पांच साइबर अपराधी गिरफ्तार, की सामग्री बरामद
नवादा : जिले के काशीचक थाना क्षेत्र के बजरंग बिगहा गांव से गिरफ्तार दो साइबर ठग से मिली जानकारी के आधार पर काशीचक पुलिस ने पुनः बजरंग विगहा गांव में छापेमारी कर रंगेहाथ तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार नीतीश कुमार व सौरभ कुमार के निशानदेही पर मुन्ना कुमार,चिन्टु कुमार, राजीव कुमार को गिरफ्तार किया गया। अपराधियों के पास से मोबाइल, डायरी व कई,पेज में प्रिंटेड कस्टमर डाटा बरामद किया है।
गिरफ्तार अपराधियों में बजरंग बिगहा गांव के उपेन्द्र प्रसाद का लड़का नीतीश कुमार व धनेश्वर महतो का बेटा सौरभ कुमार चन्द्रिका महतो, दुखो महंतो का बेटा राजीव कुमार, चिन्टु कुमार शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक गुप्त सूचना पर कार्रवाई की गयी। पुलिस को अपराधियों द्वारा उपभोक्ताओं से ऑनलाइन ठगी करने की सूचना मिली थी। सूचना पर वरीय पदाधिकारी द्वारा पुलिस टीम का गठन कर छापेमारी की गई। बताया जाता है कि दोनों पिछले कई वर्षों से साइबर ठगी के धंधे में लिप्त थे। पुलिस इनकी निशानदेही पर गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।
ओवरलोड वाहनों मालिकों से पदाधिकारियों की संलिप्तता का पत्र हो रहा वायरल
नवादा : जिले के बिहार- झारखंड सीमा पर रजौली समेकित जांच चौकी से ओवरलोड वाहनों के बेरोकटोक पार होने में पदाधिकारियों व इंट्री माफियाओं के नाम व हिस्सेदारी को लेकर सोशल मीडिया पर एक पत्र वायरल हो रहा है। पत्र में इंट्री माफियाओं के नामों के साथ एमवीआई, मोबाइल, डीटीओ, माइनिंग व थाना को मिलने वाली रकम का विवरण उजागर किया गया है। माफियाओं में शंकर पाण्डेय, मुकेश यादव, शिवम कुमार, सुबोध यादव उर्फ सुबोध टाइगर, सोनू कुमार, अकील खान, गोल्डन मियां,मुन्ना खान व मिस्टर आदि का नाम शामिल है।
इंट्री माफियाओं द्वारा प्रति ओवरलोड वाहनों के मालिकों से माहवार 20000 रुपये ली जाती है जिसके बाद ही जांच चौकी से ओवरलोड वाहन बेरोकटोक झारखंड से बिहार में प्रवेश करते हैं। जिससे बिहार सरकार को भारी मात्रा में राजस्व की हानि हो रही है।वहीं इंट्री माफियाओं की चांदी कट रही है। अवैध तरीकों से बगैर कोई काम किये इंट्री माफिया करोड़ों रुपयों की चल व अचल सम्पत्ति बना लिया है।
बताते चलें कि झारखण्ड की ओर से गिट्टी लाद कर प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक जांच चौकी से पास करता है। इसमें कुछ ट्रकें अंडरलोड तो कुछ ट्रकें जो इंट्री माफियाओं के सहारे ओवरलोड होता है बगैर किसी जांच के पार करा दिया जाता है। अब जब सोशल मीडिया पर फोटो वायरल हुआ हुआ है तो इसकी जांच होगी भी कहना मुश्किल है। क्योंकि लाभ- शुभ में सभी की हिस्सेदारी जो तय है।
चांद का दीदार होते ही पवित्र महीना रमजान का हुआ आगाज
नवादा : रमजान के चांद का दीदार होते ही मुस्लिम भाईयों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी और लोग एक दूसरे को मुबारकबाद देने लगे। चांद देखने के बाद लोगों ने मस्जिदों में जाकर विशेष नमाज (नमाज ए तरावीह) अदा किया। शुक्रवार से रोजा रखने वाले सभी मुस्लिम भाई सुबह की सेहरी के बाद दिनभर उपवास में रहेंगे और शाम में इफ्तार करेंगे।
रमज़ान के महीने को इस्लाम धर्म में महत्वपूर्ण माना गया है। पूरे महीने में सारी दुनिया में मुस्लिम समुदाय के लोग रोज़ा रखते हैं जिसमें सुबह 4:00 बजे से शाम 6:10 तक उपवास रहते हैं । इस क्रम में किसी प्रकार का खाना पीना नहीं करते हैं। रमज़ान के महीने में मुसलमान विशेष इबादत करते हैं जिस का नाम तरावीह है।
इसमें हाफ़िज़े क़ुरआन पूरा क़ुरआन ज़ुबानी पढ़ते हैं और उसे तरावीह की शक्ल में मुसलमान सुनते हैं। इसी पवित्र महीना में अल्लाह तआला ने अपना पवित्र क़ुरआन शरीफ़ को नाज़िल फ़रमाया जो सारे मनुष्य के लिए हिदायत का सरचशमा है।जकात का है विशेष महत्व:-इसी पवित्र महीना में मालदार मुसलमान अपनी रकम की 250% ज़कात निकाल कर समाज के गरीबों, विधवाओं एवं दबे-कुचले लोगों को दान करते हैं और ईद की खुशी में शरीक होने का अवसर प्रदान करते हैं।
29 या 30 रोज़ा पूर्ण होने पर फिर ईद का चांद दिखाई देता है और लोग ईद की नमाज़ मस्जिदों-ईदगाहों में अदा कर एक दूसरे से गले मिलते हैं और उन्हें ईद की मुबारकबाद देते हैं। यूं तो नमाज का विशेष महत्व है लेकिन रमजान के पहले जुमा का अति विशिष्ट महत्व है। इसलिए पहले जुमा की नमाज पढ़ने हर कदम मस्जिद की ओर था और मस्जिदों में नमाज पढ़ने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी।
शातीर बाइक चोर मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार
नवादा : जिले के हिसुआ थाना की पुलिस ने बाइक की चोरी कर भाग रहे शातिर चोर को अपने हिरासत में लिया है। गिरफ्तार के पास से मास्टर चाबी बरामद हुई हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
थानाध्यक्ष मोहन कुमार ने बताया कि वाहन जांच के क्रम में पुलिस पर नजर पड़ते ही तेज रफ्तार से भागना आरंभ कर दिया। संदेह उत्पन्न होते ही पीछा कर मोटरसाइकिल के साथ हिरासत में ले लिया। जांच के बाद बाईक चोरी की निकली। चोर से पूछताछ आरंभ की गई है। पूछताछ के बाद कुछ अन्य स्थानों पर छापामारी संभावित है।
एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष बने मो इम्तियाज
नवादा : एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष मो अख्तरुल इमाम ने नवादा जिला में पार्टी का विस्तार किया है। उन्होंने जिलाध्यक्ष पद पर मो इम्तियाज को नियुक्त कर पार्टी की नीतियों का प्रचार प्रसार करने का अनुरोध किया है। इसकी सूचना उन्होंने जिला प्रशासन को उपलब्ध कराई है।
जारी पत्र में कहा है कि आपकी पार्टी के प्रति गहरी निष्ठा को देखते हुए नयी जिम्मेदारी सौंपी गई है। आशा है आप अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए जिले में पार्टी को नयी धार देने में अपनी उर्जा का प्रयोग करते हुए कमिटी का विस्तार कर सूचना प्रदेश कार्यालय को उपलब्ध करायेंगे। बता दें इम्तियाज सदर प्रखंड प्रमुख पद पर रह चुके हैं तथा संगठन चलाने में चलाने में माहिर हैं। उनकी नियुक्ति पर प्रदेश सचिव मो राजिक खान समेत कई मुस्लिम नेताओं ने बधाई दी है।
तरहरा गांव में मूलभूत सुविधाओं का अभाव, पीने के पानी को ले तरस रहे ग्रामीण
नवादा : जिले के पकरीबरावां प्रखंड क्षेत्र के बुधौली पंचायत की तरहरा गांव के लोगों को अब भी बुनियादी सुविधाओं का इंतजार है। बुधौली पंचायत के लोग स्वास्थ्य, नाली-गली, स्कूल, सिंचाई, बिजली और सड़क की समस्या से जूझ रहे हैं। इतनी बड़ी आबादी को इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचने में लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।
आजतक गांव में अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण नहीं हुआ। समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलने से यहां के लोगों को पकरीबरावां से लेकर नवादा तक का दौड़ लगाना पड़ रहा है। ऐसे में तरहरा गांव पहुंच लोगों से समस्याओं की जानकारी ली।
झोलाछाप डॉक्टर के भरोसे ग्रामीण
स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव होने की स्थिति में ग्रामीण जाए तो जाए कहां। प्राथमिक चिकित्सा के लिए सिर्फ झोलाछाप (ग्रामीण चिकित्सक) का सहारा है। गांवों की ज्यादातर आबादी झोलाछाप पर निर्भर होकर रह गई है। रात के समय कोई बीमार पड़ जाए तो झोलाछाप के अलावा कोई रास्ता नहीं है।
नल-जल योजना का नहीं मिल रहा लाभ
यहां करीब चार साल पहले नल-जल योजना का लाभ लोगों को मिला था पर वह भी ढाक का तीन पात साबित हुआ। चालू होने से पहले ही बंद हो गया। लोग पेयजल को तरस रहे हैं। इसका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है।
सड़क नहीं, गलियों की हालत दयनीय
लाखों रुपये खर्च के बावजूद गांव की हालत बदहाल है। यहां नाली तक नहीं बनी है। सभी गलियों की स्थिति नारकीय बनी हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि बरसात में पानी घरों में घुस जाता है। पानी निकासी के स्थायी प्रबंध नहीं है। गंदे पानी के जमावड़े से गांव में मक्खी-मच्छरों की भरमार है। गंदगी ने ग्रामीणों का जीना मुहाल कर रखा है।
किसान बारिश पर खेती के लिए निर्भर
सिंचाई के साधन उपलब्ध नहीं होने के कारण किसान वर्षा आधारित खेती करते हैं। नदी का पानी खेतों तक पहुंचाया जाता तो यह किसानों के लिए वरदान साबित होता, पर इन योजनाओं की ओर किसी भी जनप्रतिनिधि ने अबतक कोई प्रयास नहीं किया। इसके अलावा, खेतों तक आज तक बिजली लाइन नहीं पहुंचने से किसानों को भारी परेशानी हो रही है। ऐसी स्थिति में किसानों को अपनी खेती के लिए निजी नलकूप या मानसून पर निर्भर रहना पड़ता है। ऐसे में किसानों को हर सीजन में फसलें खराब होने का खतरा बना रहता है। क्षेत्र के किसान अपने खेतों तक बिजली के लिए टकटकी लगाए हैं।
शिक्षा पर नहीं दिया गया ध्यान
गांव में शिक्षा व्यवस्था की भी हालत खराब है। गांव में एक नवसृजित प्राथमिक विद्यालय है। विद्यालय भवनहीन है। ग्रामीणों के अनुसार विद्यालय में एक शिक्षक कार्यरत है, वह भी समय पर नहीं पहुंचते हैं।
मुखिया ने कहा-स्वास्थ्य से शिक्षा तक का कर रहे प्रयास
बुधौली पंचायत की मुखिया पप्पू मांझी कहते हैं गांव में कई सुविधाएं नहीं है। स्वास्थ्य से लेकर शिक्षा को दुरुस्त किया जाएगा। खेतों तक बिजली पहुंचाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। विद्यालय भवन से लेकर, गांव तक सड़क लाने को ले प्रखंड से लेकर जिला तक पहुंचाया गया है। अपने कार्यकाल में पंचायत को हर मामले में विकसित करेंगे।
रमजान में जुमे की पहली नमाज अदा कर मांगी जहन्नम से निजात
नवादा : मुसलमानों का पवित्र त्यौहार रमजान के पहले जुमे में हजारों की संख्या में मुसलमान भाईयों ने नमाज अदा कि और नमाज पढ़ने के लिए लोगो की भीड़ मस्जिदों में उमड़ पड़ी। यहां तक के लोगों ने कड़ी धुप और सख्त गर्मी के बीच जुमे की नमाज अदा की। यूँ तो हर जुमा नमाज खास होती है मगर रमजान के महिनों की जुमा पढ़ने का सबाब 70 गुणा ज्यादा होता है। जिले के मुस्लिम बहुल इलाकों अंसार नगर,भदौनी, फैजुलबारी, इस्लाम नगर, सब्जी बाजार जामा मस्जिद, कुरैशी मस्जिद, अकबरपुर जामा मस्जिद, नेजामा, पचरुखी, रजहत,माखर, नरहट, छोटा शेखपुरा, रजौली,अमांवा मस्जिद
समेत आस पास के तमाम ग्रामीण व शहरी इलाकों में मस्जिदों में रमजान के पहले जुमा की नमाज अदा करने के लिए रोजेदारों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। पहले जुमे के मौके पर नमाज अदा करने के लिए पहुंचने वाले नमाजियों की संख्या को देखते हुए काफी इंतजाम किये गये थे। क्योंकि इस बार रमजान का पहला दिन ही जुम्मा से शुरू हो रहा है ऐसे में मुस्लिम भाइयों में उत्साह चरम पर देखा गया।
रोजेदारों को जुम्मा के नमाज अदा करने के समय हर मस्जिदों के आसपास सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस फोर्स लगातार गश्त करते रहे। नमाजियों ने अल्लाह ताला की बारगाह में हाथ उठाकर अल्लाह का शुक्रिया अदा किया। जिले के फैजुलवारी का प्रसिद्ध खानकाह मुजीबिया में सबसे ज्यादा नमाजियों की भीड़ उमड़ी रही। हर कदम खानकाह की ओर बढ़ रहा था कोई वजू कर रहा है, कोई सुन्नत नमाज पढ़ रहा है तो कोई कलाम पाक का तिलावत कर रहा है तो कोई वजीफा पढ़ रहा है, कोई तसबीह पढ़ रहा है पूरा वातावरण धार्मिकमय हो गया है।
सभी मस्जिदों में इमाम साहेब ने रोजेदारों एवम नमाजियों से मुखातिब होते हुए खुतबे में फरमाया कि यह रमजान शरीफ का महीना है। इबादत के पाक माह रमजान में जुमे की पहली नमाज सबसे खास मानी जाती है। यह दिन पहली बार रोजा रखने वाले बच्चों के लिए भी बेहद पाक माना जाता है। इस मौके पर मस्जिदों में तकरीरें हुयी। रमजान की अहमियत बताते हुए गरीबों की मदद करने का सुझाव दिया।
वहीं, गुनाहों की माफी के लिए रमजान में रोजा रखने की जरूरत को बताया। इमाम साहेब ने बताया की भूखा-प्यासा रहने से क्या लाभ है। उन्होंने बताया की प्यारे नवी हजरत सल्लाह अलैह वसल्लम के साथ तमन्ना रहती थी कि पूरा साल रमजान हो जाये तो कितना अच्छा होता। लेकिन आज का मुसलमान, उसी नवी को मानने वाले, उसी कुरान शरीफ पर ईमान रखने वाले यह चाहते हैं कि रमजान का महीना नहीं होता तो कितना अच्छा होता। भूखा-प्यासा रहने से क्या लाभ ? प्यारे नवी की एक हदीश में है कि रोजा रखो और स्वस्थ्य रहो।
रोजे की हालत में दिन भर कुछ खाने पीने की हलाल चीजों को छोड़ना पड़ता है। रोजा रखने वाले हर मुसलमान को इससे सीख मिलती है कि पूरी जिंदगी हराम और बुरे कामों से दूर रहो जो रहमत मगफिरत और जहन्नम से निजात का माह है। इस्लाम की बुनियाद ही पांच चीजों पर कायम है। पहला कलमा पढ़ना, दूसरा नमाज, तीसरा रमजान में रोजे रखना, चौथा जकात अदा करना और पांचवा मालदार मुसलमान हज जरूर करें।उन्होंने कहा कि यह बातें तमाम मुसलमान मर्द, औरतों के लिए है।
तालाब से अतिक्रमण हटाने में सीओ कु अन्देखी से ग्रामीणों में रोष
नवादा : जिले के पकरीबरावां प्रखंड क्षेत्र ज्यूरी पंचायत सिमरिया गांव के ऐतिहासिक तालाब शिवगंगा अतिक्रमण का शिकार है। आश्चर्य तो यह कि अतिक्रमण ग्रामीणों ने नहीं बल्कि दूसरे गांव लीलो गांव के दबंगों ने बजाप्ता झोपड़ी बनाकर कर रखा है। ग्रामीणों द्वारा अतिक्रमण हटाने को ले सीओ को आवेदन दे रखा है।
आवेदन के 24 दिनों का समय गुजर गया लेकिन अबतक अतिक्रमण हटाने की सीओ की अनदेखी के कारण ग्रामीणों में रोष देखा जा रहा है। ग्रामीणों रंजीत सिंह, गिरानी सिंह आदि का आरोप है कि तालाब के भींड पर बगल गांव लीलो के चान्दो सिंह,सेवक सिंह वह श्यामसुंदर सिंह ने अतिक्रमण कर बजाप्ता झोपड़ी बना रखा है।
फिलहाल जल संसाधन विभाग द्वारा तालाब की खुदाई कार्य आरंभ किया गया है लेकिन मिट्टी भिंड पर न देकर तालाब में देने के कारण आकार छोटा होने से इसके अस्तित्व पर संकट उत्पन्न होने लगा है। इसके अलावा अतिक्रमण को बैध होने से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इस बावत ग्रामीणों ने एक मार्च को सीओ को आवेदन देकर अतिक्रमण हटाने का अनुरोध किया था बावजूद अतिक्रमण हटाना तो दूर स्थल निरीक्षण तक नहीं किया जा रहा है।