प्रखंडो के वरीय अधिकारियों की उपस्थिति में बीडीओ सहित सभी प्रखंड स्तरीय अधिकारी पंचायतो में चल रही योजनाओं का करेगें जाँच
मधुबनी : प्रशासन आपके द्वार कार्यक्रम के तहत जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा के निर्देश के आलोक में लगातार तीन बुधवार को जिले के सभी प्रखंडों के एक चयनित पंचायत में योजनाओं का निरीक्षण एवं लोकसेवाओं संबंधी समस्याओं की सुनवाई एवं उसका ऑन स्पॉट निष्पादन हेतु आयोजित होने वाले कैंप की स्थानवार सूची जारी कर दी गई है। जिलाधिकारी ने निरीक्षण कार्यक्रम एवं कैम्प की जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पंहुचाने का निर्देश दिया है, ताकि संबधित पंचायत के अधिक से अधिक लाभुक इसका लाभ उठा सके।
गौरतलब हो कि जिलाधिकारी का यह निर्णय प्रशासन आपके द्वार के तहत संबंधित पंचायतों के निवासियों को उनके घर के पास ही कैंप आयोजन का आयोजन कर उनकी समस्याओं का ऑन स्पॉट निष्पादन करना है। जिलाधिकारी ने इसका व्यापक प्रचार-प्रसार का निर्देश देते हुए कहा है कि निर्धारित पंचायतों में कैंप के आयोजन की पूर्व जानकारी होने से उक्त पंचायत के अधिक से अधिक लोग अपनी शिकायतों के साथ निर्धारित तिथि को उपस्थित हो सकेंगे। उन्होंने संबधित पंचायतो के लोगो से अपील करते हुए अपेक्षा की है कि संबंधित पंचायत के लोग अपनी समस्याओं के साथ निर्धारित पंचायत भवन/पंचायत सरकार भवन में आयोजित कैंप में अवश्य पंहुचें, ताकि, उनकी समस्याओं का ऑन स्पॉट निवारण किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि निर्धारित तिथि को वर्णित पंचायत में सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी अपने अपने विभाग से संबंधित योजनाओं/ कार्यक्रमों का पूर्वाह्न 08 से 11 बजे तक भ्रमणशील होकर स्थलीय जांच करेंगे एवं जांच प्रतिवेदन को उसी दिन संध्या में जिला को उपलब्ध कराएंगे। भ्रमण के उपरांत सभी अधिकारी उस पंचायत के कैंप में उपस्थित रहेंगे तथा परिवादियों से प्राप्त शिकायत का ऑन स्पॉट निवारण भी करेंगे। यदि किसी परिवाद में स्थल निरीक्षण की आवश्यकता होगी तो, तत्क्षण संबंधित अधिकारी स्थल निरीक्षण भी करेंगे। उपस्थित होने वाले परिवादियों के बैठने की समुचित व्यवस्था भी की जाएगी एवं उपस्थित होने वाले परिवादियों का पंजीकरण भी किया जाएगा।
उक्त प्रखंड के वरीय पदाधिकारी कैंप की सफलता सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक कदम उठाएंगे।
आगामी तीन बुधवार के कैंप के लिए निर्धारित पंचायत की सूची निम्न है
दिनांक 20 जुलाई 2022 को
अंधराठाढी प्रखंड में गौर अंधरा,
बाबूबरही प्रखंड में धमौरा,
बासोपट्टी प्रखंड में कटैया,
बेनीपट्टी प्रखंड में मेघवन,
बिस्फी प्रखंड में रघौस,
घीघरडीहा प्रखंड में अमही,
हरलाखी प्रखंड में करुणा,
जयनगर प्रखंड में दोरवार,
झंझारपुर प्रखंड में सुखेत,
कलुआही प्रखंड में करमौली,
खजौली प्रखंड में भकुआ,
खुटौना प्रखंड में दुर्गीपट्टी,
लदनिया प्रखंड में गजहारा,
लखनौर प्रखंड में कछुआ,
लौकही प्रखंड में बरुआर,
मधेपुर प्रखंड में बरसाम,
मधवापुर प्रखंड में मधवापुर,
पंडौल प्रखंड में श्रीपुरहाटी दक्षिण,
फुलपरास प्रखंड में बथनाहा,
रहिका प्रखंड में बसौली,
राजनगर प्रखंड में पटवारा उत्तरी
दिनांक 27 जुलाई 2022 को निर्धारित पंचायत इस प्रकार हैं
अंधराठाढी प्रखंड में अंधराठाढी उत्तर,
बाबूबरही प्रखंड में कुलहरिया,
बासोपट्टी प्रखंड में बासोपट्टी पश्चिम,
बेनीपट्टी प्रखंड में परसौना,
बिस्फी प्रखंड में सिमरी,
घीघरडीहा प्रखंड में बिशनपुर,
हरलाखी प्रखंड में सोठगांव,
जयनगर प्रखंड में बेलही पश्चिम,
झंझारपुर प्रखंड में लोहना दक्षिण,
कलुआही प्रखंड में कालिकापुर,
खजौली प्रखंड में कन्हौली,
खुटौना प्रखंड में सिकटियाही,
लदनिया प्रखंड में एकहारी,
लखनौर प्रखंड में मैबी,
लौकही प्रखंड में बनगामा दक्षिण,
मधेपुर प्रखंड में बनकी,
मधवापुर प्रखंड में बिसनपुर,
पंडौल प्रखंड में श्रीपुरहाटी मध्य,
फुलपरास प्रखंड में गोढीयारी,
रहिका प्रखंड में हुसैनपुर,
राजनगर प्रखंड में पटवारा दक्षिण
दिनांक 03 अगस्त 2022 को कैंप के लिए निर्धारित पंचायत इस प्रकार हैं
अंधराठाढी प्रखंड में मरुकिया,
बाबूबरही प्रखंड में भटचौरा,
बासोपट्टी प्रखंड में बीरपुर,
बेनीपट्टी प्रखंड में सलहा,
बिस्फी प्रखंड में सिंहासो,
घीघरडीहा प्रखंड में बसुआरी,
हरलाखी प्रखंड में हरलाखी,
जयनगर प्रखंड में बेलही पूरब,
झंझारपुर प्रखंड में नरुआर,
कलुआही प्रखंड में हरिपुर दक्षिण,
खजौली प्रखंड में चतरा गोबरौरा दक्षिण,
खुटौना प्रखंड में पिपराही,
लदनिया प्रखंड में दलोखर,
लखनौर प्रखंड में बेलौंचा,
लौकही प्रखंड में बनगामा उत्तर,
मधेपुर प्रखंड में बकूआ,
मधवापुर प्रखंड में बासुकी बिहारी दक्षिण,
पंडौल प्रखंड में श्रीपुरहाटी उत्तर,
फुलपरास प्रखंड में सिसवार,
रहिका प्रखंड में इजरा,
राजनगर प्रखंड में सिमरी है।
बीडीओ को दी गयी विदाई
मधुबनी : जिले के फुलपरास प्रखंड परिसर स्थित सभागार में पिछले पांच सालों से लगातार कार्य करने वाले प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी सह कार्यपालक पदाधिकारी (पंचायत समिति) फुलपरास जय प्रकाश मंडल को भावभीनी विदाई दी गई। विदाई समारोह कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख रामपुकार यादव ने किया। इस दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी सुशील कुमार दास, सीओ मनोज कुमार भी मौजूद थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी के साथ बिताए गए समय पर विस्तृत रूप से चर्चा करते हुए उनके कार्यों की सराहना की।
विदाई के भावुक क्षण में पदाधिकारियों एवं प्रखंड के कर्मियों सहित जनप्रतिनिधियों ने प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी(पंचायत समिति) के साथ बिताए गए अपने अपने अनुभवों को साझा किए। सभी कर्मियों एवं पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा बुके व पाग दुपट्टा से उन्हें सम्मानित भी किया गया। बीडीओ सुशील कुमार दास ने अपने संबोधन में प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी के कार्यों एवं उनके व्यवहारों की खूब सराहना किए।
उन्होंने कहा कि हर एक विभागीय कार्य को निष्ठा पूर्वक एवं इमानदारी से हम लोगों के साथ मिलकर करते रहे। वहीं, पूर्व मुखिया संतोष कुमार सिंह उनका सराहना करते हुए कहा कि प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी श्री मंडल कुशल व्यक्तित्व के धनी व मिलनसार थे। उनका फुलपरास प्रखंड में पाँच साल कैसे बीत गया, यह हमसबों को पता भी नहीं चला। इस मौके पर पूर्व प्रमुख रूपेश चाँद यादव, मुखिया जीवन भिंडवार सहित सैकड़ो के दर्जनों में जनप्रतिनिधियों एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी मौजूद थे।
कांग्रेस कार्यालय के नवनिर्मित भवन का पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री डॉ० शकील अहमद ने किया उद्घाटन
मधुबनी : जिला कांग्रेस कमिटी के जिलाध्यक्ष प्रोफेसर शीतलाम्बर झा के नेतृत्व मे नगर स्थित कांग्रेस कार्यालय मे नवनिर्मित भवन एवं पुराने भवन का सौंदर्यीकरण का पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री शकील अहमद ने फीता काटकर उद्घाटन किया। इस मौके पर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओ के साथ भारी संख्या मे कार्यकर्ता उपस्थित थे। उद्घाटन से पूर्व पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री डॉक्टर शकील अहमद का जिलाध्यक्ष प्रोफेसर शीतलाम्बर झा द्बारा मिथिला की परंपरा के अनुसार पाग व माला से स्वागत किया गया।
उद्घाटन के बाद प्रेस को संबोधित करते हूए पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री डॉक्टर शकील अहमद ने कहा की इसके लिए प्रोफेसर शीतलाम्बर झा का धन्यवाद अदा किया। उन्होंने कहा की उन्होंने बड़ी मेहनत से सबसे राय मशविरा कर कांग्रेस कार्यालय मे मजबूत भवन का निर्माण एवं पुराने भवन का सौंदर्यीकरण का काम किया है। उन्होंने कहा की समाज मे हमलोग रहते है। हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है।
आज हमारा पड़ोसी देश श्री लंका है। हमलोग पड़ोसियों से भी बहुत कुछ सीखते है। श्री लंका का भारत के साथ पौराणिक संबंध है। अभी जो श्री लंका मे हो रहा है, उससे भारत को सबक लेना चाहिए। भारत के मुकाबले श्री लंका छोटा देश है।
उन्होंने कहा की आज जो भारत मे हो रहा है। चार पांच साल पहले से वह श्री लंका मे हो रहा है। अगर आप श्री लंका का चार साल पहले का अखबार पढ़े, तो आपको लगेगा की आप भारत का अखबार पढ़ रहे है। उसी तरह की साम्प्रदायिकता की बात श्री लंका होती थी, जो आज भारत मे हो रही है। हमें चेतने की जररूत है की श्री लंका भारत नहीं दोहराए, इसके लिए सता मे बैठे हूए लोग नहीं समाज के लोगो को भी अपनी जिम्मेवारी समझनी होगी।
सावन की पहली सोमवारी को बाबा उग्रनाथ महादेव मंदिर मे जलाभिषेक को लेकर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
मधुबनी : पंडौल प्रखंड के भवानीपुर मे स्थित उग्रनाथ महादेव मंदिर मे सावन की पहली सोमवार को शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। इसके लिए मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए है। सुबह से ही भक्तों की भीड़ मंदिर परिसर मे जुट रही है। सभी लोगों में सुबह से ही भोलेनाथ क़े जलाभिषेक के लिए होड़ लगी हुई है। मंदिरों क़े बाहर धतूरा, बेलपत्र, फूल आदि बेचने वालों की आज चाँदी है। क्योंकि हर कोई भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए उन्हें उनकी प्रिय वस्तु चढ़ाकर आशीर्वाद लेना चाहता है। ख़ासकर के कुंवारे लड़कों और लड़कियों में तो होड़ मची हुई है।
ऐसा माना जाता है की जिनकी शादियां नहीं हो रही हैं या जिनकी शादी में देरी हो रही है उन पर भोले बाबा अपना ख़ूब आशीर्वाद बरसाते हैं। इस सोमवारी पर जो बाबा भोले को प्रसन्न कर लेता है उसकी सारी मनोकामनाएं और रुके हुए काम पूर्ण हो जाते हैं। जय भोलेनाथ के बोल के साथ लोग अंदर गर्भ ग्रह में जाकर जलाभिषेक कर रहे हैं। आपको बता दे की उगना अर्थात उग्रनाथ महादेव मंदिर के नाम से प्रसिद्ध शिवालय उत्तर बिहार के मधुबनी जिले के भवानीपुर गांव में स्थित है।किवदंतियों के अनुसार, यहां भगवान शिव ने मैथिली के महाकवि विद्यापति की चाकरी की थी।
सन 1352 में जन्मे महाकवि विद्यापति भारतीय साहित्य की भक्ति परंपरा के प्रमुख स्तंभों में से एक और मैथिली के सर्वोपरि कवि के रूप में जाने जाते हैं। महाकवि विद्यापति भगवान शिव के अनन्य भक्त थे। उन्होंने शिवभक्ति पर अनेक गीतों की रचना की। कहा जाता है कि विद्यापति की भक्ति व रचनाओं से प्रसन्न होकर भगवान शिव एक दिन वेश बदल कर उनके घर आ गए। शिवजी ने उन्हें अपना नाम उगना बताया। शिव महाकवि विद्यापति के घर सिर्फ दो वक्त के भोजन पर नौकरी करने के लिए तैयार हो गए। एक दिन उगना विद्यापति के साथ राजा के दरबार में जा रहे थे। तेज गर्मी से विद्यापति का गला सूखने लगा, लेकिन आसपास पानी नहीं था।
विद्यापति ने उगना से कहा कि कहीं से जल का प्रबंध करो। भगवान शिव ने कुछ दूर जाकर अपनी जटा खोल कर एक लोटा गंगाजल भर लाया। विद्यापति ने जब जल पिया तो उन्हें गंगाजल का स्वाद आयाद्ध विद्यापति को संदेह हो गया कि उगना स्वयं भगवान शिव हैं। जब विद्यापति ने उगना को शिव कह कर उनके चरण पकड़ लिए, तब उगना को अपने वास्तविक स्वरूप में आना पड़ा।उगना महादेव मंदिर के गर्भगृह में जाने के लिए छह सीढि़यां उतरनी पड़ती हैं। ठीक उसी तरह जैसे उज्जैन के महाकाल मंदिर में शिवलिंग तक पहुंचने के लिए छह सीढि़यां उतरनी पड़ती हैं।
उगना महादेव के बारे में कहा जाता है कि यह स्वयं प्रकट हुआ यानी स्वयंभू शिवलिंग है। यहां शिवलिंग आधार तल से पांच फुट नीचे है। माघ कृष्ण पक्ष में आने वाला नर्क निवारण चतुर्दशी मंदिर का प्रमुख त्योहार है।वर्तमान उगना महादेव मंदिर 1932 में निर्मित बताया जाता है। कहा जाता है कि 1934 के भूकंप में मंदिर का बाल-बांका नहीं हुआ। अब मंदिर का परिसर काफी भव्य बन गया है। मुख्य मंदिर के अलावा परिसर में यज्ञशाला और संस्कारशाला बनाई गई है। मंदिर के सामने सुंदर सरोवर है। पास में ही एक कुआं है जिसे चन्द्रकूप कहा जाता है। इस कुएं के बारे में कहा जाता है कि शिवजी ने यहीं से पानी निकाला था। काफी श्रद्धालु इसका पानी पीने के लिए यहां आते हैं।
पुजा को दारोगा के रुप में चयनित होने से ग्रामीणों में खुशी का माहौल
मधुबनी : जिले के खजौली प्रखंड के सुक्की पंचायत की सुक्की ग्राम निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक स्व० केदारनाथ सिंह एवं कुशल गृहिणी चन्द्रकला देवी की सुपुत्री पूजा कुमारी ने राज्य के पुलिस अवर निरीक्षक की अंतिम परीक्षा पास कर अपने गांव का नाम रौशन की है। पूजा की शानदार सफलता से परिवार के लोग काफी खुशी हैं। उन्होंने प्रथम प्रयास में ही यह सफलता प्राप्त की। पूजा छह भाई-बहनों में सबसे छोटी हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही पूरी की।
स्थानीय बिलट सिंह जनता बालिका उच्च विद्यालय से मैट्रिक की परीक्षा पास कर वे दरभंगा से आईकम एवं बीकॉम उत्तीर्ण कर बीपीएससी की तैयारी करने के लिए पटना चली गई। इसी बीच अप्रैल 2021 में उनके पिता का निधन हो गया। किन्तु वे हिम्मत नहीं हारी और दारोगा के रुप में सफलता पाई। वे अपनी सफलता का श्रेय अपने स्व० पिता एवं शिक्षक भाई भोला कुमार को देती हैं।
प्रखण्ड कल्याण पदाधिकारी ने विकास मित्रों के साथ किया समीक्षात्मक बैठक
मधुबनी : जिले के बेनीपट्टी प्रखण्ड कार्यालय स्थित मेघदूतम सभागार बेनीपट्टी में परखण्डाधिन सभी विकास मित्रों के साथ शनिवार को प्रखण्ड कल्याण पदाधिकारी ने समीक्षात्मक बैठक किया। जिसमें कई बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए प्रखण्ड कल्याण पदाधिकारी बेनीपट्टी चंचल कुमार द्वारा सभी पंचायतों के विकास मित्र के विकास रजिस्टर का समीक्षा करने पर यह पाया गया कि कपसिया पंचायत के विकास मित्र बिंदेश्वर राम के विकास रजिस्टर में अधतनिकरण 81 है।
कटैया पंचायत के विकास मित्र आरती देवी का 83 है, मुरैठ पंचायत का 92,बेनीपट्टी पंचायत का 40 जबकी त्योंथ पंचायत का 0 है,इन सभी पंचायत का 100 से कम है, जिसे अगले बैठक के पूर्व 300 से ज्यादा विकास रजिस्टर में अधतनी करने का निर्देश दिया गया है।
वहीं दूसरे प्रस्ताव में परखण्डाधिन पंचायत नगवास बनकट्टा और ब्रह्मपूरा के विकास मित्र द्वारा पंचायत में अवस्थित सामुदायिक भवन का फोटी लोकेशन मैप के साथ अभी तक जिला कल्याण कार्यालय को नहीं भेजा गया है, इन तीनों पंचायत के विकास मित्रों को यथाशिघ्र सामुदायिक भवन का फोटो लोकेशन मैप के साथ जिला कल्याण कार्यालय को भेजने हेतु निर्देशित किया गया है, ऐसा नहीं किये जाने पर विधिसम्मत करवाई की बात कही गई है।
इस अवसर पर बैठक में विकास मित्र कोडिनेटर अरुण कुमार सदाय, सचिव सुरेन्द्र राम, रामबृक्ष राम, संतोष राम, गीता देवी, सरिता देवी, पुनम कुमारी, रानी देवी, अनीता देवी, सुनील राम, पवन राम, राम नरेश राम, संजय राम, बिंदेश्वर राम, संजय कुमार राम, चाँदनी कुमारी सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।
भैरवा धाम में हजारों श्रद्धांलुओ ने पहली सोमवारी को किया जलाभिषेक
मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखंड के प्रसिद्ध भैरवा उगना महादेव मंदिर में पहली सोमवारी को हजारों श्रद्धांलुओ ने जलाभिषेक किया। चारों तरफ भक्तों का हुजूम दिखाई दे रहा था। दूर-दूर से आये शिव भक्तों ने बलहा घाट से जल भरकर उगना शिवालय पर जल चढाने के लिए बोल बम- बोल बम के नारे लगाते झुम रहे थे। वही श्रद्धालुओं के बोल बम हर-हर महादेव की जयकारा से पुरा मेला एवं क्षेत्र में गूंज उठ गया, जबकि प्रशासन के द्वारा भी शिवभक्तों की सुविधा को लेकर कदम उठाया गया था।
वहीं उगना महादेव मंदिर समिति के द्वारा मंदिर को सजाया गया था। मेला समिति के अध्यक्ष सुशील कुमार सुमन सहित समिति के सभी सदस्यों द्वारा दूर-दूर से आये भक्तों को जलाभिषेक एवं दर्शन करने में भक्तों का सहयोग किया। इस दौरान एसडीएम अशोक कुमार मंडल एवं डीएसपी अरुण कुमार सिंह, सीओ श्रीकांत सिन्हा, बीडीओ मनोज कुमार, सीआई बंसत झा, बिस्फी थाना अध्यक्ष राजकुमार राय, औंसी थाना अध्यक्ष हरिद्वार शर्मा पतौना ओपी प्रभारी प्रह्लाद शर्मा ने भी उगना महादेव पर जलाभिषेक किया, जिसके बाद एसडीएम एवं डीएसपी मंदिर परिसर रमुनियामोर कोकिला चौक बलहा घाट तक दौरा किये ताकि कांवरियां को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े। प्रसाशन काफी चुस्त-दुरुस्त देखे गए जगह जगह सीसीटीवी कैमरा तथा बैरिकेडिंग किया गया था। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मेडिकल कैम्प भी लगाए गए थे।
विषैले सांप के काटने से एक महिला की मौत
मधुबनी : जिले के बासोपट्टी थाना क्षेत्र के कटैया पंचायत में विषैले सांप के काटने से एक महिला की मृत्यु हो गयी। महिला की पहचान मरनी देवी कटैया निवासी के रूप में किया गया है। जानकारी के अनुसार महिला को सांप खेत में घास काटने के दौरान काट लिया। सांप के काटने के बाद महिला नही जान पाया।
महिला को सांप काटने के लक्षण आने पर महिला ने इसकी जानकारी अपने परिवार के सदस्यों को दी। आनन फानन में महिला को बासोपट्टी सीएचसी में लाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना डॉक्टरों के द्वारा स्थानीय थाना पुलिस को दी गयी। सूचना पाते ही थाना पुलिस अस्पताल में पहुँचकर शव को पोस्टमार्टम में भेजने की प्रकिया कर रही है।
उदघोष के साथ शुरू हुआ सावन के पहले सोमवार का जलाभिषेक, रात के दो बजे से ही गूंजने लगा था बोलबम का नारा
मधुबनी : जिले के अंधराठाढ़ी प्रखंड परिक्षेत्र में सावन के प्रथम सोमवारी को सभी सड़कें रविवार की 2 बजे रात से ही बोलबम और शिव के जयकारे से गूंजने लगी थी। कांवरिये कमला और सुगरवे नदियों के विभिन्न घाटों से जल भर कर बोल बम बोल बम कहते हुए अपने अपने इष्ट शिवालय की ओर चल पड़े थे।
बताते चलें कि प्रखण्ड परिक्षेत्र में दर्जनो शिवालय हैं। इनमे मुक्तेश्वरनाथ, देवहार, मदनेश्वर नाथ मदना और चंदेश्वरनाथ हररी ऐतिहासिक मंदिर है। इन स्थानों पर कांवरियों और श्रद्धालुओं भारी भीड़ इस बार भी जुटी और मेला भी लगे। इसके अलाबे बसवा गांव के रासेन्द्र महादेव मंदिर के साथ साथ गांवों के अन्य छोटे बड़े शिवालयों में भी श्रद्धालुओं ने शिवलिंग का जलाभिषेक किया।
सुमित कुमार की रिपोर्ट