21 अगस्त : नवादा की मुख्य खबरें

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अवकाश प्राप्त प्रोफ़ेसर से बदमाशों ने की लूटपाट, विरोध करने पर मारपीट कर किया जख्मी

नवादा : जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के आषाढ़ी गांव के समीप बदमाशों ने अवकाश प्राप्त प्रोफेसर से 2 हजार नगद समेत मोबाइल लूट लिया। बदमाशों ने बाइक भी छीनने का प्रयास किया। विरोध करने पर प्रोफेसर के साथ मारपीट की।

जख्मी रिटायर प्रोफेसर को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के सम्बन्ध में बताया जा रहा है कि प्रोफेसर नारदीगंज से अपने घर मिर्जापुर लौट रहे थे। तभी बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया।

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मिली जानकारी के अनुसार नगर थाना क्षेत्र के मिर्जापुर निवासी आरएमडब्ल्यू कॉलेज से रिटायर्ड प्रोफेसर नरेश कुमार सिन्हा अपने पुश्तैनी घर नारदीगंज के पड़पा गांव से नवादा लौट रहे थे। तभी बदमाशों ने आषाढ़ी गांव के समीप उन्हें रोक लिया और उनके पास रहे 2 हजार रुपये नगद समेत मोबाइल को लूट लिया।

इतना ही नहीं बदमाशों ने बाइक छीन लिया और भाग रहे थे। तभी वहां से गुजर रहे एक व्यक्ति ने शोर मचाना शुरू कर दिया। जिसके बाद बदमाश बाइक को छोड़कर फरार हो गए। फिलहाल जख्मी प्रोफेसर का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है।

पुलिस पर बालू माफियाओं ने धोखे से बुलाकर किया हमला, एक एसआई, पुलिस चालक तथा एक पुलिस जवान हुए घायल

नवादा : जिले के वारिसलीगंज थाना पुलिस को घोखे से बुलाकर बालू माफियाओं ने हमला कर दिया। यह घटना शनिवार की देर शाम थाना क्षेत्र के चंडीपुर पेट्रोल पम्प के पास घटी। सभी घायल पुलिस कर्मियों को इलाज के लिए स्थानीय पीएचसी में भर्ती कराया गया है। बताया जाता है कि किसी ने स्थानीय पुलिस को अवैध बालू ढुलाई की सूचना दी थी, जिसके बाद उक्त स्थान पर पहुंची पुलिस पर पूर्व से घात लगाये बालू माफियाओं ने हमला कर दिया। जिसमें थाना के एसआई नागेन्द्र ठाकुर, थाना जीप के चालक रजनीश कुमार व एक अन्य पुलिस जवान गम्भीर रूप से घायल हो गये। सभी घायल पुलिस कर्मियों को स्थानीय पीएचसी में इलाज के लिए भर्ती कराया गया।

बताया जाता है कि बालू माफियाओं व उसके गुर्गों द्वारा अचानक लाठी से हमला किये जाने के बाद यदि पुलिस कर्मी नहीं भागते तो जान से हाथ घोना पड़ता। संध्या गश्ती में रहे एसआई नागेन्द्र ठाकुर को चकमा देकर बुलाने के बाद यह घटना घटी।

कहा जा रहा है कि दो दिनों पूर्व बालू चोरी मामले में एक जेसीबी को खनन विभाग के द्वारा पुलिस ने जब्त किया था। उस समय गिरफ्तार बालू माफिया पप्पू ने थाने में खुुलेआम कहा था कि खनन विभाग एक तरफ अवैध राशि लेकर कुछ बालू माफियाओं को लूट का छूट दे रखा है और दूसरी तरफ चढ़ावा नहीं देने वालों के उपर कार्रवाई कर रही है।

गौरतलब हो कि वारिसलीगंज थाना क्षेत्र में इन दिनों बालू माफियाओं का बर्चस्व कायम है। क्षेत्र में लगातार हो रही कार्रवाई के बाद भी निरंतर बालू का अवैध ढुलाई जारी है। वहीं इसके पूर्व भी कई बार बालू माफियाओं द्वारा पुलिस पर हमला की जा चुकी है। बावजूद खनन विभाग ऐसे बालू माफियाओं पर कार्रवाई करने में विफल साबित हो रही है।

पुलिस व खनन विभाग पर हो रहे हमले से यह साफ हो गया है कि कहीं न कहीं ऐसे बालू माफियाओं को ऐसे किसी खास अधिकारी या सफेद पोश का संरक्षण प्राप्त है, जिससे उनका मनोबल बढ़ा हुआ है। फिलहाल इस घटना को लेकर कार्रवाई में स्थानीय पुलिस तैयारी में जुट गई है। बता दें कि नये थानाध्यक्ष आशिष कुमार मिश्रा के द्बारा बालू माफियाओं के विरुद्ध लगातार कार्रवाई से इस तरह की घटना को अंजाम दिया जा रहा।

पुलिस पर बालू माफियाओं ने धोखे से बुलाकर किया हमला, एक एसआई, पुलिस चालक तथा एक पुलिस जवान हुए घायल

नवादा : जिले के वारिसलीगंज थाना पुलिस को घोखे से बुलाकर बालू माफियाओं ने हमला कर दिया। यह घटना शनिवार की देर शाम थाना क्षेत्र के चंडीपुर पेट्रोल पम्प के पास घटी। सभी घायल पुलिस कर्मियों को इलाज के लिए स्थानीय पीएचसी में भर्ती कराया गया है। बताया जाता है कि किसी ने स्थानीय पुलिस को अवैध बालू ढुलाई की सूचना दी थी, जिसके बाद उक्त स्थान पर पहुंची पुलिस पर पूर्व से घात लगाये बालू माफियाओं ने हमला कर दिया। जिसमें थाना के एसआई नागेन्द्र ठाकुर, थाना जीप के चालक रजनीश कुमार व एक अन्य पुलिस जवान गम्भीर रूप से घायल हो गये। सभी घायल पुलिस कर्मियों को स्थानीय पीएचसी में इलाज के लिए भर्ती कराया गया।

बताया जाता है कि बालू माफियाओं व उसके गुर्गों द्वारा अचानक लाठी से हमला किये जाने के बाद यदि पुलिस कर्मी नहीं भागते तो जान से हाथ घोना पड़ता। संध्या गश्ती में रहे एसआई नागेन्द्र ठाकुर को चकमा देकर बुलाने के बाद यह घटना घटी। कहा जा रहा है कि दो दिनों पूर्व बालू चोरी मामले में एक जेसीबी को खनन विभाग के द्वारा पुलिस ने जब्त किया था। उस समय गिरफ्तार बालू माफिया पप्पू ने थाने में खुुलेआम कहा था कि खनन विभाग एक तरफ अवैध राशि लेकर कुछ बालू माफियाओं को लूट का छूट दे रखा है और दूसरी तरफ चढ़ावा नहीं देने वालों के उपर कार्रवाई कर रही है।

गौरतलब हो कि वारिसलीगंज थाना क्षेत्र में इन दिनों बालू माफियाओं का बर्चस्व कायम है। क्षेत्र में लगातार हो रही कार्रवाई के बाद भी निरंतर बालू का अवैध ढुलाई जारी है। वहीं इसके पूर्व भी कई बार बालू माफियाओं द्वारा पुलिस पर हमला की जा चुकी है। बावजूद खनन विभाग ऐसे बालू माफियाओं पर कार्रवाई करने में विफल साबित हो रही है।

पुलिस व खनन विभाग पर हो रहे हमले से यह साफ हो गया है कि कहीं न कहीं ऐसे बालू माफियाओं को ऐसे किसी खास अधिकारी या सफेद पोश का संरक्षण प्राप्त है, जिससे उनका मनोबल बढ़ा हुआ है। फिलहाल इस घटना को लेकर कार्रवाई में स्थानीय पुलिस तैयारी में जुट गई है। बता दें कि नये थानाध्यक्ष आशिष कुमार मिश्रा के द्बारा बालू माफियाओं के विरुद्ध लगातार कार्रवाई से इस तरह की घटना को अंजाम दिया जा रहा।

पिट गए मुखिया पति, घायलावस्था में पहुंचे अस्पताल

नवादा : जिले के धमौल ओपी थाना क्षेत्र के बेलखुंडा पंचायत की मुखिया पति धर्मराज यादव को ग्रामीणों ने जम कर धुनाई कर दी।

बताया जाता है की दो पक्षों में चल रहे विवाद की सूचना पर गांव में फैली विवाद को मुखिया पति सुलझाने गए थे। इसी बीच अचानक एक पक्ष के लोगों ने मुखिया पति पर जानलेवा हमला कर दिया। हमले में मुखिया पति बुरी तरह घायल हो गए। घटना के बाद परिजनों ने घायलवस्था में मुखिया पति को सदर अस्पताल में भर्ती कराया है।

बालू माफिया पर पुलिस का सर्जिकल स्ट्राइक, कई को उठाया, तस्करों के हमले में घायल हुए थे दरोगा सहित 3_4 जवान

नवादा : पुलिस द्वारा शनिवार की रात वारिसलीगंज थाना इलाके में बालू माफिया के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चलाया गया। धंधे में लिप्त कई सफेदपोशों को उठाया गया है। प्राथमिकी दर्ज कर सभी को जेल भेजा जा रहा है। पुलिस की यह कार्रवाई तब हुई जब पुलिस गश्ती दल पर बालू धंधेबाजों द्वारा हमला किया गया।

बताया जाता है कि शनिवार की शाम को अवैध बालू खनन और परिवहन की सूचना पर थानाध्यक्ष आशीष कुमार मिश्रा ने गश्ती दल को सौर चंडीपुर गांव की ओर भेजा। पुलिस टीम जब चंडीपुर गांव के पास पहुंची तो वहां डंप कर रखे गए बालू की लोडिंग एक ट्रक पर होता पाया गया। पुलिस को देख वहां मौजूद तस्कर सहित अन्य लोग फरार हो गए। लेकिन एक व्यक्ति को पुलिस ने पकड़कर अपनी जीप में बैठा लिया। इसके बाद बड़ी संख्या में बालू माफिया के लोग जमा हो गए और पुलिस टीम पर हमला कर गिरफ्त में रहे व्यक्ति को छुड़ा लिया।

हमले में पुलिस टीम को लीड कर रहे दारोगा नागेंद्र ठाकुर सहित 3_4 पुलिसकर्मी घायल हो गए। घायल जवानों का इलाज पीएचसी वारिसलीगंज में हुआ। घटना की सूचना के बाद एसपी डा गौरव मंगला काफी गंभीर हुए और रात में ही बड़ा ऑपरेशन लॉन्च कर दिया। जिला मुख्यालय से काफी संख्या में पुलिस को वारिसलीगंज भेजा। वे खुद भी पहुंचे। उसके बाद कार्रवाई शुरू की गई।

सफेदशों के घर तक पहुंची पुलिस

पर्याप्त पुलिसवालों की मौजूदगी के बीच बालू तस्करी में लिप्त लोगों की धर पकड़ के लिए अभियान शुरू किया गया। इस दौरान चंडीपुर गांव में योगी सिंह के घर छापेमारी की गई। योगी सिंह फरार मिले, लेकिन कुछ महिलाओं को पुलिस उठा ले गई। इसी प्रकार मलूका बिगहा में कमलेश कुमार के घर छापामारी की गई। कमलेश नहीं मिला तो कुछ महिलाओं को पुलिस साथ ले गई।

इसी प्रकार पैंगरी के पैक्स अध्यक्ष शिव कुमार प्रसाद, पैंगरी के पंचायत समिति सदस्य शेखपुरवा ग्रामीण रामाशीष यादव आदि को पुलिस रात में ही हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। 15 से 16 लोगों की गिरफ्तारी की बात सामने आ रही है। औपचारिक पुष्टि होनी शेष है।

पुलिस पर लगे गंभीर आरोप

कार्रवाई को लेकर पुलिस पर गंभीर आरोप लग रहे हैं।कहा जा रहा है कि पुलिस ने कई घरों में जमकर तोड़ फोड़ किया। सामानों को तितर बितर कर दिया। महिलाओं की गिरफ्तारी पर भी आपत्ति उठाई जा रही है।

बता दें कि इस इलाके में बालू माफिया द्वारा पुलिस और खनन टीम पर हमले की कई घटनाएं हो चुकी थी। हर बार बात आई राम ,गई राम वाली होकर रह जाती थी। पहली दफा पुलिस पूरे तेवर में दिखी। माफिया के खिलाफ एक तरह से सर्जिकल स्ट्राइक किया गया।

कहते हैं एसपी

बालू माफिया के खिलाफ कार्रवाई की गई है। कांड की प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। कुछ गिरफ्तारियां भी हुई है। माफिया के हमले में 3_4 पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं। थोड़ी देर में पूरी स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी।

डा.गौरव मंगला, एसपी, नवादा:

वन भूमि पर निर्माणाधीन दो दर्जन पीएम आवास ध्वस्त

नवादा : जिले में वन विभाग की भूमि पर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण कर प्रधानमंत्री आवास समेत अन्य सरकारी कार्य कराये जाने का बड़ा खुलासा हुआ है। आरंभिक जांच में हुए खुलासे के बाद वन विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है। वन विभाग ने अकबरपुर में वन भूमि पर निर्माणाधीन करीब दो दर्जन प्रधानमंत्री आवास को ध्वस्त कर दिया।

वन प्रमण्डल पदाधिकारी (डीएफओ) के निर्देश पर अकबरपुर के वनपाल अरविन्द रजक के नेतृत्व में टीम ने अकबरपुर के सूरज नगर, खैरीवन, नाद, श्रीरामपुर, लोदीपुर और महिमा बिगहा गांव में निर्माणाधीन प्रधानमंत्री आवास को ध्वस्त कर दिया और पुन: निर्माण पर रोक लगा दी है। जांच में यह बात सामने आयी है कि इस प्रकार का निर्माण न सिर्फ अकबरपुर में बल्कि रजौली, सिरदला व हिसुआ समेत कई अन्य प्रखंडों में भी बड़े पैमाने पर चल रहा है। यह भी खुलासा हुआ है कि वन विभाग की भूमि पर न सिर्फ प्रधानमंत्री आवास बनाये जा रहे हैं, बल्कि मनरेगा योजना के तहत तालाब, पानी टंकी आदि का भी निर्माण कराया जा रहा है।

रेंज अफसरों को निर्देश जारी

खुलासे के सामने आने के बाद डीएफओ ने जिले के सभी रेंज अफसरों से संबंधित प्रखंडों में वन भूमि के अतिक्रमण के मामलों की जांच कर रिपोर्ट मांगी है। साथ ही ऐसे किसी भी निर्माण कार्य की जानकारी मिलने पर उस पर तत्काल रोक लगाने व वन वाद दर्ज करने का निर्देश दिया है। जानकारी के मुताबिक रजौली व सिरदला समेत कुछ प्रखंडों से आयी रिपोर्ट चौंकानी वाली है।

बताया जा रहा है कि इन प्रखंडों में बड़े पैमाने पर वन भूमि पर आवास निर्माण समेत कई अन्य सरकारी कार्य बिना अनुमति के कराये जा रहे हैं। साथ ही पूर्व में भी इस प्रकार के कई निर्माण कार्य कराये जा चुके हैं। पूरी रिपोर्ट मिलने पर सही आंकड़ा मिलने की उम्मीद है।

क्या है वन भूमि का प्रावधान

प्रावधान के मुताबिक वन भूमि में भारत सरकार की पूर्वानुमति के बिना गैर वानिकी कार्य करना निषेध है। ऐसा करना भारतीय वन (बिहार संशोधन) अधिनियम 1989 की धारा 33 (1) (C) एवं धारा 63 का उल्लंघन है। वहीं किसी भी सरकारी अधिकारी द्वारा वन भूमि पर कार्यादेश निर्गत करना वन (संरक्षण) अधिनियम, 1980 की धारा 3(B) का उल्लंघन है।

डीडीसी को कार्रवाई व वसूली के लिए पत्र

मामला वन विभाग के संज्ञान में आने के बाद डीएफओ द्वारा डीडीसी को पत्र भेजकर वन भूमि पर कराये जा रहे प्रधानमंत्री आवास समेत अन्य सरकारी निर्माण कार्यों पर अविलंब रोक लगाने का अनुरोध किया गया है। साथ ही सरकारी अधिकारियों द्वारा कराये जा रहे गैर वानिकी कार्य को वन अधिनियम का उल्लंघन बताते हुए इसे सरकारी राशि का दुरूपयोग बताया गया है तथा कहा गया है कि इससे वन सम्पदा की क्षति हो रही है।

डीएफओ द्वारा इस संबंध में वन भूमि पर सम्पादित सभी गैर वानिकी कार्यों की जांच कर संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई करने व गैर वानिकी कार्य के लिए निर्गत राशि की वसूली करने का अनुरोध किया गया है। पत्र की प्रतिलिपि डीएम को भेजकर आवश्यक कार्रवाई का अनुरोध किया गया है।

कहते हैं अधिकारी

वनपाल द्वारा अवैध रूप से वन भूमि पर सरकारी आवास निर्माण कार्य कराये जाने की मिली सूचना पर तत्काल प्रभाव से कार्य पर रोक लगाने का आदेश दिया गया व अतिक्रमण हटाया गया। बीडीओ को वन भूमि पर किये जा रहे निर्माण कार्य का भुगतान न करने अथवा की गई हो तो वसूली करने के लिए निदेशित किया गया है। डीडीसी को कार्रवाई व संपादित कार्य की राशि वसूली के लिए लिखा गया है।

– संजीव रंजन, डीएफओ, नवादा:

छोटे- छोटे बच्चों से कराया जा रहा मनरेगा काम का वीडियो वायरल

नवादा : जिले में मनरेगा के तहत कराये जा रहे कार्यों में मनमानी की शिकायतें लगातार प्राप्त हो रही है। कहीं मुखिया भाई-भतिजा को मजदूर बनाकर राशि का गवन कर रहा है तो कहीं शिक्षक व बृद्धा पेंशनधारी को मजदूर बनाकर राशि की बंदरबांट की जा रही है।

इसी कड़ी में एक नया मामला सामने आया है। वह है बाल मजदूरों से काम कराने का। कानून को कार्रवाई के लिये सबूत चाहिए। सबूत है फोटो व वीडियो। लेकिन प्रशासन कार्रवाई करेगा? पूर्व की भांति मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जायेगा। क्योंकि अबतक यही होता आ रहा है। पत्रकार का काम है आईना दिखाना सो मैं दिखा रहा हूं।

बात कर रहे हैं उग्रवाद प्रभावित रोह प्रखंड की। यहां ग्राम साथे के बलिया पोखर की अमृत सरोवर योजना से मनरेगा के तहत खुदाई का काम चल रहा है। पहले जेसीबी से कार्य कराया जा रहा था। समाजसेवी रामविलास यादव पिता कृष्णा यादव ने विरोध किया तो मजदूरों से काम कराया जाने लगा।

लेकिन यह क्या? वयस्क मजदूरों के बजाय छोटे छोटे बाल मजदूरों से काम कराया जा रहा है। बाल मजदूरी पर सरकार ने रोक लगा रखी है बावजूद सरकारी कार्य में बाल मजदूरों से काम लेना कहां तक न्याय संगत? तस्वीरें झूठ नहीं बोलती सो सारी सबूतों को तस्वीर के साथ वीडियो में कैद किया गया है। अब शासन प्रशासन की बारी है। कार्रवाई या फिर कुछ और?

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