14 फ़रवरी : नवादा की मुख्य खबरें

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महाशिवरात्रि को ले शिव मंदिरों में तैयारियां तेज

नवादा : जिले में महाशिवरात्रि पर्व काफी धूम-धाम से मनाया जाता है। इस वर्ष 18 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व है। हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर शिव पूजा का महापर्व शिवरात्रि मनाया जाता है। पंडितों ने बताया कि इस बार शिवरात्रि पर दुर्लभ योग बन रहा है। दुर्लभ संयोग होने के कारण इस बार शिव भक्तों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। शहर के शिव मंदिरों में भी इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है। मंदिरों की साजा सज्जा के साथ अनुष्ठान के लिए सामग्री जुटाई जा रही है। मंदिरों में कई तरह का आयोजन की रूपरेखा तैयार किया जा रहा है।

पंडित बताते हैं कि इस साल शिवरात्रि पर एक दुर्लभ योग है, जब यह दोनों बड़े ग्रह शिवरात्रि पर स्थिति में रहेंगे। इस योग में शिव पूजा करने पर शनि गुरु शुक्र के दोषों से भी मुक्ति मिल सकती है। 18 फरवरी को सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। पूजन और नए कार्यों की शुरुआत के लिए यह योग शुभ है। मान्यता के अनुसार महाशिवरात्रि का दिन भगवान शिव और मां पार्वती को समर्पित है। इस दिन शिव का अभिषेक करने से पापों से छुटकारा मिल जाता है।

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पंडित के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन भगवान शंकर की मूर्ति का पंचामृत से स्नान कराएं। इसके बाद आठ लोटे केसर जल चढ़ाएं. चंदन का तिलक लगाएं। बेलपत्र, भांग, धतूरा, गन्ने का रस, जायफल, कमल गट्टे, फल, मिष्ठान, मीठा पान, इत्र व दक्षिणा चढ़ाएं। सबसे बाद में केसर से बने खीर का भोग लगा कर प्रसाद बांटें। बता दें पूरे दिन ॐ नमो भगवते रूद्राय, ॐ नमः शिवाय रूद्राय् शम्भवाय् मंत्रों का जाप करें। इसके अलावा अगर हो सके तो इस दिन शिव पुराण का पाठ जरूर करें।

महाशिवरात्रि शुभ मुहूर्त

पंडितों के अनुसार 18 फरवरी 2023 को महाशिवरात्रि है और इस दिन व्रत रखने वाले भक्त अगले दिन यानी 19 फरवरी को पारण कर सकते हैं। इस तरह महाशिवरात्रि का चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 18 फरवरी 2023 को रात 08 बजकर 02 मिनट पर हो रही है और इसका समापन 19 फरवरी 2023 को शाम 04 बजकर 18 मिनट पर होगा। महाशिवरात्रि व्रत पारण का शुभ मुहूर्त 19 फरवरी की सुबह 6 बजकर 57 मिनट से शुरू हो रहा है और दोपहर 3 बजकर 33 तक रहेगा। ऐसे में मुहूर्त में पारण करना शुभ रहेगा।

दर्जनों मॉडल विद्यालयों का 5 वर्षों से ताला तक नहीं खुला

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड में मध्य विद्यालयों को अपग्रेड कर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बनाने के बाद उसका भवन निर्माण होने के बावजूद अब तक इन विद्यालयों में पढ़ाई की शुरुआत नहीं हो पाई है। जिसकी वजह से 5 साल पूर्व बने इन विद्यालयों के भवन यूं ही बेकार पड़े हैं ।और तो और ये सभी भवन देख-रेख और रख-रखाव के अभाव में टूटने- फूटने के कगार पहुंच गए हैं।

ऐसा ही एक विद्यालय रजौली प्रखंड के रजौली पश्चिमी पंचायत की छपरा में एनएच 20 के किनारे है। उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छपरा का भवन बने 5 साल से ज्यादा बीत गए हैं। लेकिन अब तक विद्यालय के इस भवन में कक्षाएं की शुरूआत नहीं हो सकी है।

छपरा में पूर्व से बने मध्य विद्यालय में ही कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई कराई जा रही है। विद्यालय के शिक्षक ने बताया कि राज्य सरकार के द्वारा प्लस टू के शिक्षकों की बहाली नहीं किए जाने के कारण 5 वर्ष पूर्व बने यह भवन अब तक बेकार पड़ा है। अगर 1-2 शिक्षक की भी बहाली हो जाती तो कम से कम कक्षा नौवीं व दसवीं के छात्र- छात्राओं को पढ़ाई के लिए इस भवन में शिफ्ट कर दिया जाता।

शिक्षकों की बहाली नहीं होने के कारण जिले के सभी भवन अब तक अधर में लटका पड़ा है।जबकि मैट्रिक बोर्ड परीक्षा के लिए प्राइवेट स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया जाता है जिससे प्राइवेट स्कूलों के संचालकों में रोष देखा जाता है। प्राइवेट स्कूलों के संचालकों ने बताया कि प्राइवेट विद्यालयों से अच्छा क्षेत्र में दर्जनों अपग्रेड उच्च माध्यमिक विद्यालय बन कर वेकार पड़ा है। इस संबंध में एसडीओ आदित्य कुमार पियूष से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग से जानकारी लेकर बताया जाएगा।

स्वच्छता सर्वेक्षण को ले सक्रिय हुआ नगर परिषद

नवादा : 2023 का स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू हो गया है और विविध मापदंडों पर शहर के स्वच्छता की ग्रेडिंग होगी। ऐसे में लोगों को जागरूक होकर शहर को स्वच्छ सुंदर और अतिक्रमण मुक्त रखने की कोशिश करना चाहिए ताकि 2022 की तरह 2023 में भी नवादा बिहार के टॉप फिफ्टी से बाहर ना हो जाय? पिछले साल स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान नवादा की रैंकिंग सुधरी तो जरूर थी लेकिन बिहार के टॉप 50 शहरों में नवादा शामिल नहीं हो पाया था। इस बार फिर से केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 शुरू कर दिया गया है।

स्वच्छता सर्वेक्षण का टूल किट पहले ही जारी कर दिया गया है। स्वच्छता रैंकिंग में अव्वल रहने के लिए नगर परिषद को डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन व सेग्रीगेशन एट सोर्स पर काम, वेडिंग जोन में दुकान, नाला, गली, सड़क की सफाई, सूखा व गीला कचरा रखने के लिए हर घर में बाल्टी वितरण, पार्किंग आदि का काम करवाने होंगे। इसी के आधार पर मार्किंग होगी। नवादा शहर स्वच्छता के पैमाने पर कितना खरा उतरता है यह भी आगे वाले समय में दिखेगा।

समस्या से प्रभावित होंगी मार्किंग

शहर में स्वच्छता को लेकर सबसे बड़ी समस्या गंदगी और जाम नालियों का है। जाम नालियों के चलते सड़क पर पानी बसता है और गंदगी पसरा रहता है। इसमें सबसे ज्यादा नंबर कटेंगे। सड़क, फुटपाथ पर बेतरतीब ढंग से दुकानें, जहां तहां टूटी हुई सड़क, दुकानें व वहां लग रहा जाम, यत्र-तत्र लगे ठेला, गलियों में अंधेरे की समस्या, शहर के सभी सड़कों पर लग रहा जाम, स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में मिलने वाला अंक कम कर सकता है।

बता दें कि केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू किया गया है। किसी शहर का ऐसा हाल देख सर्वेक्षण टीम अंक कम कर सकती है। क्योंकि सर्वे के दौरान शहर साफ-सुथरा, सुंदर व आकर्षक दिखने के अलावा मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार होना जरूरी है।

लोगों से लिया जाएगा फीडबैक:

स्वच्छता सर्वे 2023 के लिए दो स्तर पर फीडबैक लिया जाएगा। स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत स्वच्छता का स्तर जानने के लिए स्थानीय लोगों से फीडबैक लिया जाएगा। इस दौरान 12 प्रश्न पूछे जाएंगे, जिसके माध्यम से शहर की सफाई व्यवस्था के बारे में जानकारी प्राप्त होगी।

दो तरह से लिया जाएगा फीडबैक

सर्वेक्षण में सर्विस लेवल प्रोग्रेस अहम रहेगा। कुल 9500 अंकों में से 4525 अंक सर्विस लेवल प्रोग्रेस के निर्धारित किए गए हैं। सर्विस लेवल प्रोग्रेस में निर्धारित 4525 में से 1750 अंक कूड़ा उठाव पर मिलेंगे। सीवरेज के ढक्कन 100 फीसद कवर होने चाहिए।

नगर निकायों का खजाना खाली, स्टांप ड्यूटी के करोड़ों रुपए बाकी

नवादा : शहरों के विस्तारीकरण के बाद जिले के सभी 4 नगर निकायों का क्षेत्र बड़ा हो गया है, लेकिन शहरों के विकास के लिए खजाना खाली हो गया है। बीते कुछ माह से विभाग की ओर से कोई बड़ा ग्रांट नहीं मिला है और ऊपर से नगर निकायों के अपने स्टांप ड्यूटी का पैसा भी नहीं मिल रहा। नवादा ,हिसुआ वारसलीगंज और रजौली नगर निकाय क्षेत्र के स्टांप ड्यूटी का करोड़ों रुपए या तो निबंधन विभाग में अटका है या फिर वहां से रिलीज होकर कोषागार में अटक गया है।

हालत यह है कि कहीं 10 माह से तो कहीं एक साल से स्टांप ड्यूटी का पैसा नहीं आया है। हिसुआ नगर परिषद के विकास के लिए स्टांप ड्यूटी का 90 लाख 65 हजार रुपया तो 2 महीना पहले मुख्यालय से जिला आ चुका है लेकिन अब तक नगर परिषद को ट्रांसफर नहीं हुआ। जबकि जिला पदाधिकारी के स्तर से जनवरी माह के पहले सप्ताह में ही पैसा ट्रांसफर करने को लेकर कोषागार को निर्देश दिया जा चुका है। बावजूद अब तक हिसुआ नगर परिषद को पैसा ट्रांसफर नहीं हुआ है।

कमोबेश यही हाल वारिसलीगंज नगर परिषद का भी है जहां करीब 1 साल से अधिक समय से स्टांप ड्यूटी का पैसा नहीं आया है यानी करोड़ो रुपए का बकाया है। नवादा नगर परिषद को कुछ राशि मिली है लेकिन अभी भी बहुत बकाया है।

फंड के अभाव में छोटे-बड़े काम रूके

दरअसल शहर के वार्डों में अभी विकास की काफी जरूरत है। विशेषकर आउटर वार्डों की नई विकसित हो रही कॉलोनियों में डेवलपमेंट वर्क की डिमांड ज्यादा है। यहां गलियां तक कच्ची हैं। लेकिन नगर परिषद के खजाना फिलहाल खाली है। शहर के विकास के लिए ग्रांट की जरूरत है, मगर सरकार से अभी ग्रांट नहीं मिल रहा। इसके लिए चलते नगर निकायों के बोर्ड और प्रशासनिक महकमा भी पेशो पेश में है। पार्षद और स्थानीय लोग स्टांप ड्यूटी की लंबित राशि को जारी किए जाने की मांग की है। शहर के प्रत्येक वार्ड के विकास के लिए रुपयों की अति आवश्यकता है, क्योंकि नगर परिषद के पास इस समय फंड नहीं है। छोटे-छोटे कामों के लिए भी नगर परिषद को परेशान होना पड़ता है।

नगर परिषद के लोगों का पैसा है स्टांप ड्यूटी

दरसल जब नगर परिषद शहरी क्षेत्र के किसी भी जमीन की रजिस्ट्री होती है तो उस पर निबंधन के लिए लगने वाले शुल्क के अतिरिक्त नगर निकाय के लिए विशेष तौर पर स्टांप ड्यूटी भी वसूली जाती है। राजस्व विभाग में जमा हो रही स्टांप ड्यूटी की 2% धनराशि नगर परिषद के हिस्से की होती है, जो कि नियमानुसार राजस्व विभाग को नगर परिषद को देनी होती है।

इस राशि से नगर परिषद में विकास कार्य होता है। यह पैसा शहर में बसने वाले लोगों के द्वारा जमा किया जाता है तो जाहिर है कि लोगों को सुविधाएं भी मिलनी चाहिए। लेकिन यह पैसा देर तक कहीं ना कहीं अटका रहता है और इसके चलते विकास कार्य बाधित होता है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिला पदाधिकारी का निर्देश हुए एक महीने बीत जाने के बाद भी नगर परिषद को पैसा क्यों नहीं ट्रांसफर हो पाया। हिसुआ के निवर्तमान पार्षदों का कहना है कि जानबूझकर फाइल को दबाकर रखा गया है।

राशि आने पर कार्यों में तेजी आएगी:-

नगर परिषद में विकास कार्य के लिए भरसक कोशिश हो रही है। विभिन्न मदों से कई काम हो रहे हैं लेकिन फिलहाल राशि की कमी है। सूचना मिली है कि मार्च 2022 जो जून 2022 तक का पैसा मुख्यालय से जिला में आ गया है। अब राशि आएगी तो विकास कार्यों में तेजी आएगी।

– चंद्रशेखर सिंह, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद हिसुआ:

वारिसलीगंज में चार तिमाही से नहीं आया

इस बावत वारिसलीगंज नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी जया ने बताया कि नगर सशक्त स्थाई समिति के सदस्यों का शपथ ग्रहण हो गया है और अब विकास कार्य शुरू होगा। कुछ मदों में थोड़ा बहुत पैसा है। स्टांप ड्यूटी की राशि तिमाही आती है। अभी 4: तिमाही का पैसा नहीं आया है।

मीडिया समेत आम लोगों के लिए थाना प्रवेश पर लगा प्रतिबंध

– प्रवेश के पूर्व दिखाना होगा आधार व पैन कार्ड, दर्ज करना होगा रजिस्टर पर पूरा विवरण

नवादा : थाना में प्रवेश के पूर्व गेट पर आधार कार्ड दिखाये व रजिस्टर पर पूरा विवरण दर्ज नहीं किया तो प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। नियम का पालन पत्रकारों को भी करना होगा। इस प्रकार का मौखिक आदेश फिलहाल जिले के सिरदला थानाध्यक्ष ने लागू किया है। आदेश को लागू कराने के लिए बजाप्ता गेट पर चौकीदार की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है।

ऐसा तब है जब न्यायालय से लेकर सरकार तक लोगों के मन से पुलिस का भय समाप्त करने के लिए पुलिस को फ्रेंडली बनाना चाहती है। लेकिन सिरदला पुलिस के फरमान ने न केवल न्यायालय बल्कि सरकार की मंशा पर पानी फेर दिया है। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि किसी के साथ आकस्मिक घटना घट जाय और वह शिकायत थाना से करना चाहे, उसके साथ आधार कार्ड न हो तो उसकी आवाज कौन सुनेगा? फिर खेत- खलिहान या रास्ते में लूट का शिकार हो जाय तो उसकी फरियाद कौन सुनेगा? बहुत सारे प्रश्न हैं जिसका जबाव पुलिस अधिकारियों को देना होगा।

कुछ ही दिनों पूर्व थानाध्यक्ष द्वारा परिसर में लगे शीशम वृक्षों की बगैर अनुमति कटाई कराये जाने का फोटो युक्त समाचार सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। मामले की वरीय अधिकारियों ने जांच अबतक भले ही न किया हो लेकिन थानाध्यक्ष ने अपना गुस्सा पत्रकारों पर उतारना शुरू कर दिया है। लेकिन इसके जद में न केवल पत्रकार बल्कि सामान्य लोग भी आ गये हैं।

अब जब सिरदला थानाध्यक्ष ने प्रवेश के पूर्व नियम लागू कर दिया है तो साधारण व्यक्ति के लिए थाना पहुंच पाना मुश्किल हो गया है। ऐसे में थाना गेट पर पहुंच कर भी लोग वापस लौटने को मजबूर हो रहे हैं। बहरहाल सिरदला थानाध्यक्ष का नया आदेश अन्य थानों में भी लागू होता है या फिर आदेश वापस होता है इसका इंतजार हर किसी को रहेगा।

अमरदीप साव के हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो 20 से होगा आंदोलन

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल प्रखण्ड के चर्चित व्यवसायी व रूपौ थाना क्षेत्र के मनसागर गांव निवासी अमरदीप साव हत्याकांड में पुलिस को घटना के पांच दिन बीत जाने के बाद भी हत्यारों की गिरफ्तारी करने में कोई सफलता हासिल नहीं हो सकी है। जिससे मृतक के स्वजनों एवं ग्रामीणों में पुलिस प्रशासन के प्रति नाराजगी देखी जा रही है।

घटना के बाद पीड़ित परिवार से मिलने का व संवेदना जताने का दौर जारी है। राजद के व्यवसायिक प्रकोष्ठ व साहू समाज के प्रदेश अध्यक्ष मोरबा से विधायक रणविजय साहू ने मनसागर गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मिल घटना पर दुःख व्यक्त करते हुए पुलिसिया रवैये पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि घटना के पांच दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस कुछ खास नहीं कर पाई है। जिससे हत्यारों का मनोबल बढ़ता जा रहा है एवं गवाह व मृतक के स्वजन काफी भयभीत महसूस कर रहे हैं।

उन्होंने पीड़ित परिवार के सामने एसपी एवं पकरीबरावां एसडीपीओ से मोबाइल पर घटना के संबंध में बात किया। जिस पर एसपी ने एक सप्ताह के अंदर हत्यारों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया। इस बीच साहू समाज ने पुलिस प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि एक सप्ताह के अंदर सभी हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो 20 फरवरी को जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। मौके पर राजद के प्रखण्ड अध्यक्ष कैलाश प्रसाद यादव, साहू समाज के प्रखण्ड अध्यक्ष व पूर्व उपप्रमुख भोलानाथ साव, सचिव सुशील कुमार उर्फ सोनु साहू समेत अन्य लोग मौजूद थे।

जीविका चुनाव में कुव्यवस्था, पत्रकारों को संवाद संकलन में पुलिस ने डाला व्यवधान

नवादा : जिले के पत्रकार इन दिनों पुलिस प्रशासन के निशाने पर हैं। मामला चाहे अकबरपुर का हो या फिर सिरदला का। पक्ष में संवाद प्रकाशित हुआ तो ठीक बर्ना खैर नहीं। ताज़ा मामला पकरीबरावां का है जहां चुनाव की कुव्यवस्था का वीडियो बना रहे पत्रकारों को पुलिस ने बल पूर्वक रोक दिया। ऐसा कर लोकतंत्र में सूचना के अधिकार से आम लोगों को बंचित रखने व प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला का तथाकथित प्रयास किया गया है।

बताया जाता है कि सोमवार को पकरीबरावां प्रखंड कार्यालय में जीविका समूह का चुनाव था। गया से आये पर्यवेक्षक के देखरेख में चुनाव कराया जाना था। कुव्यवस्था ऐसी कि कुछ कह पाना मुश्किल। अफरातफरी की स्थिति ऐसी कि कुछ महिलाओं को पुरुष पुलिस बल का शिकार होना पड़ा।

जाहिर है ऐसे पल का हर पत्रकार को इंतजार होता है सो वीडियो बनाने की तैयारी आरंभ कर दी। लेकिन यह क्या पुलिस वाले की नजर पड़ी और हो गया शुरू। वीडियो बनाने से बंचित कर दिया गया। जाहिर है जहां पुलिस की करतूत होती है वहां पत्रकारों को प्रताड़ना का शिकार होना पड़ता है। चुनाव की कुव्यवस्था का आलम वीडियो में देखा जा सकता है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि कुव्यवस्था का जिम्मेदार कौन? पत्रकार या फिर प्रशासन?

अप संस्कृति को रोकने के लिए मातृ-पितृ पूजन समारोह का आयोजन

नवादा : जिले के फ्रन्टलाइन पब्लिक स्कूल आनंद नगर, चातर में भारतीय संस्कृति में देवतुल्य स्थान प्राप्त हर बच्चों के जीवंत आदर्श उनके माता- पिता के प्रति श्रद्धा को प्रदर्शित करते हुए मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सैंकड़ो अभिभावकों की उपस्थिति में जब उनके बच्चों ने उनकी पूजा आरती की तो उपस्थित सभी व्यक्ति की नजरों में ममता और भावुकता के आंसू उमड़ पड़े। विद्यालय के चेयरमैन प्रो0बिजय कुमार और मुख्य अतिथि प्रो0 रतन कुमार मिश्रा ने संयुक्त रूप से फीता काटकर और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।

दीप प्रज्वलन के समय कक्षा पांचवी के छात्र ऋतिक राज के कंठ से मधुर और स्पष्ट बौद्धिक मंत्रोचार ने सबको प्रभावित किया तथा सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के चेयरमैन प्रो0 बिजय कुमार ने कहा कि बच्चों को पहला संस्कार घर में मिलता है लेकिन इसके बाद स्कूल की जवाबदेही बनती है कि उन बच्चों को अधिक से अधिक संस्कारित करें। इसी क्रम में फ्रंटलाइन पब्लिक स्कूल के प्रांगण में मातृ-पितृ पूजन दिवस रखा गया है ताकि बच्चे अपने माता-पिता का अपने जीवन में महत्व को समझ सकें।

माता-पिता का त्याग और तपस्या से ही बच्चों का विकास होता है। अपने बच्चों के गर्भ में आते ही बच्चे को स्वस्थ और सुखी रखने के लिए हर मां हर तरह दुख और तकलीफ सहते रहती है लेकिन अपने बच्चों पर कोई आंच आने नहीं देना चाहती। पिता भी अपनी जरूरतों पर ध्यान ना देकर अपने बच्चों की जरूरत पर ध्यान रखते हैं। बच्चा स्वस्थ रहे सुखी रहे और खूब पढ़े इसके लिए हर पिता अपने जीवन यात्रा को दांव पर लगाए रहता है। भले समाज में आज के जमाने में लोग पति पत्नी को ही अपना परिवार समझते हों, माता-पिता को वृद्धाश्रम में पहुंचा कर यह भी पूछते हैं कि यहां कोई दिक्कत तो नहीं है मां? अब ऐसी स्थिति किसी मां को नहीं देखना पड़े इसी को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुझे पूर्ण विश्वास है कि ऐसे कार्यक्रमों का असर बच्चों के साथ समाज पर भी अपनी अमिट छाप छोड़ सकेगा।

मां के प्रति बच्चों का नजरिया सही दिशा में होगा पिता को भी सही स्थान मिलेगा। मुख्य अतिथि के रूप में प्रो0 रतन कुमार मिश्रा ने कहा कि आज सनातन धर्म में लोगों को मातृ-पितृ पूजन दिवस को मनाना अनिवार्य हो गया गया है ।आज समाज में जो विकृति उत्पन्न हुई है कि लोग पति पत्नी और अपने बच्चे को अपना परिवार समझने लगे वैसे लोगों को इस आयोजन से समझना होगा कि परिवार में पहला स्थान माता-पिता का होगा उसके बाद बाकी सब अनिवार्य है।

मातृ- पितृ दिवस मनाने से यहां के बच्चे संस्कारित होंगे और यह फ्रंटलाइन विद्यालय तो हमेशा से इस तरह का आयोजन करते रहता है जिससे समाज में सुधार हो, समाज में भटकने वाले लोग सही रास्ते पर आ जाएं यह आयोजन अति सुंदर और बच्चों को संस्कारित करने वाला है। ऐसे आयोजन की सार्थकता में समाज की भलाई है ।ऐसे आयोजन की प्रशंसा होनी चाहिए इस क्षेत्र के अधिकतम लोगों को सोचना चाहिए कि अपने बच्चे का नामांकन फ्रंटलाइन पब्लिक स्कूल में कराएं और अपने बच्चे को संस्कारित रखें ताकि उनका भविष्य सुधर सके।

पुरोहित की भूमिका अदा करने वाले छात्र ऋतिक राज ने विख्यात कवि “सुनील जोगी “की कविता मां की ममता गाकर सभी को सुनाया और भावविह्वल कर दिया। इसके बाद कार्यक्रम का मुख्य पड़ाव पूजन की बारी आई। छोटे-छोटे बच्चों के हाथों में पूजन की थाली लेकर अपने अपने माता-पिता का पद प्रक्षालन, फुल अर्पन, प्रसाद अर्पित कर, परिक्रमा देखकर ऐसा लग रहा था जैसा कि मां की ममता फ्रंटलाइन पब्लिक स्कूल के प्रांगण में बरस रही है। बच्चों ने अपने अभिभावकों का पूजन परिक्रमा किया उसके बाद उपस्थित अभिभावक श्याम सुंदर सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ये एक अविस्मरणीय दिन है । इस प्रकार का आयोजन मैंने अपने जीवन काल में पहली बार देखा है।

कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक श्रीराम शर्मा ने उपस्थित अभिभावकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम में अभिभावकों की उपस्थिति बच्चों को उत्साहवर्धन के लिए आवश्यक है। उन्होंने कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए सभी शिक्षकों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में मंच संचालन प्राचार्य नवदीप कुमार सिन्हा ने किया। जबकि शिक्षक राजेश कुमार, सत्यांशु कुमार, विमलेश कुमार, टुनटुन कुमार, विश्व भूषण, सायरा फातिमा, शकुंतला कुमारी, नूतन कुमारी, अदिति प्रिया, चाहत राज, अनुपम वर्मा ,सोनम, शबनम आदि की भूमिका सराहनीय रही है।

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