तेज रफ्तार ई-रिक्शा ने मासूम को मारी टक्कर मौत, परिवार में मचा कोहराम
नवादा : जिले में तेज रफ्तार ई-रिक्शा की चपेट में आने से बच्चे की मौत हो गयी। घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया। मामला जिले के हिसुआ थाना क्षेत्र के नउआबागी गांव का है। तेज रफ्तार ई-रिक्शा ने बालक की टक्कर मार दी, जिसमें उसकी मौत हो गयी। घटना के विरोध में स्थानीय लोगों ने पथ को घंटों जाम रखा. अधिकारियों के समझाने बूझाने के बाद जाम को वापस लिया गया.
बताया जाता है कि गांव के मुकेश यादव के पुत्र 5 वर्षीय आर्यन कुमार अपने चाचा के साथ बाजार कर घर आ रहा था,तभी ई-रिक्शा की चपेट में आ गया, जिससे घटनास्थल पर उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया।
मृतक के दादा नरेश यादव ने बताया कि अपने चाचा के साथ मार्केट सामान खरीदने के लिए गया था। मार्केट से लौटने के क्रम में तेज रफ्तार ई रिक्शा की चपेट में आने से 5 वर्षीय बालक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मौत की खबर सुनने के बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया है। स्थानीय लोगों द्वारा पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी, मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
घटना को लेकर ग्रामीणों ने कहा कि अक्सर ई-रिक्शा काफी तेज रफ्तार में रोड पर चलती है। मना करने के बावजूद भी ई रिक्शा चालक किसी की भी बात नहीं मानते हैं। स्थानीयों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि तेज रफ्तार ई-रिक्शा चलाने वाले पर परिवहन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाए, नहीं तो आने वाला समय में हिसुआ मार्ग को जाम कर आंदोलन किया जाएगा।
मृतकों को कंधा भी नहीं हुआ नसीब:वैन से शवों को ले जाया गया मुक्तिधाम, बड़ा बेटा भी दिल्ली से नहीं आ सका घर
नवादा : नगर में सामूहिक आत्महत्या के बाद मृतकों के शवों को कंधा भी नसीब नहीं हो सका। एक साथ परिवार के पांच सदस्यों को कंधा देने वाला भी कोई नहीं बचा। मृतक केदार का एकमात्र जीवित बड़ा बेटा अमित भी दिल्ली से वापस नहीं आ सका। लिहाजा शवों को एक वैन से मुक्तिधाम ले जाया गया।
परिवार के अन्य सदस्यों, समाजसेवियों की मदद से पुलिस शवों को श्मशान घाट तक ले गई जहां एक साथ पांचों शवों का अंतिम संस्कार किया गया। पांचों की चिता एक साथ सजाई गई। दृश्य काफी दिल दहलाने वाला था। लोग इसे देख भावुक हो जा रहे थे।
हर गली-मोहल्ले में चर्चा का विषय बनी घटना
मृतक केदार के छोटे भाई राजकुमार लाल ने पांचों शवों को मुखाग्नि दी। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी है। स्थानीय लोगों ने कहा कि घटना ने पूरे नवादा में शोक की लहर फैला दी है। वहीं कैलाश विश्वकर्मा ने कहा कि घटना के बाद लोगों का रोम रोम खड़ा हो गया है।
मामले में नवादा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ब्याज का रुपया खानेवाले 2 लोगों को अरेस्ट किया है। घटना के बाद मोहल्ले और गली में चर्चा का विषय बन गया है। लोगों की जुबान पर ब्याज लेनेवाले व्यक्ति को सजा दिलाने की मांग की जा रही है।
सदर अस्पताल में शवों का हुआ पोस्टमार्टम
दाह संस्कार से पहले सदर अस्पताल में पांचों शवों का पोस्टमार्टम किया गया। बारी-बारी से शवों का पोस्टमार्टम किया गया। इस दौरान सदर अस्पताल में लोगों की भीड़ जुटी रही। हर कोई इस घटना से स्तब्ध रह गया।
कर्ज के चलते सुसाइड…एक साथ जली 6 चिताएं
नवादा : नगर में कर्ज के चलते एक ही परिवार के 6 लोगों ने जान दे दी। सामूहिक आत्महत्या के बाद मृतकों के शवों को कंधा भी नसीब नहीं हो सका। एक साथ परिवार के 6 सदस्यों को कंधा देने वाला भी कोई नहीं बचा। केदार गुप्ता का बड़ा बेटा अमित दिल्ली में पढ़ाई करता है।
घटना की सूचना मिलने पर वो बहन गुंजा के साथ गुरुवार रात नवादा पहुंचा। लिहाजा शवों को एक वैन से मुक्तिधाम ले जाया गया। परिवार के अन्य सदस्यों, समाजसेवियों की मदद से पुलिस शवों को श्मशान घाट तक ले गई। जहां एक साथ परिवार के 6 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। एक साथ सभी की चिताएं जलाई गईं।
अमित ने बताया कि वो लोग किराए के घर में रहते थे। पापा से उसकी बात 2 दिन पहले ही हुई थी। उसने कहा था कि आप टेंशन मत लीजिए वो सब ठीक कर देगा। जहर खाने के सवाल पर उसने कहा कि मुझे नहीं पता मौत कैसे हुई है, लेकिन सभी लोग जहर खाने की ही बात कर रहे हैं। परिवार के 6 सदस्यों की चिता एक साथ सजाई गई। यह तस्वीर बहुत मार्मिक थी। लोग इसे देख भावुक हो जा रहे थे। मृतक केदार के बड़े बेटे अमित ने एक-एक कर 6 शवों को मुखाग्नि दी।
5 सदस्यों की चिता सजते ही आ गई छठी मौत की खबर
बुधवार देर रात परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो चुकी थी। छठे सदस्य साक्षी का इलाज पावापुरी विम्स में चल रहा था। इस बीच पांच मृतकों की चिता सजा दी गई। अंतिम संस्कार की तैयारी थी। तभी साक्षी की भी मौत की खबर आ गई। लिहाजा पांचों का दाह संस्कार रोक दिया गया। फिर परिवार के छठे सदस्य का शव आने पर नवादा के बिहारी घाट पर उसकी भी चिता साथ में सजाई गई।
सदर अस्पताल में शवों का हुआ पोस्टमार्टम
दाह संस्कार से पहले सदर अस्पताल में छहों शवों का पोस्टमार्टम किया गया। बारी बारी से शवों का पोस्टमार्टम किया गया। इस दौरान सदर अस्पताल में लोगों की भीड़ जुटी रही। हर कोई इस घटना से स्तब्ध रह गए।
अंतिम संस्कार के बाद मृतक के बेटा ने किया बड़ा खुलासा, भाई-बहन को उठा ले जाने की धमकी देते थे सूदखोर : अमित
नवादा : नगर के मिर्जापुर मोहल्ला स्थित बिहारी घाट पर छहों सदस्यों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। अब इस हृदय विदारक घटना की परतें खुलकर सामने आने लगी है कि कैसे केदार जी के पूरे परिवार को सूदखोर लोग प्रताड़ित करते थे। मृतक के बड़े बेटे अमित ने शवों को मुखाग्नि देने के बाद मीडिया से बात में कहा कि पापा से अक्सर बात होती थी। वे बताते थे कि जिनसे कर्ज लिया है, वे अक्सर परेशान कर रहे हैं। जीना मुश्किल हो गया है।
देते थे बेटा-बेटी को उठाने की धमकी
अपने पूरे परिवार को एक झटके में खोने के बाद सदमे में आए अमित ने बताया कि पापा ने कहा था कि सूदखोर भाई व बहन को उठा लेने की धमकी दे रहे थे। खास कर मनीष सिंह नामक सूदखोर ने ज्यादा आजिज कर रखा था। अमित ने पुलिस से ऐसे सूदखोर पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है, जिसके कारण परिवार के छह सदस्यों ने आत्महत्या कर ली। पूरे मामले पर नगर पुलिस एक्शन में है और अब तक 3 लोगों को धर दबोच कर विशेष पूछताछ कर रही है। अमित के खुलासा के बाद पुलिस बड़ी कार्रवाई कर सकती है।
जिले के 3.68 लाख छात्रों को जल्द मिलेगी पोशाक व छात्रवृति की राशि
नवादा : जिले के सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में नामांकित साढ़े चार लाख विद्यार्थियों में से 3.68 लाख विद्यार्थियों के खाते में जल्द ही पोशाक एवं छात्रवृति की राशि हस्तांतरित की जाएगी।
विद्यार्थियों के खाते में पोशाक-छात्रवृति की राशि ट्रांसफर किए जाने से पूर्व शिक्षा विभाग के निर्देश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी बीरेन्द्र कुमार द्वारा सभी प्राइमरी, मिडिल, माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को सितम्बर माह तक की उपस्थिति के आधार पर न्यूनतम 75 प्रतिशत उपस्थिति पूर्ण करने वाले छात्र छात्राओं की मार्किंग का आदेश दिया गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी के आदेश पर जिले में अब तक 2.70 लाख विद्यार्थियों की अटेंडेंस मार्किंग किया जा चुका है।
छात्रों की उपस्थिति की मार्किंग में नवादा अवव्ल : – छात्रों की उपस्थिति की मार्किंग में छठ से पूर्व जिला की स्थिति सूबे में 38 वें स्थान पर थी। लेकिन छठ की छुट्टी के बाद विद्यालय संचालन शुरू होने के उपरांत डीईओ ने सख्त निर्देश देना शुरू किया जिसके बाद जिला पूरे बिहार में पहले स्थान पर पहुंच गया।
गौरतलब हो कि लाभुक छात्रों के एडमिशन समेत विद्यार्थी का खाता, विद्यार्थी के नाम खाता मौजूद नहीं रहने पर उसके अभिभावक के खाता की इंट्री मेधा सॉफ्ट पोर्टल पर की जाती है। जब भी किसी योजना का लाभ छात्रों को मिलना होता है तो विभागीय निर्देश पर उपस्थिति को सत्यापित करने के लिए कॉलम में Y या N लिखना होता है।
पोशाक एवं छात्रवृति योजना के लिए 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य है लिहाजा जिले में 3.68 लाख विद्यार्थियों के खाते में ही राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित हो पाएगी। विभागीय जानकारी के अनुसार डीबीटी के माध्यम से सीधे छात्रों या अभिभावकों के खाते में राशि भेजी जाती है। इसमें प्रधानाध्यापकों की कोई भूमिका नहीं होती है।
तनाव में हैं सभी एचएम, अभिभावकों के कोपभाजन का डर
स्कूल में 75 प्रतिशत उपस्थित छात्रों की उपस्थिति मार्किंग का आदेश एचएम को दिया गया है। लेकिन इस आदेश से सभी एचएम तनाव में हैं। इस बावत प्रधानाध्यापकों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के सभी बच्चों की स्थिति कमोवेश एक जैसी होती है और सभी को सरकारी लाभ की जरूरत है। ऐसे में लाभ से वंचित रहने वाले छात्रों के अभिभावकों के कोपभाजन का शिकार होना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत मुख्यमंत्री पोशाक / बालिका पोशाक योजनान्तर्गत कक्षा 1 एवं 2 के छात्राओं के लिए 600 की दर से 3 से 5 के छात्राओं के लिए 700 की दर से कक्षा 6 से 8 तक के छात्राओं के लिए 1000/- की दर से राशि उपलब्ध कराने का प्रावधान है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मनायी भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री कलाम की जयंती
नवादा : जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय जवाहर नगर सभागार में आधुनिक शिक्षा के वास्तुकार मौलाना अबुल कलाम आजाद की 134 जयंती समारोह प्रदेश प्रतिनिधि सह जिला उपाध्यक्ष रजनीकांत दीक्षित की अध्यक्षता में धूमधाम से मनाई गई। सर्वप्रथम आजाद के चित्र पर माल्यार्पण उपरांत पुष्प अर्पित किया गया।
सभा को संबोधित करते हुए कार्यालय प्रभारी डॉ संजय कुमार ने कहा कि मौलाना आजाद ने आजाद हिन्दुस्तान में उच्च शिक्षा की प्रगति एवं प्रसार पर विशेष ध्यान दिया। 1948 में विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग की स्थापना की। अध्यक्षीय संबोधन में रजनीकांत दिक्षित ने कहा कि महाशिक्षाविद थे। इन्हें आजाद हिन्दुस्तान में आधुनिक शिक्षा का आर्किटेक्ट कहा जाता है।
इस अवसर पर पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष मो राजिक खान, मनीष कुमार, राकेश कुमार, डॉ संजय कुमार, रामाशीष प्रसाद, अरविंद कुमार, नरेश चंद्र विधार्थी ,अरूण कुमार, चनद्रभुषण सिंह, मोकिम उदीन ,नवलेश कुमार यादव, सुनील यादव, रामयतन यादव आदि उपस्थित थे।दूसरी ओर रजौली अनुमंडल मुख्यालय में रामरतन गिरी की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में राजीव कुमार बब्लू, अनिल सिंह आदि ने देश में शिक्षा के लिए किये गए कार्यों का स्मरण किया।
मुखिया के विरुद्ध वार्ड सदस्यों ने खोला मोर्चा, डीएम से शिकायत
नवादा : जिले के अकबरपुर प्रखंड बसकंडा पंचायत की मुखिया विनोद कुमार की मनमानी के विरुद्ध 13 वार्ड सदस्यों ने एक साथ मोर्चा खोल दिया है. इस बावत डीएम को आवेदन दे न्याय की गुहार लगायी है.
वार्ड सदस्य 9 के रोहित कुमार वार्ड सदस्य 10के मो कलीम, वार्ड सदस्य रेखा देवी, हुस्ना खातुन ,गीता देवी, सुलेखा देवी ने मुखिया विनोद कुमार पर इंदिरा आवास में जमकर लूट खसोट ,15 वीं 16वीं योजना राशि का बन्दरवाट, मनरेगा योजना में बिना कार्य किये राशि हड़पने का लगाया आरोप लगाया है. आवेदन में इसके कइ प्रमाण दिये गये हैं।
आरोप है कि बगैर कार्यसमिति की बैठक के ही योजनाओं का चयन कर कार्य कराया जा रहा है। यहां तक कि कार्य के एवज में 40 प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप है। वार्ड सदस्यों को डीएम ने मामले की गभीरता से जांच कराने का आश्वासन दिया है।
व्यवसायी संघ ने डीएम-एसपी से मिल केदार के आश्रीत के लिये की मुआवजा की मांग
नवादा : जिला व्यवसायी संघ ने नगर के केदार परिवार द्वारा छह लोगों की हत्या के दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। इससे संबंधित आवेदन डीएम-एसपी को सौंपा है।
महेश प्रसाद वर्मा के नेतृत्व में सौंपे गये आवेदन में कहा गया है कि सूदखोरों का फैला जाल बहुत बड़ा है. वे छोटे-छोटे व्यवसायियों क़ो अपने जाल में फंसाकर उनका आर्थिक शोषण करते हैं। पूर्व में भी इसकी सूचना प्रशासन को दी गयी थी लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिये जाने का परिणाम है केदार के छह परिवार ने एक साथ आत्महत्या कर ली।
उन्होंने केदार के शेष बचे परिवार को सुरक्षा के साथ मुआवजा देने का अनुरोध करते हुये आशंका जाहिर की है कि सूदखोरों द्वारा शेष बचे परिवार की हत्या की जा सकती है। उन्होंने व्यवसायियों के लिए एक कमिटी गठित करने की मांग प्रशासन से की है जहां गरीब व्यवसायी अपनी बातों को बगैर किसी भय के प्रशासन के सामने रख सके।
हथकड़ी समेत कैदी फुर्र… : बाइक चोरी में हुआ था गिरफ्तार
नवादा : इस वक़्त की बड़ी खबर सामने आ रही है. कोर्ट में पेशी के लिये ले जाया जा रहा कैदी हथकड़ी समेत फरार हो गया। बताया जा रहा है कि कैदी को पुलिस ने बाइक चोरी मामले में हिरासत में लिया था.कैदी के फरार होने की सूचना मिलते ही पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मामला नगर थाना क्षेत्र के लाल चौक का है जहां कोर्ट में पेशी के लिए जाने के दौरान एक कैदी फरार हो गया।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने आरोपी को नरहट थाना क्षेत्र से बाइक चोरी के मामले में घेरा बंदी कर गिरफ्तार किया था। गोलू पिता नवीन सिंह को शुक्रवार को कोर्ट में पेशी के लिए ले जाने के दौरान हथकड़ी समेत फरार हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिसकर्मियों के हाथ पांव फूल गए। बता दें इसके पूर्व भी न्यायालय परिसर के अंदर व बाहर, अस्पताल परिसर के साथ ही रास्ते से कैदी फरार होने की घटना हो चुकी है।
कर्ज दो या जान : बिहार में धीमी पड़ी गुंडा बैंक की जांच, तो क्रूर महाजनों के फड़फड़ाने लगे पंख, मौतें जारी
नवादा : बिहार में कर्ज के बदले जान देने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। कटिहार के बाद अब नवादा में भी एक हंसते-खेलते परिवार ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली। प्रदेश में गुंडा बैंक की जांच रफ्तार धीमी हुई तो क्रूर महाजनों के भी पंख फड़फड़ाने लगे हैं।
सूद के पैसे से जुड़े विवाद में हुए कटिहार के ट्रिपल मर्डर मामले में हाईकोर्ट ने सूदखोरों पर नकेल कसने के लिए जांच का आदेश दिया था। एसआइटी के गठन के बाद ताबड़तोड़ छापेमारी भी अचानक तेज हो गयी थी। कई धनाढ्य लोग जांच एजेंसियों के रडार पर भी चढ़े। लेकिन अब जांच जब सुस्त पड़ी तो प्रताड़ना और आत्महत्याओं का दौर फिर एकबार तेज होने लगा है।
हंसते-खेलते परिवार की जिंदगी तबाह
पटना हाईकोर्ट ने कटिहार के युवा व्यवसायी मनीष झा, उनकी पत्नी व मासूम के मौत मामले पर सुनवाई करते हुए बेहद सख्त निर्देश दिये थे। जिन्होंने सूदखोरों से तबाह होकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली थी। अदालत ने तब सूदखोरों पर कड़ी कार्रवाई के आदेश देते हुए एसआइटी का गठन करवाया था। उसके बाद ताबड़तोड़ छापेमारी भी हुई। लेकिन सूदखोरों के ऊपर इसका कोई खौफ नहीं दिख रहा।
धनाढ्य सूदखोरों का मनोबल बढ़ने लगा
एकतरफ जहां गुंडा बैंक की जांच की रफ्तार अब धीमी पड़ गयी वहीं सूद के पैसे से आत्महत्या के नौबत तक पहुंचाने वाले धनाढ्य सूदखोरों का मनोबल बढ़ने लगा है। नवादा में भी एक हंसते-खेलते परिवार के सभी सदस्यों ने इन दरिंदों से तंग आकर अपनी जिंदगी का अध्याय समाप्त कर लिया।
कर्ज से तंग आकर पूरे परिवार ने जहर खाया
नवादा में केदार प्रसाद ने अपनी पत्नी, बेटे व बेटियों के साथ जहर खाकर जिंदगी समाप्त कर ली। मामला कर्ज के तले दबे होने और महाजनों के द्वारा कर्ज चुकाने का लगातार दबाव बनाने से जुड़ा मिला। दम तोड़ने से पहले कारोबारी व उसके परिवार ने साफ शब्दों में बताया कि कर्ज लेने के बाद उनकी जिंदगी तबाह होने लगी। सुसाइड नोट में भी लिखा मिला कि कारोबारी ने जितना कर्ज लिया उससे दोगुना-तिनगुना सूद चुका चुका था। लेकिन उसके बाद भी कर्ज के पैसे को लेकर महाजनों के द्वारा लगातार प्रताड़ित किया गया। अंतत: तीन बेटी, एक बेटा और पत्नी के साथ कारोबारी ने आत्महत्या कर लिया।
गुंडा बैंक मामले की जांच पड़ी ठंडी
गुंडा बैंक मामले की जांच तेज हुई थी तो भागलपुर में इनकम टैक्स का सबसे बड़ा छापा पड़ा था। निवर्तमान डिप्टी मेयर राजेश वर्मा समेत कई धनाढ्यों के ठिकानों पर लगातार चार दिनों तक छापेमारी हुई थी। अकूत संपत्ति के दस्तावेज वगैरह भी सीज हुए।
मामला ईडी के टेबल तक पहुंचा लेकिन उसके बाद मामला ठंडा पड़ गया। जिसके बाद प्रदेश में अब अचानक वो खौफ भी सूदखोरों के अंदर से खत्म होता दिखने लगा। जिसका खामियाजा उनके जाल में फंसे मजबूर परिवारों को भुगतना पड़ रहा है।