उपभोक्ताओं पर दोहरी मार, बालू के साथ ईंट भी महंगा
नवादा : जिले के उपभोक्ताओं को दोहरी मार झेलनी पढ़ रही है। बालू के साथ ईंटों की कीमत बढ़ने से मकान बनाने वाले लोगों के सामने महंगाई का संकट आ खड़ा हुआ है। ईंट की कीमतों में दोगुना तक इजाफे ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। ईंट की नई कीमत 10 हजार रुपये प्रति हजार तक जा पहुंची है। इससे पूर्व जिले में ईंट की कीमत 6 हजार रुपये के करीब थी।
ईंट की कीमत बढ़ने के पीछे यों तो कई कारण बताये जा रहे हैं। परंतु हाल के दिनों में सबसे बड़ा कारण बताया जा रहा है कोयले की बढ़ी कीमत। कोयले की एक किस्म की कीमत 6 हजार से बढ़कर 12 हजार रुपये प्रति टन और दूसरे की कीमत 9 से 18 हजार रुपये पर पहुंच गयी है। इसके कारण ईंटों की लागत पर दो गुना खर्च आ रहा है।
जीएसटी की बढ़ी दरें से परेशानी
ईंटों की कीमत बढ़ने के पीछे वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की नई दर का भी येागदान बताया जा रहा है। सरकार ने 01 अप्रैल 2022 से ईंटों पर जीएसटी 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दिया है। ईंट भट्ठा कारोबारियों को इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के बिना 6 प्रतिशत जीएसटी देने के लिए एक समग्र (कंपोजीशन) योजना चुनने का विकल्प दिया गया है। विकल्प नहीं चुनने पर उन्हें आईटीसी के साथ 12 प्रतिशत जीएसटी देना होगा। टैक्स की बढ़ी दरों का असर सीधा ईंटों के कारोबार पर पड़ रहा है,जिससे ईंट की कीमतों में इजाफा हुआ है।
बेमौसम की मार ने तोड़ी कमर
ईंट कारोबारियों को पिछले साल से अभी तक लगातार मौसम की मार झेलनी पड़ रही है। हर माह बिना मौसम के हो रही बारिश ने ईंटों के कारोबार को खासा नुकसान पहुंचाया। बारिश के कारण करोड़ों लागत की कच्ची ईंटें पानी में बह गयी। इनकी जगह दोबारा ईंटें तैयार नहीं की जा सकीं। ईंटों के बर्बाद होने से इसकी लागत काफी हद तक प्रभावित हुई। इसकी भरपाई बढ़ी कीमतों से पूरी की जा रही है।
बालू की मार से पहले ही त्रस्त हैं उपभोक्ता
जिले के उपभोक्ता पहले से ही बालू संकट का खामियाजा भुगत रहे हैं। जिले में 01 जनवरी 2022 से नदियों से बालू का खनन पूरी तरह से बंद है। पर्यावरणीय प्रमाणपत्र नहीं मिलने के कारण नये निविदा धारक द्वारा जिले में खनन का कार्य शुरू नहीं किया जा सका। जिसके कारण जिले में बालू का संकट गहराया हुआ है। दूसरे जिलों से बालू मंगवाने में उपभोक्ताओं को दोगुना कीमत चुकानी पड़ रही है। कालाबाजारी कर बेचा जा रहा बालू भी काफी महंगा पड़ रहा है।
कहते हैं संघ के सचिव
ईंटों के कारोबारी तीन तरह की मार झेल रहे हैं। कोयले की कीमत के साथ जीएसटी बढ़ने का असर ईंटों पर पड़ा है। इसके अलावा प्रकृति की मार से कारोबार काफी प्रभावित हुआ। करोड़ों की कच्ची ईंटे बारिश में बर्बाद हो गयी। कारोबार को जीवित रखने के लिए ईंटों की कीमतों में बढ़ी दरों के अनुपात में वृद्धि की गयी है। लोगों के लिए ईंट आसानी से सुलभ दर पर उपलब्ध है।
एसपी डा गाैरव मंगला ने संभाला काम-काज
नवादा : नए पुलिस अधीक्षक डा गौरव मंगला बुधवार 11 मई को नवादा पहुंचे और अपना काम काज संभाला। पुलिस कार्यालय पहुंचने पर उन्हें जवानों ने सलामी दी। सलामी लेने के बाद वे अपने दफ्तर की ओर बढ़े। कार्यालय पहुंचकर उन्होंने प्रभार ग्रहण किया। इस दौरान उनके साथ निवर्तमान एसपी डीएस सांवलाराम, डीएसपी मुख्यालय अनिल कुमार आदि थे। पदभार संभालने के बाद उनकी पहली प्रतिक्रिया का इंतजार मीडियाकर्मियों को है।
उल्लेखनीय है कि 7 मई की रात उनका पदस्थापन नवादा एसपी के रूप में किया गया था। तब से उनके आगमन का इंतजार हो रहा था। इनके काम काज संभालने के साथ ही इंतजार की घड़ियां समाप्त हो गई।बता दें कि उसी रात डीएम के रूप में उदिता सिंह का पदस्थापन नवादा हुआ था। उन्होंने मंगलवार 10 मई को अपना प्रभार ग्रहण किया।
सीएचसी में लगी चापाकल बनी शोभा की वस्तु
नवादा : जिले के नारदीगंज प्रखंड के एक मात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पानी की घोर समस्या है।भीषण गर्मी से त्राहिमाम मचा हुआ है।इस केंद्र में आए मरीजों और उसके परिजन को पीने के लिए बाजार से पानी मोल खरीदना पड़ता है,नहीं तो प्यासे घर वापस जाना पड़ता है। कहने को तो सीएचसी के प्रांगण में चार चापाकल लगा है। लेकिन चालू स्थिति में मात्र एक चापाकल है।
हालत यह है कि उसमें भी कई हैंडल चलाने के बाद पानी आता है जबकि तीन चापाकल शोभा की बस्तु बनी हुई है। विभागीय अधिकारी कनीय अभियंता प्रिंस कुमार का दावा है कि इस केंद्र में सभी चापाकल चालू हालत में है।वहां का हालत देखकर उनका दावा खोखला साबित हो रहा है।
बुधवार को मीडिया कर्मी स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचे, और पेयजल की स्थिति की जानकारी लिया तो उस केंद्र में पानी की गंभीर समस्या है, तीन चापाकल दिखावे के हालत में है। एक चापाकल से लोगों की प्यास बुझ रही है। सीएचसी राजगीर बोधगया राजमार्ग 82 पर स्थित है। जिसके कारण यहां हमेशा मरीजों की भीड़ लगी रहती है। आउटडोर में कम से कम 200 मरीज और उसके परिजन सीएचसी प्रतिदिन यहां इलाज के लिए आते हैं।इसके अलावा इमरजेंसी मरीज का भी आना लगा रहता है।
स्वास्थ्य केंद्र नेशनल हाइवे पर होने के कारण दुर्घटना से जख्मी लोग भी यहां आते रहते हैं। पानी की समुचित व्यवस्था नहीं रहने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।सीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अखिलेश प्रसाद ने बताया कि सीएचसी में पानी की बड़ी समस्या है।कंपाउंड में लगा चार चापाकल में तीन खराब पड़ा हुआ है। जिसकी जानकारी विभागीय अधिकारी को दे दिया गया है। इस मामले को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता सह पूर्व मुखिया अरविन्द मिश्रा ने भी डीएम, पीएचडी कार्यपालक अभियंता, बीडीओ व जनप्रतिनिधियों के अलावा सोशल मीडिया पर सीएचसी में खराब पड़े तीनों चापाकल की मरम्मती कर पेयजल संकट दूर करने की मांग किया है।
पीएचडी विभाग के कनीय अभियंता प्रिंस कुमार ने बताया कि 15 दिन पूर्व सभी चापाकल को बनवाया गया था जो चालू हाल में है। लेकिन सोशल मीडिया पर सूचना मिली है कि तीनों चापाकल खराब पड़ा हुआ है। पुनः सभी खराब पड़े चापाकल को जल्द से जल्द मरम्मत कर चालू करा दिया जायेगा।
बाइक दुर्घटना में नगर के युवक की गया में मौत
नवादा : नगर के प्रसाद मोहल्ला निवासी योगेंद्र प्रसाद केशरी के पुत्र विकी सिन्हा ( 28 वर्ष ) की मौत बुधवार को मोटरसाइकिल दुर्घटना में हाे गई। हादसा गया जिले के मानपुर डीएभी स्कूल के पास की बताई गई है। सूचना मिलते ही परिजन सहित आसपास के बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल के लिए रवाना हो गए।
बताया गया कि युवक गया जिले के डोभी से शादी समारोह में शामिल होकर घर लौट रहा था। तभी रास्ते में हादसा हुआ। किसी अज्ञात वाहन द्वारा टक्कर मारे जाने से घटनास्थल पर ही मौत हुई। घटना की सूचना के बाद से घर परिवार में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। गया जिले की पुलिस शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दी है।
जिला परिषद सदस्य सहित परिवार पर जानलेवा हमला, दर्जन भर जख्मी
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित मेसकौर थाना क्षेत्र के रंका जलालपुर गांव में जिला परिषद सहित परिवार पर जानलेवा हमला किये जाने का मामला सामने आया है। घटना में घायल परिवार के सभी सदस्यों को इलाज के लिए पावापुरी अस्पताल स्थानांतरित किया गया है। बताया जाता है कि जिला परिषद सदस्य सुरेंद्र राजवंशी के पैतृक घर जलालपुर में गांव के आधा दर्जन की संख्या में रहे दबंगों ने मिलकर रात में हमला किया। जिसमें जिला परिषद के 6 स्वजन गंभीर रूप से घायल हो गए।
सभी को मेसकौर पीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद सभी को नवादा सदर अस्पताल रेफर कर दिया. घायलों मुकेश राजवंशी, विकास कुमार, मनोज कुमार, चंद्रवंशी देवी,सुशीला देवी, संपूर्णानंद कुमार जिला परिषद के पुत्र विकास कुमार भाई मुकेश राजवंशी, चंद्रवंशी देवी ,सुशीला देवी, दोनों भाई की पत्नी गंभीर रूप से घायल है।
एक सप्ताह पहले बारात में डीजे बजाने को लेकर हुआ था विवाद
बताया जाता है कि एक हफ्ता पूर्व बारात में डीजे बजाने को लेकर आपस में लोगों के बीच विवाद हो गया था तब विवाद को जिला परिषद के द्वारा सुलझाया गया था। उस समय भी आक्रोशित लोगों ने कहा था कि इसका अंजाम भुगतना होगा। जिसके बाद आक्रोशित लोगों ने देर रात जिला परिषद के घर में घुसकर जिला परिषद और उसके परिवार के साथ जमकर मारपीट किया।
जख्मी जिला परिषद ने बताया कि जनप्रतिनिधि होने के नाते लोगों की सेवा करते हैं लेकिन गांव के ही को दबंगों के द्वारा हमारे परिवार वह हम पर जानलेवा हमला किया गया है जिसके कारण हमारे परिवार के एक दर्जन लोग घायल है। इन लोगों की दबंगई इतनी हो गई है। कि कहीं पर भी किसी भी समय किसी भी लोगों के साथ मारपीट करना शुरू कर देते हैं। इन लोगों के खिलाफ थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाएंगे। थानाध्यक्ष राज कुमार ने बताया कि मामले को लेकर पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में लिया है। सभी से पूछताछ की जा रही है। आवेदन के आधार पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।