गृह कलह से तंग आ अधेड़ ने खाया जहर, हुई मौत
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के जगजीवन नगर में बुधवार की देर रात्रि घरेलू कलह से तंग आकर एक व्यक्ति ने जहर खाकर आत्महत्या कर लिया। जहर खाने के बाद परिजनों ने ग्रामीणों के सहयोग से अनुमंडल अस्पताल रजौली में भर्ती कराया जहां चिकित्सक अर्जुन चौधरी ने दयनीय स्थिति देखते हुए सदर अस्पताल रेफर कर दिया। सदर अस्पताल नवादा में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
मृतक छतरधारी मिस्त्री के पुत्र 45 वर्षीय अवधेश मिस्त्री बताए गए हैं। परिजन ने बताया कि पिता और पुत्र में किसी बात को लेकर तू-तू मैं-मैं हुआ था। जिसके बाद ही अवधेश ने गुस्से में आकर जहर खा लिया था। थानाध्यक्ष दरबारी चौधरी ने बताया कि घटना के बारे में जानकारी मिली है। सभी बिंदुओं पर गहराई से जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
सीतामढ़ी के गांव-गांव से जुड़ी हैं मां सीता के निर्वासन की स्मृतियां
नवादा : रामायण काल की सीता की निर्वासन स्थली कहां है? इस बात पर श्रृषि और पुरातत्वविद एक मत नही हैं। लोग इसकी व्याख्या अपने अपने हिसाब से करते रहे हैं। लेकिन जिले के लोग सीतामढ़ी को ही सीता की निर्वासन स्थली मानते हैं। सीतामढ़ी और इसके आसपास उपलब्ध प्राचीन साक्ष्यों और गांवों के नाम इसका आधार है। सीतामढ़ी में पत्थर के चट्टान में एक प्राचीन गुफा है।
पुजारी सीताराम पाठक कहते हैं कि वनवास के समय सीता इसी गुफा में रही थीं। यहीं लव कुश का जन्म हुआ था। सीतामढ़ी के मैदान में श्रीराम और लवकुश के साथ युद्ध हुआ था। गुफा के आगे तीन खंड में चट्टान है। मान्यता है कि सीता यहीं धरती में समाई थी। कहते हैं कि गया में भगवान विष्णु का पल भर के लिए पैर पड़े थे, जिसके कारण विष्णु पद से ख्यात हुआ। इसी तरह सीता 12 साल तक यहीं रही थी, इसलिए सीतामढ़ी कहलाई।
सीतामढ़ी का नाम पहले था सीता मरी
सीता यहीं पाताल में समा गई थी। यानि सीता मरी थी। इसलिए पहले इसका नाम सीता मरी था। बाद में जब लोग गुफा में सीता और लवकुश की प्रतिमा स्थापित कर पूजा करने लगे, तब सीतामढ़ी कहलाई। यानि सीता का मंदिर। तिलैया नदी ही प्राचीन तमसा नदी है। यही नहीं, सीतामढ़ी से 3 किमी की दूरी पर बारत गांव के पास बाल्मिकी श्रृषि का आश्रम है।
मुखिया नागेश कुमार कहते हैं कि बाल्मिकी श्रृषि चलते उनके गांव का नाम बारत पड़ा। बा यानि बाल्मिकी, र यानि रत और त यानि तपस्या है। ग्रामीण विपुल कुमार कहते हैं बाल्मिकी श्रृषि का क्षेत्र रहा है इसलिए कई सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों के नाम बाल्मिकी श्रृषि के नाम पर है।
तिलैया नदी के पास श्रीराम की रूकी थी सेना
नदसेना निवासी कवि दीनबंधु कहते हैं कि तिलैया नदी के पास श्रीराम की सेना रूकी थी। इसलिए इसका नाम नदसेना है। वहीं कटघरा में हनुमान जी को बंधक बना लिया था। कष्टघरा था। बाद में कटघरा कहलाया। यही नहीं, श्रीराम जब युद्ध के लिए आए थे तब पहली दफा लखौरा में लव कुश को देखा था। इस जगह का नाम लखौरा पड़ा। लख यानि देखना और उर यानि हृदय। वहीं मोहगांय के समीप राम जी को बच्चों को देखकर मोह आया था, वह स्थल मोहगाय कहलाया।
रसलपुरा में युद्ध के समय में राशन की थी व्यवस्था
रसलपुरा में युद्ध के समय में राशन की व्यवस्था थी। पहले वह राशनपुरा था, बाद में रसलपुरा कहलाया। रसलपुरा के पास एक पेड़ में अश्वमेघ के घोड़ा को बांधा गया था, वह पेड़ अब पत्थर का शिला बन गया है। समीप में लौंद और कुसा गांव है। किवदंतियों के मुताबिक, लव और अवध को जोड़कर लौंद बना। शेखपुरा के पास कुसा गांव हैं। सीता बेरौटा स्थित दुर्गा पूजा के लिए जाती थीं। मां दुर्गा ने वर के आने यानि वर आउटा का आशीर्वाद दिया था वही बेरौटा कहलाया।
ताड़ के पेड़ से गिरकर युवक की मौत
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली में बुधवार की शाम ताड़ के पेड़ से गिरने के बाद युवक की हालत गंभीर हो गई थी। इसे रजौली अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां से चिंताजनक हालत में देर रात सदर अस्पताल रेफर किया गया। जहां इलाज के क्रम में युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान रघु चौधरी का पुत्र रंजीत चौधरी के रूप में किया गया है।
बताया जाता है कि 35 वर्षीय रंजीत ताड़ के पेड़ पर चढ़ ताड़ी उतारने का काम किया करता था। प्रतिदिन वह खुद भी पिया करता था और इसी को लेकर पत्नी से विवाद हुआ था और एक हफ्ता से रंजीत चौधरी अपने घर में भोजन नहीं कर रहे थ। बुधवार को मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। मृतक के पिता ने बताया कि अपनी ही पत्नी से विवाद हुआ और फिर एक हफ्ता तक कोई बातचीत और भोजन नहीं और अंत में आकर बुधवार को मौत हो गई। मृतक अपने पीछे पत्नी व चार बच्चे को छोड़ गया है।
एक हफ्ते पहले पत्नी से हुआ था विवाद
मृतक के पिता ने बताया कि एक हफ्ता पहले पत्नी से विवाद हुआ था। इसी को लेकर वह काफी नाराज था। घर में भोजन नहीं कर रहा था। अपने ही पिता को चार गिलास ताड़ी पिलाया और खुद भी पिता के साथ बैठकर चार गिलास ताड़ी पीकर ताड़ के पेड़ पर ताड़ी उतारने गया था। पत्नी ने पति की हालत गंभीर देख आनन-फानन में पति को लेकर सदर अस्पताल पहुंची जहां पति की मौत हो गई। पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है।
भैसुर ने भभो से की छेड़खानी की कोशिश, नशे में धुत घर के सामने की पिटाई, हालत गंभीर
नवादा : जिले के कादिरगंज थाना क्षेत्र के एक गांव से भैसुर और भभो के पवित्र रिश्ता को शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है, शराब के नशे में धुत भैसुर ने रिश्ते की सभी मर्यादा को लांघ कर भभो को गलत नियत से पकड़ लिया और उसे जमीन पर पटक दिया। विरोध करने पर भभु के साथ मारपीट किया। जिससे वह जख्मी हो गई। परिजनों के सहयोग से उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पीड़ित महिला के पति ने बताया कि दोनों भाई अलग-अलग घर में रहते हैं। दोनों के बीच किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं है। लेकिन मेरे बड़े भाई संतोष सिंह की मेरी पत्नी पर गलत निगाह है। बराबर मेरा भाई शराब पीकर आता है और मेरी पत्नी पर तंज कसते रहता है।
मां और पिताजी घर के दरवाजे के पास बैठे थे, तभी मेरी पत्नी मां और पिताजी को बुलाने दरवाजे पर आई। बड़ा भाई वहीं पर शराब के नशे में झूम रहा था। मेरी पत्नी को दरवाज़े पर खड़ी देखकर गलत नियत से उसे पकड़ लिया और जमीन पर पटक कर गलत करने का प्रयास किया। मेरी मां और पिताजी मेरी पत्नी को बचाने आए तो मेरी पत्नी के साथ मां पिताजी के साथ भी मारपीट किया। जिसके बाद इलाज के लिए सभी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया। घटना की सूचना पुलिस को दी गयी है। इस बावत कादिर गंज थानाध्यक्ष सूरज कुमार ने बताया कि आवेदन मिला है। मामले की छानबीन की जा रही है।
नगर में जाम के झाम से हर कोई परेशान
नवादा : नगर में जाम के झाम से हर कोई परेशान है. गंभीर रूप से बीमार हो या अन्य आवश्यक काम किसी को किसी से कोई लेना देना नहीं. कुछ इसी प्रकार का नजारा अस्पताल रोड में देखने मिला। ऐसा तब है प्रशासन अतिक्रमण हटाने का दावा करती है, लेकिन सच्चाई कुछ और है. तस्वीरें झूठ नहीं बोलती।
जाम में मरीज को ले जा रहा एम्बुलेंस इस तरह फंसा रहा कि परिजन रास्ता के लिए हाथ जोड़ गिड़गिड़ाते रहे लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था। ऐसे में किसी की जान चली जाय किसी को परवाह नहीं। बता दें प्रशासन द्वारा आये दिन अतिक्रमण हटाने का काम किया जाता रहा है. लेकिन अतिक्रमण है कि हटने का नाम नहीं लेता. परिणाम है कि नगर को जाम के झाम से मुक्ति नहीं मिल रही है और प्रशासन है कि इसकी अनदेखी कर रही है मानों उसकी कोई जिम्मेवारी ही न हो।
सीतामढ़ी मेला में जन सम्पर्क विभाग ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को किया जागरूक
नवादा : उदिता सिंह जिला पदाधिकारी के आदेश के आलोक में बिहार सरकार के कल्याणकारी योजनाओं को व्यापक प्रचार-प्रसार करने के लिए नुक्कड़ नाटक का आयोजन एवं फ्लैक्सी का संस्थापन कराया जा रहा है। मेसकौर प्रखंड स्थित ऐतिहासिक रामायण काल के पावन भूमि सीतामढ़ी में अगहण पूर्णिमा से बृहद मेला का आयोजन का शुभारम्भ हो गया जो एक पक्ष तक चलेगा। सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के उत्कृष्ठ कलाकारों के द्वारा बाल विवाह की रोकथाम, नशाबंदी, जल जीवन हरियाली अभियान आदि योजनाओं के बारे में गीत-संगीत एवं नाटक के द्वारा स्थानीय नागरिकों को स्थानीय भाषा में जागरूक किया जा रहा है।
जरासंघ मंदिर, राजवंशी मंच मंदिर एवं चैधरी मंच के पास नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया गया।सत्येंद्र प्रसाद डीपीआरओ ने बताया कि गीत-संगीत के माध्यम से स्थानीय लोगों को बताया गया कि बाल विवाह एवं दहेज प्रथा सामाजिक कुरीतियां हैं, जो बच्चियों एवं महिलाओं को विकास में बाधक बन रही है। इससे बालिकाओं के शारीरिक एवं मानसिक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसके अलावे बालिकाओं के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। बालिकाएं कम उम्र के कारण परिवार के निर्णय में अपना पक्ष नहीं रख पाती हैं और गर्भधारण उनकी मजबूरी हो जाती है।
नाटक के माध्यम से बताया गया कि
हम सब का है एक ही सपना,
बाल विवाह मुक्त बिहार हो अपना।स्थानीय नागरिकों एवं जन प्रतिनिधियों को नाटक के माध्यम से संदेश दिया गया कि बेटे और बेटीयों को पढ़ाएं और उनका भविष्य उज्ज्वल बनायें। 21 वर्ष के लड़के और 18 वर्ष से कम उम्र की लड़की की शादी बाल विवाह है जो कानूनी अपराध है। जिसके तहत् माता-पिता को बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत् कानूनन अपराध है। बिहार से बाल विवाह को मुक्त करने के लिए बिहार सरकार के द्वारा कई अभियान चलाये गए हैं।
बेटीया मेरी अभी पढ़ेगी,
बाल विवाह की सूली नहीं चढ़ेगी।
प्रदर्शन स्थल पर दर्शकों की भीड़ उमड़ पड़ी। सभी दर्शक नुक्कड़ नाटक देखकर मंत्र मुग्ध हो गये। नाटक के उपरान्त नुक्कड़ नाटक के टीम लीडीर बिनोद सिंह ने स्थानीय दर्शकों को संकल्प दिलाया कि ’’हम अपने बाल बच्चों को बाल विवाह नहीं करेंगे और पढ़ा लिखाकर योग्य नागरिक बनायेंगे।’’ नुक्कड़ नाटक के प्रदर्शन में सहयोगी कलाकार कीर्ति कुमारी, मुन्नी कुमारी, अजय सिंह, अखिलेष कुमार, अविनाष कुमार, राजकुमार, संतोष कुमार, विक्की कुमार आदि थे।
डीएम के जन शिकायत शिविर में आपदा राशि में घूसखोरी व पीडीएस में कालाबाजारी का छाया रहा मुद्दा
नवादा : जिलाधिकारी उदिता सिंह की अध्यक्षता में नारदीगंज प्रखंड इंटर विद्यालय में प्रखंड स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर के प्रारंभ में इंटर विद्यालय के वर्ग कक्ष में जिलाधिकारी ने सभी जिला स्तरीय एवं नवादा सदर अनुमंडल के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी आदि से अबतक किये गए योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में फिडबैक प्राप्त किया। उन्होंने सभी अंचलाधिकारी को निर्देश दिया कि म्यूटेशन के लंबित सभी आवेदनों को यथाशीघ्र पूर्ण करें। उन्होंने अपर समाहर्ता को निर्देश दिया कि प्रतिदिन इसका माॅनेटरिंग करें।
नवादा अंचल में 800 से अधिक आवेदन म्यूटेशन के पेंडिंग है। म्यूटेशन में वारिसलीगंज, हिसुआ के अंचलाधिकारी के द्वारा बेहतर कार्य किया गया है और नारदीगंज सीओ का प्रगति निम्नतम है। परिमार्जन के संबंध में भी सभी अंचलाधिकारी को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिया गया। सभी अतिक्रमणवाद को एक सप्ताह के अन्दर समाप्त करने के लिए कई निर्देश दिया।अभियान बसेरा और परिमार्जन में जिले में 95 प्रतिशत कार्य पूर्ण हुआ है, जिसमें नवादा जिला को बिहार राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। इसमें हिसुआ और वारिसलीगंज के अंचलाधिकारी के द्वारा उत्कृष्ट कार्य किया गया है*।
थानों की कुल संख्या 22 है जिसमें प्रत्येक शनिवार को भूमि विवाद से संबंधित समस्याओं की सुनवाई संबंधित अंचलाधिकारी और थानाध्यक्ष के द्वारा की जाती है। लेकिन डाटा अपलोड काफी कम किया गया है। आरटीपीएस की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि कार्यालय के काउन्टर से आवेदन बहुत कम प्राप्त हो रहे है। स्थानीय नागरिकों को साईवर कैफे का सहारा लेना पड़ता है जहां उनका आर्थिक दोहन होता है। जिलाधिकारी ने सभी अंचलाधिकारी को सख्त निर्देश दिया कि बिचैलियों को बंद करें और काउंटर से आवेदन लेने का सख्त निर्देश दें। एक साल में काशीचक 16 आवेदन काउन्टर से प्राप्त हुए। जिसपर जिलाधिकारी ने अंचलाधिकारी को फटकार लगायी। आम नागरिकों के जाति, आय एवं आवासीय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन काउन्टर से ही लेने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि बिचैलियों का प्रवेश बर्दास्त नहीं किया जायेगा।
धान अधिप्राप्ति की समीक्षा शिविर में की गयी। जिसमें पकरीबरावां प्रखंड में 110 किसानों का धान क्रय किया गया है जिसमें मात्र 69 किसानों का राशि भुगतान किया गया है। जिसपर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि 15 नवम्बर से धान अधिप्राप्ति शुरू हुआ है जिसमें मात्र 110 किसान ही धान दिये हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय किसानों को धान क्रय की कार्य प्रणाली का विस्तृत जानकारी देना सुनिश्चित करें।
हिसुआ प्रखंड में 30 किसानों से ही धान अबतक क्रय किया गया है। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि दिसम्बर तक सभी इच्छुक किसानों का धान क्रय करना सुनिश्चित करें और यथाशीघ्र राशि उनकी खाता में स्थानान्तरण करें। जो पैक्स अध्यक्ष किसानों को तंग तबाह करेंगे उनको ब्लैक लिस्ट करने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी के आदेश के आलोक में शिविर में 22 विभागों के द्वारा स्टाॅल लगाया गया था। शिविर में 502 से अधिक जन समस्या से संबंधित आवेदन प्राप्त हुए। सामाजिक सुरक्षा कोषांग-10, जिला आपूर्ति शाखा-215, पंचायती राज विभाग-03, षिक्षा-02, स्वास्थ्य विभाग-148, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण)- 25, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान-26, मनरेगा-09, राजस्व शाखा-09, आपदा-24, पीएचईडी-07, जीविका-07, कृषि-02, समेकित बाल विकास परियोजना-04, विद्युत-11 आदि विभागों से आवेदन आये। जिसमें से जिलाधिकारी के द्वारा 56 आवेदनों को आन स्पाॅट निष्पादन कर दिया गया। जिलाधिकारी स्वयं सभी स्टाॅलों का निरीक्षण किए एवं उपस्थित आम जनता की समस्याओं को यथाशीघ्र निवारण करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने मायकिंग के माध्यम से शिविर में बैठकर स्थानीय नागरिकों से अपील किया कि सभी विभागों का स्टाॅल लगाया गया है, जहां पर अपनी व्यक्तिगत समस्याओं से संबंधित आवेदन जमा करें। यदि सामाजिक समस्या हो तो हमारे पास आकर आवेदन दें। साईवर क्राइम के बारे में आवेदन दिया गया जिसको जाॅच करने के लिए अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देश दिया गया।
शिविर में काफी संख्या में स्थानीय नागरिक अपनी-अपनी समस्याओं के साथ आये थे। सर्वाधिक भीड़ स्वास्थ्य विभाग के स्टाॅल पर पायी गयी जहां पर लोग अपना स्वास्थ्य चेकअप करा रहे थे। जिसमें ब्लड सुगर, बी पी माप के साथ-साथ मौसमी बीमारियों का ईलाज कराये और निःशुल्क दवा प्राप्त कर खुशी-खुशी अपने घर चले। जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि जो भी आवेदन प्राप्त हुए हैं, उन्हें यथाशीघ्र निष्पादित करें। उन्होंने पंचायत सरकार भवन का भी समीक्षा किया।
पंचायत सरकार भवन के निर्माण के संबंध में अंचलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि 02 पंचायत में भवन बन गया है और 03 पंचायतों में कार्य चल रहा है और 05 पंचायतों के लिए जमीन चिन्हित कर भेज दिया गया है। बैठक में दीपक कुमार मिश्रा उप विकास आयुक्त ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना से संबंधित 413 आवास पेंडिंग है, जिसमें 104 कौआकोल में और 51 पकरीबरावां में है। दूसरा और तीसरा किस्त 435 लाभुकों को नहीं दिया गया है। जिलाधिकारी ने सख्त निर्देश दिया कि सभी पेंडिंग आवास योजना को पूर्ण करें एवं दूसरा और तीसरा किस्त दो दिनों के अन्दर संबंधित लाभुकों के खाता में स्थानांतरित करना सुनिश्चित करें।
विशेष शिविर में दीपक कुमार मिश्रा उप विकास आयुक्त, उज्ज्वल कुमार सिंह अपर समाहर्ता, डाॅ0 कारी प्रसाद महतो जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, अनुराग कौशल जिला परिवहन पदाधिकारी, उमेश कुमार भारती अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर, प्रशांत अभिषेक अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, सत्येन्द्र प्रसाद डीपीआरओ, बजैर हुसैन डीपीओ शिक्षा, प्रियंका सिंहा जिला स्थापना प्रभारी, अंशु कुमारी जिला पंचायती राज पदाधिकारी अनुमंडल सदर के सभी अंचलाधिकारी, प्रखंड विकास पदधिकारी आदि उपस्थित थे.
डीएम ने किया राइस मिलों व पैक्सों का औचक निरीक्षण
नवादा : जिले के नारदीगंज प्रखंड स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर के उपरांत जिलाधिकारी उदिता सिंह ने पैक्स एवं मिल का औचक निरीक्षण कियु। नारदीगंज पैक्स का औचक निरीक्षण किया और पैक्स अध्यक्ष से धान अधिप्राप्ति के संबंध में पृच्छा किया। अबतक 08 किसानों से 2200 क्विंटल धान क्रय किया था। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी किसानों से सर्वे के माध्यम से धान बिक्रय की मात्रा एवं तिथि ली गयी है। उन्होंने पैक्स अध्यक्ष से पूछा कि इसके संबंध में जानकारी है तो नहीं।
उपस्थित प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी को जमकर फटकार लगाई और सख्त निर्देश दिया कि सभी पैक्स अध्यक्षों को किये गए सर्वे की सूची उपलब्ध करायें। प्रतिदिन लक्ष्य के अनुरूप किसानों से बिना टालमटोल के निर्धारित दर पर धान क्रय करें एवं 48 घंटे के अन्दर बैंक खाता में राशि स्थानांतरित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने पैक्स अध्यक्ष को कहा कि धान अधिप्राप्ति के संबंध में स्थानीय किसानों को जानकारी दें और फ्लैक्सी के माध्यम से प्रदर्शित करें।
जिलाधिकारी ने नारदीगंज स्थित तिरूमाला राईस नारदीगंज मिल का औचक निरीक्षण किये जहां काफी धूल उड़ रहा था। मिल चालू था, उन्होंने स्वयं चावल का निरीक्षण किया जो सोनम चावल बन रहा था। क्वालिटी अच्छा पाया गया। प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी नारदीगंज को निर्देश दिया कि यथाशीघ्र पैक्सों को मिलों से टैग करायें। किसानों को धान विक्रय में टालमटोल करने वाले पैक्स अध्यक्षों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के समय सहायक समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी, जिला जन समपर्क पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।