09 जनवरी : नवादा की मुख्य खबरें

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डीलरों के हड़ताल पर रहने से 3 लाख से अधिक परिवार राशन से वंचित

नवादा : गरीबों के घर चूल्हा जलाने की गारंटी माना जाने वाला पीडीएस राशन का वितरण भी अटक गया है। 6 डिग्री की भयानक ठंड के चलते घर से निकलना मुश्किल हो रहा है और मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है। ऊपर से पीडीएस डीलरों के हड़ताल के चलते सरकारी राशन भी नहीं मिल रहा है। जिले में 3 लाख 59 हजार राशन कार्ड धारी परिवार हैं, लेकिन इस माह अब तक सिर्फ 2852 परिवारों को राशन मिल पाया है। बाकी के करीब 3 लाख 56 हजार 400 परिवारों को राशन नहीं मिल पाया है। अधिकतर पीडीएस दुकानें बंद है। शनिवार को सिर्फ 118 लोगों को अनाज दिया जा सका।

जिले में सरकारी राशन कार्ड वितरण के लिए जन वितरण प्रणाली की 1154 दुकानें हैं। इनमें से लगभग 1100 पीडीएस दुकानें पर राशन का वितरण लगभग बंद है। डीलर संघ कि अपनी दलीलें हैं। दरअसल प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना 32 महीने चलने के बाद बंद हो गई है। जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों को इस 32 महीने का या तो मार्जिन मनी नहीं मिला है या जिसे मिला है तो बेहद कम मिला है। इसके अलावा राज्य संघ के आह्वान पर जिले के डीलर भी 30000 मानदेय तय करने की मांग पर अड़े हैं। जनवितरण दुकानदारों की मांगों का क्या होगा यह तो बाद में पता चलेगा लेकिन फिलहाल सरकार और डीलरों के बीच चल रहे इस रार के चलते गरीब परिवारों का निवाला अटक गया है।

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डीलरों का आधा हो गया आवंटन

दरअसल पिछले लगभग ढाई साल से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना तथा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन दोनों योजनाओं से राशन कार्ड धारियों को अनाज मिल रहा था। इसके चलते प्रति व्यक्ति हर महीने 10 किलो अनाज का वितरण हो रहा था। इस लिहाज से आवंटन ज्यादा था तो डीलरों को मार्जिन मनी भी ज्यादा मिल रही थी। अब सरकार ने जनवरी माह से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना बंद कर दिया है और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत किया जाने वाला राशन वितरण मुफ्त कर दिया गया है। इसके चलते सभी डीलरों का आवंटन लगभग आधा हो गया है। अब प्रति डीलर 5 से 6 हजार की मार्जिन मनी डीलरों को मिल पाएगा है। इसी को लेकर डीलर संघ भड़क गया है और हड़ताल पर चला गया है।

किन मुद्दों को लेकर हड़ताल पर अड़े हैं डीलर

फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन के नेता सतीश कुमार सिन्हा ने बताया कि हमारा आंदोलन पूरी तरह सफल है। हम लोग सरकार की नीतियों से ऊब चुके हैं। जिस तरह का आवंटन जनवरी से प्राप्त हो रहा है उसके अनुसार जिले में प्रति डीलर 60 क्विंटल अनाज वितरण करना होगा। 90 पैसे प्रति किलो कमीशन मिलता है। इस तरह एक डीलर को 5000 से 6000 कमीशन मिलेगा। इसी पैसे से तीन आदमी को काम करना पड़ता है। सिर्फ पांच से छह हजार के कमीशन एक डीलर और दो नॉमिनी कैसे काम करेंगे। ऊपर से दुकान और गोदाम का किराया भी नहीं मिलता।

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 32 महीने तक हम लोगों ने काम किया लेकिन उसका मार्जिन मनी अब तक नहीं मिला । जिसे मिला है बहुत कम मिला है। कोरोना काल में सब घर बैठ गए लेकिन डीलर ने जान हथेली पर लेकर काम किया और कई डीलर की मौत हुई। उनके आश्रितों को ना तो मुआवजा मिला और ना ही अनुकंपा मिली। अब हम लोग काम करने की स्थिति में नहीं है। सरकार 30000 रुपए मानदेय तय करें और बकाया मार्जिन मनी भुगतान करे।

20 वर्षों में भी कचरा डंपिंग यार्ड नहीं बना पायी नगर परिषद, कई जगह कूड़े का लगा है अम्बार

नवादा : जिला मुख्यालय के कचरे को शहर से दूर ले जाकर निस्तारित करने के लिए पिछले 20 सालों से प्रक्रिया चल रही है, लेकिन इस बीच 20 सालों में नगर परिषद का कचरा डंपिंग यार्ड तैयार नहीं हो पाया है। पहले तो कई बार टेंडर निकालने के बावजूद कचरा पॉइंट के लिए जमीन नहीं मिली और अब जब कचरा प्लांट के लिए सरकारी जमीन मिली है तो उस पर अतिक्रमण है। सनोखरा के पास जिस जमीन को शहर के कचरा पॉइंट के लिए चिन्हित किया गया है वहां खेत खलिहान बने हैं। कहीं गेहूं लगा है तो कहीं पुआल रखा है। नगर परिषद ने कई बार प्रयास किया , लेकिन चिन्हित जमीन पर एक टब कचरा भी नहीं फेंका जा सका।

यही हाल गीले कचरे के प्रोसेसिंग का भी है। गीला कचरा को प्रोसेस कर खाद बनाने के लिए शहर से दूर घोस्तांवा में 8 यूनिट का प्लांट तैयार किया गया है लेकिन यह प्लांट भी उद्घाटन की बाट जोह रहा है। बता दें कि नवादा शहर को क्लीन बनाने के लिए प्रमुख इलाकों को नो डंपिंग जोन घोषित किया गया है, लेकिन हर दरवाजे से उठाया गया कचरा कहां रखा जाएगा इसकी अब तक कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। शहर के कचरा को एक जगह प्रबंधित करने के लिए 20 सालों से डंपिंग यार्ड की तलाश और कचरा निस्तारण की बात हो रही है, लेकिन कचरा निस्तारण शुरू नहीं हुआ।

12 सालों में कई बार निविदा

शहर का कचरा उठाकर गंदगी से मुक्ति दिलाने के लिए डम्पिंग यार्ड बनाने की तैयारी 15 – 20साल पहले से ही हो रही है। नगर परिषद ने यार्ड बनाने के लिए जमीन उपलब्ध कराने के लिए पिछले इन 10 /12 सालों में चार पांच बार निविदा निकाली, लेकिन एक भी बार किसी ने निविदा नहीं डाला।

दरसल डम्पिंग यार्ड के लिए जो मानक निर्धारित किए गए हैं , वह आसानी से पूरा नहीं हो रहा था। अब जब सारी शर्तें पूरी करने वाली जमीन मिल गई है तो इसे अतिक्रमण मुक्त कराना चुनौती है। इसके अलावे स्थानीय लोग भी अपने मोहल्ले में ही कचरा डंप कर दे रहे हैं। पुरानी गोदाम , रेलवे कलोनी, मिर्जापुर, कलाली रोड आदि स्थानों पर भी कचरों को जमा कर दिया जाता है। यहां तक कि शहर की प्रमुख सड़कें भी कचरों की डम्पिंग से अछूता नहीं है।

सनोखरा में चिन्हित हुई है 5 एकड़ जमीन:- जिला प्रशासन द्वारा अकबरपुर प्रखंड के सनोखरा गांव के पास करीब 5 एकड़ जमीन उपलब्ध कराया है। जमीन चिह्नित कर नगर परिषद को मिल तो गया है, लेकिन यह जमीन भी अतिक्रमण का शिकार है। नगर परिषद और सफाई एजेंसी की टीम यहां कचरा डालने के लिए गई लेकिन अतिक्रमणकारियों ने खदेड़ दिया।

फिलहाल नगर परिषद को मिली इस जमीन पर नगर परिषद का कब्जा नहीं हो पाया है। नगर परिषद ने फिर से रजौली अनुमंडल अधिकारी को जमीन पर कब्जा दिलाने को ले अनुरोध किया है। इस जमीन पर डंम्पिंग यार्ड और अलग सफाई विभाग बनाने की तैयारी है। फिलहाल स्थिति जस की तस है और मुहल्लों से निकाला गया कचरा नदी-नाले के पास फेंका जा रहा है।

5 साल पहले से ही शहर में घर-घर से कचरा उठाने का काम शुरू हुआ है। लेकिन इन वार्डों से उठाया गया कचरा कहां रखा जाएगा, कचरों का क्या होगा? गीला कचरा से कंपोस्ट बनाने के लिए शहर से दूर घोसतांवा गांव के पास प्लांट बनाया गया है। यहां 8 यूनिट बनाए गए हैं। सब कुछ तैयार है । कुछ वैधानिक प्रक्रिया बाकी है जिसे पूरा कर इसे चालू कर दिया जाएगा। सूखा कचरा के लिए डंपिंग पॉइंट तलाशने की प्रक्रिया पूरी हो गई है।

– कन्हैया कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद, नवादा:

माह बाद भी शिव शंकर सिंह के हत्यारे व नाबालिग पुत्री के अपहरण मामले में पुलिस के हाथ खाली ,एक ही रात पिता की गला रेत हत्या बाद पुत्री को अज्ञात अपराधियों ने किया था अगवा

नवादा : जिले के वारिसलीगंज नगर पंचायत के वार्ड नंबर 7 पावर हाउस (समीचक) मुहल्ला निवासी शिवशंकर सिंह हत्या कांड के हत्यारों एवं स्व सिंह की नावालिग पुत्री शालिनी कुमारी के अपहरण मामले में दो वर्ष बाद भी पुलिस की हाथ खाली है। घटना के उद्भेदन के प्रति पुलिस सुस्त हो चुकी है। जबकि समय की धूल घटना पर एक परत बनकर ढक दिया है, जबकि मृतक का पुत्र सह कांड का सूचक सिंटू कुमार को आज भी अपने पिता के हत्यारों को सजा दिलवाने एवं खोई बहन से मिलने का इन्तजार है।

क्षेत्र के लोग घटना को भूल चुके हैं, जबकि पुलिस की अनुसंधान अभी तक हत्यारे एवं बालिका के अपहर्ता को ढूंढ पाने में विफल है। घटना के बाद पकरीबरावां के तत्कालीन एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा के नेतृत्व में वारिसलीगंज पुलिस के अलावे डीआईयू पुलिस की मदद से केश की गुत्थी सुलझाने के लिए घटना के कुछ दिन बाद तक दिनरात हाथ पैर मारती रही। लेकिन दो वर्ष बीत जाने के बाद भी घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों का सुराग तक पहुंचने में पुलिस विफल साबित हुई है।

बता दें कि 15 दिसंबर 2020 (मंगलवार) की देर रात घर में सपरिवार सोए शिवशंकर सिंह के घर में घुसकर बदमाशों ने स्व सिंह की गला काटकर हत्या कर दिया था। जबकि महज दो फिट की दूरी पर स्थित दूसरे बेड पर सोई उनकी 16 वर्षीय पुत्री शालिनी कुमारी को हत्यारे अपने साथ लेकर चला गया था। घटना की सूचना के बाद पकरीबरावां के तत्कालीन एसडीपीओ समेत अन्य पुलिस दिनरात अपराधियों के सुराग पाने को लेकर सक्रिय हुई थी।

तत्कालीन एसपी घटना स्थल पर पहुंचकर स्वजनों को हत्यारों को शीघ्र पकड़ने एवं अपहृत बालिका को बरामद करने का भरोसा दिलाया था, लेकिन दो वर्ष की लंबी अवधि बीत जाने के पश्चात मृतक के स्वजनों में पुलिस के कार्य के प्रति निराशा का भाव बन चुका है, जबकि केश के अनुसंधानक पुलिस अधिकारी को भी अब मामले के उद्भेदन को लेकर विशेष रुचि नहीं है। इस बाबत पकरीबरावां एसडीपीओ महेश चौधरी ने बताया कि उक्त सम्बंधित अनुसंधान से लेकर केश की गुत्थी सुलझाने का प्रयास किया जाएगा।

बालू पर खेलने से बच्चों को रोका, नाराज बच्चों के परिजन ने बुजुर्ग महिला को पीट-पीटकर मार डाला

नवादा : बालू को लेकर हुए विवाद में बुजुर्ग महिला की 5 लोगों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। मृतका की पहचान धनेश्वरी देवी(60साल) पति वीरेंद्र यादव के रूप में की गयी है। घटना के बाद परिवार में मातम पसर गया है। वहीं महिला की मौत के पांचों आरोपी फरार होने में सफल रहे। मामला रविवार की देर शाम की है।

जिले के उग्रवाद प्रभावित मेसकौर थाना क्षेत्र के पूर्णाडीह गांव के धनेश्वरी देवी की पीट-पीटकर हत्या की गई। महिंदर यादव ने बताया कि हमारी मौसी घर के बाहर निकली तो देखा कि बालू बच्चों के द्वारा बर्बाद किया जा रहा है। मौसी के द्वारा मना किया गया। उसी दौरान बच्चे के परिवार के लोगों ने हमारे मौसी के साथ बहस करते हुए जमकर मारपीट की घटना को अंजाम दिया।

महिला सहित पांच लोगों ने मिलकर बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद पांचों लोग घर छोड़कर फरार हो गया। महिंदर यादव ने बताया कि इन दिनों बालू का दाम काफी बढ़ गया है। और दूसरे जिला से बालू मंगा कर घर के पास रखे हैं। उन्होंने बताया कि 5 हजार रुपया में एक ट्रैक्टर बालू मिलता है। मारपीट की जानकारी जैसे ही परिवार वाले को मिली आनन-फानन में सभी लोगों ने पहुंचा तो देखा कि महिला की मौत हो गई है। घर से कुछ दूर पर ही महिला की पीट-पीटकर हत्या की गई है।

हत्या की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचकर पुलिस ने मृतका कू शव को देर शाम कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि आवेदन के आधार पर आरोपी कुलदीप यादव,उसकी पत्नी समेत पांचों के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। सभी लोग घर छोड़कर फरार हो गए। जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।

मामूली विवाद में छोटे ने बड़े भाई पर किया रॉड से हमला, इलाज के दौरान हुई मौत, परिजनों ने एनएच 82 किया जाम

नवादा : जिले के हिसुआ थाना क्षेत्र के कहरिया ग्राम में विगत 19 दिसंबर को मामूली विवाद को लेकर भाई ने ही भाई के साथ जमकर मारपीट किया था। जिसमें गंभीर रूप से हुए जख्मी का इलाज नालंदा के पावापुरी विम्स में चल रहा था। इलाज के दौरान सोमवार को उनकी मौत हो गयी।

शव आने के बाद आक्रोशित परिजनों एवं समर्थकों ने बोधगया – राजगीर राष्ट्रीय राजमार्ग 82 को जाम कर दिया। शव को सड़क पर रखकर लोग प्रदर्शन करने लगे। लोग मुआवजा देने और हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। घंटों जाम के कारण राजमार्ग के दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतार लगी रही।

सूचना मिलने के बाद जाम स्थल पर पहुंचे हिसुआ पुलिस इंस्पेक्टर एवं थाना प्रभारी मोहन कुमार परिजनों को समझाने बुझाने की कोशिश की लेकिन मृतक के परिजन सीधे-सीधे एसपी को बुलाने की मांग कर रहे थे। ऐसे में लम्बे समय तक जाम रहा और यात्री परेशान रहे। बाद में समझाने बुझाने के बाद जाम वापस लिया गया।

बताया जाता है कि 19 दिसंबर को घर में इंची टेप टूट जाने को लेकर राजेंद्र चौधरी के पुत्रों राजेंद्र चौधरी और सुनील चौधरी के बीच विवाद हुआ, जिसमें सुनील ने लोहे के राड से राजेंद्र पर हमला कर दिया। जिसके बाद जख्मी राजेंद्र को चिंताजनक हालत में बीम्स पावापुरी में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। सोमवार को इलाज के दौरान मौत हो गई।

अवैध बालू खनन करने वालों पर पुलिस की कार्रवाई, 5 रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त, चालक गिरफ्तार

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रोह थाना की पुलिस ने निचे बाजार लक्ष्मी मंदिर के समीप से अवैध बालू लदे 5 ट्रैक्टर-ट्राली को कब्जे में लिया है। मौके से एक ट्रैक्टर चालक को पुलिस ने अपने हिरासत में लिया। गिरफ्तार चालक दिरमोबारा निवासी अनिल यादव के पुत्र राजीव यादव बताया जाता है।

कार्रवाई से बालू माफियाओं में हड़कम्प मच गया। थानाध्यक्ष डॉ नरेन्द्र प्रसाद ने बताया कि इलाके में नाकाबंदी कर अवैध रेत से भरी 5 ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब्त किया गया। खनन विभाग के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।जब्त टैक्टर के मालिक का पता लगाया जा रहा है।

सांसद चंदन सिंह की सीएम को नसीहत, जातीय जनगणना से विकास के बजाय उन्माद को मिलेगा बढ़ावा

नवादा : लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद चंदन सिंह ने सीएम से लेकर विपक्ष पर जोरदार हमला बोला है। चंदन सिंह ने कहा है कि जातीय जनगणना सीएम नीतीश कुमार करवा रहे हैं। लेकिन हम सब जात एक साथ मिलकर देश में रहेंगे तभी देश का विकास होगा।

जातीय जनगणना से नहीं होगा विकास

नीतीश सरकार द्वारा जातीय उन्माद को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है।अब लोग एक दूसरे की जाति पूछ कर आपस में विवाद करना शुरू कर देंगे और बिहार का विकास इसी जाति में अटक कर रह जाएगा। केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद मानों जैसे देश में जाति फैक्टर धीरे-धीरे कमजोर होने लगा, लोग विकास की बात करने लगे तब क्षेत्रीय दलों की जातीय आधारित राजनीति खतरे में पड़ गई। ऐसे दल फिर से समाज को आपस मे लड़ाकर उन्माद फैलाने का काम कर रहा है।

जातीय जनगणना की जरूरत क्यों पड़ी

समाजवादी कहलाने वालों को जातीय जनगणना की आवश्यकता क्यों पड़ी? इसका जबाव भी सीएम नीतीश कुमार ही देगें। बता दें कि लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद रविवार की देर रात एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। कार्यक्रम के बाद मीडिया कर्मी से बातचीत के दौरान उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला ।

नवादा के विकास की बात पर उन्होंने कहा कि लोगों की मांग है कि एक ट्रेन पुणे एक्सप्रेस का ठहराव नवादा स्टेशन पर हो इसके लिए रेलवे मंत्री से मुलाकात कर नवादा की विकास की रफ्तार के लिए चर्चा करेंगे। उन्होंने नवादा वासियों को आश्वासन दिया कि जो मांग किया गया वह मांग पूरा किया जाएगा अब तक नवादा की विकास के लिए हमने हर मांग को सदन में उठाने का काम किया हूं और विकास कर रहा हूं, आगे भी करता रहूंगा।

फेसबुक फ्रेंड से हुआ प्यार, प्रेगनेंट हुई तो प्रेमी छोड़कर हुआ फरार

नवादा : खबर है नवादा से जहां एक बच्चें की मां, फेसबुक फ्रेंड के प्यार में इस कदर दीवानी हुई कि समाज को पीछे छोड़ अपनी अलग दुनिया बसाने निकल पड़ी। कई महीनों तक प्रेमी ने उसके साथ शारीरिक संबध बनाए रखा और प्रेगनेंट होने के बाद प्रेमी युवक ने उसका गर्भपात करा दिया। महिला ने जब शादी का दबाव अपने प्रेमी पर बनाया तो वह शादी से इंकार कर फरार हो गया।

मामला जिले के अकबरपुर थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है जहां एक विवाहिता को फेसबुक फ्रेंड से प्यार हो गया। बात इतनी आगे बढ़ गई कि वह अपने पति को छोड़ जमालपुर से नवादा अपने प्रेमी के पास आ गई। कई महीनों तक प्यार यूँही परवान चढ़ता गया। प्रेमी ने उसके साथ शारीरिक संबध बनाए रखा और प्रेगनेंट होने के बाद प्रेमी युवक ने उसका गर्भपात करा दिया और अब शादी से इन्कार कर युवक फरार हो गया।

प्रेमी से मिले धोखे के बाद महिला अब न्याय के लिए दर दर की ठोकर खा रही है। पीड़ित महिला ने अकबरपुर थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई है। आरोपी युवक पर अबतक कोई कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ित महिला अपने बच्चे के साथ एसपी से मिलने उनके कार्यालय पहुंच न्याय की गुहार लगाई है।

डीएम-एसपी ने किया ईवीएम बेयर हाउस का निरीक्षण

नवादा : डीएम-एसपी ने समाहरणालय परिसर में ईवीएम वेयर हाउस का आंतरिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डीएम उदिता सिंह ने ईवीएम की सुरक्षा व्यवस्था सहित अन्य व्यवस्था का जायजा लिया।

उन्होंने वेयर हाउस की साफ-सफाई व्यवस्था को दुरूस्त किये जाने का निर्देश दिया। वेयर हाउस की सुरक्षा में लगे कर्मी को निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी परिस्थिति में बाहरी लोगों के प्रवेश पर पूरी तरह से नियंत्रण रखना है। वेयर हाउस स्थित भवन पर इलेक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन के रख-रखाव, सीसीटीव कैमरे, अग्नि से सुरक्षा से संबंधित सभी बिंदुओं का निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया।

दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक ऑफिसर्स एवं इम्पलाई फेडरेशन का द्वितीय द्विवार्षिक सम्मेलन आयोजित, नयी कार्यकारिणी गठित

नवादा : दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक ऑफिसर्स एवं इम्पलाई फेडरेशन जिला इकाई का द्वितीय द्विवार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। उद्घाटन एसोसिएशन के महासचिव मो नदीम अख्तर तथा केंद्रीय कमिटी के अध्यक्ष ब्रहमेश्वर कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। सभा की अध्यक्षता एसएएमडी प्रबंधक रंजीत कुमार ने की।

सभा को सम्बोधित करते हुए केंद्रीय कमिटी अध्यक्ष ब्रहमेश्वर कुमार ने बैंक के वर्तमान स्थिति पर अपना विचार रखा। अन्य वक्ताओं ने बैंक की स्थिति के साथ देश की स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा कि आज के समय में बैंक सरकार के द्वारा चलाये जा रहे सभी योजनाओं को लागू कर रही है, परंतु केंद्र सरकार का रवैया बैंक के प्रति उदासीन है।

महासचिव नदीम अख्तर ने बैंक के वर्तमान स्थिति पर चर्चा करते हुए बताया कि बैंक हित सर्वाेपरि है। उन्होंने कहा कि जब बैंक हित पूरा होगा तभी कर्मचारी हित स्वतः पूरा हो जायेगा। उन्होंने कहा कि आप सभी साथी अपने अधिकार के प्रति सजग रहें और कर्तव्य को नहीं भूलें। उन्होंने संगठन को मजूबत करने के लिए एकता बनाये रखने की अपील की।

नवादा क्षेत्र के सचिव शशि शेखर ने क्षेत्र की समस्याओं को रखते हुए कहा कि हम संघ के लोगों की समस्याओं को लेकर तत्पर हैं और आगे भी रहेंगे। सभा को संगठन के टिंकू कुमार, नीतू कुमारी ने सम्बोधित कर अपनी बातों को रखने का काम किया। मंचासीन चेयरमैन अतुल आनंद, सुबोध दास, आकाश आनंद तथा अनंत आनंद ने सभा को सम्बोधित किया। कार्यक्रम समाप्ति पूर्व धन्यवाद ज्ञापन अक्षय कुमार के द्वारा किया गया।

इस दौरान संगठन द्वारा जिले के डीबीजीबी ओएफ के नये कार्यकारिणी में अध्यक्ष अंशु आशीष, उपाध्यक्ष मिथिलेश कुमार, सचिव शशिशेखर, उपसचिव प्रीतम साह, कोषाध्यक्ष मिथलेश कुमार को बनाया गया। वहीं डीबीजीबी ईएफ के गठित कार्यकारिणी में अध्यक्ष मनोज कुमार, सचिव टिंकु कुमार, कोषाध्यक्ष आकाश दीप तथा संयोजक पद पर अक्षय कुमार व रंजीत को मनोनित किया गया।

राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता को लेकर न्यायिक पदाधिकारियों ने की बैठक,सुलहनीय योग्य मामलों का निष्पादन पर दिया जोर

नवादा : नालसा एवं बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, पटना के निर्देश पर 11 फरवरी 2023 को व्यवहार न्यायालय में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन की सफलता को लेकर सोमवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष राजेश नारायण सेवक पांडेय के प्रकोष्ठ में न्यायमंडल के न्यायिक पदाधिकारियों के साथ बैठक की गयी।

आयोजित बैठक में सभी प्रकार के सुलहनीय अपराधिक वादों का न्यायालयवार समीक्षा की गई, जिसमें सभी न्यायिक पदाधिकारियों द्वारा अपने-अपने न्यायालयों के वादों के बारे में बताया गया साथ ही निष्पादन के लिए चिन्हित वादों तथा उनमें दाखिल सुलहनामा के विषय में चर्चा की गयी। उक्त बैठक में मापतौल, श्रम एवं वन वादों का न्यायालयवार चिन्हित सूची से सुलहनामा के लिए तैयार वादों में नोटिस करने का निर्देश दिया गया।

अधोहस्ताक्षरी के द्वारा बताया गया कि पूर्व बैठक (प्री सीटिंग) के माध्यम से अपराधिक सुलहनीय वादों को काउंसीलिंग कर सुलह के आधार पर वाद का निष्पादन किया जायेगा तथा वैसे सभी वादों जिसमें पूर्व में सुलहनामा आवेदन अभिलेख पर उपलब्ध है या अभिलेख में दाखिल किया गया है, वैसे वादों में प्रभावी सूचना पक्षकारों को निर्गत सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया।उपस्थित न्यायिक पदाधिकारियों को अधिक से अधिक सुलहनीय वादों के निष्पादन को ले दिशा निर्देश दिया गया। अधोहस्ताक्षरी के द्वारा उपस्थित पदाधिकारियों से अनुरोध किया गया कि इन सुलहनीय मामले में सुलह के आधार पर समझौता कराकर वाद का निष्पादन कराया जाय।

मौके पर अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रवीण कुमार सिंह, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कुमार अविनाश, अवर न्यायिक पदाधिकारी सह अनुमंडल मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, अवर न्यायाधीश सह अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी चंदन कुमार, अवर न्यायाधीश सह अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अवर न्यायाधीश सह अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी विवेक विशाल, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी दीपक कुमार, न्यायिक दंडाधिकारी, प्रथम श्रेणी अनुभव रंजन, न्यायिक दंडाधिकारी, प्रथम श्रेणी हिमांशु भार्गव, न्यायिक दंडाधिकारी, प्रथम श्रेणी रत्नेश कुमार द्विवेदी, न्यायिक दंडाधिकारी, प्रथम श्रेणी अमृतांशा, न्यायिक दंडाधिकारी, प्रथम श्रेणी निहारिका सिंह, न्यायिक दंडाधिकारी, प्रथम श्रेणी रोहित अमृतांशु, न्यायिक दंडाधिकारी, प्रथम श्रेणी खुशबू आनन्द तथा सहायक जिला विधिक सेवा प्राधिकार राकेश कुमार मौजूद थे।

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