मॉडर्न चिल्ड्रन स्कूल में जयंती पर याद किए गए कथा-सम्राट मुंशी प्रेमचंद
बच्चों ने ईदगाह का नाट्य मंचन करते हुए मुंशी प्रेमचंद को श्रद्धांजलि अर्पित की
नवादा नगर : कलम के सिपाही एवं उपन्यास सम्राट की उपाधि से विभूषित हिंदी कथा-साहित्य जगत के ध्रुवतारे मुंशी प्रेमचंद के जन्मदिवस के पावन अवसर पर मॉडर्न चिल्ड्रेन स्कूल, नवादा के प्रांगण में जयंती समारोह का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें प्रथम से पंचम वर्ग के विद्यार्थियों ने भाग लेकर अपनी नाट्य कला एवं विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से उनको श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में नन्हें कलाकारों ने प्रेमचंद की प्रसिद्ध कहानी ईदगाह का नाट्य मंचन करके सभी दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी। इसके अलावे कार्यक्रम में मुंशी प्रेमचंद को समर्पित विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से उनके जीवन के विविध पक्षों से विद्यार्थियों को अवगत करवाया गया।
दीप प्रज्ज्वलित कर एवं मुंशी प्रेमचंद की तस्वीर पर माल्यार्पण करके कार्यक्रम का विधिवत शुभरम्भ करने के बाद कार्यक्रम में सम्मिलित सभी प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए विद्यालय के निदेशक डॉ. अनुज कुमार ने सभी को प्रेमचंद जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि हमें मुंशी प्रेमचंद के जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। इन्होंने अपना सारा जीवन अभावों में बिताकर भी समाज के शोषित, वंचित, पीड़ित वर्ग की आवाज बनकर उनके लिए सामाजिक न्याय एवं समानता की वकालत करते रहे।
इनके प्रयासों से ही हिंदी साहित्य का कथा जगत जादू-टोने और तिलिस्मी कहानियों की काल्पनिक दुनिया से बाहर निकल समाज के कठोर यथार्थ की अभिव्यक्ति का माध्यम बन सका. इन्होंने हिंदी एवं उर्दू दोनों भाषाओं को एक समान समृद्ध किया। ये न केवल एक महान कहानीकार एवं उपन्यासकार थे, बल्कि एक सजग पत्रकार एवं स्वतंत्रता सेनानी भी थे। इनके द्वारा रचित कहानियाँ एवं उपन्यास समाज के दर्पण हैं।
कार्यक्रम में सम्मिलित होकर द्वितीय से चतुर्थ कक्षा के विद्यार्थियों आदर्श कुमार, वेदांत, वैभव , रूद्र प्रताप, समर प्रताप, आयुष्मान, रिज्ञा जैन, एंजेल, श्रीजया कुमारी, भावेश कुमार ने अपने अभिनय से सभी का खूब मनोरंजन किया। हामिद की भूमिका निभाने वाले छात्र आदर्श कुमार एवं उनकी दादी का किरदार निभा रही छात्रा रिज्ञा जैन की कलाकारी की सबने मुक्तकंठ से प्रशंसा की। कार्यक्रम के सफल संचालन में विद्यालय के प्राचार्य अरुण कुमार, उप प्राचार्य अनुज कुमार सिन्हा, अनूपमा चंद, पायल कुमारी, निशा सरफराज, सुजाता कुमारी, पूनम कुमारी एवं आशीष कुमार आदि सहित अन्य सभी की सक्रिय भूमिका अत्यंत सराहनीय रही।
विशाल कुमार की रिपोर्ट