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लापरवाह पुलिसवालों पर एसपी का कड़ा रुख, दो थानाध्यक्षों से मांगा स्पष्टीकरण

पुलिस अधीक्षक डॉ० कुमार आशीष ने पुलिस की छवि को लोककल्याणकारी बनाने के लिए कठोर रुख अपनाना शुरू कर दिया है। पुलिस की छवि में सुधार और कानून-व्यवस्था को अनुकूल बनाने के लिए उन्होंने यह कदम उठाया है। साथ ही मामले में लापरवाही को गम्भीरता से लेते हुए उन्होंने दो थानाध्यक्षों से स्पस्टीकरण भी मांगा है।

(चम्परण ब्यूरो)

मोतिहारी। पुलिस अधीक्षक डॉ० कुमार आशीष ने पुलिस की छवि को लोककल्याणकारी बनाने के लिए अब कठोर रुख अपनाना शुरू कर दिया है। उनके द्वारा विगत दिनों से पुलिस की छवि में सुधार और कानून- व्यवस्था को अनुकूल बनाने के लिए अधीनस्थों को लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस मामले में लापरवाही को उन्होंने गम्भीरता से लेते हुए दो थानाध्यक्षों से स्पस्टीकरण तलब किया है।

उन्होंने चकिया थानाध्यक्ष पुलिस निरीक्षक धनंजय कुमार एवं हरैया ओपी प्रभारी पुलिस अवर निरीक्षक विवेक कुमार जयसवाल से स्पष्टीकरण की मांग की है। इन दोनों पदाधिकारियों से कर्तव्य पालन में लापरवाही, अक्षमता, मनमानी, आदेशोल्लंघन एवं स्वेच्छाचारिता में स्पष्टीकरण तलब की गयी है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक चकिया थानाध्यक्ष पर आरोप है, कि उनके नेतृत्व में पुलिस की सक्रियता शिथिल हो गयी है। जिस कारण उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक, गवन्द्रा में 27 जुलाई को लूट की घटना हुई। वहां नियमित गश्ती नहीं करायी जाती थी। लूट के बाद घटनास्थल पर पुलिस के स्थापित नियमों के विरुद्ध सादे लिबास में पुलिसकर्मी पहुंचे। जबकि हरैया ओपी प्रभारी पर आरोप है कि उन्होंने नियमों के विरुद्ध दो अज्ञात शवों का पोस्टमार्टम के उपरांत दाह-संस्कार में क्रमशः 12 दिन एवं 05 दिनों तक का अनावश्यक एवं लापरवाहीपूर्ण विलम्ब किया गया। जबकि इसके लिए तयशुदा समय 72 घंटे का है। यह स्वेच्छाचारिता की श्रेणी की लापरवाही मानी गयी है।

संजय कौशिक, ब्यूरो प्रमुख की रिपोर्ट