण किया और खादी के क्षेत्र में उनके किए गए कार्यों को याद किया।प्रधानमंत्री अरविंद कुमार ने उनके जीवन चरित्र पर और संस्था के लिए किए गए कार्यों के साथ ही विचारों को विस्तार से रखते हुए कहा कि स्वर्गीय त्रिपुरारी शरण हमेशा हम लोगों के लिए प्रेरणा के स्रोत बने रहेंगे।
खादी के क्षेत्र में उनके किए गए कार्य सदियों तक याद रखा जाएगा। नवादा ही नहीं अपितु पूरे बिहार और झारखंड में खादी के क्षेत्र में उनका योगदान अविस्मरणीय रहा है। यही वजह रहा कि जीवन काल में ही उन्हें खादी पुरुष सम्मान से नवाजा गया। सोलर चरखा के जरिए उन्होंने कामगारों के जीवन को ऊपर उठाने और उनकी आमदनी को बढ़ाने में बहुमूल्य योगदान दिया था। ग्राम निर्माण मंडल परिवार उनका सदा आभारी रहेगा। वे हमारे बीच में नहीं हैं, लेकिन उनके विचार आज भी प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं।