मंडल कारा में डीएम-एसपी का छापा, नहीं मिला आपत्तिजनक सामान
नवादा : मंडल कारा में जिला प्रशासन द्वारा बुधवार की सुबह तड़के छापेमारी की गयी। छापेमारी के दौरान किसी प्रकार का कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं किया गया। डीएम यशपाल मीणा व एसपी सायली सावलाराम डी के संयुक्त नेतृत्व में जिले के प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारियों की टीम द्वारा छापेमारी में जेल के सभी 22 वार्डों, अस्पताल, सेल, महिला वार्ड आदि का अधिकारियों द्वारा सघनता से जांच की गयी। इस दौरान सदर एसडीओ उमेश कुमार भारती, एसडीपीओ उपेंद्र प्रसाद, नगर थानाध्यक्ष विजय कुमार सिंह समेत बड़ी संख्या में प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारी के अलावा कई थानों के थानाध्यक्ष व बड़ी संख्या में पुलिसबल मौजूद थे।
बंदियों व कर्मियों में मचा हड़कम्प
छापेमारी की सूचना पर बंदियों व कारा कर्मियों में हड़कम्प मच गया। एक साथ सभी वार्डों की जांच प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारी की मौजूदगी में की गयी। इस दौरान कैदियों के बेड व थैला के अलावा उनकी शारीरिक जांच भी की गयी। परंतु किसी प्रकार का नशीला अथवा इलेक्ट्रानिक डिवाइस समेत कोई भी आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं किया जा सका। डीएम यशपाल मीणा द्वारा मंडल कारा के सेल का निरीक्षण किया गया। पदाधिकारियों द्वारा इस क्रम में बंदियों से पूछताछ की गयी।
ईट राइट कैम्पस की भी हुई जांच
ईट राइट कैम्पस को लेकर किचेन और भंडार गृह समेत अन्य जगहों का निरीक्षण किया गया। बंदियों व कारा कर्मियों द्वारा संबंधित मुद्दे पर फिडबैक लिया गया। निरीक्षण के दौरान पुस्तकालय, खेल का मैदान, संगीत से संबंधित उपकरणों आदि की जांच की गयी। इन उपकरणों को उपयोग में लाने के लिए कारा पदाधिकारियों को कई निर्देश दिये गये। भंडार गृह के निरीक्षण के दौरान खाद्य पदार्थों को व्यवस्थित ढंग से रखने के कई निर्देश दिये गये।
एसपी ने महिला वार्ड की जांच की
एसपी सायली सावलाराम डी द्वारा महिला वार्ड व सेल के साथ-साथ कई वार्डों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान मौके पर मौजूद जेलर को चौक-चौबंद सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर कई निर्देश दिये गये। निरीक्षण के क्रम में कारा परिसर के चप्पे-चप्पे का मुआयना किया गया। इसके लिए पुलिस पदाधिकारी, प्रशासनिक पदाधिकारी और काफी संख्या में पुलिस बलों को लगाया गया था।
टेलीफोन बूथ का लिया जायजा
इस दौरान कारा परिसर में बंदियों को परिजनों से बातचीत के लिए लगाये गये टेलिफोन बूथ का जायजा लिया गया। बंदियों की बातचीत के लिए कारा परिसर में बीएसएनएल के दो बूथ बनाये गये थे। डीएम द्वारा काराधीक्षक से इस बारे में फिडबैक लिया गया।
भोजन में करें मेन्यू का पालन
डीएम ने काराधीक्षक को जेल मेन्यू के मुताबिक सभी बंदियों को भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। इस बारे में उन्होंने बंदियों से भी पूछताछ की। साथ ही सुरक्षा व अन्य संबंधित मुद्दे पर कई विशेष निर्देश दिया।
टावर का लिया जायजा व भूमि मापी का निर्देश
डीएम ने मंडल कारा के टावर पर चढ़कर जेल के अन्दर और बाहर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और और बेहतर सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए काराधीक्षक को कई निर्देश दिये। टावर संख्या-01, 03 और 04 की सही तरीके से मरम्मत कराने का निर्देश दिया। जेल के बाहर अर्द्धनिर्मित बाउंड्री के संबंध में सीओ को आवश्यक निर्देश दिय गये तथा मंडल कारा परिसर के पास की भूमि को अतिक्रमण को यथाशीघ्र मुक्त कराने का निर्देश दिया। काराधीक्षक के मुताबिक मंडल कारा की कुल जमीन 10 एकड़ बतायी गयी।
मतगणना को ले जारी किया संयुक्त आदेश
नवादा : बिहार विधान परिषद निर्वाचन 2022 के लिए नवादा स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र में मतगणना का कार्य 07 अप्रैल 2022 दिन गुरुवार को निर्धारित है। मतगणना का कार्य दिनांक 7 अप्रैल 22 के एल एस कॉलेज में स्थापित गृह में 8:00 बजे पूर्वाहन से शुभारंभ होगा।
नवादा स्थानीय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र 20-22 स्वच्छ, निष्पक्ष और पारदर्शी वातावरण में कराने के लिए यशपाल मीणा जिला निर्वाचन अधिकारी सह जिला पदाधिकारी नवादा और सुश्री डी एस सावला राम पुलिस अधीक्षक के द्वारा संयुक्त आदेश जारी किया गया है। मतगणना केंद्र के अंदर और बाहर सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गई है। मतगणना केंद्र के एल एस कॉलेज में संपूर्ण कार्य की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। के एल एस कॉलेज नवादा स्थित मतगणना केंद्र में दिनांक 7 .04. 22 को 5:30 बजे से जिला नियंत्रण कक्ष शुभारंभ हो जाएगा।जिला नियंत्रण कक्ष मतगणना की समाप्ति एवं परिणाम घोषणा तक रहेगी।
नियंत्रण कक्ष में अंशु कुमारी जिला पंचायती राज पदाधिकारी एवं सत्येंद्र प्रसाद जिला सूचना जनसंपर्क अधिकारी को नियुक्त किया गया है। मतगणना केंद्र की आंतरिक सुरक्षा के लिए सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस अधिकारी 7 अप्रैल 22 को 6:00 बजे प्रातः से अपने अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर उपस्थित होकर विधि व्यवस्था का संधारण करना सुनिश्चित करेंगे।
मतगणना केंद्र के मुख्य द्वार पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस अधिकारी को आदेश दिया गया है कि मतगणना केंद्र के अंदर मतगणना कर्मियों एवं अन्य अधिकारियों को प्रवेश करते समय उनका परिचय पत्र एवं प्रवेश पत्र का गहन जांच कर लेंगे। मतगणना केंद्र के अंदर खैनी, बीड़ी, सिगरेट, दियासलाई, लाइटर मोबाइल, सेल फोन, स्मैक पाउडर ,चाकू ,छुरी मोबाइल, सेल फोन, स्मैक पाउडर ,चाकू ,छुरी आदि ले जाना प्रतिबंधित किया गया है।
मतगणना केंद्र के एल एस कॉलेज में मतगणना की तिथि को अभ्यर्थी चुनाव अभिकर्ता मुख्य प्रवेश द्वार से अंदर जाएंगे दंडाधिकारी और पुलिस अधिकारी को आदेश दिया गया है कि निर्वाचन लड़ने वाले उम्मीदवारों तथा उनके मतगणना अभिकर्ता ओं को परिचय पत्र प्रवेश पत्र की भलीभांति जांच उपरांत ही अंदर जाने की अनुमति देंगे ।
मतगणना की तिथि 07अप्रैल 22 को मतगणना केंद्र नवादा में 500 मीटर की परिधि में सुबह 6:00 बजे से मतगणना की समाप्ति तक घोषणा एवं घोषणा के बाद 4 घंटे तक धारा 144 लागू की गई है। बिहार विधान परिषद 2022 में मतगणना की तिथि को विधि व्यवस्था संधारित करने के लिए और शांति व्यवस्था कायम रखने हेतु पूरे नगर क्षेत्र में प्रातः 6:00 बजे से सघन पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है।
मतगणना केंद्र के पास चिकित्सा व्यवस्था, अग्निशमन दस्ता, दंगा रोधी वाहन आदि को सुव्यवस्थित ढंग से रखने का निर्देश दिया गया है। इस आदेश का उल्लंघन करने वाले संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी। मतगणना केंद्र के विधि व्यवस्था के संपूर्ण प्रभार में डॉक्टर कारी प्रसाद महतो अपर समाहर्ता सह जिला लोक शिकायत निवारण प्राधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है। मतगणना केंद्र पर 1 दर्जन से अधिक स्थानों पर दंडाधिकारी एवं पुलिस अधिकारी के साथ-साथ काफी संख्या में सशस्त्र पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
यहां कश्मीर जैसा नजारा
नवादा : बिहार की राजधानी पटना से 133 किमी दूर नवादा जिले के गोविन्दपुर प्रखंड में ककोलत जलप्रपात है। इसे लोग बिहार का कश्मीर भी बोलते हैं। इसकी अमेरिका के नियाग्रा जलप्रपात से तुलना की जाती है। ककोलत को ‘नियाग्रा ऑफ बिहार’ भी कहा जाता है। यह नवादा जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविन्दपुर में पहाड़ियों से घिरा हुआ है। गर्मी की शुरुआत होते ही यहां पर्यटकों की संख्या बढ़ने लगती है। करीब 150 मीटर की ऊंचाई से यहां पानी गिरता है, जो इसकी खूबसूरती को और भी बढ़ाता है।
14 अप्रैल को लगता है मेला
ककोलत जलप्रपात के पास नायादगार समय से 14 अप्रैल बिसुआ संक्रांति के अवसर पर तीन दिनों का मेला लगता है. मान्यता है कि इस अवसर पर स्नान करने से सर्प व गिरगिट योनि से मुक्ति मिलती है।ककोलत जलप्रपात को लेकर धार्मिक मान्यता है कि महाभारत काल में ककोलत के समीप एक ऋषि के श्राप की वजह से राजा नृग गिरगिट के रूप में वास करते थे।
अज्ञातवास के दौरान पांडवों के आने से वे श्राप से मुक्त हुए थे। ककोलत जल प्रपात पहुंचने के एक किलोमीटर पहले से ही ठंडी हवाएं आपका स्वागत करने लगती है। करीब 150 मीटर की ऊंचाई से गिरने वाला पानी कई पहाड़ियों से गुजरते हुए यहां गिरता है। पानी के श्रोत के बारे में कई बार जानकारी लेने की कोशिश की गई। लेकिन, इसका पता नहीं चल सका।
रहने की व्यवस्था नहीं
ककोलत जल प्रपात कभी नक्सल प्रभावित इलाके में आता था। यहां आने से पहले लोगों को काफी कुछ सोचना पड़ता था। लेकिन, समय बदला तो व्यवस्थाएं भी बदली। सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवाल धीरे-धीरे खत्म होने लगे। बड़ी संख्या में लोग अब यहां पहुंचते हैं। यहीं ककोलत के पानी में ही पर्यटक भोजन भी बनाते हैं। यहां के पानी में भोजन भी बहुत जल्दी पकता है। साथ ही स्वाद भी गजब का होता है। हालांकि, शाम के बाद पर्यटक ककोलत जल प्रपात से निकलने लगते हैं। क्योंकि, अब तक यहां रहने की व्यवस्था नहीं की गई है।
पर्यटन विभाग की ओर से सुविधा के नाम पर सिर्फ बोर्ड, अभी भी विकास का इंतजार
प्रदेश में कई सरकारें आई और गई। लेकिन, लेकिन ककोलत का कायापलट नहीं हो पाया। ककोलत आज भी किसी तारणहार का इंतजार कर रहा है। यहां सौंदर्यीकरण की योजना वर्ष 2009 में भी बनी थी। लेकिन वन भूमि के चलते इसके निदान में छह साल लग गए। 2015 में 12.3 एकड़ भूमि स्थानांतरण की प्रक्रिया के बाद 11.65 करोड़ रुपए की योजना से वन विभाग के जरिए काम शुरू हुआ। 2018 तक 2.27 करोड़ से सीढ़ियां, तीन कल्वर्ट जैसे कुछ काम हुए। लेकिन, अभी तक रात में रूकने के लिए गेस्ट हाउस नहीं बन सका है।
150 मीटर की ऊंचाई से गिरता है पानी, बाढ़ और भूस्खलन के कारण बर्बाद हो चुके हैं कई काम
1994-95 में जलप्रपात तक पहुंचने के लिए चार फीट चैड़ी सीढ़ी, स्नान आदि की व्यवस्था की गई थी। इस राशि से पर्यटकों के लिए कुंड का निर्माण किया गया। लेकिन, ककोलत में आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण सब बेकार हो गए हैं। फिलहाल ककोलत में बेरेकेडिंग और महिलाओं के कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम भी नहीं है। जर्जर भवन में महिलाएं कपड़ा बदलती है। पुराना गेस्ट हाउस अब खंडहर में तब्दील हो गया है।
उत्पाद विभाग का हर जिले में होगा अपना थाना, जारी हुआ आदेश
नवादा : बिहार में लागू शराबबंदी कानून 2016 में हाल के दिनों में किए गए कुछ बदलावों के बाद अब हर जिले में उत्पाद विभाग का अपना थाना होगा। यह थाना उसी प्रकार काम करेगी जैसे बिहार पुलिस की करती है। फर्क सिफ इतना होगा इस थाना के पास सिर्फ शराब से जुड़े मामले होंगे। विभाग स्तर पर इस आशय का आदेश जारी कर दिया गया है। जारी आदेश में थाना संचालन से संबंधित दिशा-निर्देश विस्तार से दिया गया है। थाना का नाम मद्यनिषेध थाना किया गया है।
उत्पाद आयुक्त बी. कार्तिकेय धनजी द्वारा थाना संचालन के लिए जरूरी दिशा निर्देश जारी कर दिया गया है। दिशा-निर्देशों के अनुसार जिला में वरीयतम/ सदर निरीक्षक मद्य निषेध थाना प्रभारी होंगे। एक जिला के संपूर्ण प्रशासनिक क्षेत्र एक थाना होगा जो उत्पाद थाना कहलाएगा। निरीक्षक मद्यनिषेध, अवर निरीक्षक मद्यनिषेध एवं सहायक अवर निरीक्षक मद्यनिषेध एफआइआर दर्ज कर सकेंगे।
वरीय निरीक्षक मद्यनिषेध सदर सह उत्पाद थाना प्रभारी जिले में दर्ज उत्पाद अभियोगों के अनुसंधानकर्ता के रूप में अधीनस्थ उत्पाद पदाधिकारी को कार्य आवंटित करेंगे। इसी प्रकार, उत्पाद निरीक्षक, उत्पाद अधीक्षक, विभाग के सहायक आयुक्त को कांडों के पर्यवेक्षण का अधिकार होगा। एक प्रकार से थाना संचालन जैसी तमाम प्रक्रिया उत्पाद थाना में अपनाई जाएगी। इसके खुलने से विभाग के पदाधिकारियों को कांड अंकित करने से लेकर अनुसंधान आदि में आसानी होगी। पूरे जिले के कांडों का रिकार्ड एक स्थान पर मिल सकेगा। पुलिस पर से निर्भरता भी कम होगी।
फिलवक्त अनुमंडल व अंचल स्तर पर उत्पाद विभाग काम कर रही थी। नवादा की बात की जाए तो दो अनुमंडल नवादा सदर व रजौली और छह अंचल में बांटा गया था। दोनों अनुमंडल क्षेत्र में तीन-तीन अंचल है। रजौली अनुमंडल में रजौली, गोविंदपुर, नरहट तथा सदर अनुमंडल में नवादा, पकरीबरावां व वारिसलीगंज अंचल है। जिस इलाके में कोई शराब की बरामदगी होती या इससे जुड़े मामले होते वहीं कांड अंकित कर अनुसंधान शुरू होता था। नई व्यवस्था में सभी प्राथमिकी मद्य निषेध थाना में दर्ज होगा।
बगैर लाइसेंस नहीं निकलेगा जुलूस, बाइक का प्रयोग प्रतिबंधित
नवादा : रामनवमी पर्व के मद्देनजर बुधवार को अकबरपुर थाना परिसर में डीएम यश पाल मीणा व एसपी डीएस सावलाराम की मौजूदगी में अकबरपुर व नरहट प्रखंड शांति समिति के सदस्यों के साथ बैठक की। डीएम-एसपी ने उपस्थित लोगों से आयोजन संबंधी फीडबैक लिया।
कहा कि रामनवमी के त्योहार को शांतिपूर्ण एवं भाईचारे के वातावरण में मनाने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। जिले के सभी संवेदनशील और अति संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की जा रही है। डीएम-एसपी ने अपील करते हुए कहा कि रामनवमी का जुलूस दिन में दो बजे से छह बजे तक तक समाप्त करें। शांति समिति के सदस्यों ने भी शाम छह बजे जुलूस समाप्त करने पर हामी भरी।
डीएम ने कहा कि बिना लाइसेंस किसी प्रकार का जुलूस नहीं निकलेगा
जुलूस का नेतृत्व करने वाले अनुशासित रहेंगे और भीड़ को भी अनुशासित रखेंगे। सभी पूजा समितियों को निर्देश दिया गया है कि 25-25 वालंटियर्स की सूची अनुमंडल पदाधिकारी को दें। उन लोगों को जिला प्रशासन द्वारा पास निर्गत किया जाएगा।
जुलूस में बाइक का नहीं नहीं इस्तेमाल
– बैठक में कहा गया कि जुलूस में मोटरसाइकिल का प्रयोग प्रतिबंधित किया गया है। डीजे का भी प्रयोग नहीं होगा। अस्त्र शस्त्र, तलवार, भाला, गड़ासा, हाकी स्टिक आदि को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया है। कानून को हाथ में लेने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिला पदाधिकारी ने अनुमंडल अधिकारी और एसडीपीओ को निर्देश दिया कि डेकोरेशन की दुकानों से डीजे की संख्या का सूची प्राप्त करें और आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। रामनवमी जुलूस में असामाजिक तथा आपराधिक तत्वों पर जिला प्रशासन की पैनी नजर रहेगी। ऐसे तत्वों के मोबाइल का लोकेशन भी लिया जा रहा है। सभी सदस्यों से आग्रह किया गया कि रामनवमी त्योहार को शांतिपूर्ण और भाईचारे के वातावरण में मनाने के लिए लगातार फीडबैक जिला प्रशासन को दें।
जिलाधिकारी ने कहा कि शांति व्यवस्था कायम होने पर विकास की गति कई गुणी बढ़ जाती है। सौहार्द और शांतिपूर्ण वातावरण में रामनवमी त्योहार को मनाने के लिए जिले वासियों से अपील की गई है। सुरक्षा और प्रतिरक्षा के लिए काफी संख्या में सीआरपीएफ, रैफ आदि जवानों की भी प्रतिनियुक्ति की जाएगी। जुलूस के मार्ग में सीसीटीवी कैमरा को ठीक करने का निर्देश दिया गया है। ड्रोन के माध्यम से भी असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर रहेगी।
जुलूस में बाहर से आकर सम्मिलित होने वाले असामाजिक और आपराधिक तत्वों पर जिला प्रशासन की पैनी नजर रहेगी। उनके कार्यकलापों एवं आचरण के संबंध में दोनों प्रखंड विकास पदाधिकारी से फीडबैक प्राप्त किया गया है।एसपी ने कहा कि रामनवमी त्योहार को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने के लिए सभी स्थानों पर सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की जा रही है। डीजे को जप्त किया जा रहा है। जुलूस के मार्ग में पर्याप्त संख्या में लाइट और सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं। जिला मुखिया संघ अध्यक्ष उदय यादव ने भी कई सुझाव दिया।
मौके पर रजौली एसडीएम आदित्य कुमार पियूष , एसडीपीओ संजय कुमार पाण्डेय , डीपीआरओ सत्येंद्र प्रसाद, बीडीओ डा मृत्यंजय कुमार, सीओ, नरहट बीडीओ, थानाध्यक्ष अजय कुमार, नरहट थानाध्यक्ष सरफराज इमाम समेत कई पदाधिकारी, महेश कुमार, पूर्व मुखिया विनोद कुमार राकेश उर्फ टाम, कारू मालाकार, विक्रम कुमार, पचगांवा मुखिया विनीत कुमार, पचरूखी मुखिया प्रतिनिधि ब्रम्हचारी प्रसाद, मो सोहैल समेत अकबरपुर व नरहट प्रखंड के कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे। रमजान के कारण अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों की उपस्थिति नगण्य रही।
जेई पर यौन शोषण का आरोप, दो पत्रकार बने आरोपी
नवादा : जिले के अकबरपुर प्रखंड के जेई दीपक कुमार पर प्रखंड के एक गांव के नावालिग ने यौन शोषण करने का आरोप लगाया है. इससे संबंधित प्राथमिकी थाने में दर्ज कराई है. दर्ज प्राथमिकी में दो स्थानीय पत्रकारों को भी नामजद किया गया है।थानाध्यक्ष अजय कुमार ने पाक्सो व एसी एससी ऐक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच आरंभ की है।
आरोप है कि जेई दीपक कुमार एक अप्रैल की संध्या करीब सात बजे जब वह खाना बना रही थी अचानक मोटरसाइकिल से वे पहुंचे और बिना आवाज दिये घर में प्रवेश कर गये। कहा रिश्ते में हमारी साली लगती हो और जबरन हाथ पकड़ कर कमरे में ले जाकर यौन शोषण करना चाहा। चिखने चिल्लाने की आवाज सुन पड़ोस के अमित कुमार व बिरवल रविदास अन्य ग्रामीण के साथ दौड़ पड़े। ग्रामीणों को आते देख वे मोटरसाइकिल से फरार हो गये। घटना की जानकारी ग्रामीणों के साथ परिजनों को दी।
02 अप्रैल को जब वह आवेदन लेकर थाना जा रही थी ब्लॉक गेट के पास पत्रकार मनोज कुमार व अनिल कुमार मिल गये तथा पूछताछ करना आरंभ कर दिया। आवेदन की मांग की। इंकर करने पर जबरन हाथ से आवेदन ले जाति सूचक शब्द का प्रयोग कर भद्दी भद्दी गालियाँ दी। कहा जेई के साथ मिलकर तुम्हारी ज़िंदगी बर्बाद कर देंगे। जेई से दोनों की मिलीभगत है तथा उनसे पैसे लेकर दोनों बंदरबांट किया करता है।
आवेदन के आलोक में थाना ध्यक्ष अजय कुमार ने अग्रेतर कार्रवाई आरंभ कर दी है। बता दें इसके पूर्व जेई चोरी से बिजली जलाने के आरोप में पीड़िता की मां समेत उक्त गांव के चार लोगों के विरुद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
रामनवमी जुलूस में शामिल लोगों को शर्बत पिलायेगा चित्रांश एसोसिएशन
नवादा : हिंदुओं का महान पर्व श्रीराम उत्सव रामनवमी शोभा यात्रा मे 12 अप्रैल 2022 को प्रजातंत्र चौक पर शिविर लगाकर श्रीराम भक्तों को शर्बत पिलायेगा चित्रांश एसोशियेशन । हर साल की भांति इस साल भी शर्बत पिलाने व ठंडा पानी पिलाने को लेकर जिला चित्रांश एसोसिएशन की बैठक हुई l
बैठक की अध्यक्षताA.G.P संतोष कुमार सिन्हा ने किया। प्रस्ताव पारित मंशु सिन्हा, अनुप सिन्हा व संजय सिन्हा ने की। बैठक में समाजसेवी मनीष कुमार सिन्हा भी उपस्थित थेl कार्यक्रम का नेतृत्व अधिवक्ता अनिल कुमार बुल्लू करेंगे। बैठक में सतीश कुमार सिन्हा, राजेश कुमार सिन्हा, आनंद कुमार सिन्हा परमेश कुमार पप्पू, मोनू सिन्हा, चुन्नू सिन्हा, रंजीत सिन्हा, सोनू कुमार, शिवनारायण प्रसाद, सत्येंद्र कुमार सिन्हा आदि लोग उपस्थित थे।
दुनिया की सबसे बडी पार्टी के सदस्य होने का हमें गौरव है :- डा पूनम शर्मा
नवादा : 6 अप्रैल 1980 को भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी गई थी।पूरे देश में आज भारतीय जनता पार्टी स्थापना दिवस के रुप में इसे मना रही है। दो सीट से चलकर आज यह दुनियां की सबसे बडी पार्टी का रुप ले लिया है। लगभग 18 करोड़ कार्य कर्ता सिर्फ भाजपा की है। उक्त बाते प्रदेशमंत्री डा पूनम शर्मा ने कही।
पूनम शर्मा के नेतृत्व में पैदल मार्च कर माननीय यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का उद्बोधन कार्यकर्ताओं के साथ सुना। साथ में वरिष्ठ भाजपा नेता प्रो.विजय कुमार सिन्हा महिला मोर्चा अध्यक्ष गौरी रानी रंजीत कुमार सुधीर सिंह मुकिल प्रसाद तथा अनेकों कार्यकर्ता रहे।
सुबह 9.30 से कार्यक्रम शुरु हुआ जिसे 11 बजे तक मिठाई बांटकर समाप्त किया गया। अपने उद्बोधन में डा पूनम शर्मा ने कहा कि यह झंडा हमारे सम्मान के प्रतीक है यह संस्कार से हम सभी जुडे हैं और इनकी मान की रक्षा हमारा कर्तव्य है।भाजपा एक परिवार के रुप में सभी के साथ है। आज गरीबों के बीच जाकर कपडे बाटना, बैक्सीनेशन की जागरुकता फैलाना लाभार्थी योजना को जन जन तक पहुंचाना भी इस कार्क्रम की रुप रेखा रही।