बहन की शादी के एक दिन पूर्व भाई की मौत के दूसरे दिन मातमपूर्सी को पहुंची विधायक
नवादा : बहन की शादी के लिए बारात आने के एक दिन पूर्व भाई की बिजली करंट से मौत हो गई। घटना नवादा सदर प्रखंड के बुधौल जंगल बेलदारी गांव की है। खबर के बाद मंगलवार को राजद विधायक विभा देवी, जिला परिषद अध्यक्ष पुष्पा कुमारी और प्रखंड प्रमुख सरिता कुमारी ने पीड़ित परिवार से मिलकर ढाढ़स बंधाया। बता दें 25 वर्षीय शंकर चौहान की बहन की शादी मंगलवार को होने वाली थी। घर में मंडपाछाजन, देवपूजन आदि का अनुष्ठान चल रहा था।
6 जून सोमवार को अपराह्न में ही बगल से गुजरे बिजली का तार गिर गया और उसकी चपेट में शंकर चौहान आ गए। देखते-देखते शादी का उत्सव मातम में बदल गया। ग्रामीणों ने विधायक से शिकायत की कि यह मौत बिजली विभाग की लापरवाही के कारण हुआ है। क्योंकि बिजली का खंभा न केवल बेतरतीब लगा हुआ है बल्कि तार भी लुंज पुंज स्थिति में लटका हुआ है। इसके पूर्व भी यहां दुर्घटना हो चुकी है। रोते-बिलखते परिजनों से मिलकर विधायक भावुक हो गईं और पीड़ित परिवार को हर संभव मदद करने का भरोसा दिया।
खास कर ऐसी दुर्घटनाओं के बाद पीड़ित परिवार को मिलने वाली सरकारी सुविधाएं दिलाने हेतु उन्होंने कार्यकर्ताओं को आवश्यक निर्देश दिया। उन्होंने बिजली के खंभे और तार को दुरुस्त करने के लिए बिजली विभाग से पत्राचार करने की बात भी कही। मौके पर अनिल प्रसाद सिंह, शशिभूषण शर्मा, लालकेश्वर राय, शम्भु विश्वकर्मा समेत दर्जनों कार्यकर्ता आदि मौजूद थे.
शाहपुर पुलिस की बढ़ी मुश्किलें, बोरा मांझी मौत की होगी न्यायिक जांच
नवादा : पुलिस हिरासत में पिटाई से बोरा मांझी की मौत मामले की न्यायिक जांच होगी। सीजेएम के स्तर से जांच के लिए मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। दिलचस्प ये कि न्यायिक जांच का आदेश एसपी के अनुरोध पत्र के आधार पर दिया गया है। जल्द ही न्यायिक अधिकारी जांच शुरू करेंगे।
क्या है मामला
उल्लेखनीय है कि शाहापुर ओपी थाना क्षेत्र के बोझवां गांव निवासी बोरा मॉझी की मौत 5 जून रविवार को एक्साइज कोर्ट में पेशी के तत्काल बाद हो गई थी। शराब सेवन के मामले में बोरा मॉझी व उनके भाई की गिरफ्तारी 4 जून को हुई थी। एक्साइज कोर्ट के विशेष न्यायाधीश के समक्ष उपस्थापन के समय तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। जबतक इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जाता, मौत हो गई। मौत के पूर्व उन्होंने कोर्ट को बताया था कि हिरासत में पुलिस द्वारा मारपीट की गई। तबीयत खराब है। कोर्ट ने कारा अधीक्षक को इलाज कराने का आदेश दिया था। इलाज के पूर्व ही मौत हो गई थी।
मामले पर एसपी गंभीर
मृतक का शव देर रात तक व्यवहार न्यायालय में पड़ा था। सूचना पाते ही एसपी समेत अन्य अधिकारी व्यवहार न्यायालय पहुंचे थे। मौत के मामले में नगर थाना में यूडी केस 10/22 दर्ज किया गया था। इस बीच मामले को पुलिस अधीक्षक ने काफी गंभीरता से लिया और मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी को पत्र भेज कर न्यायिक जांच का अनुरोध किया। पुलिस अधीक्षक के पत्र के आलोक में प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी चंदन कुमार को न्यायिक जांच की जिम्मेवारी सौंपी है। प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजते हुए बोरा मांझी से जुड़े सम्पूर्ण दस्तावेज व साक्ष्य को अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी चंदन कुमार को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
पुलिस व मृतक के परिजनों के बयान विरोधाभासी
उल्लेखनीय है कि बोरा मांझी की गिरफ्तारी के बाद शाहपुर पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गई है। शराब का सेवन कर हंगामा करने के आरोप में सामुदायिक भवन के समीप से गिरफतारी का जिक्र है। वहीं मृतक के परिजन कुछ और ही बयां कर रहे हैं। परिजनों की माने तो पुलिस ने बोरा मांझी को घर से गिरफ्तार की थी। परिजनों का यह भी आरोप है कि गिरफ्तारी के बाद पुलिस हिरासत में पिटाई की गई थी। मरने के कुछ समय पूर्व विशेष न्यायाधीश को भी बोरा ने पुलिस द्वारा पिटाई का आरोप लगाया था। बहरहाल, पुलिस की थ्योरी, मृतक व उसके परिजनों के बयान विरोधाभासी हैं। सच कौन बोल रहा है न्यायिक जांच में सब कुछ साफ हो जाएगा.
मृतक की पत्नी ने थानेदार व चौकीदार पर कार्रवाई के लिए एसडीपीओ को दिया आवेदन, कहा- ‘चौकीदार दे रहा धमकी
नवादा : जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के बोझवां ग्रामीण बोरा मांझी की पुलिस कस्टडी में मौत से आहत उसकी पत्नी उर्विला देवी ने पकरीबरावां एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। साथ ही शाहपुर ओपी थानेदार एवं चौकीदार के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। एसडीपीओ को दिए आवेदन में मृतक की पत्नी ने कहा है कि बीते शनिवार को चौकीदार दीपक पासवान की निशानदेही पर शराब बनाने के संदेह में मेरे घर में शाहपुर ओपी की थानेदार विभा कुमारी ने घर में घुसकर मेरे पति एवं बच्चों के साथ बेरहमी से मारपीट की थी।
इस दौरान मेरे पति बौरहि मांझी को कास्टडी में लेकर मारपीट करते हुए जेल भेजने के लिए कोर्ट ले गये। यहां मेरे पति की मौत रविवार को हो गई थी। इस बीच चौकीदार दीपक पासवान ने मुझे एवं मेरे परिवार को पति की तरह जान से मार देने की धमकी दी है। पीड़िता ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को आवेदन देकर शाहपुर ओपी के थानेदार एवं चौकीदार दीपक के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
गौरतलब है कि शनिवार की शाम शाहपुर ओपी की पुलिस बोझवां गांव में छापेमारी के दौरान बिना शराब मिले बोरा मांझी को गिरफ्तार कर थाना ले गई थी। यहां पिटाई के बाद बोरा मांझी की तबियत खराब होने लगी। लेकिन पुलिस द्वारा इलाज़ नहीं करवाकर उसे पुलिस अभिरक्षा में पेशी के लिए न्यायालय भेज दिया। यहां पेशी के दौरान बोरा मांझी की मौत हो गई थी। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस द्वारा पिटाई के दौरान उसके पति के प्राइवेट पार्ट में चोट लगी थी। फिलहाल इस मामले की जांच की जा रही है।
फाइनेंस कंपनी के कर्मी से अपराधियों ने छीने 1.69 लाख रुपये, जांच में जुटी पुलिस
नवादा : नगर थाना क्षेत्र के गोंदापुर में अपराधियों ने फाइनेंस कंपनी के कर्मी से 1.69 लाख रुपये छीन लिये और फरार हो गये। पीड़ित सुधांशु रंजन पटना जिले के बाढ़ का रहने वाला है और नवादा नवीन नगर स्थित भारत फाइनेंस नामक कंपनी में काम करता है। जानकारी के मुताबिक वे नगर के बड़ी दरगाह मोहल्ला से रुपये कलेक्शन कर गोंदापुर की तरफ पैदल जा रहा था। तभी तीन अपराधियों ने रास्ता रोका और रुपये से भरा बैग छीन लिया। इसके बाद एक अपराधी पैदल ही भाग निकला, जबकि दो बाइक पर सवार होकर रफूचक्कर हो गए।
पीड़िता ने इसकी शिकायत नगर थाना में जाकर दर्ज कराई है। इसके बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन की तरह मंगलवार को भी कलेक्शन करके लौट रहा था। उसी दौरान बदमाशों ने मेरे साथ घटना को अंजाम दिया। इसकी जानकारी मिलने पर नगर थाना पुलिस मौके पहुंचकर छानबीन की। मामले को लेकर पुलिस ने बताया कि जल्द ही इसका खुलासा किया जाएगा। नगर थाना प्रभारी विजय कुमार सिंह ने कहा है कि पीड़िता के द्वारा थाना को आवेदन दिया गया है। इसकी जांच की जा रही है।
राज्य सब जूनियर हैंडबॉल में जिले को मिला तीसरा स्थान, वापसी पर हुआ स्वागत
नवादा : कैमूर में 3 से 5 जून तक आयोजित आठवीं बिहार राज्य सब जूनियर बालक हैंडबॉल प्रतियोगिता में जिले की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तीसरा स्थान प्राप्त किया। नवादा लौटने पर जिला हैंडबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ अनुज कुमार, कोषाध्यक्ष शिवकुमार प्रसाद, उपाध्यक्ष अलखदेव प्रसाद यादव, श्रवण बरनवाल, वरीय कोच संतोष कुमार वर्मा आदि लोगों ने पूरी टीम का स्वागत करते हुए फूल का माला पहना कर एवं मिठाई खिलाकर उत्साह बढ़ाया। सभी नवोदित खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य की कामना की।
टीम में राजीव कुमार, निशांत कुमार, रोशन कुमार, मुकेश कुमार, सचिन कुमार, धर्मेंद्र कुमार, कन्हैया कुमार, उत्तम कुमार, कृष कुमार, विनीत कुमार, मोनू कुमार, सुमेर प्रताप, अमित कुमार, कोच अमन कुमार शामिल थे। हैंडबॉल संघ के सचिव आरपी साहू, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी कनक कुमार, सोनू कुमार, श्याम सुंदर कुमार आदि लोगों ने बधाई दी है।
न्यायिक जांच में हुआ खुलासा, मंडल कारा में ही विचाराधीन कैदी की पिटाई से हुई थी मौत
– तत्कालीन काराधीक्षक, जेलर व दो बॉडीगार्ड पर चलेगा हत्या का मुकदमा
नवादा : पिछले साल 6 सितंबर को मंडल कारा में विचाराधीन कैदी गुड्डू कुमार की मौत मामले की न्यायिक जांच पूरी कर ली गई है। रिपोर्ट डीएम, एसपी, जेल आईजी, मानवाधिकार व मंडल कारा प्रशासन को भेज दी गई है। इस जांच में गुड्डू की मौत के रहस्य से पर्दा उठ गया है। जेल के भीतर ही गुड्डू की पिटाई हुई थी, जिससे उसकी मौत हुई।
तत्कालीन काराधीक्षक अभिषेक कुमार पांडेय, जेलर उमाशंकर व अधीक्षक के दो बॉडीगार्ड राजकुमार यादव और सोनू कुमार को हत्या का जिम्मेवार ठहराया गया है। इसके बाद अब चारों की मुश्किलें की बढ़ गई हैं और माना जा रहा है कि चारों पर हत्या का मुकदमा चलेगा। सूत्र मिली जानकारी के अनुसार जांच में यह सामने आया है कि गुड्डू की हत्या में तत्कालीन काराधीक्षक अभिषेक पांडेय समेत चारों चारों की संलिप्तता थी। जेल के भीतर ही गुड्डू की निर्मम तरीके से पिटाई की गई थी, जिससे उसकी मौत हुई। गौरतलब है कि प्रशासनिक स्तर पर जांच पूरी होने पर तत्कालीन जिलाधिकारी यश पाल मीणा ने न्यायिक जांच की अनुशंसा की थी।
23 लोगों के बयान हुए थे दर्ज
सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार न्यायिक जांच के दौरान कुल 23 लोगों से बयान लिए गए। इसमें बंदी, चिकित्सक, कक्षपाल आदि शामिल हैं। जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य भी सामने आए हैं। कहा जा रहा है कि बंदियों के बीच आंतक मचा कर रखा गया था। नये बंदियों के साथ बुरी तरीके से मारपीट की जाती थी, ताकि वह जेल में डरा रहे और कुछ भी मुंह न खोले। मिल रही जानकारी के अनुसार इसकी 26-27 पन्नों की जांच रिपोर्ट बनाई गई है।
चारों पर लटकी कार्रवाई की तलवार
न्यायिक जांच में तत्कालीन जेल अधीक्षक, जेलर व दो बॉडीगार्ड की संलिप्तता सामने आने के बाद कार्रवाई की तलवार लटक गई है। माना जा रहा है कि जघन्य मामले में दोषी पाए जाने के बाद चारों को सेवा से बर्खास्त किया जा सकता है। साथ ही चारों पर हत्या का मुकदमा चलेगा। गौरतलब है कि पूर्व में ही कारा विभाग ने तत्कालीन काराधीक्षक अभिषेक कुमार पांडेय, जेलर को निलंबित कर दिया था। वर्तमान काराधीक्षक अजीत कुमार ने बताया कि न्यायिक जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। रिपोर्ट डीएम, एसपी, मानवाधिकार आयोग, जेल आइजी को भेजी गई है। वरीय अधिकारियों के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जिले में 59 की जगह मात्र 35 घाटों पर ही होगी बालू खनन की बंदोबस्ती
नवादा : बीते 5 माह से बालू संकट झेल रहे जिलेवासियों को साल के अंत में वैध रूप से बालू मिलना संभव हो सकता है, लेकिन पहले की अपेक्षा अब कम बालू घाटों से ही काम चलाना पड़ेगा। सूत्रों के अनुसार जिले में 24 बालू घाट कम जाएंगे। ऐसा नए डिस्टिक सर्वे रिपोर्ट के आधार पर होने वाला है। जिले के करीब 40 ऐसे बालू घाट है, जहां खनन पैरामीटर के अनुसार बालू ही नहीं है। ऐसे घाट बंद होंगे और उनकी जगह अगल-बगल के नए घाट चालू होंगे। दरअसल बालू खनन के नए बंदोबस्ती के लिए राज्य भर में खनिज संपदा को लेकर डिस्ट्रिक्ट सर्वे कराया गया है।
नवादा में भी सर्वे पूरा हो गया। सर्वे टीम ने सभी घाटों का जायजा लेकर बालू की मात्रा, खनन के लिए उचित स्थान, पर्यावरण की सुरक्षा आदि बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार किया है। अब इस सर्वे रिपोर्ट पर मुहर लगना बाकी है। सूत्रों के अनुसार जिला से जो सर्वे रिपोर्ट भेजी गई है उसमें जिले के 7 नदियों के 50 स्थानों पर बालू खनन की अनुशंसा की गई थी लेकिन उनमें से 35 घाटों पर ही स्वीकृति मिलने की बात कही जा रही है। हालांकि अभी आधिकारिक तौर पर कुछ कहा नहीं जा रहा।
कई विभागों से अनुशंसा और एनओसी साल के अंत तक ही चालू हो सकते हैं बालू घाट
सर्वे रिपोर्ट में कई विभागों से जानकारियां जुटाई गई है और उनसे सहमति ली गई है। सिंचाई विभाग, प्रदूषण नियंत्रण परिषद, भू-गर्भ विज्ञान, खनन पदाधिकारी या अनुमंडलीय कमेटी की अनुशंसा और सुझाव शामिल किए जाने होते हैं। हालांकि, सरकारी तौर पर बालू का खनन होने में अभी कई महीने लग सकते हैं। जल्दी भी हुआ तो साल के अंत तक ही बालू का खनन शुरू होने की संभावना है। अभी पर्यावरणीय स्वीकृति नहीं मिलने के चलते घाट बंद है। इसके बाद नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेश पर बरसात के मौसम में एक जुलाई से 30 सितंबर तक पूरे राज्य में बालू का खनन बंद हो जाएगा। इसके बाद ही नई बंदोबस्ती और बालू खनन संभव है।
7 नदियों में होगा बालू का उठाव
नए डीएसआर में जिले की 7 नदियां बालू खनन के लिए उपलब्ध बताई गई है। इनमें सकरी, खुरी, नाटी, धनार्जय, पंचाने तिलैया और ढाढर नदी शामिल है। जिला खनन विभाग द्वारा इन नदियों में 50 स्थानों पर बालू खनन का प्रस्ताव भेजा गया था और आम जनों से आपत्तियां मांगी गई थी। सूत्रों के अनुसार सारी प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद खनन मुख्यालय में 15 और बालू घाट कट गए हैं और 35 घाटों की ही बंदोबस्ती हो पाएगी।
कई प्रमुख बालू घाट बंद होंगे
इससे पहले जिले में 59 बालू घाट थे जहां 5 सालों तक बालू उठाव किया गया। इनमें से गोसाई बीघा, लखपत बिगहा, कुंज, लखमोहना, फल्डू, बेलदरिया, दरियापुर जैसे कुछ चुनिंदा घाट ही चालू रहेंगे बाकी के अधिकतर पुराने घाट बंद हो जाएंगे। जिन घाटों को बंद किया गया है उनमें कादिरगंज, कलयुगवा, मिर्जापुर, खानपुर, तुंगी, हदसा आदि बड़े बालू घाट शामिल है।
पर्यावरण का रखा गया ध्यान
सर्वे में पर्यावरण का नियमों का खास ख्याल रखा गया है और प्राकृतिक संसाधनों को बचाने की भरसक कोशिश की गई है। भौगोलिक महत्व के किसी खास ढांचे को नुकसान नहीं हो इसके लिए कई घाटों को बंद किया गया है। जंगल के एक किमी, किसी पुल के 200 मीटर तक खनन नहीं होगा। स्कूल व अन्य सरकारी इमारतों के आसपास भी खनन नहीं किया जाएगा।
7 नदियों में नए प्रस्तावित बालू घाट
सकरी नदी
1. गोविंदपुर घाट 52
2. विनोवा नगर घाट
3. कुम्हार बीघा घाट
4. करनपुर घाट 40
5. लखपतबीघा घाट 80
6. लखमोहना/धनवारा घाट 75
7. कुंज घाट 98.4
8. गोसाई बीघा घाट
9. जमुआवां पटवा सराय घाट 62
10. दूधिया/चिलौंगिया घाट 40.5
11 सुल्तानपुर/बिशुनपुर घाट 55
12. दरियापुर घाट 20
कुल क्षेत्रफल- 812 हेक्टेयर
पंचाने नदी
1. मधुबन घाट 22.6
2. काशी बीघा 25
3. डोहरा बालू घाट 74.1
4. फलडू बालू घाट 40
कुल क्षेत्रफल 161.7 हेक्टेयर
नाटी नदी
1 . लालपुर रेत घाट 6.6
2. मडपो घाट 8.16
3. मधुपुर घाट 12
4. सरौनी घाट 7.38
5. भोरम बाग घाट 22.2
6. खरसारी घाट 25
7. महथपुर घाट 4.7
खुरी नदी
1. ढाब बगमारी 8.2
2. कर्णपुर घाट 9
3. अशवा तरी घाट 18
4. भूपतपुर घाट 4.4
5. बिलासपुर घाट 14.7
6. पिपरा खुर्द घाट 13
7. नाद घाट 10.5
8. मलिकपुर घाट 19.5
9. ननौरी घाट 13
10. लोहडा घाट 15
11. भदोखरा घाट 23
कुल क्षेत्रफल 148.3
तिलैया नदी
1. बहादुरपुर घाट 8.9
2. नवाडीह घाट 4.28
3. मनिहौली 19.3
4. शंख घाट 14
5. मोनी मंडल घाट 10.6
6. परोरिया घाट 6.58
7. जलालपुर घाट 21.9
8. डुमरी घाट 12
9. कहवा बेलदरिया घाट 16
10. बिक्कू रेत घाट 7.3
11. नारदीगंज घाट 2.4
कुल क्षेत्रफल 123.26
धनार्जेय नदी
1 भभनी रेत घाट 22.3
2 बड़गांव घाट 52
3 दौलतपुर घाट 41.7
कुल क्षेत्रफल 116
ढाढर नदी
1. प्रतापुर बालू घाट 38.8
2.पसई बालू घाट 11.6
कुल 50.4
कभी आपदा विभाग ने किया था सम्मानित, अब खा रहे हैं जेल की हवा
नवादा : बिहार के कश्मीर कहे जाने वाले ककोलत की रूपरेखा बदलने वाले केयरटेकर के रूप में कार्य करने वाले यमुना पासवान आज जेल का हवा की खा रहे हैं। ककोलत जलप्रपात की देखरेख 35 साल से जमुना पासवान कर रहे थे। आने वाले सैलानियों की हर सुख सुविधा से लेकर सुरक्षा तक जिम्मवारी उन्होंने अपने कंधे पर उठा रखी थी।
उन्होंने पूर्व में बताया था कि उनके दादा ककोलत को बेहतर बनाने का प्रयास किया था. यहां सैलानियों को आने को लेकर जागरूक करते थे। बावजूद लोग यहां भयवश नहीं आते थे। दादा के निधन के बाद यमुना पासवान ने ककोलत की देखरेख का जिम्मा लिया. बाढ़ की स्थिति में नहाने के दौरान लोगों को डूबने से बचाने का कार्य किया। इसी कार्य के लिए वर्ष 2019 को आपदा प्रबंधन विभाग के मुख्य सचिव के द्वारा पटना में यमुना पासवान को सम्मानित किया गया था।
अवैध वसूली का लगा आरोप
लोगों की जान बचाने वाले को सोमवार को प्रशासन ने गिरफ्तार कर अवैध पार्किंग वसूली के नाम पर जेल भेज दिया। ककोलत जलप्रपात वाहनों से आने वाले सैलानियों से पार्किंग के नाम पर हो रहे अवैध वसूली की खेल को रविवार को एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष ने उजागर कर दिया। एसडीओ ने कार्रवाई करते हुए पार्किंग के नाम पर सैलानियों से अवैध वसूली करने वाले 2 लोगों को गिरफ्तार किया और पांच वॉल्यूम रसीद को जब्त किया। ककोलत जलप्रपात आने वाले सैलानियों से अवैध तरीके से गाड़ी पार्किंग के नाम पर वर्षों से मोटी रकम वसूली जा रही थी। सालों तक काम करने के कारण कोई भी उनका विरोध नहीं करता था।
कार्रवाई का विरोध
स्थानीय दुकानदारों के द्वारा एक दिन दुकान भी बंद रखा गया । स्थानीय लोग कहते हैं कि अगर यमुना पासवान यहां नहीं रहते तो यहां की साफ-सफाई यहां की देखरेख कोई भी नहीं करता और यहां पर लगभग 30 से 35 हजार की सैलानियों की भीड़ प्रतिदिन नहीं आती। लड़ाई झगड़ा मारपीट की नौबत भी यहां पर एक दूसरे में जब आता है तो यमुना पासवान ही मोर्चा संभालते हुए लोगों को शांत कराते हैं और यहां किसी प्रकार से माहौल को बिगड़ने नहीं देते। ऐसे में उन्हें यहां से हटाने के लिए यह साजिश रची गई है, ताकि उनकी जगह किसी दूसरे को यहां नियुक्त किया जा सके।
कई लोगों की लगी है नजर
ककोलत जलप्रपात में कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे थे और उन्होंने इसकी जमकर तारीफ की थी। साथ ही यहां पर्यटन की संभावना को बढ़ावा देने की बात कही थी। माना जा रहा है सीएम के दौरे के बाद से ककोलत जलप्रपात पर कई लोगों की नजर लग गई है और किसी न किसी तरह से पुराने लोगों को यहां से हटाने की साजिश आरंभ कर दी गयी है. प्रशासन मोहरा बन ढाल का काम कर रही है. ऐसे में सैलानियों की सुरक्षा भगवान भरोसे हो गयी है। गौरतलब हो कि यमुना पासवान वर्षों से अपने लड़कों के साथ मिलकर ककोलत जलप्रपात में आने वाले सैलानियों को सुरक्षा प्रदान करते आ रहे थे।
अपराध समीक्षा में एसपी ने दिया थानाध्यक्षों को निर्देश
नवादा : समाहरणालय स्थित एसपी कार्यालय में एसपी गौरव मंगला ने जिले के सभी थानाें के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने बारी-बारी से सभी थानों के थानाध्यक्ष से उनके क्षेत्र में होने वाले कांडों के बारे में चर्चा किया तथा अहम निर्देश दिया। बैठक में वाहन चेकिंग, गश्ती व वारंटियों के मामलों को शीघ्र निष्पादित करने का आदेश दिया गया।
एसपी ने सख्त लहजे में कहा कि अच्छा काम करने वाले दारोगा से ही थाना चलवाया जायेगा। सभी अधिकारी व पुलिसकर्मी अभी से चेत जायें. शिकायत मिलने पर कार्रवाई तय है। थानों पर पहुंचने वाले हर मामलों को निष्पादित किया करें. थानाध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्रों के गुंडा पंजी में शामिल अपराधियों की कुंडली तैयार कर लें। किसी थाना क्षेत्र में शराब बिकने पर कार्रवाई होगी।
क्राइम मीटिंग में एसपी ने थानेदार को लंबित मामले, शिकायतें, लंबित अनुसंधान, गैर जमानती वारंट, नोटिसों का तामिला आदि की समीक्षा की। मौके पर सदर एसडीपो उपेन्द्र प्रसाद, रजौली एसडीपीओ संजय कुमार पाण्डेय, पकरीबरावा मुकेश कुमार साहा, रजौली इंसपेक्टर अरुण कुमार सिंह, नगर थानाध्यक्ष विजय कुमार सिंह, रजौली दरबारी चौधरी, अकबरपुर अजय कुमार. गोविन्दपुर श्याम कुमार पाण्डेय, सिरदला आशिष कुमार मिश्रा, हिसुआ मोहन कुमार, मेसकौर राजकुमार, नरहट सरफराज इमाम समेत सभी पुलिस निरीक्षक व थानाध्यक्ष मौजूद थे।