जख्म प्रतिवेदन में फर्जीवाड़ा के आरोपित डॉक्टर सहित दो गिरफ्तार
नवादा : जख्म प्रतिवेदन देने के मामले में आरोपित अकबरपुर पीएचसी के चिकित्सक डा संजीत कुमार और इसी मामले में आरोपित मधोरान सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वारिसलीगंज थाना कांड संख्या 121/18 में दोनों की गिरफ्तारी हुई है। थानाध्यक्ष वारिसलीगंज आशीष कुमार मिश्रा ने दोनों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। कुल 5 लोग इसमें आरोपित हैं। अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयासरत है।
बता दें “नवादा के दो डॉक्टरों पर गिरफ्तारी की तलवार, लपेटे में जिला पार्षद अंजनी सिंह और उनके शागिर्द, कुछ पुलिस वाले भी संकट में” शीर्षक से खबर 6 अगस्त को पब्लिशड की गई थी। जिसके बाद यह दो गिरफ्तारियां हुई।
इस मामले में वारिसलीगंज के चिकित्सक डा धनंजय कुमार (वर्तमान में गोविंदपुर पीएचसी के प्रभारी), जिला पार्षद अंजनी सिंह और अंजनी के सहयोगी पंकज पाठक भी आरोपित हैं। इन तीनों को भी पुलिस ढूंढ रही है। गोविंदपुर के प्रभारी शनिवार की शाम अस्पतालें नहीं थे। बताया गया शुक्रवार शाम को निकले हैं। सोमवार को आएंगे। लोग बताते हैं की सभी आरोपित अग्रिम जमानत के लिए प्रयासरत हैं।
जख्म प्रतिवेदन (इंजरी रिपोर्ट) में तथ्य के साथ छेड़ छाड़ के मामले में पटना हाईकोर्ट के दखल ने आरोपितों की मुश्किलें बढ़ा दी है। एसपी द्वारा सभी आरोपितों की गिरफ्तारी का आदेश दिया गया है।
समझिए कया है पूरा घटनाक्रम
इस मामले को समझने के लिए 7 साल पीछे जाना होगा। 2 जुलाई 15 को वारिसलीगंज थाना इलाके के कुटरी ग्रामीण पेशे से भागलपुर के कालेज में प्राध्यापक प्रो. बलिराम प्रसाद के साथ मारपीट की घटना उनके गांव में हुई थी। जिसकी प्राथमिकी उन्होंने थाना में कांड संख्या 181/15 दर्ज कराई थी। हत्या की नीयत से जानलेवा हमला का आरोप था। इस मामले में तब वारिसलीगंज में कार्यरत डा धनंजय और सदर अस्पताल नवादा में प्रतिनियुक्ति पर रहे डा संजीत द्वारा इंजरी रिपोर्ट दिया गया था।
पीड़ित का आरोप था कि गलत जख्म रिपोर्ट दिया गया है। आरोपितों को लाभ पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया है। पीड़ित प्रोफेसर ने फर्जी जख्म रिपोर्ट बनाने के दोषियों पर कार्रवाई के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी। पीएम से लेकर सीएम तक पत्राचार कर इंसाफ की गुहार लगाई। पुलिस के तमाम वरीय अधिकारियों तक मामले को ले गए। जांच हुई तो पीड़ित पक्ष का दावा सही निकला।
चिकित्सकों पर हुआ एफआईआर
पीड़ित की लड़ाई का असर हुआ कि 3 साल बाद 2018 में दोनों चिकित्सकों और कांड के आरोपितों (मारपीट के आरोपितों) के खिलाफ एफआईआर वारिसलीगंज थाना कांड संख्या 121/18 दर्ज हुआ।
पुलिस ने नहीं की आगे की कार्रवाई
भारी दबाव के बीच पुलिस ने प्राथमिकी तो दर्ज कर ली लेकिन किसी आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
पीड़ित पहुंच गए हाईकोर्ट
एफआईआर के 3 साल बीत गया। इंसाफ नहीं मिलता देख पीड़ित प्रोफेसर पटना हाईकोर्ट पहुंच गए। हाईकोर्ट में याचिका cwjc 859/21 दायर किया। हाईकोर्ट से जब पुलिस को नोटिस हुआ तब एसपी ने कांड को आईपीसी की धारा 420, 468, 471, 197, 201, 120 (बी)में सत्य करार देते हुए दोनों चिकित्सक और जिला पार्षद तथा इनके शागिर्दों पंकज पाठक और मधोरन सिंह की गिरफ्तारी का आदेश दे दिया। 26 जुलाई 22 को हाईकोर्ट में नवादा पुलिस का काउंटर एफीडेविट प्रस्तुत किया गया। जिसपर सुनवाई हुई। हाई कोर्ट द्वारा आगे की प्रगति रिपोर्ट तलब किया गया है। 18 अगस्त को सुनवाई होनी है।
कई और डॉक्टर हैं घेरे में
मामला दो डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई तक सिमटा हुआ नहीं है, बल्कि कई और डॉक्टर भी फंसे हुए हैं। पीड़ित का कहना है की गलत जख्म रिपोर्ट बनाने की जांच शुरू हुई तो सदर अस्पताल में मेडिकल बोर्ड गठित हुआ था। मेडिकल बोर्ड द्वारा आरोपित चिकित्सकों को बचाने का प्रयास किया गया था। इस टीम में कई नामी गिरामी चिकित्सक थे।
कांड के अनुसंधानकर्ता पर भी संकट
पीड़ित पुलिस के ढीले ढाले रवैए से भी आहत हैं। कहा की 7 साल से के दायरे में रहकर लड़ाई लड़ रहा हूं। इंसाफ नहीं मिला, थक हारकर हाईकोर्ट की चौखट पर गया। कांड के कई अनुसंधानकर्ता रहे हैं। किसी ने अबतक कुछ भी नहीं किया। उल्टे आरोपितों के साथ मंच शेयर करते रहे। रसूख के कारण ऐसा हुआ। जवाब तो उन्हें भी देना ही होगा। हाईकोर्ट में मजबूती से पक्ष रखूंगा। ऐसा हुआ तो कांड के अनुसंधानकर्ता सहित अन्य अधिकारियों की भी मुश्किलें बढ़ेंगी। बहरहाल दो गिरफ्तारियों के बाद वर्तमान के अनुसंधानकर्ता की परेशानियां कुछ कम हो सकती है।
नप कार्यालय बनाने को काट दिए कई घने पेेड़
नवादा : एक ओर हरियाली बचाने के लिए सरकार बृक्षारोपण पर अरबों रुपये पानी की तरह बहा रही है. दूसरी ओर नगर परिषद पेड़ों को काटकर नगर की हरियाली छिनने पर आमादा है। यह दोनों तस्वीर शहर के नगर परिषद के निर्माणाधीन कार्यालय भवन की है। पहली तस्वीर तब की है जब कुछ दिन पहले भवन निर्माण शुरू हुआ था और पेड़ नहीं काटे गए थे। तब हर एक छायादार वृक्षों की हरियाली देखते बनती थी। दूसरी तस्वीर शनिवार की है जब कंक्रीट की दीवार बनाने के लिए वर्षों पुराने हरे-भरे पेड़ काट दिए गए। इसके पीछे भवन निर्माण का जरूरी होना बताते हुए भले ही इसे जाल ठहरा दिया जाए लेकिन इसे बिना काटे भी निर्माण कार्य हो सकता था।
विभाग, इंजीनियर और जिम्मेदार अधिकारी अगर चाहते तो उन पेड़ों को बचाया जा सकता था। मैप बनाने में इसका ख्याल रखा जा सकता था। देश और दुनिया में इस तरह के कई उदाहरण हैं जहां पेड़ों को बचाने के लिए निर्माण का मॉडल और नक्शा बदला गया।
लेकिन यहां ऐसा नही किया गया। कंक्रीट का भव्य भवन बनाने के चक्कर में हरियाली की हत्या कर दी जा रही है। नगर परिषद कार्यालय के पुराने भवन में कई हरे भरे पेड़ थे। अब पुराने भवन को तोड़कर नए भवन का निर्माण किया जा रहा है। इस दौरान निर्माणाधीन एरिया के अंदर कई हरे भरे पेड़ भी आ गए हैं। जिस तरह निर्माण का ढांचा तैयार किया गया है उससे लगता है कि इन पेड़ों की हरियाली छिनने वाली है।
पूर्व में इसकी तस्वीर छाप कर पहले ही हरियाली छीनने की आशंका जताई थी और वह आशंका अब सच होता दिख रहा है। अगर पहल नहीं की गई तो बाकी पेड़ भी काट दिए जाएंगे। अगर ऐसा हुआ तो सालों से आसपास के भावना और इमारतों को ठंडक देने वाले पेड़ तो खत्म होंगे ही ग्रीन कैंपस जैसी दिखने वाली हरियाली भी खत्म हो जाएगी।
पेड़ों को बचाने की अपील
स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ ऐसा होता कि बिना पेड़ों को क्षति पहुंचाए ही भवन बन जाए। कई जगह ऐसे उदाहरण देखने को मिलते हैं। अगर पेड़ो को काटे बिना भवन बनकर तैयार होंगे तो कार्यालय का वातावरण पूरी तरह इको फ्रेंडली होगा। लोगों ने अधिकारियों से अपील करते हुए कहा है कि इन पेड़ों को बचाते हुए निर्माण कराया जाए ताकि इको फ्रेंडली केंपस तैयार हो सके।
मां-बेटी की बेरहमी से पीटाई, हालत गंभीर
नवादा : जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के भरोसा गांव में पुराने विवाद को ले मां-बेटी के साथ जमकर मारपीट की गई। परिजनों के सहयोग से इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों में भरत महतो की पत्नी मालती देवी एवं पुत्री फूला कुमारी शामिल है।
भरत महतो ने बताया कि मेरा भांजा सुरेश महतो की साली से प्रेम विवाह कर लिया। इसी को लेकर बराबर विवाद होते रहता है। रविवार की देर रात इसी बात को लेकर विवाद हुई और सुरेश महतो अपने अन्य परिजनों के साथ मिलकर मेरी पत्नी एवं पुत्री के साथ मारपीट किया। इसके बाद चिंताजनक हालत में फिलहाल घायलों का इलाज सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल ने बताया कि प्रेम विवाह का 15 वर्ष हो गया है 15 साल पहले ही शादी दोनों भाग कर किया है। और उसी की वजह से 15 साल बाद भी लगातार घर पर मारपीट हो रहा है।
उन्होंने कहा कि अक्सर सुरेश महतो द्वारा घर पर आकर मारपीट गाली-गलौज किया करता है। बस कारण इतना ही है कि मेरा भगना और सुरेश महतो की साली दोनों का गांव में एक साथ मिलन हुआ और गांव छोड़कर फरार हो गए। दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया। इसके वजह से ही लगातार 15 साल से मारपीट का सिलसिला चलता रहा है।
आलम यह है कि 15 साल बीत जाने के बावजूद भी सुरेश महतो की दबंगई नहीं गई है। और लगातार मारपीट का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। ऐसा ही रहा तो आने वाले समय में एक बड़ी घटना हो सकती है। थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है।
ट्रेन से कटकर युवक की मौत, गांव में मचा कोहराम
नवादा : जिले के काशीचक रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन की चपेट में आने से युवक की मौत हो गई। मौत के बाद मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक की पहचान बिरनावां निवासी जोगी यादव के पुत्र अजीत कुमार के रूप में की गयी है। बताया जाता है कि अजीत घर से घूमने के लिए निकला था तभी वह ट्रेन की चपेट में आ गया जिससे घटनास्थल पर उसकी मौत हो गई।
फिलहाल पुलिस शव को अपने कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। परिवार के लोगों बताया कि वह प्रतिदिन घूमने के लिए घर से निकलता था ,सोमवार को भी वह घर से निकला था लेकिन अचानक रेलवे लाइन पार करन के क्रम में ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गयी ।
मौत की जानकारी मिलने पर पूरे गांव में कोहराम मच गया। स्थानीय लोगों ने जैसे ही युवक को ट्रेन से टकराते देखा तुरंत मौके पर पहुंचकर युवक की पहचान करने में जुट गए.05 मिनट में युवक की पहचान कर ली गई । पहचान होते ही बिरनावां गांव के लोगों में कोहराम मच गया। मौत के बाद स्थानीय लोगों के द्वारा पुलिस को सूचना दिया गया।
जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया । पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टि में युवक की ट्रेन से कटने की मौत हुई है। रेलवे पुलिस शव को पोस्टमार्टम के बाद परिवार को सौंप देगी।
दंपती को हाइवा ने रौंदा, पति की मौत, पत्नी घायल
नवादा : जिले के निवासियों के लिए दुःखद खबर है। सुल्तानगंज से देवघर जा रहे नरहट प्रखंड के खनवां गांव के एक दंपती को हाइवा ने रौंद दिया। हादसे में पति की मौत हो गई वहीं पत्नी घायल हो गई।
खनवां ग्रामीण पत्रकार गौरव कुमार ने बताया कि दंपती बाइक से सुल्तानगंज से गंगा जल लेकर बाबा नगरी झारखंड के देवघर जलार्पण करने जा रहे थे। आज सावन का अंतिम सोमवारी था। इसी को लेकर पूजा अर्चना करने पति_पत्नी घर से निकले थे। सुल्तानगंज देवघर मार्ग पर बांका जिले के बेलहर थाना क्षेत्र के पासी चौक के पास सोमवार को हादसा हुआ।
मृतक 45 वर्षीय पंकज सिंह पिता स्व नरेश सिंह गांव के पश्चिम टोला के निवासी थे। काफी लोकप्रिय और मिलनसार स्वभाव के थे। सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते थे। गांव के हर सामाजिक गतिविधियों में चढ़_बढ़कर भाग लिया करते थे। नाल बजाना उन्हें पसंद था। हर सांस्कृतिक कार्यक्रमों अथवा धार्मिक कार्यों में वे दिख जाते थे।
उनके असामयिक निधन से गांव में शोक की लहर है। भागलपुर मेडिकल कॉलेज में शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। जानकारी के बाद स्वजन और ग्रामीण भागलपुर के लिए रवाना हो गए हैं। पत्नी को कमर में काफी चोटें है। उनका इलाज चल रहा है।
एक पीडीएस बिक्रेता को बचाने में सारा सिस्टम हो गया बेपर्द, खुद फंसने लगे अफसर तो रद्द किया लाइसेंस, सवालों में घिरे साहबों पर कार्रवाई की मांग
नवादा : जिले से एक बड़ी खबर आ रही है। जहां एक जन वितरण दुकान का लाइसेंस लेने के लिए फर्जी सर्टिफिकेट का इस्तेमाल किया गया। बात जब खुली तो आरोपित डीलर को बचाने के लिए सारा सिस्टम एक पैर पर खड़ा हो गया। एक झूठ को सच साबित करने के लिए लगातार गलत पत्राचार किया गया। संबंधित अधिकारियों की गर्दन जब फंसने लगी तो डीलर का लाइसेंस रद्द कर दिया गया।
जानिए क्या है पूरा मामला
जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली अनुमंडल के सिरदला प्रखंड के धीरौंध पंचायत के नवाबगंज निवासी भोला लाल बर्नबाल के पुत्र विकास कुमार के नाम 2018 में जनवितरण दुकान का लाइसेंस 80/18 निर्गत किया गया था। लाइसेंस लेने के लिए अपनी शैक्षणिक योग्यता में स्नातक की डिग्री को संलग्न किया था। डिग्री बुंदेलखंड विश्व विद्यालय झांसी का था।
डाली गई आरटीआई
विकास की डिग्री जाली होने के संदेह में एक आरटीआई अनुमंडल पदाधिकारी रजौली को दी गई, जिसमें विकास के सभी सर्टिफिकेट की अभिप्रमाणित प्रति की मांग की गई थी। आरटीआई से मांगी गई सूचना जो उपलब्ध कराई गई उसपर आवेदक संतुष्ट नहीं हुए। कौआकोल प्रखंड के बरौन निवासी प्रणव कुमार चर्चिल द्वारा आरटीआई डाली गई थी।
लोक शिकायत में पहुंचा मामला
आरटीआई के माध्यम से सही सूचना नहीं देने का जिक्र करते हुए प्रणव जिला लोक शिकायत में मामले को ले गए। सुनवाई के बाद अपील को यह कहकर खारिज कर दिया गया की विकास के प्रमाण पत्र का सत्यापन बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से कराया गया है, जो सही पाया गया है। सत्यापन रिपोर्ट 6.12.21 की तिथि में पत्रांक reff.no.bu/conf./2021 /2199 से एसडीओ रजौली को प्राप्त हुआ था। एसडीओ रजौली द्वारा जांच कराई गई थी। एसडीओ के रिपोर्ट के आधार पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी अजय कुमार प्रभाकर द्वारा जिला लोक शिकायत को पत्र भेजा गया था।
कमिश्नर के पास किया गया अपील
आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव ने जिला लोक शिकायत द्वारा पारित आदेश को आयुक्त के पास चुनौती दी। आयुक्त स्तर से भी अपील को भी खारिज कर दिया गया। डीएसओ की उसी रिपोर्ट को आधार बनाया गया जिसमें कहा गया था कि सर्टिफिकेट सत्यापन में सही पाया गया है।
आवेदक चले गए झांसी
आयुक्त से अपील खारिज होने के बाद आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव झांसी बुंदेलखंड विश्वविद्यालय चले गए। जहां उन्होंने 6.7.22को कुलसचिव को आवेदन देकर सर्टिफिकेट का सत्यापन करने का आग्रह किया। जिसके बाद सत्यापन में सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया। सत्यापन का प्रतिवेदन एसडीओ रजौली को भी भेजा गया।
रद्द किया गया अनुज्ञप्ति
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलसचिव का सत्यापन प्रतिवेदन आने के बाद डीलर का लाइसेंस रद्द कर दिया गया।
दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग
अब प्रणव द्वारा दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की जा रही है। मुख्य सचिव, डीएम नवादा, एसपी नवादा सहित अन्य वरीय अधिकारियों को प्रणव ने पत्र भेजकर एसडीओ रजौली आदित्य कुमार पीयूष, जिला आपूर्ति पदाधिकारी अजय कुमार प्रभाकर और लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी कारी प्रसाद महतो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। (सीधे तौर पर एफआईआर करने की मांग।) आरोप है की इन पदाधिकारियों ने आरोपित को लाभ पहुंचाने के लिए साक्ष्य छिपाने का काम किया।
एक नजर
26.7.21 को एसडीओ से सूचना मांगी गई।
18.9.21 को एसडीओ द्वारा सूचना उपलब्ध कराई गई।
30.9.21 एसपी से शिकायत, कूट रचित सूचना उपलब्ध कराने का आरोप
21.12.21 को जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय में वाद दायर किया गया।
7.3.22 को जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय में वाद का निपटारा किया गया। सर्टिफिकेट को सही करार दिया गया।
17.3.22 को आयुक्त के कार्यालय में अपील दायर किया गया।
18.4.22 को डीएसओ द्वारा पत्रांक 249 द्वारा आयुक्त कार्यालय को रिपोर्ट भेजी गई, जिसमें सर्टिफिकेट को सही बताया गया।
21.5.22 को आयुक्त कार्यालय द्वारा अपील को खारिज किया गया।
6.7.22 को प्रणव झांसी बुंदेलखंड विश्वविद्यालय पहुंचे, आवेदन दिया।
7.7.22 को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुल सचिव ने पत्रांक बु. वि./गो./20222/3040 के माध्यम से विकास के सर्टिफिकेट को फर्जी बताया गया।
16.7.22 को प्रणव ने दोषी अधिकारियों पीआर कार्रवाई के लिए डीएम, एसपी सहित अन्य वरीय अधिकारियों को पत्र लिखा। अगस्त 2022 के प्रथम सप्ताह में डीलर का लाइसेंस रद्द किया गया।
सामूहिक हड़ताल पर गए जिले के 80 कृषि समन्यवक, सुखाड़ की छाया के बीच हड़ताल ने बढ़ाई मुश्किलें
नवादा : जिले के सभी 80 कृषि समन्यवक 08 अगस्त से सामूहिक हड़ताल पर चले गए। पहले दिन हड़ताली कर्मियों ने एकजुटता दिखाते हुए कृषि कार्यालय शोभपर के समक्ष प्रदर्शन किया और मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। विभिन्न लंबित 5 सूत्री मांगों के समर्थन में हड़ताल करने का निर्णय लिया गया था।जिला कृषि समन्वयक संघ ने यह निर्णय बिहार राज्य कृषि समन्वयक संघ के आह्वान पर लिया है।
जिला कृषि समन्वयक संघ के अध्यक्ष राजेश रंजन ने बताया कि सोमवार से जिला कृषि विभाग में कार्यरत सभी 80कृषि समन्वयक अपनी उचित मांग की पूर्ति के लिए हड़ताल पर चले गए हैं।शुक्रवार 5 अगस्त को जिला कृषि पदाधिकारी को इस आशय की सूचना और मांग पत्र दे दिया गया था।जिला कृषि समन्वयक संघ के वरीय सदस्य राघवेंद्र नारायण, अजय कुमार, नित्यानंद शास्त्री, कौशलेंद्र कुमार, राकेश कुमार, राजेश शर्मा, राकेश कुमार, जाफरी हसन आदि संघ के अध्यक्ष राजेश रंजन के नेतृत्व में जिला कृषि पदाधिकारी को मांग पत्र सौंपा था और सोमवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने की जानकारी दी थी।
इनकी मांगों में ग्रेड पे 2800 से बढ़ाकर 4600 करने, कृषि समन्वयक का नाम बदलकर कृषि विकास पदाधिकारी करने, प्रखंड कृषि पदाधिकारी के पद में 33 प्रतिशत कोटा निर्धारित करने, लैपटॉप, बाइक और ऑपरेशनल व्यय के लिए 4000रूपये प्रतिमाह देने तथा कृषि समन्यवक के पद को उर्वरक निरीक्षक घोषित करना शामिल है।
बता दें कि यह हड़ताल ऐसे समय में किया जा रहा है जब नवादा सहित कई जिला सुखाड़ की चपेट में है। इनके हड़ताल पर जाने से कई प्रकार की परेशानियों का सामना अधिकारियों और किसानों को करना पड़ सकता है। संघ के मीडिया प्रभारी सुभाष रंजन ने बताया कि हम सभी को तकनीकी एवं प्रोफेशनल योग्यता रहने के बावजूद तकनीकी पे ग्रेड से वंचित रखा गया है।
संघ के संयोजक नित्यानंद शास्त्री, उपाध्यक्ष मदन मोहन एवं प्रिंस कुमार, सचिव सुरेंद्र पाल, वरीय सदस्य राघवेंद्र नारायण, राजेश शर्मा, रविंदर सिन्हा, अजय कुमार, दिलीप कुमार, अमरेंद्र भारती, कमलाकांत कमल आदि ने बताया कि हड़ताल पूर्ण रूप से सफल रहा है। सभी सदस्य इसमें शामिल हुए हैं।
हड़ताल लंबा खींचा तो कृषि विभाग द्वारा संचालित महत्वपूर्ण योजना यथा जीरो टॉलरेंस नीति के तहत उर्वरक का निर्धारित मूल्य पर बिक्री, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत शत प्रतिशत सत्यापन, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थी किसानों का ई केवाईसी, डीजल अनुदान आवेदन सत्यापन, वर्तमान परिदृश्य में जिला अनियमित मानसून के कारण सुखाड़ की चपेट में होने के कारण आकस्मिक फसल योजना के तहत बीज वितरण हेतु किसानों की सूची तैयार करना एवं कृषि यांत्रिकीकरण योजना अंतर्गत किसानों का आवेदन सत्यापन कार्य पूर्ण रूप से ठप हो जाएगा।
डीएम-एसपी ने जारी किया संयुक्तदेश, जिले में 288 स्थानों पर दंडाधिकारी और पुलिस बलों की हुई तैनाती, जुलूस पर ड्रोन से रखी जायेगी नजर
नवादा : जिले में 08 से 11 अगस्त 2022 तक मुहर्रम का त्यौहार मनाया जायेगा। शांतिपूर्ण और भाईचारे के वातावरण में त्यौहार आयोजित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा व्यापक तैयारियां की गई है। डीएम श्रीमती उदिता सिंह और एसपी डाॅ गौरव मंगला द्वारा संयुक्त आदेश जारी किया गया है। विधि-व्यवस्था संधारण करने के लिए जिले के संवेदनशील और अतिसंवेदनशील 288 स्थलों पर दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पर्याप्त संख्या में सशस्त्र/लाठी बल की प्रतिनियुक्ति की गयी है।
इसके आलावा जिला को तीन जोन में बाॅटकर जोनल गश्ती दल की प्रतिनियुक्ति की गयी है। रजौली क्षेत्र के लिए आदित्य कुमार पियूष एसडीओ रजौली, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रजौली संजय कुमार पाण्डेय, नवादा सदर अनुमंडल क्षेत्र के लिए उमेश कुमार भारती एसडीओ नवादा सदर एवं उपेन्द्र प्रसाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पकरीबरावां क्षेत्र के लिए अनुराग कौशल जिला परिवहन पदाधिकारी एवं मुकेश कुमार साहा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पकरीबरावां को प्रतिनियुक्त किया गया है।
मुहर्रम के अवसर पर ताजिया जुलूस निकाले जाते हैं और कहीं-कहीं पर मेले आदि का भी आयोजन होता है। जुलूस को व्यवस्थित एवं नियंत्रित करने के लिए प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिये गए हैं।
सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को पर्याप्त सावधानी एवं सर्तकता बरतने को कहा गया है। जिले के चप्पे-चप्पे पर सशस्त्र पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति की गयी है। शांति व्यवस्था कायम रहे इसके लिए बाहर से कई कम्पनियां फोर्स को मंगाया गया है। सभी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी को 08 अगस्त से 11 अगस्त 2022 के रात्रि तक अपने-अपने स्थान पर सभी ताजियों के पहलाम तक मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है।
जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना
मुहर्रम त्योहार के अवसर पर विधि-व्यवस्था के संधारण हेतु समाहरणालय, में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है जिसका दूरभाष नम्बर-06324-212261 है। नियंत्रण कक्ष 08 अगस्त से 11 अगस्त 2022 तक तीन पालियों में संचालित होगी। विधि-व्यवस्था संधारण करने के लिए जिला नियंत्रण कक्ष के अलावे चार स्थलों पर सहायक नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है। यथा -मछली मंडी के सामने मनंकेष्वर नाथ मंदिर के पास, प्रजातंत्र चैक के पास, प्रसाद विगहा देवी मंदिर के पास और पूर्व रजौली बस स्टैंड के पास।
नियंत्रण कक्ष में अग्निशमन दस्ता, चिकित्सा व्यवस्था, विद्युत व्यवस्था आदि सुव्यवस्थित की गयी है। अग्निशमन पदाधिकारी नवादा का दूरभाष संख्या-06324-212586 और विद्युत का हेल्पलाईन नम्बर -703309581111/ 7033095812 है। विद्युत संबंधित किसी प्रकार की समस्या या दुर्घटना से बचाव के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क स्थापित किया जा सकता है।
जुलूस को समन्वय एवं नियंत्रण करने के लिए कई स्थलों पर ड्राॅप गेट एवं बैरिकेटिंग लगायी गयी है। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी और थानाध्यक्ष को निर्देश दिया गया है कि आपस में बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए चार दिनों तक वीडियोग्राफी करते हुए भ्रमणशील रहकर विधि-व्यवस्था का संधारण करना सुनिश्चित करेंगे। एक दर्जन से अधिक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरा स्थापित की गयी है। इसके अलावे ड्रोन के माध्यम से भी जुलूस एवं ताजिए पर लागातार गहन निगरानी करते हुए विधि-व्यवस्था संधारित की जायेगी।
कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद को साफ-सफाई करते हुए बिजली के अलावे वैकल्पिक प्रकाश की व्यवस्था करने का निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया है। सोशल मीडिया पर किसी सम्प्रदाय विशेष के व्यक्ति द्वारा दूसरे साम्प्रदाय के लोगों की धार्मिक भावना को आहत करने वाला संवाद/चित्र/विडियो पोस्ट किये जाने पर तत्काल विधि-सम्मत की कार्रवाई की जायेगी।
सोशल मीडिया के सभी प्रकार के पोस्टों पर कड़ी निगरानी करने के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है। अफवाहों का खण्डन करने के लिए सभी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी को महत्वपूर्ण निर्देश दिया गया है।विधि-व्यवस्था के सम्पूर्ण प्रभार में अपर समाहर्ता एवं पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय को प्रतिनियुक्त किया गया है।