पारसनाथ पहाड़ी और मधुबन को पवित्र जैन तीर्थस्थल घोषित करे सरकार : दीपक जैन

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– जैन समाज की सम्मेदशिखर को वन्य जीव अभ्यारण क्षेत्र घोषित करने पर कड़ी आपत्ति

नवादा : जैन धर्मावलंबियों के आस्था का केंद्र पवित्र तीर्थस्थल श्री सम्मेदशिखर जी को केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा वन्य जीव अभ्यारण क्षेत्र घोषित किये जाने जैन समाज ने कड़ी आपत्ति प्रकट करते हुए इस निर्णय को अविलंब वापस लेने का आग्रह किया है।

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जैन समाज के वरिष्ठ नेता-सह-जैन युवा जागृति के अध्यक्ष दीपक जैन ने बताया कि झारखंड राज्य स्थित श्री सम्मेदशिखर जी (पारसनाथ पहाड़ी) जैन धर्मावलंबियों का सबसे पवित्र और सर्वोच्च तीर्थस्थल है. यह तीर्थस्थल जैन धर्म के चौबीस तीर्थंकरों में से तेइसवें तीर्थंकर पार्श्वनाथ सहित बीस तीर्थंकरों की निर्वाणभूमि है. इस कारण यह तीर्थस्थल अनादिकाल से जैन धर्मावलंबियों के सर्वाधिक आस्था और श्रद्धा का केंद्र रहा है।

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उन्होंने बताया कि केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा श्री सम्मेदशिखर जी को वन्य जीव अभ्यारण और पारसनाथ पहाड़ी व मधुबन को इको सिंसिटिव जोन घोषित कर वहां गैर धार्मिक गतिविधियों व पर्यटन की अनुमति दी गई है। उन्होंने इस आशय को लेकर सरकार द्वारा जारी अधिसूचना पर कड़ी आपत्ति प्रकट करते हुए कहा कि केंद्रीय वन मंत्रालय के इस निर्णय से अनादिकाल से जैन धर्मावलंबियों के इस सर्वोच्च तीर्थस्थल का स्वतंत्र अस्तित्व, पहचान और पवित्रता खतरे में पड़ गई है, जिसे अखिल विश्व जैन समाज किसी भी परिस्थिति में सहन नहीं करेगा। उन्होंने बताया कि सरकार के निर्णय के विरोध में जैन धर्मावलंबियों ने आज शनिवार को दिल्ली स्थित जंतर-मंतर सहित देश भर में विरोध सभा का भी आयोजन किया है।

दीपक जैन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना को निरस्त कर पर्वतराज के वंदनामार्ग को अतिक्रमणमुक्त करने, अभक्ष्य सामग्रियों की बिक्री व मोटर-बाइक संचालन को प्रतिबंधित करने, यात्री पंजीकरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने सहित सीआरपीएफ द्वारा सुरक्षा बैरियर, स्कैनिंग व सामान जांच की सुविधा से लैस करते हुए संपूर्ण पारसनाथ पर्वतराज व मधुबन क्षेत्र को मांस-मदिरामुक्त “पवित्र जैन तीर्थस्थल” घोषित किए जाने की दिशा में त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया है। आग्रह करने वालों में जैन समाज के राजेश जैन, अशोक कुमार जैन, अभय जैन, भीमराज जैन, रमेश चंद जैन, संजय जैन, लक्ष्मी जैन, सुनीता जैन, अनिता जैन व संतोष जैन सहित कई अन्य शामिल थे।

विशाल कुमार की रिपोर्ट

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