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19 जुलाई : नवादा की मुख्य खबरें

आपदा की बैठक में डीएम ने दिया निर्देश

नवादा : उदिता सिंह जिला पदाधिकारी नवादा के अध्यक्षता में आज आपदा पूर्व और आपदा के बाद की गई तैयारियों के संबंध में विस्तृत समीक्षात्मक बैठक हुई। उन्होंने जिला पशुपालन अधिकारी, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई, सिंचाई, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी और अंचलाधिकारियो से फिडबैक प्राप्त किया।

जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि प्रत्येक प्रखंडों में शिविर लगाने के लिए तीन-तीन स्थलों का चयन किया गया है। पशुओं के बेहतर ईलाज के लिए 11 प्रकार की दवाएं स्टोर की गयी है। पशुओं को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 18 स्थलों पर वाटर कैटल संचालित है। पशुओं के लिए भुसा भी स्टोर किया गया है। कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई मनीष कुमार ने बताया कि 193 नलकूपों में से 79 चालू है। एक सप्ताह के अन्दर और 09 नलकूप को चालू कर दिया जायेगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि कचना मोड़ से कौआकोल के रास्ते में पईन उड़ाही/खुदाई का कार्य संतोष जनक नहीं हुआ है। इसको जॉच करने का निर्देश दिया गया। सहायक अभियंता रजौली ने बताया कि फलवरिया डैम्प में 15 फीट पानी है, जिसको सिंचाई के लिए किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है।

कोल महादेव डैम्प में पानी बहुत कम बचा है। कार्यपालक अभियंता पीएचईडी श्री कुमार प्रदीप ने बताया कि प्रतिदिन वेसिक नम्बर 06324-210036 पर शिकायत प्राप्त हो रही है और तत्काल उसे निवारण करने का प्रयास किया जाता है। इसके अलावे प्रखंडों में भी हेल्पलाईन की सुविधा प्रदान की गई है।

कार्यपालक अभियंता आरसीडी को निर्देश दिया गया कि मंगर विगहा में क्षतिग्रस्त पुल के पास अविलम्ब डाईवर्जन बनाकर यातायात को सुगम बनाना सुनिश्चित करें। जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने बताया कि जून माह में 45 प्रतिशत वर्षा कम हुई है। वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से रजौली एसडीओ श्री आदित्य कुमार पियूष को निर्देश दिये कि राहत से तत्काल निपटने के लिए सभी आवश्यक तैयारी कर लें।

जिलाधिकारी ने सभी अंचलाधिकारी को निर्देश दिया कि पंचायत और वार्ड स्तर तक एक विशेष टीम बनायें जो पीडीएस के को वेरिफाई कर सूची तैयार करे। पीडीएस के पास सभी लाभुकों का एकाउन्ट नम्बर क साथ-साथ सभी आवश्यक सूचना रहती है। इसके माध्यम से तत्काल सभी परिवारों को आपदा से निपटने के लिए अपेक्षित राशि प्रदान की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रखंड अनुश्रवण समिति की बैठक सभी अंचलाधिकारी कर लें और जन प्रतिनिधियों को भी आपदा से निपटने के लिए की गई तैयारियों के संबंध में फिडबैक दें।

जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि जिले में उर्वरक की मांग 16 हजार मैट्रिक टन होती है। अभी 03 हजार मैट्रिक टन उपलब्ध है जिसका 03 विस्कोमान के माध्यम से वितरित किया जा रहा है। पकरीबरावां विस्कोमान को पुनः चालू करने के लिए विज्ञापन करने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी कार्य वितरण स्थलों पर पांउस मशीन को ठीक रखें और एक-एक अतिरिक्त मशीन की मांग करें। किसानों को यूरिया निर्धारित दर पर उपलब्ध कराने के लिए भी जिलाधिकारी ने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिया।

जिलाधिकारी ने कहा कि निर्धारित समय पर जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक बुलाना सुनिश्चित करें। बैठक में डॉ0 श्रीमती निर्मला कुमारी सिविल सर्जन, श्री उमेष कुमार भारती अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर, श्री सुजीत कुमार आपदा प्रभारी, श्री सत्येन्द्र प्रसाद डीपीआरओ, श्री संतोष कुमार सुमन जिला कृषि पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी कुमार प्रदीप के साथ सभी अंचलाधिकारी आदि पदाधिकारी उपस्थित थे।

डीएम ने किया 73 वें वन महोत्सव का उद्घाटन

नवादा : 73वॉ वन महोत्सव महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, नवादा में नवादा वन प्रमंडल के द्वारा आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि श्रीमती उदिता सिंह जिलाधिकारी नवादा, विशिष्ट अतिथि डॉ0 गौरव मंगला एवं श्री संजीव रंजन डीएफओ के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर 73वॉ वन महोत्सव का उद्घाटन किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि वन संरक्षण पर्यावरण के संतुलन के लिए जरूरी है।

वन संरक्षण और पौधे को बेहतर ढ़ंग से देखभाल करने के लिए उन्होंने कई महत्वपूर्ण टिप्स दिये। हमलोगों को पौधे प्राणवायु देते हैं ,जो हमारे जीवन के लिए अति महत्वपूर्ण है। इसके अलावे जो कुछ भी हम खाते हैं वह प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से पौधे से ही प्राप्त करते हैं। उन्होंने उपस्थित छात्राओं को निर्देश दिये कि अधिक से अधिक संख्या में पौधे लगाएं और उसका देख-भाल भी करें। वनों की रक्षा करना हम सभी का परम कर्त्तव्य है। उन्होंने कहा कि वनों की कटाई को रोकना है और पर्यावरण संरक्षण के नियमों के संबंध में जन जागरूकता करना है।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि विशेष अभियान चलाकर पौधारोपण अभियान को सफल बनायें। पारिस्थितिक संतुलन के लिए हमारे लिए पेड़-पौधे बहुत महत्वपूर्ण है। श्री संजीव रंजन डीएफ ओ ने कहा कि जिस तरह जल ही जीवन है, उसी प्रकार पौधे का हमारे जीवन में बहुत महत्पूर्ण स्थान है। उन्होंने पेड़ों के महत्व के बारे में छात्राओं को महत्वपूर्ण टिप्स दिया। कार्यक्रम का संचालन श्री एस के वर्मा वनों के क्षेत्र पदाधिकारी कौआकोल के द्वारा किया गया।

इसके बाद जिलाधिकारी के द्वारा औद्योगिक महिला प्रशिक्षण संस्थान में छतवन का पौधा लगाकर पर्यावरण जागरूकता के लिए संदेश दिये। पुलिस अधीक्षक और डीएफओ के द्वारा महोगनी का पौधे लगाया गया। इस अवसर पर महिला औधोगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य के साथ-साथ कई अधिकारी एवं छात्राएं आदि उपस्थित थे।

पशुओं के चारे पर सुखाड़ व महंगाई की मार, पशुपालक लाचार

नवादा : जिले में पशुओं के आहार पर भी सुखाड़ व मंहगाई की मार पड़ रही है। पशु चारा की कीमतों में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। पूर्व में 16 से 18 सौ रुपये प्रति 50 किग्रा मिलने वाली सरसों व तीसी की खल्ली 22 से 23 सौ रुपये हो गई है, इसमें भी दुकानदार 50 किग्रा की बोरी की जगह 41-42 किग्रा की बोरियां थमा रहे हैं।

स्थिति यह है कि खल्ली की कीमत 03 हजार रुपये 50 किग्रा प्रति बोरी पड़ रही है। चना, अरहर, मूंग व मसूर जैसे दालों की चुन्नी के दाम भी आसमान छू रहे हैं। 22-23 सौ रुपये प्रति क्विंटल बोरी की चुन्नी वर्तमान में 27-28 सौ रुपये में बिक रही है। इतना ही नहीं कटुआ की कीमतों में भी इजाफा हुआ है। 02 सौ रुपये प्रति मन (40 किग्रा) की कटुआ अभी 03 सौ रुपये की दर से बिक रही है। इसी तरह अनाज के चोकर की कीमतों में भी 30 फीसदी तक बढ़ोत्तरी हुई है। एक तरफ मौसम की मार है, तो दूसरी तरफ बाजार में बढ़ती कीमतों का असर।

हाल के दिनों में दूध के उत्पादों की मांग बढ़ी है, लेकिन दुग्ध उत्पादन में कमी आई है। ऐसे में पशुपालक हैरान-परेशान हैं। किसी तरह दुधारू पशुओं को पालने का काम हो रहा है। शहर के खटालों में प्रत्येक पशुपालक जहां 15 से 20 दुधारू पशु पालते थे, फिलहाल इसकी संख्या कम हो कर 08 से 10 हो गई है। उपभोक्ताओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

उपभोक्ताओं के जेब पर पड़ रहा है असर:-

मौसम की मार से पशुपालक लाचार है। दूध की कीमतें यथावत है, लेकिन मांग अधिक है। अब ऐसे में बाजार में मिलावटी और नकली दूध का आवक भी बढ़ी हुई है। बावजूद उपभोक्ता इसकी परवाह किए बगैर नकली उत्पाद का सेवन करने में जुटे हैं। इधर, लगातार जारी गर्मी के बीच दुग्ध उत्पादन में भी 25 से 30 फीसदी तक कमी दर्ज हुई है। इसका सीधा डेयरी उद्योग पर पड़ रहा है। पशुपालकों ने खटालों में पशुओं की संख्या कम करनी शुरु कर दी है।

दूध की किल्लत सामने आई है, जिसका सीधा असर उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ रहा है। कीमतों में इजाफे के बाद लोगों ने दुग्ध उत्पादों के सेवन में कमी ला दी है। कुछ युवा उद्यमियों ने डेयरी उद्योग शुरु किया था, लेकिन मौसम की मार और बढ़ती मंहगाई के बीच उनके इरादे को झटका लगा है।

फिलहाल, मॉनसून की बारिश का इंतजार है, जिसके बाद दुधारु पशुओं का प्रजनन काल शुरु होगा और फिर दूध की मात्रा में बढ़ोत्तरी होगी। फिलहाल, पशुपालकों के लिए ये इंतजार काफी कष्टदायक महसूस हो रहा है।पशुपालन विभाग बाजार में कीमतों पर नियंत्रण नहीं कर सकता, ना ही मौसम पर कोई जोर है। हां, पशुओं की बीमारी को लेकर विभाग समय-समय पर पशुपालकों के बीच जागरुकता अभियान चलाता है। साथ ही पशुओं के टीकाकरण कार्य पर भी जोर है।

-ब्रजेश कुमार, जिला पशुपालन पदाधिकारी।

चोकर, खल्ली-चुन्नी और कटुआ के दाम बढ़ रहा है। गाय-भैंस दूध भी कम दे रही है। जिससे रोजगार पर भारी असर पड़ा है। लोग मिलावटी दूध की कीमतों की तुलना हमारे उत्पाद से करते हैं। लागत की तुलना में दूध की कीमत कम है। अब रोजगार बंद करने की नौबत आनेवाली है।

 -प्रमोद कुमार सिंह, पशुपालक, पातालपुरी।

पिछले छह महीने के अंदर पशु आहार में 30 फीसदी तक बढ़ोत्तरी हुई है। गर्मी के लंबे मौसम के दौरान दूधारू पशुओं से दूध उत्पादन भी काफी कमा है। लगभग 25 से 30 फीसदी उत्पादन में कमी आई है। अगर कीमतों में इसी तरह इजाफा हुआ, तो स्थानीय स्तर पर डेयरी उद्योग समाप्त होने के कगार पर पहुंच जायेगा।

– राजीव कश्यप, इंटरप्रेन्योर, बुधौल।

शहर में गाय-भैंस का दूध मिलना मुश्किल हो गया। पूरा गर्मी दूध कम मिला। इधर, बरसात भी शुरु नहीं हुआ है, तो दूध की मात्रा लगातार कम रही है। घर-परिवार में छोटे बच्चों के लिए गाय की दूध की जरूरत होती है। लेकिन कमी के कारण दिक्कत सामने आ रही है।

 -उदय प्रसाद सिंह, दुग्ध क्रेता।

हर तरफ मंहगाई की मार है। खटालों में दूध की कीमत 45 से 50 रुपये प्रति किलो हो गया है। अभी कीमत बढ़ाने की तैयारी चल रही है। बरसात शुरु नहीं हुआ, गर्मी लंबा खींच रहा है। दुधारू पशुओं का दूध कम गया है, लेकिन मांग पहले जैसा ही बना है। ऐसे में दूध की कमी से परेशानी हो रही है।

मानसून की बेरुखी के कारण भूमिगत जलस्तर में लगातार हो रही गिरावट

नवादा : जिले में मानसून की बेरुखी के कारण इस वर्ष भूमिगत जल स्तर में भारी गिरावट दर्ज की गयी है। जिले भर में औसतन तीन फीट पानी कम हो गया है। गत वर्ष की तुलना में हाल इतना बुरा हो चुका है कि किसानों की परेशानी चरम पर पहुंच चुकी है।

मानसून की रफ्तार ढीली पड़ जाने और ट्रफ परिसंचरण के कमजोर हो जाने के कारण अब तक बारिश की स्थिति बेहद बुरे हाल तक पहुंच कर रह गयी है। कतरा भर भी बारिश नहीं होने के कारण कृत्रिम साधनों से पटवन की नौबत वर्तमान में आ गयी है।

मुश्किल यह कि भूमिगत जल स्तर घट जाने से पटवन की राह में भी बड़ी बाधा उत्पन्न हो कर रह गयी है। पानी का स्तर जिस तरह से घटता जा रहा है, वैसे में बिजली या डीजल से संचालित पम्पसेट बेकार हो कर रह जायेगा। जिले के विभिन्न प्रखंडों में एक समान दर से जल श्रोतों में ह्रास देखा जा रहा है। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता कुमार प्रदीप ने बताया कि वर्ष 2020 की बात की जाए तो वाटर लेवल काफी बेहतर स्थिति में था। उस वर्ष नवादा जिले का औसत वाटर लेवल 29.98 फीट था।

जबकि गत वर्ष तक इस सीजन में 28.4 फीट तक वाटर लेवल पहुंच गया था और इस वर्ष अभी ही 25.3 फीट तक पहुंच चुका है। यानी दो वर्षों में यह अंतर पांच फीट तक पहुंच गया है। यह निश्चित रूप से डराने वाली स्थिति है। यहां यह खासतौर से उल्लेखनीय है कि जिले में इस बार यह दशा अप्रैल माह के बाद से दिखने लगा था। बारिश का जो हाल है, यदि ऐसा ही रह गया तो फिर स्थिति संभलने वाली नहीं है। किसान तो दबी जुबान से कहने भी लगे हैं कि लगता है इस बार सुखाड़ होना तय लग रहा है। कुछ किसान किवंदतियों का भी उल्लेख करने लगे हैं।

कहते हैं कि नवादा जिले का इतिहास रहा है कि हर चार वर्ष पर सुखाड़ हो ही जाता है। इससे पूर्व 2018 और 2014 तथा इसके चार वर्ष पूर्व भी जिले में खरीफ सीजन सुखाड़ की चपेट में पड़ गया था जिससे किसानों की कमर ही टूट गयी थी। अभी भी बारिश हो जाए तब वाटर लेवल बेहतर हो सकता है। अन्यथा पटवन की समस्या विकराल हो कर रह जाएगी। जिस तेजी से वाटर लेवल में ह्रास देखी जा रही है, यह अच्छा संकेत नहीं कहा जा सकता है।

– कुमार प्रदीप, कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, नवादा

जिले में सभी प्रखंडों का वाटर लेवल

प्रखंड वर्तमान एक साल पूर्व

अकबरपुर 31.2 33.8

गोविंदपुर 22.51 23.7

हिसुआ 23.75 26.9

काशीचक 33.27 35.8

कौआकोल 28.19 30.85

मेसकौर 17.96 22.85

नारदीगंज 22.55 26.61

नरहट 21.41 23.47

नवादा 24.53 32.2

पकरीबरावां 29.1 30.85

रजौली 25.56 25.30

रोह 25.62 31.02

सिरदला 18.45 21.18

वारिसलीगंज 30.28 33.06

(सभी मापक फीट में)

लुटेरों की मंसूबे पर पुलिस ने फेरा पानी, सरिया लदा ट्रक कर लिया था अगवा, लेकिन…यहां हो गई गलती

नवादा : पटना-रांची राजमार्ग संख्या 31 पर नगर थाना क्षेत्र के बुधौल बस पड़ाव के समीप बदमाशों ने सरिया लदा ट्रक अगवा कर लिया। घटना देर रात घटी। पुलिस की सक्रियता से ट्रक को बरामद कर ट्रक अगवा करने वाले तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया।

पकड़े गए बदमाशों में अकबरपुर थाना क्षेत्र के बकसंडा गांव निवासी संतोष सिंह का पुत्र प्रिंस कुमार, सिरदला थाना क्षेत्र के हरना गांव निवासी देवनारायण प्रसाद का पुत्र अंकित कुमार उर्फ नीरज और सिरदला थाना क्षेत्र के कसियाडीह गांव निवासी कुलदीप प्रसाद यादव का पुत्र संगम कुमार उर्फ त्रिवेणी शामिल है।

नगर थानाध्यक्ष विजय कुमार सिंह ने बताया कि झारखंड के बोकारो में ट्रक पर सरिया लोड किया गया था। उसे फतुहा पहुंचाना था। ड्राइवर शमशाद ट्रक लेकर बोकारो से निकला। रास्ते में रजौली से अल्टो व बोलेरो सवार बदमाशों ने पीछा करना शुरू कर दिया। फिर नगर थाना क्षेत्र के बुधौल बस पड़ाव के पास ओवरटेक करते हुए रोक लिया। बोलेरो से दो बदमाश उतरे और ट्रक पर सवार हो गए। ड्राइवर शमशाद को बोलेरो में बिठा लिया और रजौली की तरफ निकल गए। बाद में ड्राइवर को अकबरपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर मोड़ के पास छोड़ दिया। अगले दिन सुबह में ड्राइवर ने नगर थाना पहुंच कर आपबीती सुनाई।

सड़क निर्माण कंपनी के कर्मी ने दी पुलिस को सूचना

थानाध्यक्ष ने बताया कि ट्रक को अगवा होने के कुछ ही देर में गश्ती दल वहां पहुंच गई। तब फोरलेन निर्माण कर रही सड़क कंपनी के एक कर्मी ने उन्हें रोक कर पूरी जानकारी दी। कर्मी ने बताया कि अकेला रहने की वजह से वह मदद नहीं कर पाया। जानकारी मिलते ही गश्ती दल हरकत में आ गई।

कर्मी ने बताया कि बदमाश ट्रक लेकर बिहार शरीफ की तरफ बढ़े हैं। जिसके बाद गश्ती दल ने पीछा करना शुरू कर दिया। रास्ते में लोहानी बिगहा में पुल के समीप बदमाश ट्रक को वापस मोड़ने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान ट्रक बंद पड़ गया। इसी बीच गश्ती दल वहां पहुंच गई। पुलिस को देखते ही बदमाश ट्रक छोड़ कर फरार हो गया।

सहजपुरा गांव से सोमवार से लापता महिला का शव रेलवे ट्रैक से बरामद

नवादा : जिलेके नारदीगंज प्रखंड क्षेत्र के सहजपुरा गांव की सोमवार से लापता महिला का शव जेठियन घाट रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक के समीप से बरामद किया है। आशंका जताया जा रहा है कि रेलवे ट्रैक पर वहीं पर से गुजर रहे ट्रेन से झटका लगने के कारण महिला की मौत घटनास्थल पर हो गई। नारदीगंज प्रखंड के सहजपुरा की रहने वाली उत्तम देवी (60), पति दिग्विजय सिंह, जो कि बीते सोमवार की सुबह 3 बजे घर से अचानक बिना बताये कहीं चली गई।

परिजनों ने बताया कि बहुत देर होने के बाद जब महिला घर वापस नहीं आई, तो उन लोगों ने अपने स्तर से खोजबीन करना शुरू कर दिया। शाम तक पता नहीं चल पाने के कारण परिजनों ने अनहोनी की आशंका व्यक्त करते हुए खोजबीन तेज कर दिया। खोजबीन के क्रम में अतरी थाना अंतर्गत रेलवे स्टेशन के समीप से महिला का शॉल बरामद किया गया।

बताया जा रहा है कि उत्तम देवी की अत्यधिक गर्मी की वजह से पहाड़ पर चढ़ने के दरम्यान वहीं पर से गुजर रहे ट्रेन से झटका लगने के कारण घटनास्थल पर मौत हो गई। महिला को अंतपरीक्षण हेतु गया भेज दिया गया। परिजन शव कलाने के लिए गया प्रस्थान कर चुके हैं। महिला मानसिक रूप से विक्षिप्त बताई जाती है। घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।

सर, मेरे मायके वाले पति को मारने की दे रहे धमकी

नवादा : सर, मैं बालिग हूं और अपनी मर्जी से अपने प्रेमी कादिरगंज ओपी क्षेत्र के बेरमी गांव निवासी गुड्डू से शादी की है। जून महीने में मैंने अपने प्रेमी के संग शादी रचाई है। अब मेरे मायके वाले मेरे पति गुड्डू को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। बेरमी गांव की रजनी कुमारी ने नगर थाना में आवेदन देकर मायके वालों के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई है। बता दें कि प्रेमी युगल बेरमी गांव के ही रहने वाले हैं।

रजनी ने बताया कि जब उसने गुड्डू के साथ प्रेम करने की जानकारी अपने माता-पिता को दी तो वे शादी कराने से इंकार कर दिया और वृद्ध से शादी करने का दबाव बनाने लगे। तब वह गुड्डू के पास गई और शादी का प्रस्ताव रखा। जिसके बाद दोनों ने गत जून महीने में शादी रचा ली। कुछ दिन पूर्व मेरे मायके वाले पति को नवादा के शोभिया मंदिर से उठाकर लेते गए। किसी तरह पति ने उनसे छुटकारा पाकर उनके चंगुल से भाग निकले।

अब मेरे पिता राजेंद्र यादव समेत हरि यादव, विजय कुमार, गोपाल साव, मोहन यादव आदि फोन कर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। युवती ने पुलिस से मामले में कार्रवाई के साथ जानमाल व सुरक्षा की गुहार लगाई है। बता दें कि दोनों प्रेमी जोड़ा बेरमी गांव के ही हैं। दोनों के बीच एक साल तक मोहब्बत चली उसके बाद दोनों ने मंदिर में जाकर शादी भी रचा ली।

सदर अस्‍पताल के सर्जिकल वार्ड में सांप निकलने से मची अफरा-तफरी

नवादा : जिले के सदर अस्‍पताल में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब हॉस्पिटल के सर्जिकल वार्ड में एक विशाल सांप निकल आया। वार्ड में भर्ती मरीज सांप को देखकर सकते में आ गए। आरोप है कि अस्‍पताल प्रबंधन ने सांप को सर्जिकल वार्ड से निकालने के लिए कोई प्रयास नहीं किया. इस दरम्‍यान कोई भी बड़ा हादसा हो सकता था। बताया जा रहा है कि अस्‍पताल प्रबंधन ने वन विभाग को भी समय रहते इसकी सूचना नहीं दी, ताकि सांप को अस्‍पताल से निकाला जा सके।

जानकारी के अनुसार, सदर अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में उस वक्त अफरातफरी का माहौल कायम हो गया जब वार्ड के समीप लगे बेड के नीचे एक सांप देखा गया। सांप को देखने के बाद सभी लोग सहम गए। कई घंटे तक सांप सर्जिकल वार्ड के बरामदे में रहा मगर अस्पताल प्रबंधन के द्वारा उसे नहीं हटाया गया। पूरे दिन अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही देखने को मिली। परिजनों ने बताया कि डॉक्टर और अस्पताल के अन्य कर्मियों को इसकी सूचना दी गई, लेकिन सांप को दिनभर नहीं हटाया गया। नतीजा लोग भय के माहौल में रात बिताने को मजबूर रहे।

बताया जाता है कि सांप आखिरकार खुद ही सर्जिकल वार्ड के कॉरिडोर में स्थित एक बिल में जाकर घुस गया। इसके बाद लगातार उसे वहां देखा गया। ऐसे में अगर सांप किसी मरीज को काट ले तो बड़ी घटना हो सकती है। अभी तक सांप को निकालने के लिए न तो एक्सपर्ट को बुलाया गया और न ही वन विभाग को इसकी सूचना दी गई।

अमीन की फर्जी ट्रेनिंग देने के मामले में दो गिरफ्तार, ठगी के नए तरीके जान अधिकारी रह गए हैरान

नवादा : जिले के पकरीबरावां में अवैध रूप से भू-मापक (अमीन) का तकनीकी प्रशिक्षण देने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।पकरीबरावां अंचल के मध्य विद्यालय पकरी में यह प्रशिक्षण दिया जा रहा था। सूचना के बाद अंचलाधिकारी नरेंद्र कुमार ने कार्रवाई करते हुए दो प्रशिक्षकों को गिरफ्तार किया।

इस बावत अंचलाधिकारी ने बताया कि मध्य विद्यालय पकरी में अवैध रूप से प्रशिक्षण मामले में पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) जिले के मधुबन अंचल के बेलवा गांव निवासी रामदयाल राय के पुत्र शंकर कुमार एवं भोजपुर(आरा) जिला के कटारिया निवासी सुनील कुमार सिंह के पुत्र सोनू कुमार को गिरफ्तार किया गया है।

बताया जाता है कि सानवी लोक सेवा-सह-तकनीकी शिक्षण संस्थान पटना, शाखा कार्यालय-अनिसाबाद के माध्यम से भू-मापक तकनीकी प्रशिक्षण दिया जा रहा था। प्रशिक्षणार्थियों से 310 रुपये का प्रशिक्षण शुल्क लिया जा रहा था। साथ ही पंचायत के सभी जनप्रतिनिधियों एवं कई अधिकारियों को बिहार सरकार का मुहर लगाकर पत्र भेजा गया था। जानकारी के बाद तभी सीओ ने जांच पड़ताल करते हुए कार्रवाई किया।

अंचलाधिकारी ने बताया कि जांच के क्रम में पाए गए दस्तावेज तथा स्थानीय प्रशासन तथा राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के द्वारा किसी भी तरह का प्रशिक्षण के संबंध में अनुमति प्राप्त नहीं पाया गया है। प्रथम दृष्टया यह संस्था मानवीय लोकसेवा सह तकनीकी शिक्षण संस्थान पटना जाली प्रतीत होता है। गिरफ्तार दोनों आरोपितों के खिलाफ थाना को आवेदन देकर प्राथमिक दर्ज कराई गई है।

नगर के फल गली में एक घर में लगी भीषण आग, मची अफरा-तफरी, काबू पाने का किया जा रहा प्रयास

नवादा : नगर के फल गली स्थित एक मकान में भीषण आग लगी है। मंगलवार की दोपहर बाद यह आग लगी। आग लगने के बाद आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई है। फायर बिग्रेड को सूचना दी गई है। आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। आसमान की ओर उठता धुआं का गुब्बारा आसपास के घरवालों को डरा कर रख दिया है। मकान किसी ईश्वरी प्रसाद का बताया जा रहा है। घर के अंदर रिफाइन आदि का कारोबार किये जाने की बात सामने आ रही है।

6 दमकल का पानी खत्म होने के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका है। आसपास के घरों के लोगों को बाहर निकाल लिया गया है। आग पर काबू पाने का प्रयास अब भी जारी है। आग कैसे लगी यह बताने की स्थिति में फिलहाल कोई नहीं है। बता दें कि यह इलाका घनी आबादी का है। व्यापारिक क्षेत्र गोला रोड के पास का भी क्षेत्र है।