—और अपहृत युवक की हाे गई पकड़ौआ शादी, बरामदगी के बाद खुला राज

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नवादा : जिले के अपहृत युवक पकड़ौआ शादी का शिकार हुआ। युवक की बरामदगी के बाद यह राज खुला कि अपरहरण शादी के लिए किया गया था। उल्लेखनीय है कि जिले के दोसुत पंचायत की बेल्ढ़ा ग्रामीण लक्ष्मण सिंह के पुत्र नीतीश कुमार को अगवा कर लिया गया था। शनिवार को उसका अपहरण हुआ था। उसी रात परिजनों ने थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस उसकी बरामदगी के लिए ताबड़तोड़ संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी। इस बीच वारिसलीगंज थाना की पुलिस ने पटना जिले के भदौर थाना की पुलिस के सहयोग से युवक को बरामद किया।

बताया गया कि अपहृत नीतीश की बरामदगी भदौर थाना क्षेत्र से की गई। हालांकि नीतीश के भाई सोनु कुमार के द्वारा सीधे-सीधे अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी, जिसमें सोनु ने अपने साले लक्खीसराय जिले के सलोनाचक निवासी राजेश कुमार, ससुर अरुण सिंह, साले राजेश के ससुर पटना जिले के वरुआने गांव निवासी सुधीर सिंह व माफी गांव निवासी गौतम कुमार को नामजद अभियुक्त बनाया था। पुलिस ने त्वरित कारवाई करते हुए अरुण सिंह व सुधीर सिंह को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया था। अब अपहृत की बरामदगी हो गई।

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सूत्रों की मानें तो नीतीश की पकड़ौआ शादी वरुआने गांव निवासी सुधीर सिंह की पुत्री के साथ अपहरण के दिन ही गांव के बगीचा स्थित एक मंदिर में हो गई। जिसके बाद पुलिस की दविश को देखते हुए नीतीश को छोड़ दिया गया। एक विवाहिता के साथ युवक की तस्वीर वायरल हुई है। हालांकि, दावे के साथ यह नहीं कहा जा सकता कि वायरल तस्वीर में युवक के साथ दिख रही युवती उसकी विवाहिता ही है। फिलहाल, पुलिस युवक से पूछताछ कर रही है। मंगलवार को नवादा व्यवहार न्यायालय में उसका बयान दर्ज कराया जा सकता है।

बता दें कि जिले में करीब दो दशक पूर्व पकड़ौआ शादियां खूब हुआ करती थी। तब किशोरावस्था में ही शादियों का प्रचलन था। बदलते परिवेश में पकड़ौआ विवाह न के बराबर हो रहा है। वैसे, इस पूरे प्रकरण में मंगलवार को न्यायालय में युवक का बयान काफी मायने रखेगा। उसके बयान पर ही इस कांड की गुत्थी सुलझेगी। थानाध्यक्ष पवन कुमार ने बताया कि युवक की सकुशल बरामदगी हो गई है। इस मामले का दिलचस्पप पहलू है कि दोनों पक्ष आपस में रिश्तेदार हैं।

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