पेड़ में लटका मिला युवक का शव
आरा : भोजपुर जिला के कृष्णगढ़ थानान्तर्गत सरैया गांव के एक बगीचा में अहले सुबह आम के पेड़ से रस्सी से एक युवक का लटकता शव मिला| मृतक की पहचान सरैया गांव निवासी स्व0 पारस यादव का 42 वर्षीय पुत्र बिनोद यादव के रूप में की गयी है। कृष्णागढ़ थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने घटना स्थल पर पहुंच शव को कब्जे में लिया तथा उसे पोस्टमार्टम के लिए आरा सदर अस्पताल भेज दिया है।
परिजन इसे पूर्व के विवाद में हत्या करने की आशंका जता रहे है। एएसपी हिमांशु कुमार घटना स्थल पहुंच जांच करने के बाद बताया कि पुलिस हत्या, आत्महत्या सहित सभी मुख्य बिंदुओ पर जांच कर रही है।
परिजनो के अनुसार मृतक विनोद यादव रोजाना की तरह खाना खाने के बाद वह अपने घर में सो रहा था| मध्य रात्रि बिजली गुल होने के बाद ज्यादा गर्मी से परेशान होकर वह घर के बाहर अपने दलान में जा कर सो गया| इसी दरम्यान वहा से अचानक गायब होने के बाद उसका शव सरैया बाजार स्थित भिखम दास की मठिया के पीछे एक बागीचे में पेड़ में गर्दन में रस्सी बंधा लटकता मिला। मृतक के शरीर पर दो तीन जगहों पर चोट के निशान मिलने की बात बताई जा रही है| मृतक की चप्पल घटना स्थल से कुछ दूरी पर मिली है। मृतक खेती कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था।
बकाया पैसा के विवाद में युवक को मारी गोली
आरा : भोजपुर जिले के बहोरनपुर ओपी अंतर्गत चारघाट गांव में शुक्रवार की शाम मजदूरी का बकाया पैसा मांगने के विवाद में एक युवक को गोली मारी दी गई। युवक को काफी करीब से चार गोली मारी गई है। जख्मी को बिहिया पीएचसी से सदर अस्पताल लाया गया। बहोरनपुर ओपी इंचार्ज सत्येंद्र सत्यार्थी घटनास्थल पर पहुंच मामले की छानबीन कर रहे थे| जख्मी युवक बिहिया थानान्तर्गत गौरा गांव निवासी वंशीधर राम का 25 वर्षीय पुत्र अभय कुमार है। वह पेशे से मजदूर है।
जख्मी के चचेरे भाई अनिल कुमार ने बताया कि शुक्रवार को शाम गांव के ही राजकुमार सिंह उसके घर पर आए और उसके पिता से बोले कि चलो मेरे खेत में धान का बिचड़ा निकाल दो, तो उसने जाने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि आप मजदूरी के पैसा जो तय करते हैं उससे कम पैसे देते हैं। पहले भी आपने मजदूरी कराई थी। जिसका पैसा आपने नहीं दिया था। इसी बात को लेकर उनके बीच नोकझोंक हुई। जिसके बाद हथियारबंद लोगों ने उसे गोली मार दी। ऑन ड्यूटी चिकित्सक डॉ. सूर्यकांत निराला ने बताया कि जख्मी युवक को चार गोली लगी थी।
महिला और बुजुर्ग सहित कई बंदियों की रिहाई की बंधी उम्मीदें
आरा : भारत की स्वतन्त्रता के 75वे साल को अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है और आजादी का यह 75वा साल जेल के कुछ बंदियों के लिए उजाला लेकर आ रहा है। देश की आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर इन बंदियों को रिहा किया जाना है। इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी है। एडीजे के नेतृत्व में डिस्ट्रिक्ट लेवल मॉनिटरिंग कमेटी रिहा किये जाने वाले बंदियों की सूची बना रही है। नेशनल ऑथोरिटी की मुहर लगने के बाद चयनित बंदियों को रिहा किया जाएगा। इसे लेकर मंडल कारा प्रशासन की ओर से डिस्ट्रिक्ट लेवल कमेटी को करीब दो हजार विचाराधीन बंदियों की सूची भेजी गयी है। इनमें महिला, बुजुर्ग व लाचार सहित अन्य बंदी शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने आजादी के 75 साल पूरे होने पर मनाये जा रहे अमृत महोत्सव के तहत नेशनल लिगल सर्विस ऑथोरिटी (नालसा) की ओर से बंदियों को रिहा करने की योजना बनाई है। इसके लिए मंडल कारा प्रशासन से 14 कैटेगरी के आधार पर रिहा करने योग्य बंदियों की सूची मांगी गयी थी। मंडल कारा प्रशासन ने सूची भेज दी है। अब सिर्फ डिस्ट्रिक्ट कमेटी की ओर से की गयी शॉर्टलिस्टेड सूची पर नेशनल ऑथोरिटी की मुहर लगनी है। इससे इन बंदियों को नये जीवन की उम्मीदें बढ़ गयी है।
आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर जेल में बंद महिला, बुजुर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर कैदियों को तोहफा मिलने वाला है। इसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से बिहार सहित सभी राज्यों को पूर्व में ही प्रस्ताव भेजा गया है। उसके तहत कुल 14 कैटेगरी तय की गयी हैं। उन कैटेगरी को फुलफिल करने के बाद बंदियों को रिहा किया जाना है। इनमें महिला और किन्नर कैदी जिनकी उम्र 50 साल से ऊपर है और आधी सजा काट ली है, उनको भी रिहा करने का प्रस्ताव है। साथ ही 60 साल की उम्र पूरी करने वाले और आधी सजा काट चुके पुरुष बंदियों को भी आजादी के अमृत महोत्सव पर आजाद किया जाएगा।
दिव्यांग बंदियों के लिए नए तरीके से पैमाना तय किया गया है। इसके तहत आधी सजा काट चुके 78 फीसदी या उससे अधिक दिव्यांगता वाले बंदियों को इस खास मौके पर रिहाई का तोहफा मिल सकता है। इसके अलावे वैसे गरीब बंदियों को भी रिहा किया जा सकता है, जिन्होंने अपनी सजा काट ली हो पर अर्थदंड की राशि जमा नहीं करने की वजह से जेल में बंद। इसके अलावा कुछ अन्य कैटगरी भी रखी गयी है।
मंडल कारा के अधीक्षक संदीप कुमार ने बताया की आरा डिस्ट्रिक्ट लेवल मॉनिटरिंग कमेटी को करीब दो हजार बंदियों की सूची भेजी गयी है। डिस्ट्रिक्ट कमेटी द्वारा बंदियों की सूची शॉर्टलिस्ट की जा रही है। उसके बाद सूची नेशनल ऑथोरिटी को भेजी जायेगी| वहां से मुहर लगने के बाद चयनित बंदियों को रिहा किया जाएगा। यह एक सराहनीय पहल है। इससे बंदियों को सुधरने का मौका भी मिलेगा। साथ ही ट्रायल का बोझ भी कम होगा।
आरा रेड क्रॉस सोसाइटी को आधुनिक सुविधाओं से सज्जित ब्लड कलेक्शन बस मिली
आरा : आज रेड क्रास नेशनल हेड क्वार्टर, दिल्ली से रेड क्रास सोसायटी आरा को ब्लड कलेक्शन बस अनुदानित की गई है जिसे महामहिम राज्यपाल महोदय ने राजभवन में आयोजित कार्यक्रम के अन्तर्गत भोजपुर जिला इकाई की सचिव डा विभा कुमारी को चाभी एवं समस्त कागजात सौंपा गया जिसे विभा कुमारी सचिव रेड क्रास आरा ने अपने प्रेसिडेंट सह जिलाधिकारी महोदय को जनपद के पिडित मानवता की सेवा में हस्तगत किया।
सचिव ने बताया गया कि इंटरनेशनल रेड क्रॉस फेडरेशन की तरफ से नेशनल हेड क्वार्टर को कुल 22 ब्लड कलेक्शन बस प्रदान की गई, जिसमें से तीन बिहार को दी गई है। पहला जिला बिहार का भोजपुर आरा है, दूसरा समस्तीपुर, तीसरा सीतामढ़ीहै। सचिव ने यह भी बताया कि यह बस पूरी तरह से आधुनिक सुविधाओं से लैस है।
इसमें रक्तदान के लिए तीन ब्लड डोनेशन चेयर लगी हुयी हैं, ट्यूब सीलर, ब्लड कलेकशन मशीन, ऑक्सीजन सिलेंडर,इनवर्टर, जनरेटर, प्रोजेक्टर, म्यूजिक सिस्टम, टी वी प्रोजेक्टर काफी मशीन कुल मिलाकर पूरी की पूरी बस मे ऐसी हर छोटी-बड़ी सुविधाओं का ध्यान रखा गया है जो रक्त दाताओं के लिए सहयोगी हो।कुल मिलाकर यह एक मिनी ब्लड बैंक ही है।आने वाले समय में भोजपुर जिले में रक्तदान कराने में यह बस बहुत ही सहायक सिद्ध होगी।
राजीव एन अग्रवाल की रिपोर्ट