26 जनवरी : नवादा की मुख्य ख़बरें

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ऑटो व बाइक की सीधी टक्कर में बाइक सवार की गई जान, एक की हालत गंभीर

नवादा : ऑटो व बाइक के बीच में हुई भीषण टक्कर में एक बाइक सवार की मौत हो गई, जबकि एक अन्य बाइक सवार की हालत गंभीर बनी हुई है। घटना हिसुआ थाना क्षेत्र के बैजनाथपुर मोड़ के समीप घटी। मृतक की पहचान सिरदला थाना क्षेत्र के नकसेना गांव के अनिल चौधरी के रूप में की गई है। जबकि शर्मा चौधरी की हालत गंभीर बताई जा रही है। जिसे बेहतर इलाज के लिए पावापुरी रेफ़र कर दिया गया है।

परिजनों ने बताया कि दोनों व्यक्ति पूर्णाडीह बारात गया हुआ था, सुबह लौटने के दौरान बैजनाथपुर मोड़ के पास एक अनियंत्रित टेंपो चालक ने धक्का मार दिया, जिससे एक व्यक्ति के मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से एक घायल व्यक्ति को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से बेहतर इलाज के लिए पावापुरी रेफर कर दिया गया। थानाध्यक्ष मोहन कुमार ने शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। इस बावत थाने में प्राथमिकी दर्ज कर टेम्पो को जप्त कर चालक की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दी है।

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मां से की बुलेट की मांग, नहीं मिलने पर जहर खाकर ख़ुदकुशी का प्रयास

नवादा : नगर में सनकी युवक ने अपनी मां की फटकार सुनते ही जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। मामला नगर के बुंदेलखंड थाना क्षेत्र का है। मेडिकल के छात्र ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की है। परिजनों ने बताया कि एक महीना पहले भोपाल मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई करने वाला युवक अपने घर आया है। घर आने के बाद लगातार अपनी मां से बुलेट गाड़ी को लेकर जिद पर अड़ा है।

मां ने कहा कि पहले पढ़ लो कुछ बन जाओ फिर बुलेट क्या तुम्हें और भी गाड़ी ले दिया जाएगा। इतना ही सुनते ही युवक को गुस्सा आ गया और मां की फटकार युवक को नागवार लगा। इसके बबाद युवक ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की । युवक के भाई ने बताया कि बड़े भाई बाहर में रहते हैं और पिता बैटरी का कारखाना चलाते हैं।

भाई ने कहा था कि तुम्हें 3 महीना के बाद जब हम घर आएंगे तो तुम्हें एक नए बुलेट खरीद कर देंगे। लेकिन छोटे भाई ने अपनी मां और भाई का बात नहीं मानी। मां की फटकार के बाद युवक ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की जिसे चिंताजनक हालत में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इतना बड़ा कदम उठाने के बाद मां का भी दिल रो उठा है। बेटा के इस कदर की कदम ने मां की चिंता बढ़ा दी है।

पांच दशक में जिले में सड़कें बनीं पर शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि में नहीं हुआ समुचित विकास

– 1973 के बाद करीब ढाई गुणा बढ़ी आबादी पर उस अनुपात में नहीं हुआ विकास

नवादा : वर्ष1811 की बात है। नवादा की यात्रा के बाद फ्रांसिस बुकानन ने लिखा था कि नवादा इज ए स्माॅल मारकेट विलेज। 26 जनवरी 1973 को नवादा जिला बना। 2023 के 26 जनवरी को 50वां स्थापना दिवस समारोह मनाया गया। लेकिन फ्रांसिस बुकानन की यात्रा के 212 साल बाद भी नवादा की हालत वैसी ही है।

जिले की आबादी पांच दशक में करीब ढ़ाई गुणा हो गई है। लेकिन स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और रोजगार के क्षेत्र में अपेक्षित विकास नहीं हो पाया है। यही कारण है कि नवादा का देश के 112 पिछड़े जिले में शुमार है। सरकारी आंकड़े के मुताबिक, 1973 में नवसृजित जिले का क्षेत्रफल 899328 एकड़ या 1405.2 वर्गमील था।

तब जिले में 246 ग्राम पंचायत था। जिले की जनसंख्या 12.39 लाख थी। प्रति वर्ग मील 545 व्यक्ति रहते थे। 2011 की जनगणना के मुताबिक, आबादी 22.19 लाख पहुंच गयी। वही जनसंख्या घनत्व 890 पहुंच गया है। 180 ग्राम पंचायत, तीन नगर परिषद और एक नगर पंचायत है। जिले में 1099 राजस्व गांव है। हालांकि सड़क निर्माण के क्षेत्र में व्यापक बदलाव हुआ है।

1973 में नवादा-गया, नवादा-जमुई और पटना-रांची एनएच-31 जैसे कुछ प्रमुख मार्ग था। कई प्रखंड मुख्यालयों के मार्ग भी सही नही थी। राजगीर जाने के लिए हिसुआ होकर जाना पड़ता था। लेकिन अब जिले के गांव गांव तक सड़कों के निर्माण हुए हैं। जिले के 50वां स्थापना दिवस पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।

पहले डीएम थे नरेंद्र पाल

18 दिसंबर 1972 को नरेंद्र पाल ने विशेष पदाधिकारी सह एडीएम के रूप में पदभार ग्रहण किया था। नरेंद्र पाल 26 जनवरी 1973 को जिले के पहले जिलाधिकारी के रूप में पदभार ग्रहण किया। तब प्रथम उप जिला पदाधिकारी राधाकांत राय थे। जबकि एसडीओ मसूद हुसैन थे।

कृषि के पुराने संसाधन भी बेकार

नवादा में करीब 90 फीसदी लोगों की निर्भरता खेती है। लेकिन सिचाई संसाधनों का समुचित विकास नहीं हुआ। जिला बनने के समय 40 नलकूप थे। साल के आखिरी तक 90 चालू हो गए थे। पांच दशक में नलकूप की संख्या 129 पहुंची लेकिन इनमें से 101 बंद हो चुका है। देश व्यापी 1967 अकाल के समय जिले में 12 डैम का निर्माण कराया गया था। लेकिन फुलवरिया और कोल महादेव को छोड़कर बाकी डैम का हाल बुरा है।

बुनियादी स्कूलों का विस्तार, उच्च शिक्षा का बुरा हाल

देखें तो, जिला बनने के पहले केएलएस काॅलेज नवादा, एसएन सिन्हा काॅलेज वारिसलीगंज और हिसुआ में त्रिवेणी सत्यभामा काॅलेज था। इसके अलावा टीचर्स ट्रेनिंग और आईआईटी था। जिला बनने के बाद आरएमडब्लू महिला काॅलेज का नाम जुड़ा। राजकीय बालिका हाई स्कूल था। नवादा में एक इंजीनियरिंग काॅलेज और एक पाॅलिटेक्निक काॅलेज का नाम जुड़ा है।

जिले का पहला हाई स्कूल गांधी स्कूल है, जिसकी स्थापना 1911 में हुई थी। जिला बनने के समय 55 हाई स्कूल थे। अब यह संख्या 63 पहुंची है। 118 मीडिल स्कूल था। अब 119 है। 850 प्राइमरी स्कूल की तुलना में (1-8) 1680 स्कूल हैं।

भवन बढ़े लेकिन सुविधाएं नहीं

स्वास्थ्य के क्षेत्र में भवनों की तादाद बढ़ी है लेकिन सुविधाएं के लिए अब भी बड़े शहरों पर निर्भरता है। पांच दशक बाद भी जिला स्तरीय अस्पताल नहीं बन पाया है। अब भी अनुमंडलीय अस्पताल है। इसके अलावा रजौली, वारिसलीगंज और कौआकोल में रेफरल अस्पताल है। कौआकोल का रेफरल अस्पताल में सुरक्षाबलों का कैंप है। इसके अलावा चार सीएसची, दस पीएचसी और 54 एपीएचसी है।

शत्रुघ्न शरण सिंह ने दी थी मंत्री पद छोड़ने की धमकी

नवादा को जिला बनने में हिसुआ के तत्कालीन विधायक और मंत्री रहे शत्रुध्न शरण सिंह का नाम श्रद्धा से लिया जाता है। नवादा को कम आबादी बताकर जिला से वंचित किया जा रहा था। तब शत्रुध्न शरण सिंह ने मंत्री पद त्याग देने की धमकी दे दिया था। लिहाजा, तत्कालीन मुख्यमंत्री केदार पांडेय ने नवादा को जिला का दर्जा प्रदान किया था। 3 मार्च 1973 को केदार पांडेय खुद उद्घाटन किए थे। डाॅ अलख नारायण वर्मा मुख्य संरक्षक और शत्रुध्नशरण सिंह स्वागताध्यक्ष थे।

बता दें कि 21 नवंबर 1972 को बिहार मंत्रिपरिषद ने गया जिले को नवादा, गया और औरंगाबाद के तीन जिलों में पुनर्गठित करने का निर्णय लिया था। तब नवादा अनुमंडल क्षेत्र के अलावा गया सदर अनुमंडल के अतरी, वजीरगंज और फतेहपुर को शामिल किया गया था। तब नवादा अनुमंडल में नवादा, हिसुुआ, नरहट, सिरदला, रजौली, अकबरपुर, गोविंदपुर, कौआकोल, पकरीबरावां व वारिसलीगंज था।

बसों की छत पर जान जोखिम में डाल यात्रा कर रहे लोग

नवादा : जिले में सड़क सुरक्षा सप्ताह का समापन हो गया। इस दौरान जागरूकता रैली वाहन चेकिंग से लेकर जुर्माना तक हुआ लेकिन लोगों की लापरवाही कम नहीं हुई। शहर से लेकर ग्रामीण सड़कों पर वाहन चालकों पर सुरक्षा सप्ताह का असर भी नहीं दिख रहा। ऐसा तब हो रहा है जब जिला सड़क दुर्घटना के मामले में डेंजर जोन में आता है। यहां सड़क दुर्घटना की आशंका ज्यादा रहती है इसके बावजूद पब्लिक सचेत नहीं हो रही है।

जागरूकता अभियान के बावजूद लोग जान को जोखिम में डालकर चलते हैं। जबकि सड़क सुरक्षा सप्ताह के इन 7 दिनों में जागरूकता रैली, गोष्ठी, रोको टोको वाहन चेकिंग अभियान, आयोजित किया गया। सप्ताह के प्रथम और अंतिम दिन दो दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ जुर्माना किया गया था।

ओवरलोडिंग बस के खिलाफ 25000 का जुर्माना हुआ। बावजूद ना तो ड्राइविंग के कायदे का पालन हो रहा और ना ही ओवरलोडिंग रुकी है। कहीं बाइक पर चार-चार लोग सवार दिखे तो कही वाहनों की रफ्तार खतरनाक सीमा को पार करते दिखी। जिला मुख्यालय सहित जिले के अन्य प्रखंडों में भी बेलगाम और बेरपवाह वाहन चालक सड़क सुरक्षा नियमों की हवा निकालते दिखे।

नियम तोड़ने की होड़

सड़क सुरक्षा सप्ताह की धज्जियां उड़ाने वालों में सबसे ज्यादा बाइक सवारों का योगदान है।

बाइक सवारों की रफ्तार कम नहीं हुई।

बाइकों पर ट्रिपल लोडिंग तो हर चैक चौराहे पर दिख रहे थे। और तो और इस दौरान एक बाइक पर चार लोगों को भी सवार होकर जाते देखा गया। इसके अलावे कम उम्र के किशोर भी असुरक्षित ड्राइविंग से बाज नहीं आ रहे।

इस दौरान सरकारी एडवाइजरी और जागरूकता अभियान वाले विज्ञापनों के बावजूद युवाओं के बाइकों की स्पीड में भी किसी तरह की कोई कमी नहीं दिख रही थी।

बसों में ओवर लोडिंग

सड़क सुरक्षा सप्ताह अभियान के बावजूद जिले भर के विभिन्न पथों पर छोटे वाहनों तथा बसों में ओवर लोडिंग हो रही है। यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए वाहनों के छतों पर सवारी बैठाया जा रहा है।

जिले के नवादा-रोह पथ , बरेव गोबिंदपुर पथ, नवादा नारदीगंज पथ तथा नवादा- रजौली पथ सहित अन्य लिंक पथों पर भी वाहनों में क्षमता से अधिक यात्री बैठाकर यातायात नियमों की अनदेखी करना जारी है। ग्रामीण सड़कों पर तो अभी भी बस के ऊपर सवारी बैठ रहे हैं। इस दौरान चौक-चैराहों पर खड़ी पुलिस भी मुकदर्शक बनी रही।

नियम तोड़ने वालों पर की जा रही है कार्रवाई

सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान कई तरह के जागरुकता अभियान चले गए और लोगों को सुरक्षित ड्राइविंग के लिए जागरूक किया गया है। अंतिम दिन साइकिल दुकानों का निरीक्षण कर साइकिल में रिफ्लेक्टर आदि की जांच की गई।

सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान हिसुआ नरहट रोड में ओवरलोड बस के खिलाफ 24500 जुर्माना किया गया। अंतिम दिन 23 वाहनों के खिलाफ जुर्माना किया गया। नाबालिग ड्राइवरों के खिलाफ कार्रवाई तेज होगी।

अनुराग कौशल, डीटीओ नवादा:

प्रभारी मंत्री ने हरिश्चंद्र स्टेडियम में किया झंडोत्तोलन

नवादा : जिले के ऐतिहासिक हरिश्चन्द्र स्टेडियम में गणतंत्र दिवस 2023 का मुख्य समारोह मनाया गया। प्रभारी मंत्री समीर महासेठ उद्योग मंत्री-सह-जिला प्रभारी मंत्री ने अपने कर कमलों से झण्डातोलन किया और संयुक्त परेड की सलामी ली। उन्होंने उपस्थित पदाधिकारियों, विशिष्ठ अतिथि एवं पत्रकारगण को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि यह अत्यंत सुखद संयोग है कि आज समस्त भारतवर्ष अपना 74वां वर्षगांठ मना रहा है।

वहीं हमारा नवादा जिला अपनी स्थापना का 50वां वर्षगांठ मना रहा है। आज हमलोग पावन तिरंगे झंडे के नीचे भारतीय गणतंत्र दिवस का महोत्सव मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। यह एक पर्व नहीं, बल्कि हर भारतवासी के लिए गर्व और सम्मान की बात है। राज्य सरकार के द्वारा स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि तथा अन्य सभी क्षेत्रों में सतत् विकास के लिए लगातार विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में विधवाओं, बृद्धों, दिव्यांगजनों आदि को लाभांवित करने के लिए पेंशन आदि की अनेक कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। जिले में चल रही अलग-अलग योजनाओं एवं कार्यक्रमों में अपेक्षित प्रगति हुई है

हर घर नल का जल

हर घर नल का जल के अन्तर्गत पंचायती राज विभाग द्वारा जिले के 14 प्रखंडों के 72 पंचायतों में 939 वार्डाें में हर घर नल योजना का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें से 936 वार्ड में कार्य पूर्ण हुआ है। पंचायत सरकार भवन का निर्माण 27 पंचायतों में पूर्ण हो चुका है। 54 पंचायत सरकार भवन के निर्माण हेतु भूमि चिन्हित किया गया है।

सोलर स्ट्रीट लाईट 

मुख्यमंत्री सोलर स्ट्रीट लाईट के तहत् ग्राम पंचायतों के टोलों, वसावट क्षेत्रों में सड़कों और गलियों में प्रत्येक वार्ड में सार्वजनिक उपयोग के लिए 10 सोलर स्ट्रीट लाईट लगाया जाना है। इसके लिए दो एजेंसिंयों का चयन कर लिया गया है।

पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण

जननायक कर्पूरी ठाकुर छात्रावास का निर्माण कार्य बुधौल में पूर्ण हो गया है जहां 100 आवासन वाले छात्रावास में बच्चे नामांकित हुए हैं। अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय १०+2 उच्च विद्यालय का निर्माण के तहत् 520 आसन वाले कन्या आवासीय विद्यालय का निर्माण की स्वीकृति दी गयी है। इसके लिए अकबरपुर के तेयार पंचायत में 05 एकड़ भूमि चिन्हित किया गया है।

मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत इंटर प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण 639 छात्राओं को 15 हजार रूपये की दर से 9585000 रूपया सीएफएमएस के माध्यम से उनके बैंक खाता में दिया गया है। भदौनी पंचायत के रसूल नगर में अल्पसंख्यक 60 छात्रों के लिए आवासन की सुविधा है।

मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग के द्वारा अवैध शराब पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने के लिए लागातार तत्पर है। पथ निर्माण, पथ प्रमंडल, नवादा के तहत् 17 पथों और 10 पुलों में 12 पथों में चैड़ीकरण एवं मजबूतीकरण का कार्य पूर्ण किया गया है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन के अन्तर्गत डीबीटी के माध्यम से 222920 पेंशनधारियों के बीच नवम्बर माह तक 71.33 करोड़ रूपये पेंशनधारियों के खातों में भेजा जा चुका है। सबल योजना के तहत् 57 मोटराईज ट्राई साईकिल का वितरण किया गया है।

लोक शिकायत निवारण के अन्तर्गत 17826 परिवादों में से 17203 कर निष्पादन किया जा चुका है। आईसीडीएस के तहत् कुल 2663 आंगनबाड़ी केन्द्र विभिन्न प्रखंडों में कार्यरत है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना के तहत् प्रथम गर्भवती माताओं को प्रथम जीवित संतान के लिए 05 हजार रूपये दिया जाता है। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत् कन्या संतान को दो हजार रूपये तक दी जाती है। परिवहन के अन्तर्गत ड्राईविंग टेस्टिंग ट्रैक का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया है। जिसपर 36 लाख 09 हजार 862 रूपये व्यय हुआ है।

गंगा जल उद्धव योजना के तहत् माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा 27 नवम्बर को उद्घाटन किया गया। नवादा जिले के लाभार्थियों को भी शुद्ध गंगा पेयजल शीघ्र उपलब्ध होने जा रहा है।एनएच-20 बख्तियारपुर से रजौली का फोरलेन का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। रोड निर्माण का कार्य 80 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। लघु सिंचाई के अन्तर्गत जल जीवन हरियाली योजना के तहत् 14 योजनाओं की स्वीकृति दी गयी है, जिसपर 1783 लाख रूपये व्यय होंगे।

आपदा के तहत् पिछले वर्ष सुखाड़ से राहत प्रदान करने के लिए प्रत्येक परिवार को 3500 रूपये सुखाड़ आपदा राशि दी गयी है। इसके अन्तर्गत जिला में 01 लाख 98 हजार 544 परिवारों को 69 करोड़ 49 लाख 04 हजार राशि प्रदान की गई। जल जीवन हरियाली माननीय मुख्यमंत्री जी के महत्वकांक्षी एवं लोकप्रिय योजना है। जल है तो हरियाली है। जल और हरियाली के बीच में ही हमारा जीवन है। इसके तहत् आहर, पोखर, सार्वजनिक कुंआ का जीर्णोंद्धार कार्य किया जा रहा है और बृक्षारोपण का कार्य भी बड़े पैमाने पर चल रहा है। सभी जिलेवासी को पौधे के महत्व को समझने की आवश्यकता है।

एक सामान्य पेंड़ एक साल में 20 किलो धूल सोखता है, 700 किलोग्राम आक्सीजन देता है और 20 टन कार्बन डाईआक्साईड गैस को भी सोख्ता है। गर्मियों में एक बड़ा पेड़ के नीचे 04 डिग्री तापमान कम रहता है। यदि घर के पास 10 पेंड़ है तो मनुष्य का जीवन 07 साल बढ़ सकता है। उन्होंने जिलेवासियों से अपील किया कि प्रत्येक व्यक्ति पेड़ लगायें और उसकी सुरक्षा करें। अपने बच्चों के सुखद भविष्य के लिए पौधा अवश्य लगायें और सम्बर्द्धन करें।

राष्ट्रपिता महात्मा गाॅधी ने कहा था कि प्रकृति आपकी आवश्यकता पूर्ति कर सकती है लालच नहीं।मंत्री महोदय ने कहा कि नवादा जिला को प्रगति के राह पर मीलों आगे बढ़ना है। नवादा वासियों के सहयोग से सभी त्योहार शांतिमय एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ है, इसके लिए सभी जिलेवासियों को हार्दिक अभिनन्दन करता हूॅ। जिला प्रशासन का प्रयास है कि आप सभी के सहयोग से जिला में सामाजिक सौहार्द, शांतिपूर्ण विधि-व्यवस्था के वातावरण में प्रगति के राह पर लागातार अग्रसर रहेगा।

भूमि विवाद में मारी गोली, मौत

नवादा : जिले के सीतामढ़ी थाना क्षेत्र के कटघरा गांव में पूर्व से चली आ रही भूमि विवाद में युवक को गोली मारी दी। ज़ख्मी हाल में हिसुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया जहां से पावापुरी बिम्स स्थानांतरित किया गया। ले जाने के क्रम में रास्ते में मौत हो गयी।

बताया जाता है कि नवलेश कुमार का पूर्व से भूमि को से पूर्व मुखिया से विवाद चल रहा था। सुबह शौच जाने के क्रम में पूर्व मुखिया पुत्र से विवाद हो गया। उसने आव देखा न ताव गोली चला दी। गोली सर में लगते ही बेहोश हो गिर गया। बेहोशी की हालत में हिसुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया जहां से चिकित्सकों ने पावापुरी बिम्स स्थानांतरित कर दिया। पावापुरी बिम्स ले जाने के क्रम में रास्ते में मौत हो गयी।

सूचना के आलोक में पहुंचे थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। उन्होंने बताया कि फिलहाल परिजनों द्वारा आवेदन नहीं दिया गया है। आवेदन मिलते ही अग्रेतर कार्रवाई आरंभ की जायेगी।

शादी तय हुई तो दूरी नहीं हुई बर्दाश्त, लड़का मंगेतर से मिलने रोज पहुंचता था गांव, घरवालों ने पूरी कर दी चाहत

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रोह प्रखंड से एक अजीब वाकया सामने आया है। प्रखंड क्षेत्र के कुंजैला गांव की लड़की की शादी एक लड़के से तय हुई। शादी तय होते ही दोनों की आंखें चार होने लगी. लड़का अपनी होनी वाली पत्नी से चुपके-चुपके गांव मिलने आ जाता था. लड़की के घरवालों को ये बातें कतई बर्दाश्त नहीं थी। एक दिन जब लड़का मिलने आया तो लड़की के परिजनों ने सगे संबंधियों को बुलाकर उनकी शादी करा दी।

जोड़े की पहले ही मंदिर में करा दी शादी

शादी के मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला-पुरुष ने वर-वधू को आशीर्वाद भी दिया। बताया जाता है कि कुंजैला गांव निवासी और पेशे से मकान पेंटर सिद्धेश्वर प्रसाद की बेटी आरती कुमारी की शादी हिसुआ थाना क्षेत्र के मनमा गांव निवासी सुनील प्रसाद के पुत्र कुंदन कुमार से तय हुई थी।

शादी एक मार्च को होनी थी, लेकिन इसी बीच लड़का बराबर अपनी होने वाली पत्नी से मिलने चला आता था। यह बात लड़की के परिजन को नागवार गुजर रही थी। आदत से लाचार युवक होने वाली पत्नी से मिलने चला आया, तब लड़की के पिता ने लड़के के पिता और उसके अन्य संबंधियों को बुलाया और गांव वालों के सहयोग से गांव के देवी मंदिर परिसर में दोनों की शादी करा दी गई। मौके पर उपस्थित बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला- पुरुषों ने वर वधु को आशीर्वाद दिया।

गांव में चर्चा का विषय बना विवाह

इस शादी की आसपास के इलाके में जमकर चर्चा हो रही है। बताया जाता है कि दोनों के माता-पिता इस शादी समारोह में शामिल हुए और सभी लोगों ने मिलकर दोनों का विवाह संपन्न करा दिया जिसके बाद लड़की अपने ससुराल चली गई।

गांव के लोगों ने बताया कि अक्सर युवक शादी तय होने के बाद लड़की से मुलाकात करने के लिए गांव चला आता था। अंत में आकर गांव के लोगों ने युवक की मंदिर में शादी करा दी। लड़की और लड़के ने बताया कि हम लोग काफी खुश हैं। हम लोग चाह रहे थे जल्दी शादी हो जाए, इसलिए मिलने आते थे। शादी आज होती या कल होती शादी तो होनी ही थी। अब हो गई तो हम लोग अपने घर जा रहे हैं।

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