एनडीए की सरकार अतिपिछड़ा समाज के विकास के लिए कृत संकल्पित है : आरसीपी सिंह
बाढ़ : पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं जद(यू) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचन्द्र प्रसाद सिंह के स्वागत में गुरुवार को सरमेरा मोकामा पथ पर कार्यकर्ताओं को जनसैलाव उमड़ा। उनके स्वागत में टाल क्षेत्र के पिछड़ा व अतिपिछड़ा समाज के लोग जगह जगह कतारबद्ध खड़े होकर अपने नेता का दर्शन पाने को बेताब थे। उनके आगमन पर कार्यकर्ता उनका अभिवादन कर रहे थे और उनका फूल माला से स्वागत करते दिखे। इस दौरान अतिपिछड़ा व पिछड़ा समाज के लोग बिहार का सीएम कैसा हो आरसीपी सिंह जैसा हो का नारा लगा रहे थे।
आरसीपी सिंह गुरुवार को जद(यू) के प्रदेश महासचिव अरुण सहनी की मां के निधन पर श्रद्धांजलि देने मोकामा क्षेत्र के घोसवरी थाना के बलवापर चकदह पहुंचे थे। वहां, उन्होंने अरुण सहनी की मां के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस दौरान उन्होेंने कहा कि अरुण सहनी जी की मां एक कर्तव्य परायण महिला थी उनके निधन से वे व्यक्तिगत रूप से मर्माहत हैं।
आरसीपी सिंह ने उनके पुत्र अरुण सहनी व वहां के अन्य लोगों से मुलाकात कर उन्हें दुख की घड़ी में सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि अरुण सहनी अतिपिछड़ा समाज के वरीष्ठ नेता है और ये समाज के लिए काम करते हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार अतिपिछड़ा समाज के विकास के लिए कृत संकल्पित है और इनके विकास के लिए कई काम किए है। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर अतिपिछड़ा समाज के साथ हकमारी बर्दाश्त नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अतिपिछड़ा समाज के विकास से ही बिहार पूर्ण विकसित होगा।
इससे पूर्व आरसीपी सिंह का उनके पैत्रिक आवास मुस्तफापुर से निकलने पर रहुई, बिंद व सरमेरा के रास्ते के अलावा इतासंग, भादवा, गोपालबाद, सोन सिकरा, बिंद, बढ़िया व कथराही सहित कई जगहों पर उनके समर्थकों ने भव्य स्वागत किया। इस दौरान एक कार्यकर्ता ने जदयू के नेता पर व्यंग्य करते हुए कहा कि जो लोग आरसीपी सिंह को पांच हजार की भीड़ जुटाने की बात करते थे व अपने आंख से देख लें कि सरमेरा मोकामा पथ पर कार्यकर्ताओं व समर्थकों का जनसैलाव उमड़ा है और गरीबों के इस नेता का स्वागत हम करते हैं और करते रहेंगे।
इस दौरान उनके साथ शिक्षाविद डॉ कन्हैया सिंह, पूर्व प्रदेश महासचिव अनिल कुमार, डॉ० विपिन यादव, अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व वरीय नेता संतोष महतो, संजय मालाकार, प्रवीण चन्द्रवंशी, जदयू के वरीय नेता प्रीतम सिंह, पूर्व प्रकोष्ठ अध्यक्ष श्याम पटेल, सन्नी पटेल, उपेन्द्र विभूति, डॉ० ललिता, संजु कुमारी, जितेन्द्र नीरज, अमर कुमार सिन्हा, भगीरथ कुशवाहा, अमित कुमार, शंकर पटेल, मीनू पटेल, डा कमलेश, मुन्ना सिद्दकी, हरेन्द्र कुमार सिंह, विशन कुमार बिट्टू, रोहन प्रजापति समेत सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे।
सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट