कई वर्षों से शहर की सड़कों का नहीं हुआ जिर्णोद्धार
नवादा : शहर की सड़कों का हाल बेहाल है। विभिन्न वार्डों के तमाम मोहल्लों की सड़कों के जर्जर हाल का समाधान नहीं निकल पाने से आमजनों की परेशानी बढ़ी हुई है। इन सड़कों के कायाकल्प को लेकर कई योजनायों का कार्यान्वयन होना है लेकिन योजनाओं पर अमल होने में लगातार विलम्ब हो रही है। इस फेर में कई जरूरी कार्य ठप पड़े हैं। नगर परिषद का बोर्ड भंग रहने के बाद योजनाओं के क्रियान्वयन की गति बेहद धीमी हो कर रह गयी है।
हालांकि प्रशासनिक स्तर पर दो योजनाओं का टेंडर कराने से कुछ बेहतर होने की सुगबुगाहट जरूर हुई है। साथ ही कई अन्य के लिए भी प्रयास जारी हैं लेकिन कब तक इन सड़कों का कल्याण हो सकेगा, यह अभी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है। शहर की सड़कें तीन स्तरीय हैं। प्रधान मुख्य सड़कें पीडब्ल्यूडी-आरसीडी को सौंप दी गयी हैं।
ऐसी 18 महत्वपूर्ण सड़कें हैं लेकिन इस दिशा में विभिन्न तकनीकी कारणों से पिछले तीन वर्षों में एक कदम भी नहीं बढ़ाया जा सका है। नगर परिषद और आरसीडी के बीच पड़कर जारी खींचतान में इन महत्वपूर्ण 18 सड़कों का भविष्य अधर में लटका पड़ा है। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी कन्हैया कुमार बताते हैं कि इन सड़कों के अलावा प्रधान सड़क संवर्ग में हालिया दिनों में टेंडर की प्रक्रिया पूरी की गयी है।
इस संवर्ग में विजय बाजार से नारदीगंज गढ़पर रोड के लिए 68 लाख रुपये का टेंडर निकाला गया है जबकि गोला रोड मार्ग के लिए भी 45 लाख रुपये का टेंडर निकाला गया है। प्रधान सड़कों के अधीन पड़ने वाले इन दो सड़कों के अलावा अन्य महत्वपूर्ण सड़कें थाना रोड, पुरानी जेल रोड तथा स्टेशन रोड के लिए भी जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू किए जाने की तैयारियां चल रही हैं।
विभागीय पेंच से बाहर निकल हो जीर्णोद्धार
कार्यपालक पदाधिकारी कन्हैया कुमार ने बताया कि इन दो प्रमुख संवर्ग की सड़कों के अलावा शहर की अन्य सड़क सवंर्ग की सड़कों का काम तेजी से कराया गया है। मुख्यमंत्री के निधि के तहत शहर की 186 सड़कों का कार्य गली-नली योजना के तहत कराए गए हैं। यह कार्य योजना की शुरुआत 2016 से लेकर 2022 तक कराए गए हैं।
इस योजना के तहत जब-जब जितना आवंटन प्राप्त होता रहा है, उसके अधीन वार्डवार कार्यों का बंटवारा कर कार्य संपादित कराए गए हैं। असल में विभिन्न मोहल्लों में इस योजना से काफी कार्य कराए गए हैं। आमजनों का कहना है कि विभागीय पेंच से बाहर निकाल कर उन 18 अति महत्वपूर्ण प्रधान मुख्य सड़कों का भी उद्धार हो, तब ही शहर चकाचक दिखेगा और सामान्य रूप से आवागमन बेहतर हो सकेगा।
कहते हैं अधिकारी
शहर का परिसीमन बदलने से अब कम से कम सात गुना अधिक बड़ा क्षेत्र हो गया है। नगर परिषद क्षेत्र में अनेक ग्रामीण इलाके भी शामिल हो गए हैं। इसलिए अब इन नए क्षेत्रों की सड़कों आदि का भी आकलन जारी है। पुराने वार्ड और नए वार्ड की सड़कों की कायाकल्प के लिए विभिन्न मद से कार्य कराए जाएंगे। विभाग इसके लिए तत्पर है। कन्हैया कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, नवादा:
युवा संवाद कार्यक्रम पर आईपीएस विकास वैभव का नगर भवन में हुआ भव्य स्वागत
नवादा : पूर्व प्रेरणा करे पुकार, आओ मिलकर गढ़ें नव बिहार। नव चिंतन नव हो व्यवहार, लघुवादों से मुक्त संसार। ज्ञान परंपरा का विस्तार, दीर्घ प्रभाव का सतत प्रसार।
वृहतर चिंतन सह मूल्यों पर, आधारित युवा करें विचार
उपरोक्त विचारों के साथ ही चिंता नहीं, चिंतन करें, संघर्ष नहीं सहयोग करें को आंदोलन बनाकर बिहार को ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए सूबे के भ्रमण पर निकले आईपीएस अधिकारी और वर्तमान में गृह विभाग बिहार में विशेष सचिव के पद पर तैनात विकास वैभव रविवार को नवादा पहुंचे।
वे आइए मिलकर प्रेरित करें बिहार अभियान के तहत युवा संवाद कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। नगर भवन पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। प्रोजेक्ट कन्या इंटर विद्यालय के पूर्व प्राचार्य सुरेश प्रसाद सिंह के नेतृत्व में स्वागत किया गया। बड़ी संख्या में युवा और स्कली छात्र छात्राएं कार्यकम में शामिल हुए हैं।
दिनकरनामा के रचियता डॉक्टर दिवाकर, नवादा बीडीओ अंजनी कुमार सिंह, अकबरपुर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, ब्राइट कैरियर स्कुलंके निदेशक कार्यानंद शर्मा सहित कई बुद्धिजीवी कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। ब्राइट कैरियर की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत दर्शन से पुलकित नयनमा…प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम जारी है। मुख्य अतिथि विकास वैभव का संबोधन होना शेष है।
देवर ने भाभी सहित तीन लोगों को पीटा
नवादा : जिले के कादिरगंज ओपी क्षेत्र के आँती गांव में घर के पास बन रहे नए शौचालय को तोड़ने का विरोध करने पर तीन लोगों के साथ जमकर मारपीट की गई। जख्मी को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों में सुनीता देवी नीतीश पांडे एवं ज्योति कुमारी शामिल हैं। सुनीता देवी के देवर शंकर पांडे के द्वारा मारपीट की गई है।
जख्मी नीतीश ने बताया कि घर के पास नया शौचालय बनवा रहा था, तभी मेरे चाचा उदय शंकर पांडेय लाठी से शौचालय को तोड़ दिए। जिसका विरोध करने पर चाचा अपने पुत्र प्रिंस पांडे के साथ मिलकर तीनों के साथ मारपीट किया। फिलहाल घायलों का इलाज सदर अस्पताल में जारी है।
घायल ने बताया कि इतनी दबंगई है कि शौचालय बनाने नहीं दे रहे हैं। घर में मां बहन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। चाचा के द्वारा शौचालय बनाने नहीं दिया जा रहा है वे कहते हैं कि सभी लोग खेत में शौचालय के लिए जाएगा घर पर शौचालय नहीं बनेगा।
हम लोग शौचालय बाहर नहीं जाना चाहते हैं बाहर जाने में मां बहन को भी अच्छा नहीं लगता है। खुले में शौच करना अच्छी बात नहीं है सरकार भी लोगों से अपील करती है। इसी को देखते हुए घर पर शौचालय बना रहे थे उसी दौरान चाचा के मना करने के बावजूद नहीं मानने पर चाचा के परिवार सहित सभी लोगों ने मिलकर पूरे परिवार को बुरी तरह से पिटाई कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस बावत थाना में आवेदन देकर चाचा के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस अभिरक्षा से फरार बंदियों को गिरफ्तार करने में पुलिस विफल
नवादा : पुलिस अभिरक्षा से भाग निकले तीन बंदियों का पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल सका है। तीनों ही मामलों में नगर थाने में अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज है। नगर थाने की पुलिस के अलावा संबंधित थानों की पुलिस बंदियों का पता लगाने में जुटी है। परंतु अब तक इनमें से एक भी पुलिस के हाथ नहीं लग सका है।
14/15 जुलाई की रात सदर अस्पताल में भर्ती मंडल कारा का बंदी छोटू यादव उर्फ विनय कुमार यादव पुलिस अभिरक्षा से हथकड़ी खोलकर भाग निकला। घटना के वक्त वह दो पुलिसकर्मियों की अभिरक्षा में सदर अस्पताल के वार्ड में इलाजरत था। छोटू यादव रोह थाना क्षेत्र के महकार गांव के स्व. नारायण यादव का बेटा था। उसके विरुद्ध हत्या समेत कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
14 जुलाई की दोपहर गोविन्दपुर पुलिस की अभिरक्षा में कोर्ट में पेशी के लिए लाया जा रहा बंदी महुगांय गांव के स्व. मोहन यादव का बेटा डीसी यादव उर्फ विक्की कुमार हथकड़ी की रस्सी काटकर पुराना खुरी नदी पुल पर ऑटो से कूदकर भाग निकला। चोरी के मामले में गिरफ्तार डीसी को घटना के वक्त पुलिस ऑटो से लेकर कोर्ट जा रही थी।
इससे पूर्व 06 जुलाई को गया जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र के मलिकपुर गांव के शमशूल अंसारी का बेटा नौशाद अंसारी उर्फ मंटू सदर अस्पताल से भाग निकला था। उसे सीतामढ़ी ओपी की पुलिस कोर्ट में पेशी से पूर्व कोविड जांच के लिए अस्पताल लेकर आयी थी। इसी बीच वह हथकड़ी सरका कर भाग निकला।
बंदी मामले में नियमों की हो रही अनदेखी!
ऐसे में यह चर्चा होने लगी है कि आखिर बार-बार बंदियों के भाग निकलने का कारण क्या है? क्या कहीं नियमों में ढील है या फिर नियमों का अनुपालन नहीं हो रहा है? की गयी पड़ताल में बंदियों के भागने के मामले में यह बात सामने आयी कि कई नियमों की उपेक्षा व सुरक्षा में लोच के कारण बंदियों को भागने का मौका मिला।
ड्रेस कोड का नहीं हो रहा पालन
मंडल कारा के बंदी मरीजों के लिए ड्रेस कोड का अनुपालन नहीं किया जा रहा है। यदि ड्रेस कोड का अनुपालन हुआ होता तो शायद बंदी छोटू यादव सहजतापूर्वक नहीं भाग पाता। विभागीय आदेश व बंदियों के भागने की लगातार हो रही घटनाओं के बावजूद मंडल कारा प्रशासन इस आदेश का अनुपालन कराने में असफल रहा। विभागीय आदेश के मुताबिक बंदियों को इलाज हेतु कारा अस्पताल अथवा बाहरी अस्पतालों में भर्ती करने के दौरान ड्रेस कोड का अनुपालन अनिवार्य है। बंदी मरीजों के लिए नीले रंग का हाफ कुर्ता तथा नीले रंग का पायजामा ड्रेस कोड के रूप में निर्धारित है।
तत्कालीन कारा महानिरीक्षक मिथिलेश मिश्र द्वारा 08 सितम्बर 2021 को कारा एवं सुधार सेवाएं निरीक्षणालय गृह विभाग (कारा) के पत्रांक 7946 से इस बारे में आदेश अधिसूचित है। इसके तहत काराधीक्षक को ड्रेस कोड का अनुपालन सुनिश्चित करने हेतु बाजार अथवा निर्माणशाला से ड्रेस कोड के अनुरूप कपड़ा प्राप्त कर उसे सिलवाकर एवं उस पर विशिष्ट पहचान अंकित कर कारा अस्पताल अथवा बाहरी अस्पतालों में भर्ती बंदियों को अविलंब उपलब्ध कराने के निर्देश हैं। ताकि अस्पताल में भर्ती बंदियों की विशिष्ट पहचान हो सके और उनके भागने जैसी घटनाओं को रोका जा सका। इस बावत काराधीक्षक अजीत कुमार ने बताया कि आदेश के वक्त कोरोना काल होने के कारण सभी निर्माणशाला बंद पड़े थे। लिहाजा, नवादा समेत राज्य के किसी भी कारा में ड्रेस कोड लागू नहीं किया जा सका।
बोर्ड की नहीं ली गयी थी अनुमति
मंडल कारा के बंदी मरीजों को कारा अस्पताल से बाहर किसी भी बाहरी अस्पताल में सात दिनों से अधिक समय तक भर्ती रखे जाने की स्थिति में बोर्ड की अनुमति अनिवार्य है। परंतु सदर अस्पताल में भर्ती बंदी छोटू यादव की अवधि के सात दिन पूरा होने के बाद भी बोर्ड से अनुमति नहीं ली गयी थी। 14 जुलाई को बंदी की 07 दिनों की समय सीमा समाप्त हो गयी थी।
बिहार कारा हस्तक 2012 के नियम 220 के मुताबिक अस्पताल के डॉक्टरों की सलाह में बंदी को एक हफ्ते से अधिक भर्ती किये जाने कि स्थिति में सिविल सर्जन डीएम की अध्यक्षता में एसपी, सिविल सर्जन, कारा चिकित्सा पदाधिकारी व एक विशेष चिकित्सक से मिलकर इस प्रस्ताव को बोर्ड के पास भेजेंगे और बोर्ड की स्वीकृति होने पर ही बंदी को एक सप्ताह से अधिक अवधि तक अस्पताल में रहने की अनुमति दी जाएगी। इस बावत सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अजय कुमार ने बताया कि बंदी के पैर में लगे रॉड को ऑपरेशन कर बाहर निकालना था। जिसके लिए उसे पीएमसीएच भेजना था। इसके लिए बोर्ड से अनुमति की प्रक्रिया चल रही थी।
सदर अस्पताल के पीछे नहीं है कैमरा
सदर अस्पताल में बंदी मरीजों के भर्ती होने के मामले में अन्य कई लोच पड़ताल में सामने आये हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि लगातार बंदियों के भर्ती होने के बावजूद सदर अस्पताल में उनके लिए कोई विशेष वार्ड या सुरक्षित कमरे की व्यवस्था नहीं है। इसके अलावा जांच में प्रथम दृष्टया यह बात सामने आयी है कि बंदी सामने के गेट से नहीं बल्कि अस्पताल के पीछे शौचालय की साइड से भाग निकला। सीसीटीवी फुटेज में बंदी के भागने की कोई भी तस्वीर नहीं मिली है। बता दें कि हर बार शौचालय की ओर से भागने की घटना न सिर्फ अस्पताल बल्कि कई थानों में पहले भी घट चुकी है, फिर भी न तो शौचालय की सुरक्षा पुख्ता की गयी और न ही पीछे की साइड में कैमरे लगाये गये।
हथकड़ी व रस्सी में लापरवाही
बंदियों के भागने में हथकड़ी व रस्सी की प्रमुख भूमिका सामने आयी है। कहीं हथकड़ी ढीली थी तो कहीं रस्सी पुरानी। जिसके कारण बंदी हथकड़ी सरका कर अथवा रस्सी काट कर भाग निकले। प्रथम दृष्टया पड़ताल में हथकड़ी व रस्सियों के मामले में पुलिस की लापरवाही जान पड़ती है। बताया जाता है कि बंदियों के लिए तैयार हथकड़ी व रस्सियों की थानास्तर पर प्रभावी जांच नहीं की जाती। जिसके कारण बंदी अक्सर इसका लाभ उठाने में सफल हो रहे हैं।
74.5 लीटर शराब बरामद, महिला समेत छह गिरफ्तार
नवादा : जिले के अकबरपुर एलटीएफ टीम व थाना पुलिस द्वारा शनिवार की देर रात विभिन्न क्षेत्रों में की गयी संयुक्त छापामारी अभियान में 74.5 लीटर शराब बरामद किया गया। इस क्रम में महिला समेत छह को गिरफ्तार किया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कोरोना जांच के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
एलटीएफ प्रभारी सिकन्दर राय ने बताया कि तेलबदरो गांव में की गयी छापामारी में ग्लैमर मोटरसाइकिल से लाये जा रहे 26 लीटर शराब बरामद किया गया। पुलिस को देख चालक बाईक छोड़ फरार हो गया। इसी क्रम में लक्ष्मण नगर पैन के पास से 30 लीटर शराब बरामद किया गया। धंधे बाज फरार होने में सफल रहा।
इस बावत उत्पाद अधिनियम के तहत अज्ञात के साथ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है। ईंटवां गांव में गुप्त सूचना के आधार पर रामस्वरूप राजवंशी के घर ली गयी तलाशी में 18.5 लीटर शराब बरामद किया गया। इस क्रम में धंधेबाज पत्नी रूबी देवी को गिरफ्तार कर लिया। इस बावत उत्पाद अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
नन्दाडीह गांव में छापामारी कर शराब मामले का फरार अभियुक्त पंकज उर्फ पानो पिता सुरेश राम, अनिल राम पिता काशी राम को गिरफ्तार कर लिया जबकि सूरज नगर में छापामारी कर सोनू कुमार पिता उमेश राम को गिरफ्तार कर लिया। दूसरी ओर जफरा में गृहप्रवेश के क्रम में हर्ष फायरिंग का अभियुक्त मलिकपुर गांव के चन्दन सिंह को गुप्त सूचना के आधार पर बन गंगा के पास से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। मौके पर अनि श्रवण कुमार समेत महिला व पुरुष जवानों ने गिरफ्तारी व शराब बरामदगी में अहम भूमिका निभाई।
मजलिस -उल-उलेमा वल उम्मह के मौलाना मो० जहांगीर आलम महजूरुल क़ादरी बने अध्यक्ष व मौलाना नौशाद आलम क़ासमी सचिव
नवादा : जिला अल्पसंख्यक समुदाय की संयुक्त संस्था मजलिस -उल-उलेमा वल उम्मह का चौदहवां वार्षिक चुनाव नगर के आइडियल पब्लिक स्कूल मुहल्ला तकया पर में हुआ. अध्यक्षता मजलिस-उल-उलेमा वल उम्मह के अध्यक्ष मुफ्ती सबाह उद्दीन फलाही ने किया जबकि मंच संचालन मजलिस-उल-उलेमा वल उममह के सचिव प्रोफेसर अतीक़ अहमद ने किया।
कार्यक्रम का आग़ाज़ दिन के 10 बजे पवित्र क़ुरआन शरीफ़ की तिलावत से किया गया। मौलवी शौकत रशीदी ने हज़रत मुहम्मद सल्ललअलैही वसल्लम की बारगाह में नात शरीफ पेश किया। मजलिस के वर्तमान सचिव प्रोफेसर अतीक़ अहमद ने सचिव रिपोर्ट पेश किया कोषाध्यक्ष शौकत रशीदी ने सालाना आमद व ख़र्च का ब्यौरा आम लोगों के बीच रखा। मुफ्ती सबाह उद्दीन ने मजलिस-उल-उलेमा वल उममह के कार्यों की उपलब्धी एवं इस संस्था का परिचय कराते हुए इस की आवश्यकता पर विस्तार से प्रकाश डाला।
अपनी परंपरा को बरक़रार रखते हुए अधिवक्ता बरकतुल्लाह खां की निगरानी में बैलेट पेपर के माध्यम से निष्पक्ष चुनाव संपन्न हुआ जिसमें मजलिस-उल- उलेमा वल उम्मह के जिला अध्यक्ष के रूप में मौलाना मो० जहांगीर आलम महजूरुल क़ादरी भारी मतों से विजयी हुए जबकि ज़िला महासचिव के पद पर मौलाना मो० नौशाद आलम क़ासमी को सर्वसम्मति से चुना गया।
चुनावी सभा में मुफ्ती इनायतुल्लाह क़ासमी कार्यालय सचिव, मौलाना अबु सालेह नदवी, हाजी शमा एडवोकेट, तनवीर आलम, सैय्यद हसनैन शाहिद डाइरेक्टर आइडियल पब्लिक स्कूल, मौलाना मो० इम्तियाज आलम अकबरपुर, क़ारी उस्मान गनी वारिसलीगंज, रक़ीब ख़ां एडवोकेट, हाजी सैयद निहाल साबरी रजहत, मुख़्तार वारसी अकबरपुर, मौलाना अजमल क़ादरी, शोएब रज़ा वार्ड पार्षद, शकील अहमद एस बी आई, मास्टर जावेद इकबाल, मोहम्मद जावेद अख्तर जेपी मे डि को एवं ज़हीर अनवर हबीबी आदि ने चुनावी सभा को संबोधित किया। वार्षिक चुनाव में ज़िला के सभी प्रखंडों से उलेमाए किराम, इस्लामी स्काॅलर, समाजसेवी और बुद्धिजीवि भारी संख्या में उपस्थित हुए।
आईपीएस विकास वैभव का हुआ भव्य स्वागत
नवादा : आईपीएस विकास वैभव का जिले के नारदीगंज बाजार के शादीपुर मोड़ के समीप रविवार को भव्य स्वागत किया गया।वे फिलहाल बिहार में गृह विभाग में विशेष सचिव के पद पर तैनात हैं। वे आइए मिलकर प्रेरित करें बिहार कार्यक्रम के तहत युवा संवाद कार्यक्रम में शामिल होने के लिए नवादा जा रहे थे।
इस दरम्यान जानकारी मिलते ही छात्र, छात्राओं, शिक्षकों और बुद्धिजीवियों ने उनके स्वागत के लिए शादीपुर मोड़ के पास एकत्रित हो गए। जहां पर पहुंचते ही फूल,माला और पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया। मौके पर इंटर विद्यालय नारदीगंज के शिक्षक अरविंद कुमार वशिष्ठ,शशि कुमार सुधाकर, प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रखंडाध्यक्ष प्रवीण कुमार, इंटर विद्यालय नारदीगंज के पूर्व प्राचार्य बलराम सिंह, राजन कुमार, छात्रा सोनम कुमारी, मुस्कान कुमारी, फैजान अंसारी निखिल कुमार समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।
हल्की बूंदाबांदी हुई और सड़कमार्ग झील में हुआ तब्दील
नवादा : जिले के नारदीगंज प्रखंड के विभिन्न इलाकों में रविवार की दोपहर बूंदाबांदी शुरु हुई । और यह हालत कुछ ही देर तक रहा, लेकिन आसमान में काले काले बादल छाए रहे। वर्षा होने गर्मी से राहत मिलना शरू हुआ है।हल्की वर्षा होने से धान की मोरी में अमृत समान फायदा मिलने का आसार दीख रहे हैं।
धान की मोरी में जान आ गये हैं, साथ ही सब्जी के पौधे को भी लाभ मिला है। पशुपालक को भी अपने मवेशियों को चारा उपलब्ध होने की सम्भावना दीख रहा है। किसानों का कहना है कि अगर भगवान इंद्रदेव तीन चार घंटे लगातार कृपा कर देते तो धान की रोपाई में तेजी आ जाती ।
इधर पानी पड़ने से राजगीर बोधगया राजमार्ग 82 पर स्थित नारदीगंज में सड़कमार्ग बदहाल हो गया। हल्की वर्षा होने से सरकार की कहनी व कथनी का पोल खोल दिया है। सड़कमार्ग झील बन गया है। मार्ग में जगह जगह गढ्ढे है, जिसमे पानी भर जाने से सड़क है, या पानी कहना मुश्किल दीख रहा है। आने जाने राहगीरों को परेशानी हो रही है।
इस मार्ग से गुजरने वाले वाहन भी हिचखोले खाने को विवश है,सड़क मार्ग पर गढ्ढे में पानी रहने से कई बाइक सवार असंतुलित होकर दुर्घटना ग्रस्त हो गये, गनीमत रही कि आंशिक तौर पर चोट लगी है, लोग कहते हैं कि हालत ऐसी है कि कभी भी बड़ी हादसे का गवाह बन सकता है।तब सरकार व जिला प्रशासन की नींद खुलेगी।सड़क के इस पार से उस पार जाने में लोगों को पसीने छूट रहे हैं। ऐसा सड़क मरम्मत के अभाव के कारण हो रहा है।
सबसे बदतर हालत नारदीगंज चौक से इंटर विद्यालय तक है, वैसे कहुआरा मोड़ के समीप हनुमान मंदिर से लेकर पंडपा मोड़ तक सड़क मार्ग की हालत गंभीर है। जबकि यह मार्ग बौद्धिस्ट मार्ग के नाम से जाना जाता है,आये दिन दर्जनों से अधिक पर्यटक वाहन भी गुजरती है, वावजूद विभागीय अधिकारियों के कानों पर जूं नहीं रेंग रहा है।bस्थानीय लोगों ने अशोक पासवान, छोटेलाल शर्मा, आशीष कुमार, मो0 जैनुल, संजय कुमार गुप्ता समेत अन्य लोगों ने सड़क मार्ग को दुरुस्त करने की मांग जिला प्रशासन से किया है, ताकि आमलोगों को आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो सके।
साहित्यकार सत्ता का प्रमुख विपक्ष : नरेंद्र
नवादा : प्रगतिशील लेखक संघ के बैनर तले नगर स्थित मार्गदर्शन कोचिंग सेंटर के सभागार में हिन्दी साहित्य जगत के अमर कथा शिल्पी और मूर्धन्य उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद की 142वीं जयंती समारोह साहित्यिक उत्सवधर्मिता के साथ मनाया गया। अध्यक्षता प्रलेस के जिलाध्यक्ष नरेंद्र प्रसाद सिंह ने की। मंच संचालन का दायित्व प्रलेस के सचिव अशोक समदर्शी ने निभाया। इस अवसर पर आमंत्रित लेखकों और विशेषज्ञों ने पूर्व घोषित विषय ‘प्रेमचंद और वर्तमान परिदृश्य’ पर विशद चर्चा की।
विचार गोष्ठी की भूमिका रखते हुए प्रलेस के कार्यकारी अध्यक्ष शम्भु विश्वकर्मा ने कहा कि लेखक वर्तमान का समाज शास्त्र और भविष्य का इतिहास होता है, लेकिन प्रेमचन्द की प्रासंगिकता वर्तमान में भी समाजशास्त्रीय अध्ययन की मांग करती है। विषय प्रवेश करते हुए समदर्शी ने प्रेमचन्द की कथाओं में विविधता के कई उदाहरण पेश किया और उसे वर्तमान से जोड़ कर देखने की कोशिश की। अध्यक्षीय संबोधन में नरेंद्र प्रसाद सिंह ने साहित्यकारों को राजसत्ता का प्रमुख विपक्ष बताते हुए प्रेमचन्द की कृतियों का हवाला दिया।
मुख्य अतिथि के रूप में मंचासीन सीपीआई के जिला सचिव जयनंदन सिंह ने प्रेमचन्द के जीवनसंघर्ष को समेटते हुए उनके विपुल साहित्य को आज के लिए भी उतना ही प्रासंगिक बताया जितना अग्रेजों की सत्ता के समय थी। उन्होंने लेखकों को ललकारते हुए कहा कि भले आप किसी दल की बात न करें लेकिन राज सत्ता की बात करनी ही होगी अन्यथा आपका लेखन किसी काम का नहीं।
कथाकार जयनंदन एवं हिमांशु शेखर ने लोक भाषा मगही में विषय की गांठ को खोलने की कोशिश की। डॉ संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि आज हम आधुनिकता की गुलामी का मजा ले रहे हैं जहां प्रेमचन्द की रचनाएं सिसकती रह जाती है। विचार गोष्ठी के बाद सागर इण्डिया का एकल नाटक “पन्नों में प्रेमचन्द” का मंचन किया गया, जिसमें सामाजिक विडंबनाओं को रंगमंच पर दृश्यमान किया गया। इस बीच डॉ ओंकार निराला की एक मगही काव्य पुस्तक ” संझौती के दीया” का लोकार्पण किया गया।
जयंती समारोह के उत्तरार्द्ध में कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता जानी मानी कवयित्री वीणा मिश्रा ने की। नवादा जिला समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों से आये हुए दर्जन भर कवियों ने अपनी मौलिक और सामायिक रचनाओं से समारोह की प्रासंगिकता को सिद्ध किया। कवियों की लंबी श्रृंखला में विमर्श के वक्ताओं के अलावे परमानन्द सिंह, सफी जानी नादाँ, रेज़ा तस्लीम, गोपाल जी, आदि शामिल थे।
भदोखरा में किया गया विधायक व विधान पार्षद का नागरिक अभिनन्दन
नवादा : राजद विधायक विभा देवी एवं एमएलसी अशोक कुमार का नागरिक अभिनंदन का सिलसिला चुनाव के कई महीने बाद भी जारी है। सदर प्रखण्ड के भदोखरा गाँव जो विधायक और एमएलसी का गृह पंचायत भी है वहां भव्य आयोजन के तहत दोनों जनप्रतिनिधियों का नागरिक अभिनंदन किया गया। खास बात रही कि ग्रामीणों ने आज दोनों राजनेताओं को चुनाव क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता के अलावे सरकार की लाभकारी योजनाओं को वास्तविक लाभुकों तक पहुँचाने को लेकर लगातार सक्रिय रहने के लिए सम्मानित किया।
उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि आज जिले में माननीय विधायक और एमएलसी की सक्रियता का कोई जोड़ा नहीं है क्योंकि इन दोनों अपने निजी बेतन भत्ता से इन लोगों ने शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य किया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दिनेश कुमार अधिवक्ता ने एमएलसी और विधायक समेत जिला परिषद अध्यक्ष पुष्पा कुमारी, विधायक प्रकाशवीर, प्रखण्ड प्रमुख सरिता देवी, पंचायत समिति सदस्य जिराइन देवी, वार्ड सदस्य शैला देवी आदि का स्वागत पुष्पगुच्छ के साथ किया। मंच का संचालन करते हुए संजय कुमार भारती ने उपस्थित नेताओं को ग्रामीण समस्याओं से रु-ब-रु करवाया।
उन्होंने कहा कि 1980 के दशक से स्थापित यहां का स्वास्थ्य उपकेन्द्र भवनहीन है। इसके अलावे सकरी नदी के दायें केनाल की सफाई, स्टेट ट्युवेल और एक पुस्तकालय की मांग रखते हुए उन्होंने आशा व्यक्त की कि हम सभी ग्रामवासियों की अपेक्षा निश्चित रूप से पूरी की जायगी। एमएलसी ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि अपने गृह पंचायत में सम्मानित होना हमारे लिए गौरव की बात है। उन्होंने वक्ताओं की मांग को जायज और जरूरी बताते हुए कहा कि इसके लिए विधायक और मैं हर संभव प्रयास करूँगा।
विधायक विभा देवी ने ग्रामीणों के उत्साह और अभिनंदन के तरीके की प्रशंसा करते हुए सभी समस्याओं को प्राथमिकता के बतौर हल करने का आश्वासन दिया। मौके पर जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के सचिव संजय पासवान, अनिल प्रसाद सिंह, नंदकिशोर बाजपेयी, अवधेश कुमार, सुरेन्द्र यादव, प्रह्लाद सिंह, कुंदन राय, मनोज कुमार, आदि मौजूद थे।