आरोप करोड़ों के गबन का, मौत के बाद परिजन आर्थिक रूप से बेहाल

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विभागीय देरी के कारण नहीं मिल पा रहा है कोई लाभ, अधिकारी ने कहा बढ़ाया गया है प्रोसेस

नवादा नगर : डाकघर में वित्तीय अनियमितता के मुख्य आरोपी खजाँची अंबिका चौधरी का परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। 20 जनवरी 2020 को पुलिस कस्टडी में अंबिका चौधरी की मौत के बाद डाक विभाग के द्वारा अब तक किसी प्रकार का लाभ आश्रित परिवार जनों को नहीं दिया गया है। अंबिका चौधरी की विधवा के अलावा उनके बेरोजगार दो बेटे और बेटी बदहाल जिंदगी जीने को विवश हुए हैं। विभाग के द्वारा लगाए गए आरोप के बाद जांच की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है।

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पति की मौत के बाद आर्थिक संकट झेल रहे सुशीला देवी ने इस दौरान विभाग के वरीय अधिकारियों के पास उनके बकाया वेतन और पेंशन आदि के भुगतान की मांग की है। दिए गए पत्र में लीव एनकैशमेंट, ग्रेच्युटी, जीपीएफ जैसे कर्मी की मौत के बाद मिलने वाले लाभ देने की मांग परिजनों ने की। मृतक की पत्नी सुशीला देवी ने कहा कि हमारे पति पर करोड़ों रुपए के गबन के आरोप लगाए गए हैं लेकिन हमारे घर में खाने को अनाज तक नहीं है। घर के पैतृक छोटी सी जमीन के सहारे हम लोग जीवन जीने को विवश हैं। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को पत्र देते हुए उनके पति के बकाए लाभ देने की बात की।

उन्होंने कहा कि दोषी व्यक्ति की जांच के नाम पर उनके परिवार को सजा देना कहां का न्याय है। परिवार में दोनों बेटा पढ़ाई कर रहा है और बेटी की शादी करनी है। लेकिन पिछले ढाई वर्षों से पेंशन और अन्य सुविधाएं नहीं मिलने के कारण घर में भूखों मरने की स्थिति आने वाली है। डाक विभाग के अधिकारियों से गुहार लगाते हुए परिवार के लोगों की स्थिति को देखते हुए विभाग की सहायता उपलब्ध कराने की मांग की। आवेदिका सुशीला देवी ने कहा कि डाक अधीक्षक व राज्य स्तर के अधिकारियों को आवेदन दिए हैं।

राज्य पोस्ट मास्टर जनरल कार्यालय से इस संबंध में पेंशन, ग्रेच्युटी, जीपीएफ आदि सुविधाएं दिए जाने के आदेश के बावजूद मंडल कार्यालय से समय पर दस्तावेजों को उपलब्ध नहीं कराने के कारण देरी हो रही है। पीड़ित सुशीला देवी ने कहा कि हमारे पति पर करोड़ों रुपए के गबन के आरोप लगे हैं लेकिन हमारे घर में आर्थिक बदहाली के कारण बेटे की पढ़ाई छूट गई है जबकि बेटी की शादी करने के लिए भी चिंता बनी हुई है। यदि जल्द कोई उपाय नहीं किया गया तो हम लोग डाक कार्यालय में आमरण अनशन शुरू करेंगे।

अधिकारी ने कहा

इस संबंध में मृतक अंबिका चौधरी के परिजनों को प्रोविजनल पेंशन की सुविधा शुरू कर दी गई है। इसके अलावा अन्य लाभ के लिए राज्य कार्यालय को संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराए गए है। पीड़ित परिवार को अनुकंपा पर बहाली की प्रक्रिया भी की गयी है।

विशाल कुमार की रिपोर्ट

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