अपहृत लड़की को पुलिस ने कोलकाता मस्जिद से किया बरामद, अपहर्ता फरार
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविंदपुर पुलिस ने थाना कांड संख्या 21/23 का अपहृत 18 वर्षीय लड़की को 24 घंटे के अंदर कोलकाता के मस्जिद से बरामद कर लिया। अपहर्ता फरार होने में सफल रहा। थानाध्यक्ष श्यामकुमार पांडेय ने बरामदगी की पुष्टि की है।
थानाध्यक्ष ने बताया कि गोविंदपुर थाना क्षेत्र के बघोर गांव निवासी मनोज पांडेय ने रविवार 5 फरवरी को अपनी पुत्री का अपहरण का मामला लेकर थाना में आवेदन दिया था। आवेदन के आलोक में प्राथमिकी दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी गयी।
सूत्रों से जानकारी इकट्ठा कर ए एस आई बादशाह तिवारी दल बल के साथ पुलिस टीम गठित कर कोलकाता भेजा गया जहां कोलकाता के धर्मतल्ला के एक मस्जिद से बरामद कर जोरा सारण थाना लाया। कागजी प्रक्रिया के बाद वहां से गोविंदपुर थाना में लाया। मामला दो समुदाय के बीच का है।
बताते चलें कि गोविंदपुर थाना क्षेत्र के बघोर गांव की लड़की हिन्दू समाज की है और इसी गांव का लड़का मुस्लिम समुदाय से आता है। लड़का कोलकाता में रहकर काम करता था। बताया गया लड़का व लड़की स्कूल के समय से ही दोनों में जान पहचान हाे गई थी। लड़की स्नातक की छात्रा है। न्यायालय में अपहृत लड़की का बयान कलमबद्ध कराये जाने के बाद न्यायालय के आदेश पर लड़की परिवार के हवाले किया गया है। अपहर्ता की गिरफ्तारी के प्रयास जारी है।
48 हजार किसानों का पीएम किसान सम्मान निधि का भुगतान लटका
नवादा : बगैर किसी माथापच्ची के सीधे किसानों के खाते में मिलने वाली पीएम किसान सम्मान निधि से किसानों को बड़ी राहत मिल रही है, लेकिन जिले के करीब 48 हजार से अधिक किसानों का भुगतान लटक गया है। वैसे वे किसान हैं जिनका या तो नो आधार सीडिंग के चलते भुगतान पेंडिंग हो गया है या फिर ईकेवाईसी नहीं होने के कारण मामला लटका है। फिलहाल किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि की तेरहवीं किश्त जा रही है, लेकिन इन किसानों को यह राशि नहीं जा पाएगी।
जिला कृषि कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में पीएम किसान सम्मान निधि के करीब 184352 लाभुक हैं। इनमें से 37 हजार 866 लाभुकों का ईकेवाईसी नहीं हो पाया है, जबकि 10 हजार 745 किसानों का आधार सीडिंग नहीं हो पाया है। इस तरह 48 हजार 611 किसानों का भुगतान लटक गया है। दरअसल इन किसानों के साथ समस्या यह है कि किसी के नाम से जमीन नहीं है तो किसी के जमीन के कागजात मैच नहीं हो पा रहे हैं। कुछ किसानों के मोबाइल नंबर खो गए हैं लिहाजा आधार अपडेट कराने में मुश्किल हो रही है। अब सरकार ने ऐसे किसानों के लिए दिशानिर्देश जारी किया है।
सरकार से प्राप्त निर्देशों को प्रखंडों में दी गई जानकारी
जिले के विभिन्न प्रखंड कार्यालयों में सूचना पट्ट पर सरकार से प्राप्त निर्देशों की प्रति चिपका कर जानकारी दी जा रही है। जिसमें बताया गया है कि किसानों द्वारा खाता नंबर, खेसरा नंबर और रकबा दिया गया है। यदि वह राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के डेटाबेस यानी रजिस्टर-टू के डेटाबेस में नहीं है, तो इसबार राशि नहीं मिलेगी। वैसे किसान जिनको राशि प्राप्त नहीं हुई है, उनसे अनुरोध किया गया है कि अंचल अधिकारी से मिलकर पूर्व में दिया गया खाता नंबर, खेसरा नंबर और रकबा को अपने नाम से म्यूटेशन करवाएं।
यदि किसान के नाम से जमाबंदी व जमीन का म्यूटेशन नहीं होगा तो आगामी किस्त नहीं मिलेगी। पीएम किसान सम्मान निधि योजना से जिले के एक लाख 84 हजार किसानों के खाते में हर साल 1 अरब से अधिक पैसा आता है लेकिन इनमें से 48 हजार किसानों को यह लाभ मिलना बंद हो सकता है। अगर ऐसा हुआ तो इन किसानों को करीब 20 करोड़ का सालाना घाटा होगा। ऐसी स्थिति लाभुकों के केवाईसी अपडेट नहीं कराने के चलते हुई है। कई बार तिथि विस्तारित करने के बाद भी केवाईसी अपडेट नहीं हो पाया है। इस बीच किसानों का भुगतान होता रहा, लेकिन अब बिना केवाईसी अपडेट कराए भुगतान नहीं हो पाएगा।
जिन किसानों की रसीद अपडेट नहीं, उन्हें हो रही परेशानी
खेत की रशीद को लेकर काफी समस्या आ रही है। जिन किसानों की रसीद अपडेट नहीं है उन्हें परेशानी हो रही है। नो सीडिंग वाले किसान को सबसे पहले अपने जमीन संबंधी दस्तावेज अपडेट कराने होंगे। जब तक इन आवेदनों को सीओ स्तर से सत्यापन नहीं किया जाता है तब तक लाभुकों की सूची में इन किसानों को शामिल नहीं किया जा सकता। अधिकांश ऐसे किसान हैं जिनके खेतों की रसीद पूर्वजों के नाम से कटती आ रही है। 2019 के पहले जिन किसानों का रशीद कटता आ रहा है। वह रजिस्टर टू में दर्ज नहीं रहने के कारण किसानों का आवेदन नो सीडिंग में डाल दिया गया है।
वर्तमान में वे किसान खेत के मालिक हैं या नहीं, सीओ स्तर से सत्यापन कर नो सीडिंग से हटाया जाना है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लिए ई-केवाईसी भी बहुत बड़ी समस्या बनी है। विभाग द्वारा ई-केवाईसी के लिए किसानों को लगातार मौका दिया जा रहा है। हर बार कैंप लगाकर किसानों को ई-केवाईसी कराने के लिए मौका दिया जा रहा है। बावजूद अभी तक करीब 37 हजार से अधिक किसान ई-केवाईसी नहीं करा पाए हैं। ऐसे में अगर एक बार योजना का लाभ से चूक जाते हैं तो बाद में ई-केवाईसी कराने के बाद भी योजना का लाभ मिलेगा या नहीं, इसके बारे में स्पष्ट नही कहा जा सकता।
13 सौ से अधिक किसान अपात्र
इससे पहले लाभ ले रहे किसानों की जब गहनता से जांच की गई तो जिले में 13 सौ से अधिक ऐसे किसान पकड़ में आए थे जो मानक को पूरा नहीं कर लाभ ले रहे थे। विभाग की सख्ती के बाद ऐसे चिन्हित फर्जी किसानों से राशि वापस ली जा रही है। अब जब विभाग ने एक बार फिर केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया है तो इधर बड़ी संख्या में लाभुक केवाईसी करने से पीछे हट रहे हैं। अब देखने वाली बात होगी कि कहीं ऐसे किसान फर्जी रूप से तो इसका लाभ नहीं ले रहे हैं। आयकर कटौती कर राशि जमा करने वाले किसानों को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा। पति पत्नी किसान में किसी एक को लाभ दिया जाएगा।
रजौली एसडीएम पर लगा एक हजार रुपए का जुर्माना, डीलर को बचाने के मामले में प्रमंडलीय आयुक्त के स्तर से हुई कार्रवाई
नवादा : एक डीलर को बचाने के आरोपों में जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली एसडीएम आदित्य कुमार पियूष पर कार्रवाई हो गई है। इनपर एक हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है। प्रमंडलीय आयुक्त, गया सह प्रथम अपीलीय प्राधिकार द्वारा 7 फरवरी 23 को पारित आदेश में एसडीएम रजौली पर जुर्माना लगाया है, साथ ही भविष्य में ऐसी गलती का दोहराव नहीं करने की सख्त चेतावनी दी गई है। आदेश की प्रति सभी संबंधित पदाधिकारियों को भेजी गई है।
आरटीआई कार्यकर्ता जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल प्रखंड निवासी प्रणव कुमार चर्चिल द्वारा दायर वाद पर उक्त आदेश पारित किया गया है। एक डीलर का लाइसेंस बचाने में एसडीएम खुद ही फंस गए। हालांकि, इस मामले में आरोपों से घिरे डीएसओ सहित अन्य अफसरों को राहत मिल गई है।
क्या है पूरा मामला
एक जन वितरण दुकान का लाइसेंस लेने के लिए फर्जी सर्टिफिकेट का इस्तेमाल किया गया था। बात जब खुली तो आरोपित डीलर को बचाने के लिए सारा सिस्टम एक पैर पर खड़ा हो गया था। एक झूठ को सच साबित करने के लिए लगातार गलत पत्राचार किया गया। संबंधित अधिकारियों की गर्दन जब फंसने लगी तो डीलर का लाइसेंस रद्द कर दिया गया था।
जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली अनुमंडल के सिरदला प्रखंड क्षेत्र का यह मामला था। जहां के धीरौंध पंचायत के नवाबगंज निवासी भोला लाल बर्नबाल के पुत्र विकास कुमार के नाम 2018 में जनवितरण दुकान का लाइसेंस 80/18 निर्गत किया गया था। लाइसेंस लेने के लिए अपनी शैक्षणिक योग्यता में स्नातक की डिग्री को संलग्न किया था। डिग्री बुंदेलखंड विश्व विद्यालय झांसी का था।
डाली गई थी आरटीआई
डीलर विकास कुमार की डिग्री जाली होने के संदेह में एक आरटीआई अनुमंडल पदाधिकारी रजौली को दी गई, जिसमें विकास के सभी सर्टिफिकेट की अभिप्रमाणित प्रति की मांग की गई थी। आरटीआई से मांगी गई सूचना जो उपलब्ध कराई गई उसपर आवेदक संतुष्ट नहीं हुए।
लोक शिकायत में पहुंचा मामला
आरटीआई के माध्यम से सही सूचना नहीं देने का जिक्र करते हुए प्रणव जिला लोक शिकायत में मामले को ले गए। सुनवाई के बाद अपील को यह कहकर खारिज कर दिया गया की विकास के प्रमाण पत्र का सत्यापन बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से कराया गया है, जो सही पाया गया है। सत्यापन रिपोर्ट 6.12.21 की तिथि में पत्रांक reff.no. bu/conf./2021/2199 से एसडीओ रजौली को प्राप्त हुआ था।
एसडीओ रजौली द्वारा जांच कराई गई थी। एसडीओ के रिपोर्ट के आधार पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी अजय कुमार प्रभाकर द्वारा जिला लोक शिकायत को पत्र भेजा गया था।
आयुक्त के पास किया था अपील
आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव ने जिला लोक शिकायत द्वारा पारित आदेश को आयुक्त के पास चुनौती दी। आयुक्त स्तर से भी अपील को भी खारिज कर दिया गया था। डीएसओ की उसी रिपोर्ट को आधार बनाया गया जिसमें कहा गया था कि सर्टिफिकेट सत्यापन में सही पाया गया है।
आवेदक चले गए थे झांसी
आयुक्त से अपील खारिज होने के बाद आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव झांसी बुंदेलखंड विश्वविद्यालय चले गए। जहां उन्होंने 6.7.22 को कुलसचिव को आवेदन देकर सर्टिफिकेट का सत्यापन करने का आग्रह किया। जिसके बाद सत्यापन में सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया। सत्यापन का प्रतिवेदन एसडीओ रजौली को भेजा गया।
रद्द किया गया अनुज्ञप्ति
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलसचिव का सत्यापन प्रतिवेदन आने के बाद डीलर का लाइसेंस रद्द कर दिया गया था।
दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग
डीलर का लाइसेंस रद्द होने के बाद प्रणव द्वारा दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की थी। मुख्य सचिव बिहार, डीएम नवादा, एसपी नवादा सहित अन्य वरीय अधिकारियों को प्रणव ने पत्र भेजकर एसडीओ रजौली आदित्य कुमार पीयूष, जिला आपूर्ति पदाधिकारी अजय कुमार प्रभाकर और लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी कारी प्रसाद महतो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी।
सीधे तौर पर एफआईआर करने की मांग की गई थी। इन पदाधिकारियों पर सीधा आरोप लगाया गया था कि आरोपित को लाभ पहुंचाने के लिए साक्ष्य छिपाने का काम किया गया। इसके अलावा आयुक्त के समक्ष अपील दायर किया गया था।
घटनाक्रम एक नजर
26.7.21 को एसडीओ से सूचना मांगी गई।
18.9.21 को एसडीओ द्वारा सूचना उपलब्ध कराई गई।
30.9.21 एसपी से शिकायत, कूट रचित सूचना उपलब्ध कराने का आरोप
21.12.21 को जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय में वाद दायर किया गया।
7.3.22 को जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय में वाद का निपटारा किया गया। सर्टिफिकेट को सही करार दिया गया।
17.3.22 को आयुक्त के कार्यालय में अपील दायर किया गया।
18.4.22 को डीएसओ द्वारा पत्रांक 249 द्वारा आयुक्त कार्यालय को रिपोर्ट भेजी गई, जिसमें सर्टिफिकेट को सही बताया गया।
21.5.22 को आयुक्त कार्यालय द्वारा अपील को खारिज किया गया।
6.7.22 को प्रणव झांसी बुंदेलखंड विश्वविद्यालय पहुंचे, आवेदन दिया।
7.7.22 को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुल सचिव ने पत्रांक बु. वि./गो./20222/3040 के माध्यम से विकास के सर्टिफिकेट को फर्जी बताया।
16.7.22 को प्रणव ने दोषी अधिकारियों पीआर कार्रवाई के लिए डीएम, एसपी सहित अन्य वरीय अधिकारियों को पत्र लिखा।
01 अगस्त 2022 को डीलर का लाइसेंस रद्द किया गया।
6 सितंबर 22 सामान्य प्रशासन विभाग ने डीएम नवादा से जांच रिपोर्ट की मांग की।
7 फरवरी 23 एसडीएम रजौली आदित्य कुमार पियूष पर एक हजार रुपए का जुर्माना लगा।
अनियंत्रित बोलेरो ने स्कूटी सवार को रौंदा, मौत
नवादा : जिले के राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 31 पर अकबरपुर थाना क्षेत्र के धनधारी मोड़ के पास अनियंत्रित बोलोरो की चपेट में आने से स्कूटी सवार की मौत हो गई। सूचना के आलोक में पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा है। चालक वाहन लेकर फरार होने में सफल रहा। मृतक की पहचान हिसुआ थाना क्षेत्र के अरियन गांव निवासी चंद्रिका सिंह के 50 वर्षीय पुत्र विजय सिंह के रूप में की गयी है।
मृतक गोविंदपुर थाना क्षेत्र के पिपरा प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। विद्यालय जाने के क्रम में बरेव धनधारी पेट्रोल पंप के समीप अनियंत्रित बोलेरो की चपेट में आ गए और घटना स्थल पर उनकी मौत हो गई। घटना के बाद पीड़ित परिवार का रो रो कर बुरा हाल है।
बालू, देशी-विदेशी शराब व चोरी की बाइक के साथ आधा दर्जन अपराधियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
नवादा : अवैध बालू की ढुलाई, शराबबंदी कानून और अपराधियों पर नकेल कसने को ले इन दिनो एसपी अम्बरीष राहुल काफी सख्त दिख रहें है। एसपी कड़े रूख के बाद जिले के विभिन्न थानों के थानाध्यक्ष सक्रिय हो गए हैं। एसपी के निर्देश पर अकबरपुर थानाध्यक्ष ने विशेष अभियान चलाकर अवैध विदेशी शराब, चोरी की बाइक तथा अवैध बालू लदा तीन ट्रैक्टर के साथ आधा दर्जन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। एसपी द्वारा की गई कार्रवाई के बाद अवैध धंधा में संलिप्त कई सफेदपोश बौखला गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार जिले के अकबरपुर थानाध्यक्ष ने चोरी की बाइक के साथ शराब तस्कर चंडीपुर गांव के दिनेश यादव को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके पास से 20 लीटर शराब बरामद की है। पुलिस ने इसी थाने के फतेहपुर मोड़ पर छापामारी कर पीयूष कुमार को 11 बोतल विदेशी शराब के साथ गिरफ्तार किया। थानाध्यक्ष ने बताया कि पीयूष को शराब के साथ दूसरी बार जेल भेजा जा रहा है, इसके पूर्व उसे 17 दिसम्बर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
पुलिस ने मंगलवार की देर शाम दो अवैध बालू लदा ट्रैक्टर के साथ छोटकी अमावां के कन्हैया सिंह को गिरफ्तार कर लिया। वह पहले से ही खनन एक्ट के विभिन्न धराओं के तहत दर्ज प्राथमिकी अभियुक्त था, जो पुलिस को धमकी दिया करता था साथ ही अवैध कारोबार में संलिप्त था। गुप्त सूचना के आधार पर उसके घर पर छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया।
बुधवार की सुबह चोरी के बालू लदा ट्रैक्टर के साथ सिरदला थाना क्षेत्र के तारण गांव के बब्लू राजवंशी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने देर रात्रि से सुबह तक व्यापक छापेमारी अभियान चलाकर शराब तथा बालू सहित विभिन्न अपराधिक कारनामों में संलिप्त छह अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। इस बावत अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना जांच के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
मगध युवा क्रिकेट क्लब के फाइनल मैच में खेदुबीघा ने मारी बाजी, 16 टीमों ने मैच में दिखाया था दम
नवादा : जिले के नारदीगंज प्रखंड के सिरपतिया क्रिकेट मैदान में मगध युवा क्रिकेट क्लब के बैनर तले खेले गए फाइनल रोमांचक मैच में खेदु बीघा की टीम ने कुझा को पराजित कर ट्राफी पर कब्जा जमा लिया।
15 ओवर का फाइनल मैच बहुत रोमांचक रहा। खेदु बीघा ने 2 विकेट से रोमांचक मुकाबले में कुझा को हराकर विजेता बनी उपविजेता कुझा टीम बनी। कुझा ने 10 विकेट गवांकर 93 रन 15 ओवर में बनाए। मैच समापन के बाद नारदीगंज भाग संख्या 01 के जिला परिषद के उम्मीदवार देवानंद चौहान,डॉक्टर रामसकल चौहन ने खेदुबीघा के कप्तान मुन्ना कुमार को मेडल व ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।
उपविजेता टीम को नवल चौहान भगवानपुर पंचायत के पूर्व मुखिया ने सम्मानित किया। मौके पर इंद्रदेव कुशवाहा, देवानंद चौहान, भगवानपुर पंचायत के मुखिया नवल चौहान, कुंदन चौहान उर्फ डॉक्टर साहेब,न्यू ब्राइट कैरियर स्कूल के डायरेक्टर वीरेंद्र कुमा, अनिल चौहान, बाले चौहन, बिपिन चौहान, रामाशीष चौहान, अजय चौहान आदि मौजूद रहे।
इंटरमीडिएट परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न
नवादा : बिहार इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा के आज छठे दिन जिले के सभी 37 केन्द्रों पर स्वच्छ, निष्पक्ष, कदाचारमुक्त वातावरण में परीक्षा सम्पन्न हुई। जिला नियंत्रण कक्ष में पल-पल की गतिविधियों की जानकारी ली गई एवं स्वच्छ और कदाचार मुक्त परीक्षा संचालन करने के लिए निर्देश दिया गया। पहली पाली में कृषि,बीएसटी आदि विषय में 2583 परीक्षार्थियों में से 2561 परीक्षार्थी उपस्थित हुए। अनुपस्थित परीक्षार्थियों की संख्या 22 रही।
सभी केंद्रों पर सुरक्षा का पुख्ता व्यवस्था किया गया था जिससे ऐसी कोई अप्रिय घटना की सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को प्राप्त नहीं हुई। प्रभारी जिला पदाधिकारी दीपक कुमार मिश्रा जिला नियंत्रण कक्ष से लगातार निगरानी करते रहे। जिले के सभी 37 केंद्रों पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारीयों को कदाचार मुक्त परीक्षा एवं विधि व्यवस्था संधारण करने के लिए लगातार निर्देश दिया।
द्वितीय पाली में मनोविज्ञान, इंटरप्रेन्योरशिप आदि विषय की परीक्षा हुई जिसमें 2532 परीक्षार्थियों में से 2491 उपस्थित हुए, अनुपस्थित परीक्षार्थियों की संख्या 41 रही। जिले के सभी 37 परीक्षा केन्द्रों पर स्वच्छ, निष्पक्ष और कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन हो रहा है। सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी अपने-अपने निर्धारित परीक्षा केन्द्रों पर लागातार भ्रमण करते हुए कदाचारमुक्त परीक्षा संचालित करा रहे हैं।