सर्दियों में बढ़ सकता है ब्रेन स्ट्रोक का खतरा, 18 लाख लोग देश में ब्रेन स्ट्रोक से पीड़ित
नवादा : ब्रेन स्ट्रोक एक तत्काल अस्पताल पहुंचाने वाली सांकेतिक बीमारी के लक्षण हैं। इस बीमारी में दिमाग की धमनियों में बाधा उत्पन्न हो जाने से दिमाग में खून की प्रवाह रुक जाती है जिससे दिमाग के उस भाग में खून और ऑक्सीजन नहीं पहुंचने की वजह से क्षति हो जाती है, जिसे ब्रेन अटैक भी कहते हैं। ऐसा तब होता है जब ब्रेन में खून सही तरह से संचालित नहीं हो पाता है।
फिजियोथैरेपिस्ट डॉ नीरज सिंह का कहना है, ब्रेन के ऊतकों में पर्याप्त ऑक्सीजन और खून की कमी हो जाती है जब दिमाग में खून के धमनियां फट जाती है इसे ब्रेन हेमरेज कहा जाता है। यह भी स्ट्रोक का एक कारण बन सकता है, जिसे हेमोरेजिक स्ट्रोक के नाम से जाना जाता है। एक अनुमान के मुताबिक 18 लाख लोग देश में ब्रेन स्ट्रोक से पीड़ित हैं।
सर्दियों में बढ़ जाता है स्ट्रोक का खतरा
सर्दियों में हमारी खून की धमनियां सिकुड़ जाती हैं, जिसकी वजह से खून गाढ़ा हो जाता है और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। ब्लड प्रेशर बढ़ने से धमनियों में रक्त का संचालन पहले की अपेक्षा कम होने लगता है, जिससे ब्रेन में खून और ऑक्सीजन की कमी हो जाती है।
दूसरा कारण सर्दियों में फिजिकल गतिविधि, एक्सरसाइज भी कम करते हैं, वह भी एक कारण है। पानी कम पीना, तैलीय पदार्थों का सेवन ज्यादा करना यह एक प्रमुख कारण होता है, जिससे कि सर्दियों में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
जोखिम के कारण
ब्रेन स्ट्रोक के कुछ प्रमुख जोखिम कारक हैं हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर, धूम्रपान, भौतिक गतिविधि में कमी या शारीरिक शीतलता, मोटापा, टेंशन, तनाव या डिप्रेशन, कोविड बीमारी के दुष्प्रभाव के रूप में भी स्ट्रोक आम हो गई है।
फिजियोथेरेपी चिकित्सा स्ट्रोक के मरीजों के पुनर्वसन में महत्वपूर्ण
फिजियोथेरेपी स्ट्रोक के बाद के रोगियों में मोटर कौशल, संतुलन, मांसपेशियों की ताकत और सहनशक्ति को बढ़ा सकती है। पक्षाघात के फिजियोथेरेपी उपचार में मालिश, गर्मी तकनीक और नियमित व्यायाम शामिल हैं, जिन्हें स्ट्रोक पक्षाघात के लिए सबसे प्रभावी उपचार माना जाता है। जब रोगी अपने दैनिक कार्यों के लिए दूसरों पर निर्भर होते हैं, तो वे खुद पर विश्वास खो देते हैं। स्वतंत्रता और इच्छा के अनुसार चलने की स्वतंत्रता से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
पक्षाघात के लिए फिजियोथेरेपी उपचार आपके समग्र मनोदशा को बढ़ाता है और तनाव को कम करता है और इसके परिणामस्वरूप रोगियों के लिए जीवन शैली की बेहतर गुणवत्ता होती है। स्ट्रोक पक्षाघात के लिए फिजियोथेरेपी रोगियों में जल्दी ठीक होने के तरीकों में से एक है। बेहतर परिणामों के साथ, व्यायाम मांसपेशियों की हानि को रोकता है, शरीर के अंगों की कठोरता को कम करता है, और मस्तिष्क क्षति से उबरने में मदद करता है।
छठ मईया की गीतों से गूंजा घाट और वाट, महापर्व को लेकर शहर से गांव तक बना है उत्साह का माहौल
नवादा : सूर्योपासना का महापर्व छठ के तीसरे दिन संध्या काल में व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर घर परिवार की सलामती की प्रार्थना भगवान भास्कर से की। संध्याकाल में सूर्य अस्त होने के पूर्व 4 बजे से ही व्रतियों और श्रद्धालुओं का छठ घाटों पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था।
नगर का मिर्जापुर सूर्य मंदिर घाट, शोभ घाट, गढपर सूर्य मंदिर घाट, गोनावां घाट, बुधौल, नारदीगंज का ऐतिहासिक सूर्य मंदिर घाट, रामे घाट, वारिसलीगंज का शांतिपुरम सूर्य मंदिर घाट, मटकोरबा घाट, रजौली का धनार्जय नदी घाट कौआकोल प्रखंड का नावाडीह घाट, हिसुआ के तमसा नदी घाट सहित अन्य घाटों पर हजारों व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया।
इस दौरान सभी घाटों पर छठ मईया की गीतों से वातावरण उल्लासित होता रहा। व्रतियों ने जलाशयों और नदी घाटों पर आस्था की डुबकी लगाई और भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित की। सोमवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पण के बाद मंदिरों में पूजा अर्चना कर व्रतियां पर्व का समापन करेंगी।
शहर का हर सड़क और गलियों की हुई साफ सफाई
छठ पर्व में स्वच्छता का बड़ा महत्व होता है। अर्घ्य अर्पण करने व्रतियां छठ घाट को जाएंगी, इसका ख्याल सभी ने रखा। नगर परिषद और जिला प्रशासन की अपनी भूमिका है, इससे इतर आम लोगों ने अपना सहयोग दिया। हर उस गली और रास्ते की सफाई की गई जिस रास्ते व्रतियों को छठ घाट की ओर अर्घ्य अर्पण के लिए जाना था। पानी का छिड़काव कर रास्ते में झाड़ू लगाया गया, ताकि किसी व्रती या श्रद्धालुओं को असुविधा न हो।
नगर के वार्ड 4 में पूर्व पार्षद कैलाश प्रसाद यादव द्वारा छठ व्रतियों के रास्ते को भव्य तरीके से सजाया गया है। सभी छोटे बड़े गड्ढे को समतल करा पानी का छिड़काव करा झाड़ू लगवाकर चकाचक कराया गया। पूरे रास्ते को डेकोरेट किया गया है। ध्वनि विस्तारक यंत्र पर लगातार छठ गीत बजाया जा रहा है।
खूब हुई लाइटिंग और सजावट
शहर से लेकर हर शहर बाजार और गांव की गलियों से लेकर छठ घाटों तक शानदार लाइटिंग और सजावट की गई है। जो आने जाने वाले और व्रतियों का में मोह रहा है। कई स्थानों पर भगवान भास्कर की प्रतिमा स्थापित की गई है।
सुरक्षा के हैं पुख्ता इंतजाम
जिले सभी प्रमुख घाटों पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बलों की तैनाती सुरक्षा के दृष्टिकोण से की गई है। जिला प्रशासन शांतपूर्ण और उल्लास के माहौल में पर्व संपन्न कराने को सभी जरूरी उपायों में जुटी है।
मॉडर्न ग्रुप की रही सक्रियता
लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा के शुभ अवसर पर मॉडर्न शैक्षणिक समूह के सचिव सह एसोसिएशन ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टिट्यूशन पटना, बिहार के महासचिव डॉ शैलेश कुमार एवं उनके परिवार तथा विद्यालय एवं महाविद्यालय परिवार के सहयोग से नवादा एवं शेखपुरा जिले के विभिन्न गांवों चातर, शोभिया पर नवादा, रामे, मलिकपुर, सूर्य मंदिर नवादा, शेखोपुरसराय, शेखोपुर डीह, बरबीघा, शेखपुरा इत्यादि गांवों में मॉडर्न ग्रुप के टीम के माध्यम से छठ व्रतियों के डाला पर प्रसादी सामग्री का पैकेट समर्पित कर भगवान भास्कर की आराधना की गई।
महान लोक आस्था का पर्व छठ पूजा पर डॉ शैलेश कुमार, अशोक कुमार सिंह अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ नवादा एवं डॉ अनुज कुमार सिंह अध्यक्ष मॉडर्न शैक्षणिक समूह नवादा, अर्जुन सिंह नवादा एवं शेखपुरा जिले वासियों के साथ-साथ प्रदेश एवं देशवासियों के वासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान आदित्य हम सभी के जीवन में सुख ,शांति ,सौभाग्य ,सौहार्द, समृद्धि, आरोग्यता एवं संतान प्रदान करने की शुभकामनाएं व्यक्त की है। संस्थान द्वारा रामे, हिसुआ आदि घाटों पर खास व्यवस्था की गई है।
समाजसेवियों द्वारा की गई है खास व्यवस्था
नगर के मिर्जापुर सूर्य मंदिर घाट पर विभिन्न स्वयं सेवी संस्थानों और समाजसेवियों द्वारा विशेष इंतजाम किए गए हैं। समाजसेवी आरपी साहू और रश्मि साहू द्वारा खोया-पाया शिविर लगाया गया है। इसके अलावा वहां नींबू पानी, शिकंजी, चाय आदि के स्टॉल लगाए गए हैं।
अज्ञात युवक का शव बरामद
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविन्दपुर थाना क्षेत्र के विशनपुर गांव के पैन से पुलिस ने अज्ञात 28 वर्षीय युवक का शव बरामद किया है। सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव को पहचान के लिये सुरक्षित रखा गया है। थानाध्यक्ष श्याम कुमार पाण्डेय ने बताया कि विशनपुर के ग्रामीणों द्वारा पैन के पानी में शव होने की सूचना दी गयी।
सूचना के आलोक में शव बरामद कर पहचान की कोशिश की लेकिन किसी ने पहचान नहीं की। सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव को पहचान के लिये सुरक्षित रखा गया है। उन्होंने बताया कि शव देखने से प्रतीत होता है कि मौत दो-तीन पूर्व हुआ है। पानी में रहने के कारण शव के फूले रहने के कारण पहचान में मुश्किल आ रहा है। सूचना जिले के सभी थानों को दे मामले की जांच आरंभ की है।
महिलाओं पर फब्तियां कसने में भीड़ गये दो गुट
नवादा : जिले के शाहपुर ओपी क्षेत्र के बाजितपुर गांव में दो लोगों के बीच हुई झड़प में कुछ लोग आंशिक रूप से जख्मी हो गये. सूचना के आलोक में पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया। फिलहाल पकरीबरावां एसडीपीओ के नेतृत्व में पुलिस कैंप कर रही है। बताया जाता है कि मुन्ना राम अपने पुत्र का मुंडन संस्कार कराने मंदिर जा रहा था। इस क्रम में कुछ महिलाएं डीजे की धुन पर नाच रही थी। चौराहे के पास पहुंचे थे कि मो. सदन ने औरतें पर कुछ फब्तियां कसी। मुन्ना को नागवार लगा तथा पिटाई कर दी।
सदन को पिटते देख उसके समर्थक भीड़ गये तथा पक्षों के लोग आमने सामने हो गये जिसमें कुछ लोग आंशिक रूप से जख्मी हो गये. सूचना के आलोक में पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया। पकरीबरावां एसडीपीओ महेश चौधरी ने बताया कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। वारिसलीगंज थानाध्यक्ष आशिष कुमार मिश्रा के साथ पुलिस कैंप कर रही है। दोनों ओर से आवेदन लिया जा रहा है। आवेदन के आलोक में अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी।
बता दें इसके पूर्व बाजितपुर गांव में किसी प्रकार की घटना नहीं हुई थी। ऐसा होने से आसपास के लोग अचंभित हैं। गांव सांप्रदायिक सौहार्द का मिसाल था। यहां सूफी संत फजीहत अलि शाह के मजार पर जिलहिज्जा माह की 28 तारीख को उर्स का आयोजन होता है जिसमें सभी धर्म के लोग शामिल होते हैं।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एकसाथ मनाया जयंती व शहादत दिवस
नवादा : जिला मुख्यालय जवाहर नगर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती व भारत के तीसरे प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की शहादत दिवस पर उनके चित्रों पर माल्यार्पण कर जयंती व शहादत दिवस मनाया। कार्यकारी अध्यक्ष बंगाली पासवान की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में दर्जनों कार्यकर्ताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी।
मौके पर मौजूद कार्यकर्ताओं ने जयंती के अवसर पर संबोधन में कहा कि पटेल ने जो देश के लिए काम किया उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनके बताये रास्ते पर चलकर ही देश मजबूत रह सकता है। दूसरी ओर इंदिरा गांधी ने खालिस्तान बनने से रोककर अपने प्राणों की आहुति देकर देश को एकजुट रखा जिसका अनुसरण लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बना रहेगा। ऐसे में उनके अधूरे सपनो को पूरा करने का संकल्प कार्यकर्ताओं ने लिया।
इस अवसर पर पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष मो राजिक खान, उपेन्द्र सिंह, मो एजाज़ अली मुन्ना, प्रो अंजनी कुमार, बेनामी देवी, गायत्री देवी, जगेश्वर पासवान, डा नरेशचन्द्र विद्यार्थी, अजीत कुमार आदि मौजूद थे। दूसरी ओर रजौली प्रखंड कांग्रेस कार्यालय में अध्यक्ष रामरतन गिरी की अध्यक्षता में जयंती व शहादत दिवस मनाया गया।
आधुनिक भारत के शिल्पी थे सरदार पटेल,जयंती पर श्रद्धा से किए गए याद, अखंड भारत के स्वप्न को साकार करने का किया आह्वान
नवादा : जिले के वारिसलीगंज नगर परिषद मुख्यालय स्थित पटेल चौक पर स्वतंत्र भारत के प्रथम गृहमंत्री लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की 147 वी जयंती सोमवार को धूमधाम से मनाई गई।
सर्वप्रथम उपस्थित गणमान्य लोगों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा के प्रखंड अध्यक्ष रामप्रवेश कुमार ने कहा कि सरदार पटेल का असली नाम बल्लभ भाई झावेर भाई पटेल है। इनका जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात प्रान्त के नाडियाद में हुआ था। लंदन जाकर उन्होंने बैरिस्टर की पढ़ाई की तथा महात्मा गांधी की प्रेरणा से भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भागीदारी निभाई।
प्रदेश कांग्रेस नेता सह पूर्व जिला पार्षद डॉ. राजीव कुमार ने कहा कि स्वतंत्रता के समय भारत में 562 देशी रियासतें थी, जिसका क्षेत्रफल भारत का 40 प्रतिशत था। सरदार पटेल ने सभी रियासतों को अपनी बौद्धिक क्षमता से देश में विलय कराया जिसमें जूनागढ़ , हैदराबाद तथा जम्मू – कश्मीर जैसी रियासत भी शामिल थी। अखिल भारतीय धानुक उत्थान संघ के वरीय प्रदेश उपाध्यक्ष विजय कुमार राय ने कहा कि गृह मंत्री के रुप में वे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने भारतीय नागरिक सेवाओं (आई.सी. एस.) का भारतीयकरण कर उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवाएं (आई.ए.एस.) बनाया तथा अंग्रेजों की सेवा करनेवालों में विश्वास भरकर राजभक्ति से देशभक्ति की ओर मोड़ा।
महासभा के प्रखंड महामंत्री महेश भाई पटेल ने कहा कि सरदार पटेल जहां पाकिस्तान की छद्म व चालाकी पूर्ण चालों से सतर्क थे वहीं देश के विघटनकारी तत्वों से भी सावधान करते थे। पूर्व वार्ड पार्षद डॉ. कैलाश प्रसाद ने कहा कि पटेल जी में कौटिल्य की कुटनिज्ञता तथा छत्रपति शिवाजी की दूरदर्शिता कूट-कूट कर भरी हुई थी। एडवोकेट रणविजय कुमार ने कहा कि वे सरदार ही नहीं बल्कि भारतीयों के हृदय के सरदार थे। राजद नेता उमेश प्रसाद यादव ने कहा कि सरदार पटेल अखंड भारत की कल्पना को साकार करने में जीवन भर प्रयासरत रहे।
ई. रंजीत कुमार ने पटेल जी को आधुनिक भारत का शिल्पी बताया। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के प्रखंड अध्यक्ष अधिवक्ता चंद्रमौलि शर्मा ने कहा कि जाति-पाति, धर्म-सम्प्रदाय, ऊंच-नीच तथा छुआछूत जैसी सामाजिक कुरीतियों को समाप्त कर राष्ट्र के नवनिर्माण में मिलजुलकर काम करना ही सरदार पटेल के प्रति सच्ची भक्ति होगी।
सामाजिक कार्यकर्ता सूचित कुमार ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मौके पर अन्य लोगों के अलावा जद (यू) नेता अजय कुमार राय, शशिभूषण कुमार, मनोज प्रसाद., कृष्णा प्रसाद, सुमन साव आदि ने भी सरदार पटेल के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला।