03 अक्टूबर : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

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घर में पंखे से झूलता मिला अधेड़ महिला का शव, घटना की जांच में जुटी पुलिस

मधुबनी : जिले के हरलाखी थाना क्षेत्र के फुलहर गांव में संदेहास्पद स्थिति में एक महिला का शव उनके घर से ही बरामद हुआ है। मृतिका की पहचान 55 वर्षीय मसोमात सीता देवी के रूप में हुई है. दरअसल रविवार की सुबह मृतिका का शव पंखे से झूलता देख घर में चीख पुकार मच गया, जिसके बाद ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी।

सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष व पुअनि यूगेश्वर सिंह सशस्त्र बल के साथ मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मधुबनी भेज दिया। घटना के बाद परिजनों का रोते-रोते बुरा हाल हो रहा है। घटना के कारणों का पता नही चल सका है। लोगों में तरह तरह की चर्चाएं हो रही है। इस बाबत थानाध्यक्ष अनोज कुमार ने बताया कि पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

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राजद के प्रखंड अध्यक्ष सद्दाम हुसैन ने मनाया गाँधी जयंती

मधुबनी : जिले के खुटौना प्रखंड के खुटौना बाजार स्थित गांधी चौक पर गांधी जयंती के अवसर पर राजद के प्रखंड अध्यक्ष सद्दाम हुसैन के नेतृत्व मे 2अक्टूबर को गांधी स्मारक के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई। समाजसेवी रामेश्वर भारती ने कहा बापू हमारे आइडियल के तरह है।बाबू ने हमारे देश की शान है। राजद के रामेश्वर भारती, विधायक प्रतिनिधि भारत मंडल, हैदर अली तथा राम लखन यादव समेत बड़ी संख्या में राजद कार्यकर्ता गांधी के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा पूर्वक जयंती मनाया।

600 बोतल शराब जब्त, तस्कर फरार

मधुबनी : भारत नेपाल सीमा पर तैनात 48वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल मधुबनी जिले के हरलाखी प्रखंड के गंगौर कैम्प के एसएसबी जवानों ने 600 बोतल शराब व एक बाइक को जब्त किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पार्टी कमांडर मुख्य आरक्षी मुन्नु कुमार त्यागी के नेतृत्व में अन्य एसएसबी जवान संयुक्त रूप से गस्ती पर निकले हुए थे।

इसी क्रम में सीमा सतंभ संख्या 289/24 के समीप भारतीय क्षेत्र में एक व्यक्ति शराब की बोरी को बाइक पर लाद रहा था, जिसे एसएसबी के द्वारा खदेड़े जाने पर सीमा नजदीक होने के कारण वे नेपाल भागने में सफल हो गये। इस बाबत असिस्टेंट कमांडेंट मनीष कुमार ने बताया कि अग्रिम कार्रवाई हेतू जब्त शराब की बोरी को बाइक समेत हरलाखी थाना पुलिस को सौंप दिया गया है।

माँ भगवती के दरबार में पूर्व विधायक गुलाब यादव ने पूजा अर्चना कर किया क्षेत्र भृमण

मधुबनी : जिले के बिस्फी में नवरात्रि पूजा अर्चना से प्रखण्ड क्षेत्र में जय माता दी के जयकारे से पूरे क्षेत्र भक्ति मय गूंज उठा गया हैं। इसी क्रम में माँ दुर्गा के पट खुलता ही पूजा अर्चना करने के किये भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी और श्रद्धालुओं ने माता की खोंछ भराई की। इस मौके पर विद्यापति चौक पर माँ दुर्गा की पूजा धूम धाम से की जा रही हैं। वही इस मौके पर माँ भगवती मंदिर में झंझारपुर के पूर्व विधायक गुलाब यादव अपने पूरे टीम के साथ युवा कमिटी को सहयोग प्रदान कर हौसला अफजाई कर एक साथ कदम से कदम मिला कर चलने की आश्वाशन दिए।

श्री यादव ने पूरे टीम के साथ बिस्फी के प्रमुख पति सह जाप के प्रदेश सचिव मदन यादव, युवा नेता समाजसेवी कार्यकर्ता आरिफ जिलानी अम्बर, जिला परिषद ताजुद्दीन, मो. असरफ, पूर्व उप प्रमुख मोहिउद्दीन सहित कई जनप्रतिनिधियों ने माता के दरबार मे पूजा अर्चना कर कमिटी के सदस्यों मनोबल बढ़ाने का कार्य किये, जिसके साथ पूजा कमिटी कैलाश यादव, पत्रकार राकेश कुमार यादव, सोनू कुमार, चन्द्रेश प्रसाद यादव, बिजय यादव, अनिल कुमार, विश्वनाथ यादव, धर्मबीर यादव, राणा प्रताप, मुकेश कुमार, राहुल कुमार, सुमित कुमार सहित सदस्यों को धन्यवाद ने धन्यवाद ज्ञापन किये।

कन्या भोज के बिना अधूरी है नवरात्र पूजा, मां अन्नपूर्णा और महालक्ष्मी की होती है कृपा : अमित कुमार राउत

मधुबनी : जिले के जयनगर की माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन एवं माँ अन्नपूर्णा महिला मंच के संयुक्त तत्वावधान में आज कन्या भोज का आयोजन शहर जे कमला रोड इस्तिथ रामजानकी मंदिर में किया। इसमें नगर की 108 कुंवारी कन्याओं ने महाप्रसादी ग्रहण की। प्रसादी ग्रहण करने वाली सभी कन्याओं का चरण पखार कर मंगल तिलक व रक्षासूत्र बांधकर समिति द्वारा उपहार स्वरूप कई आकर्षक चीज दिए गए।

इस कार्यक्रम का शुभारंभ माँ अन्नपूर्णा महिला मंच की सदस्याओं के द्वारा कन्याओं का चरण धोकर, मंगल तिलक से पूजन करने के बाद पूजन-अर्चन कर किया। कन्या भोज कार्यक्रम में नगर सहित आसपास की सभी कन्याओं को भोजन करवाया गया। साथ ही भोजन उपरांत सभी कन्याओं को कई आकर्षक उपहार भी दिए गए। आयोजन में आये 108 कन्या को पैर धोकर उनका पूजन कर भोजन करवाया गया। इस कार्यक्रम में शहर के कई गणमान्य व बुद्धिजीवी लोग उपस्तिथ रहे।

ज्ञात हो की अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्याओं की पूजा और भोज करवाने से देवी अन्नपूर्णा के साथ महालक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है। नवरात्र में देवी मां दुर्गा के सभी साधक कन्याओं को माता जगदंबा का दूसरा स्वरूप मानकर उनकी पूजा करते हैं। शास्त्रों में नवरात्र के अवसर पर कन्या पूजन या कन्या भोज को अत्यंत ही महत्वपूर्ण बताया गया है।

मार्कंडेय पुराण के मुताबिक नवरात्र की अष्टमी और नवमी तिथि पर देवी की महापूजा का विधान है। महापूजा के इन दो दिनों में ही पूरे नवरात्र का फल मिल सकता है। नवरात्र में हर दिन देवी की पूजा, व्रत-उपवास और कन्या भोज करवाया जाता है, लेकिन व्यस्तता और आर्थिक स्थिति की वजह से कुछ लोगों के लिए ये संभव नहीं हो पाता है।

बता दें की माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचेन के पदाधिकारियों एवं सदस्यों के अथक प्रयास करने के कारण यह समिति दिन-हू-दिन उचाईयों और प्रगति की ओर बढ़ रहें हैं, जिसकी चर्चा मधुबनी जिला ही नही बल्कि पूरे बिहार सहित नेपाल में भी होने लगी हैं। अभी हाल ही में मधुबनी जिले के जयनगर में माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचेन के पदाधिकारियों, सदस्यों और समाज के संचालन एवं संयोजन में बड़ी सादगी से अपना दूसरा वार्षिकोत्सव कार्यक्रम मनाया गया।

आज इस मौके पर माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचेन के सभी सदस्यों ने संयुक्त रूप से बताया कि जरूरत मंद लोंगो को भोजन कराना और उनकी सेवा करना जीवन का सबसे बड़ा पूण्य होता हैं। इस कार्य के लिए हमारें समिति के हर व्यक्ति आगे होता हैं, ताकि कोई भी व्यक्ति भूख न सोए। इसी उद्देश्य से जयनगर नगर में अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन की शुरुआत की गईं।

माँ कम्युनिटी किचेन के सक्रिय सदस्य,समाजसेवा में निरंतर अपनी भूमिका निभाने वाले मुख्य संयोजक एवं युवा समाजसेवी अमित कुमार राउत ने बताया कि माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचेन का उद्देश्य हैं कि जयनगर नगर में कोई भी व्यक्ति भोजन के लिए दर-दर न भटके तथा हर जरूरत मंद लोंगो को सरलता से भोजन उपलब्ध हो जाएं।

यहाँ बताते चले कि जयनगर के युवाओं ने दो वर्ष पूर्व कोरोना संकट के समय से ही माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन की शुरुआत की थी, लेकिन अब धीरे-धीरे इस माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन ने जरूरतमंदों के लिए जयनगर में लंगर लगाकर नि: शुल्क भोजन प्रतिदिन वितरण कर रहें हैं। माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन के जरिए गरीब-भूखे लोंगो को गुणवत्ता युक्त भोजन उपलब्ध कराए जाते हैं। समाज सेवा में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने वाले व्यवहार कुशल सुमित कुमार राउत कहते हैं कि कोरोना संकट से शुरू हुआ माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी अन्नपूर्णा किचन अब हर गरीब और असहाय लोगो की भूख मिटा रहा हैं।

माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन की ओर से नई पहल करते हुए नगर के लोगो को जागरूक और अपील किया जा रहा हैं कि जन्म दिन हो या पूण्य तिथि,शादी की शाल गिरह हो या कभी कुछ और शुभ कार्य व्यर्थ खर्च करने के वजाय आप जरूरत मंद लोगो के लिए भोजन की सुनिश्चित व्यवस्था करें, ताकि सभी लोग इनकी मदद के लिए आगे आ जाय। पिछले कोरोना काल के समय हुए लॉक डाउन से ही लोगो को अनवरत भोजन समिति द्वारा उपलब्ध कराई जा रही हैं।

इस मौके पर माँ अन्नपूर्णा महिला मंच की सदस्या कामिनी साह, प्रियंका देवी, अनीता गुप्ता एवं माँ अन्नपूर्णा सेवा समिति, जयनगर के संरक्षक डॉ. सुनील राउत, प्रवीर महासेठ, राजेश गुप्ता, गोविन्द जोशी, गणेश कांशकार, मुख्य संयोजक एवं समाजसेवी अमित राउत, लक्ष्मण यादव, प्रथम कुमार, संतोष शर्मा, विवेक सूरी, राहुल सूरी, अजय सिंह, मिथिलेश महतो, गौरव जोशी, हिमांशु जायसवाल, सुमित कुमार राउत आदि मौजूद थे।

बेहटा (मैना) में स्थापित है मां दुर्गा की संगमरमर की स्थाई प्रतिमा, खोंईछ भरने को जुटी महिलाओं भारी भीड़

मधुबनी : जिले के खजौली प्रखंड के स्थानीय बेहटा, दतुआर, मंगती, ठाहर, रसीदपुर, गोबरौड़ा सहित अन्य गांवों में आदि शक्ति मां देवी दुर्गा की पूजा अर्चना हर्षोल्लास के साथ धूमधाम से की जा रही है। विभिन्न पूजा पंडालों में मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है। पूजा परिसर में भव्य मेले का आयोजन किया गया है।

सोमवार को महाअष्टमी के दिन विभिन्न दुर्गापूजा पंडालों में खोंईछ भरने को लेकर सुहागिन महिलाओं की भीड़ देखी गई। महिलाओं ने अपने अखंड सौभाग्य एवं मन्नतों को लेकर मां के चरणों में खोंईछ अर्पित की। वहीं बेहटा (मैना) गांव में मां वैष्णवी दुर्गा सहित अन्य देवी-देवताओं की संगमरमर की स्थाई प्रतिमा स्थापित की गई है। यहां करीब चार दशक से भी अधिक समय से ग्रामीणों के सहयोग से विधि विधान से पूजा अर्चना की जा रही है।

पूजा समिति के अध्यक्ष सह जिला पार्षद दीपक कुमार सिंह का कहना था की यहां माता आदिशक्ति का वैष्णवी स्वरुप है। यहां मां दुर्गा सहित सभी देवी देवताओं की संगमरमर की स्थाई प्रतिमा स्थापित है। यहां दशहरा के अतिरिक्त अन्य दिन भी नियमित पूजा-अर्चना होती है। अपनी मन्नतें पूरी होने पर श्रद्धालु यहां अन्य दिन भी फल-फूल, मिठाई चढ़ाते हैं एवं पूजा अर्चना करते हैं। दुर्गा मंदिर परिसर में ही भगवान शिव एवं बजरंगबली का भव्य मंदिर स्थापित है। जहां सालों भर गांव एवं आसपास के श्रद्धालु पूजा अर्चना करते हैं।

दतुआर गांव में स्थापित मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा, गुरुकुल के पंडित वैदिक विधि से कराते हैं पूजा-अर्चना

मधुबनी : जिले के खजौली प्रखंड के स्थानीय दतुआर गांव स्थित महामाया स्थान परिसर में विगत आठ वर्षों से मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा प्रतिमा स्थापित कर धूमधाम से पूजा-अर्चना की जा रही है। यहां वैदिक रीति से लगमा गुरुकुल के आचार्य दीपक शास्त्री के नेतृत्व में गुरुकुल के पंडितों द्वारा पूजा करवाई जाती है। यहां कलश स्थापना से लेकर पूजा समाप्ति तक 24 घंटे अखंड पाठ किया जाता है।

मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष सह समाजसेवी दिलीप कुमार का कहना था की यहां बली प्रथा का भी विधान है। अपनी मन्नतें पूरी होने पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त यहां चढ़ावे भी चढ़ाते हैं। पूजा परिसर में मां दुर्गा की भव्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। पूजा के अवसर पर ग्रामीणों के सहयोग से यहां भव्य मेले का भी आयोजन होता है। मंदिर परिसर में ही मां महामाया सहित अन्य देवी देवताओं की स्थाई प्रतिमा भी यहां स्थापित है, जहां प्रतिदिन गांव सहित आसपास के श्रद्धालु पूजा-अर्चना को आते हैं।

सांसद ने किया विभिन्न पूजा पंडालों का भ्रमण

मधुबनी : जिले के खजौली में स्थानीय सांसद रामप्रीत मंडल ने सोमवार को प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में आयोजित दुर्गा पूजा पंडालों का भ्रमण किया एवं मां दुर्गा की पूजा अर्चना की। इस अवसर उन्होंने कहा की उन्होंने प्रखंड के रसीदपुर, बेहटा, मकुनमा महाराजपुर सहित अन्य गांवों में आयोजित दुर्गा पूजा स्थलों का भ्रमण कर मां दुर्गा की पूजा अर्चना की तथा राज्य व देश में अमन-चैन की दुआएं मांगी।

उन्होंने कहा की समाज में हमेशा शांति, सद्भाव व आपसी भाईचारा कायम रहे इसकी प्रार्थना उन्होंने माता रानी से की है। इस मौके पर सांसद प्रतिनिधि सत्रुधन राउत, जदयू जिला युवा अध्यक्ष संतोष साह, विनोद सिंह कुशवाहा, जिला पार्षद दीपक कुमार सिंह, राम प्रकाश सिंह, महेन्द्र सिंह, राजा चौधरी, मुखिया जय प्रकाश मंडल भी उपस्थित थे।

दर्शन, पूजा-पाठ, खोइच भरने व कन्या पूजन को ले श्रद्धालुभक्त जनो की उमड़ी भारी भीड़ सबसे ऊँचे दुर्गा मंदिर में

मधुबनी : जिला के सीमांचल क्षेत्र स्थित जयनगर के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित शक्ति पीठ और दुर्गा मन्दिरों को शादिय नवरात्र पर्व त्योहार को ले आकर्षण रंग बिरंगे पंडालों फूल मालाओं और बिजली के जगमाती बल्बों लड़ियों तोरण द्वार को भव्यता से सजाया गया। मन्दिर परिसर में और गर्भ गृह में स्थापित और नव निर्मित सजा हुआ मनमोहक माँ दुर्गा समेत अन्य देवताओं की प्रतिमायें भव्यता से सजाया गया हैं। मन्दिर और प्रतिमाएं एवं पंडाल की सजावट आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

दुर्गा पूजनोत्सव को ले पुजारियों के द्वारा विधिविधान एवं मंत्रोच्चारण के साथ पूजा पाठ और आरती की जा रही हैं। आम लोग भी अपने घरों में देवी की पूजा-अर्चना, भजन, कीर्तन, आरती, भक्ति भाव श्रद्धा के साथ कर रहें है। पूजनोत्सव को ले क्षेत्र भक्ति मय हो गया हैं और हर्षोल्लास के साथ पूजनोत्सव मना रहे हैं। मन्दिर के परिसरों पूजा पंडालों और मेला में सीसीटीवी के निगरानी में हो रही पूजनोत्सव और मेला का आयोजन। आयोजको और पूजा समिति के सदस्यों के द्वारा पूजनोत्सव को सफल बनाने में अहम योगदान दे रहें हैं।

समिति के सदस्य गण मन्दिर परिसर में बैच लगाकर भक्तजनों के सहायता करते दिखे। जयनगर बस्ती पंचायत स्थित बिहार का सबसे ऊँचा दुर्गा मंदिर है, एक सौ ग्यारह फिट ऊंचा दुर्गा मन्दिर में टाइल्स लगा हुआ। मन्दिर के गर्भ गृह में माँ दुर्गा समेत अन्य देवी देवताओं की संगमरमर की प्रतिमाएं स्थापित हैं, जो कि आकर्षण का केंद्र हैं। पूजनोत्सव के पहले दिन से पूजा अर्चना और आरती को ले भक्त जनो की भीड़ उमड़ रही हैं। यहाँ बलि प्रदान की प्रथा हैं नेपाल से भी श्रद्धालुभक्त जन दर्शन पूजा पाठ करने आते हैं। कई मंदिरों में पुराने रीति रिवाज के साथ ही पहले ही दिन निर्मित प्रतिमाओं का दर्शन हेतू मन्दिर का पट खुल जाता और प्रतिमायें की दर्शन को ले भीड़ उमड़ जाती हैं।

अन्य मन्दिरो और पंडालों के परिसर में निर्मित देवी देवताओं प्रतिमाएं के दर्शन हेतू रविवार को पट खुलते ही पूजा पाठ को लेकर श्रद्धालुभक्त जनों की भीड़ उमड़ रही हैं। मेन रोड स्थित श्री सर्व देवमयी माता मंदिर, भगवती स्थान, रेलवे स्टेशन परिसर, दुल्लीपट्टी, धमियापट्टी, परसा, एसएसबी कैम्प, फरदाही, वाटर वेज, कोरहिया, देवधा, उसराही समेत कई शक्तिपीठो, मंदिरों में भक्ति भाव के साथ पूजा-अर्चना की जा रही हैं और पूजनोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा हैं। रविवार से ही देखा गया कि मंदिरों के परिसरों में कन्या भोजन कराते और खोईच आँचल भरते श्रद्धालुभक्त जनों माताओं बहनों को देखा गया।

आयोजकों ने बताया कि माँ सभी की सच्ची मनोकामना अवश्य पूरी करती हैं। हम सभी को माँ विपदाओं से बचायें सभी का शुभ मंगल हो यही कामना करते है। नवरात्री पर्व को ले सभी भक्ति में डूब सराबोर हैं। जय माता दी के जयकारों से क्षेत्र गूँजयमान हो रहा हैं। वहीं, इस पावन मौके पर जगह-जगह झिझिया, भक्ति गीत संगीत, नृत्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हो रहा है।

महाभारत काल से जुड़ा है राजा विराट गढ़ का रहस्य, पांडव ने गुप्तवास के लिए चुना था यह स्थान

कलुआही,मधुबनी : वैसे तो मिथिलांचल को देव भूमि के रूप में जाना जाता है। हर एक गांव और कस्बा पौराणिक कहानी से जुड़ा हुआ है। ऐसा ही एक कहानी मधुबनी जिले के कलुआही प्रखंड अंतर्गत मलमल उत्तर पंचायत के राढ,विराटपुर गांव का है। जहां महाभारत काल से जुड़ा एक धरोहर आज भी अवस्थित है।

राढ गांव के दक्षिण दिशा में एक टीलानुमा स्थान है। जो विराट गढ़ के रूप में विख्यात है। यह किला दो भागों में विभक्त है, जहां भगवान भोलेनाथ का विशाल शिवलिंग भी अवस्थित है। पौराणिक कथाओं के अनुसार यह टीला महाभारत काल से जुड़ा हुआ है। जहां राजा विराट का साला सेनापति किचक द्रोपदी के साथ दुर्व्यवहार करने पर भीम के द्वारा कीचक का बध किया गया था। क्रोधित होकर भीम ने किचक को घसीटने पर यह टीला दो भाग में बंट गया था और बीच से एक नदी निकला। वही पश्चिम भाग में अष्टकोणीय विशाल अदभुत शिवलिंग है। जहां आज भी इस शिवलिंग पर चढ़ाया हुआ जल अंदर पाताल में चला जाता है।

बताया जा रहा है कि एक दशक पूर्व एक नाग यहां देखा जाता था, जो सोना का नथुनी पहने हुई रहती थी। जब वो निकलते तो एक अलग ही सुगंध की महक मिलती थी। 1993 में इस स्थान का देखरेख संत हनुमान दास द्वारा किया जाने लगा, जिसके बाद स्थानीय लोगो के सहयोग से मंदिर का निर्माण कराया गया। संत हनुमान दास ने कहा कि मुगल काल में नदी और कुंआ को विलुप्त कर दिया गया। वैसे अज्ञात वास के दौरान पांडव और द्रोपदी यहां रही थी। इस स्थल को विकास की दरकार है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों और सरकार से इस स्थान को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने हेतु पहल की मांग की है।

वही उप प्रमुख चंदन प्रकाश यादव ने कहा की लगातार स्थानीय लोगों की सहयोग से हर वर्ष शिवरात्रि, दुर्गा पूजा, कृष्ण अष्टमी, जैसे सभी पूजा का आयोजन किया जाता है। साथ ही समाज को सही दिशा में ले जाने के लिए समय समय पर श्रीमद् भागवत कथा का भी अनुश्रवण कराया जाता है।

वही ग्रामीण रामनारायण यादव, शिक्षक रंजित कुमार और एमएलसी प्रतिनिधि अमलेश कुमार ने कहा यहां प्राचीनकाल समय के ऐसे कई धरोहर है, जिसे नई पीढ़ी को दिखाने की ज़रूरत है। यदि इस प्राचीनकाल के धरोहर को पर्यटन स्थल का दर्जा मिल जाता है, तो मिथिलांचल सहित बिहार तेजी से तरक्की की ओर बढ़ेगी। हालांकि जिला परिषद् सदस्या रेनू कुमारी ने कहा की हमारे प्रखंड की यह एक प्रमुख धरोहर है। इसे संरक्षित करने की जरूरत है।

हमारी तरफ से हर प्रयास जारी है। उन्होंने यह भी बताया की हाल ही में मंदिर प्रांगण में अपने निजी कोष से चापकाल और एक मंच का निर्माण कराया है। आगे की भी विकास कार्य जारी रहेगा। जिला परिषद की बैठक में पर्यटन के रूप में इस स्थल के विकास की मांग रखने का काम करेंगे।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

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