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श्रावण महिना खास

– गौरवशाली अतीत पर खड़ा होगा पंचमुखी शोभनाथ मंदिर का नया स्वरूप

– महाराष्ट्र के शिल्पकार केंद्रे बंधू के द्वारा कराया जा रहा नये मंदिर का निर्माण

– दक्षिण भारतीय शैली में दो करोड़ की लागत से बनना शुरू हुआ शोभनाथ मंदिर

– 71 फीट से उंचा होगा मंदिर का शीखर, 75 गुणे 45 फीट के दायरे में बनेगा परिसर

नवादा,नगर : धर्म व आस्था के प्रतिक रूप जिला के शोभनाथ मंदिर परिसर को भव्य व आर्कषक रूप देने का काम शुरू किया गया है इसके जल्द पुरा होने का लोग इंतजार कर रहे हैं। आस्था के धाम में श्रावण महिने में प्रतिदिन भक्तों की भीड़ जुट रही है। बाबा पंचमुखी भोलेनाथ के दर्शन व पूजन के लिए लोगों की भीड़ जुट रही है लेकिन मंदिर का निर्माण पुरा नहीं होना लोगों को खल रहा है। मंदिर की नींव के बाद छत लेवल तक पीलर लगाया गया है। काम की गति धीमी होने पर श्रद्धालुओं में निराशा दिख रही है। महाराष्ट्र के प्रसिद्ध शिल्पकार केंद्रे बंधू के द्वारा लगभग दो करोड़ रुपये की लागत से नया मंदिर बनाने का काम शुरू किया गया है। दक्षिण भारतीय शैली के बनने वाले इस नये मंदिर भवन में आंध्र के द्रविड़ शैली की छाप दिखेगी।

मंदिर निर्माण को लेकर वर्ष 2019 से काम की शुरूआत किया गया है। बीच में कोविड-19 संक्रमण का कार्यकाल आने के कारण काम की गति काफी धीमी हुई है। सावन महीने में फिर से निर्माण कार्य शुरू कराया गया है। जनभागीदारी से इसका निर्माण कराया जा रहा है। पहले तल की ढलाई के बाद दूसरे तल के लिए पिलर की ढलाई का काम चल रहा है। इसके छत ढलाई के बाद गुंबज का निर्माण होगा। महाराष्ट्र के शिल्प कारों के अनुसार पुरे मंदिर के बाहरी गुंबज पर विभिन्न देवी-देवताओं के प्रतिमायें प्रतिष्ठापित रहेगी। मंदिर निर्माण समिति के सदस्यों की देख-रेख में काम किया जा रहा है।

जिला में आस्था के साथ पर्यटन का बनेगा बड़ा केंद्र

नवादा गया रोड पर सदभावना चौक से कुछ ही दूरी पर स्थित शोभनाथ पंचमुखी महादेव मंदिर का समृद्ध इतिहास है। मनोकामना पूर्ति के लिए प्रसिद्ध शोभनाथमंदिर में दूर-दूर से लोग पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। खासकर शादी विवाह के लगन व सावन के महिने में यहां भीड़ देखते बनती है। विशाल परिसर में फैले मंदिर के साथ तालाब आदि के विकास की भी योजना है। मंदिर को भव्य स्वरूप दिये जाने के बाद यह आस्था के साथ पर्यटन के रूप में भी जिला के प्रसिद्ध स्थानों में शामिल होगा।

भव्य रूप देने की है योजना

मंदिर के डिजायन पर विशेष ध्यान दिया गया है। सेलेक्ट किये गये मंदिर के डिजायन को अलग ढ़ंग से चुना गया है। मंदिर के पुराने गर्भगृह में ही 75 गुणे 45 फीट के दायरे में पुरा नीचे का परिसर होगा। जमीन से 20 फीट की उंचाई तक मंदिर के ढांचे के बाद उपरी तल पर 51 फीट उंची गुबज बनेगी। शिल्पकारों के अनुसार पुरे गंबज पर अनेकों देवी-देवताओं के प्रतिमाओं को स्थापित किया जायेगा।

क्या कहते हैं आयोजक

जिणोद्धार का काम भगवान का काम है इसमें सबका साथ व सहयोग मिल रहा है। जिला में बनने वाला यह मंदिर काफी भव्य होगा। शानादार तरीके से काम पूर्ण हो इसके लिए सभी का सहयोग व साथ जरूरी है। सावन महिने में फिर से निर्माण कार्य शुरू किया गया है। लोगों से आर्थिक मदद की जरूरत है। जनभागीदारी और लोगों के सहयोग से निर्माण कार्य बढ़ रहा है। भगवान की कृपा व सबके सहयोग से काम पुरा होगा।

विशाल कुमार की रिपोर्ट