साेनसा गांव के पहाड़ी के चट्टानाें पर बिखरी पड़ी है गणेश की दर्जनों आकृतियां
नवादा : जिले के हिसुआ प्रखंड का सोनसा गांव ऐतिहासिक और पुरातात्विक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण रहा है। गांव में छोटी-बड़ी दो पहाड़ियां है। दोनों पहाड़ियों के इर्द गिर्द आबादी बस गई है। बड़ी पहाड़ी को धरहरा के नाम से जानते हैं। इसके उपर परशुराम और नाग मंदिर हैं।
छोटी पहाड़ी को लोग मुरली पहाड़ी कहते हैं। मुरली पहाड़ी के अनेक बड़े बड़े चटटानों पर गणेश की आकृति बनी है। इस पहाड़ी पर धीरे धीरे आबादी बस गई है। इसके चलते कई आकृतियों का अस्तित्व खत्म हो गया है। फिर भी गांव की गलियों में कई ऐसे चटटान मौजूद हैं, जिसपर भगवान गणेश की आकृति है। जानकारी के अभाव में कई चटटानों पर गोबर भी ठापा जाने लगा है। इसके चलते कई आकृतियां ढक गई है। लेकिन जो बची है, वह ऐतिहासिक महत्व को दर्शा रही है।
हालांकि किस कालखंड की यह मूर्तियां है इसके बारे मेें स्पष्ट जानकारी नही मिलती है। ग्रामीणों के मुताबिक, यह पाषाणकालीन है। पाषाणकाल में पत्थरों पर मूर्तियां बनाई जाती रही है। वरिष्ठ इतिहासकार राम रतन प्रसाद सिंह रत्नाकर कहते हैं कि मगध का इलाका प्राचीन काल से ऐतिहासिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रहा है। गुप्तकाल में मूर्तिकला का काफी विकास हुआ था। इसके अनेक उदाहरण रहे हैं। गौरतलब हो कि जिले के ऐतिहासिक शीतल जलप्रपात ककोलत में पाषाणकाल के कई अवशेष मिल चुके हैं।
1857 विद्रोह के महानायकों के सम्मान में 21 सितंबर को आयोजित होगा आजादी मार्च, कार्यक्रम की सफलता को ले बैठक
नवादा : 1857 क्रांति के नायकों जवाहिर रजवार, ऐतवा रजवार , कारू रजवार एवं भोक्ता रजवार की याद में 21 सितंबर 2022 को आजादी मार्च का आयोजन किया जाएगा। आजादी मार्च व इस अवसर पर आयोजित बड़ी सभा को मुख्य अतिथि भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य संबोधित करेंगे।
आजादी मार्च व सभा की तैयारी के लिए गुरुवार को रजौली प्रखंड के हरदिया सेक्टर ए में बैठक की गई। अध्यक्षता भाकपा माले रजौली सचिव सह जिला परिषद सदस्य मेवालाल राजवंशी ने की। मंच संचालन रजवार समाज के सुरेन्द्र राजवंशी ने किया।
बैठक को सम्बोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि औपनिवेशिक शोषण के खिलाफ उठ खङे हुए भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम 1857 में समाज के सबसे निचले वर्गों की भागीदारी का चैप्टर अब खुलकर सामने आ रहा है। इसी क्रांति के दौरान बिहार में 1857 से 1867 यानि अगले 10 वर्षों तक जारी विद्रोह हमारा एक ऐसा गौरवशाली इतिहास है, जिसकी चर्चा अभी बहुत कम हुई है।
यह बिहार का संभवतः पहला और तब का बड़ा विद्रोह था जो पुराने गया जिला के नवादा व नालंदा की पहाङियों में हुआ था। इसे यादगार बनाने का फैसला लिया गया। नेताओं ने कहा कि महानायकों को राष्ट्रीय प्रश्न बनाने के लिए भारत रत्न की उपाधी का मांग जोरदार तरीके से उठाया जाएगा। मौके पर सोहन राजवंशी, छोटेलाल राजवंशी, प्रदीप राजवंशी, चंदन राजवंशी, अशोक राजवंशी, इंद्र राजवंशी, मुकेश राजवंशी, बाबुलाल राजवंशी, विजय राजवंशी, आशुतोष राजवंशी समेत दर्जनो गणमान्य लोग मौजूद थे।
बच्चे का शव बरामद, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
नवादा : जिले के हिसुआ थाना क्षेत्र के भोलाबिगहा गांव के बधार से 13 वर्षीय बच्चे का शव मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही मृत बच्चे के परिजन मौके पर पहुंचे और बच्चे की शिनाख्त की। परिजनों ने बताया कि बच्चा गुरुवार की शाम से घर से गायब था।
देर रात तक काफी खोजबीन के बाद भी उसका कोई पता नहीं चल पाया था। सुबह शव गांव के बाहर पीपल पेड़ के पास होने की सूचना मिली। परिजनों ने हत्या कर शव फेंक देने का आरोप लगाया है। मृत बच्चे की पहचान भोला बिगहा गांव के विजय चौहान के पुत्र दीपक कुमार के रूप में की गई है। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
बच्ची के साथ अधेड़ ने किया दुष्कर्म, पंचायत ने कीमत लगाया 11 हजार रूपये, 12 दिन बाद थाने पहुंचा मामला, मुखिया पति सहित 4 आरोपित, एक गिरफ्तार
नवादा : पंचायत ने दुष्कर्म की कीमत लगाई 11 हजार रूपये, आरोपित ने वह भी नहीं दिया। तब 12 दिन बाद मामला थाने पहुंचा। मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। वाक्या जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के के एक गांव का है। पीड़िता 9 साल की बच्ची है। आरोपित 50 साल का अधेड़ है। पंचायत बैठाने वालों में ग्रामीण और मुखिया पति शामिल बताए गए हैं। घटना 21 अगस्त की बताई गई है।
पीड़ित परिवार कमजोर वर्ग के हैं। जबकि, आरोपित पक्ष गांव के दबंग समाज से आता है। शिकायत आने के बाद पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपित सोहर यादव को गिरफ्तार कर लिया है। पंचायत बैठाने और आरोपी को बचाने के आरोपित मुखिया पति अजीत यादव, धारो यादव और केदार महतो पुलिस पकड़ से दूर है।
घटना कुछ इस प्रकार है
पीड़ित परिवार के अनुसार घटना के दिन यानि 21 अगस्त को पीड़िता अपने घर के पास बर्तन मांज रही थी। तभी आरोपित सोहर यादव वहां पहुंचा और बच्ची को यह कहा कि पिता तुम्हें आहर पर बुला रहा है। उसकी बात पर यकीन कर बच्ची आहर की ओर चली गई। जहां आरोपित ने उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया।
वहां से घर आकर पीड़िता ने परिजनों को सूचना दी। परिजन पुलिस के पास शिकायत करने की तैयारी में थे। तब गांव में पंचायत बैठाकर आरोपित पर 11 हजार रूपये जुर्माना कर मामले को रफा दफा कर दिया गया। बाद में आरोपित रूपये देने से मुकर गया। उल्टा दोबारा दुष्कर्म के बाद रूपये देने की बात कही।
तब पीड़ित परिजन थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष आशीष कुमार मिश्रा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया है। अन्य की तलाश जारी है। पीड़िता को चिकित्सीय जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। घटना की व्यापक निंदा की जा रही है।