कर्ज से परेशान युवक ने की ख़ुदकुशी
आरा : भोजपुर जिला मुख्यालय आरा के नवादा थानान्तर्गत पकड़ी चौक मोहल्ले में गुरुवार की देर शाम रिटायर सूबेदार के पुत्र ने सर में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर नवादा थानाध्यक्ष अविनाश कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच मामले की छानबीन कर रहे हैं| मृतक मूल रूप से सहार थानान्तर्गत बजरेयां गांव निवासी व आर्मी से रिटायर सूबेदार स्व. हरिवंश सिंह का 40 वर्षीय पुत्र विमल किशोर सिंह है। वह वर्तमान में नवादा थानान्तर्गत पकड़ी चौक मोहल्ले में परिवार के साथ अपने मकान में रहता था।
मृतक की बहन बबीता ने बताया कि उस पर कई लाख रुपया कर्ज हो गया था| अधिक कर्ज हो जाने के कारण उसे गहना बेचकर कुछ दिन पूर्व बारह लाख रुपया भी दिया गया था। बावजूद इसके वह कहता था कि कर्ज अधिक है। इसी बीच आज शाम उसने सर में खुद को गोली मारकर खुशकुशी कर ली।
भोजपुर एएसपी सह सदर एसडीपीओ हिमांशु घटनास्थल पर पहुंचे और मृतक के परिजनों से घटना की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि विमल किशोर नामक युवक ने खुद को गोली मार ली है। मृतक के परिजनों ने इसकी सूचना दी। प्रथम दृष्टया सुसाइड लग रहा है। हालांकि हम लोग अभी छानबीन कर रहे हैं।
दुष्कर्म के प्रयास का विरोध करने पर जेठ और ससूर ने पीटा
आरा : भोजपुर जिला के बड़हरा थानान्तर्गत चातर गांव में जेठ द्वारा दुष्कर्म कर प्रयास का विरोध करने पर महिला के साथ मारपीट करने में मामले में पीड़ित महिला ने स्थानीय थाना में जेठ,ससुर,सास व गोतनी पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी करवाई करने की गुहार लगाई गई है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
पीड़ित महिला सोनामती देवी ने कहा है कि उसके जेठ गोरख बिंद गलत नियत से उसे बराबर घूरते थे। मना करने के बाद भी वह इससे बाज नही आ रहे थे। विगत चार मार्च को सभी रात्रि पहर खाना खाने के बाद अपने-अपने कमरे में सोने चले गए। इसी बीच जेठ गोरख बिंद ने कमरे में घुस कर उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया।
वह किसी तरह हल्ला करती अपनी इज्ज़त बचा कर भागी| उसके आवाज सुनकर, सांस ससुर व गोतनी वहां पहुची लेकिन किसी ने मदद नही की। इसके विपरीत ससुर सुग्रीव बिंद, सास चिंता देवी व जेठ की पत्नी भूलनी देवी उसके साथ लाठी डंडे व लोहे की रॉड से मारपीट करने लगे। इसी बीच उसकी रक्षा के लिए दूसरी गोतनी कमलावती देवी आई तो उसे इनलोगो ने लोहे के धरदार हथियार से हमला कर उसका हाथ काट दिया।
बाद में इन लोगो ने उसे मारकर अधमरा करने के बाद गाव की सड़क किनारे फेंक दिया। घटना की सूचना पर उसके मायके से आए लोगो ने उसे बेहोशी की हालत में आरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया। थानाध्यक्ष जयंत प्रकाश ने बताया की पुलिस सभी मुख्य बिंदुओं पर जांच कर रही है व घटना में संलिप्त आरोपियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
आरा आरपीएफ ने पकड़े गए चार शराब तस्कर
आरा : आरा रेलवे स्टेशन पर गुप्त सूचना के आधार पर आरपीएफ ने ट्रेन संख्या 15633 डाउन गुवाहाटी एक्सप्रेस के बोगी संख्या 2 के शौचालय से 603 बोतल विदेशी शराब बरामद की। आरा रेलवे जंक्शन की आरपीएफ थानाध्यक्ष सुमन कुमारी ने बताया कि छह पीठ्ठू बैंग से 200 मिलीलीटर आठ पीएम के टोटल 535 पीस, 500 मिलीलीटर के 65 पीस किंगफिशर बीयर, तथा तीन बोतल रॉयल स्टेज व्हिस्की एक का वजन 750 मिलीलीटर बरामद किया गया है।
इसके साथ ही शराब कांड में चार आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। जिसमें सोनू कुमार पिता नवल विश्वकर्मा, दीपक कुमार, पिता बैजनाथ दास, नूर आलम, पिता मोहम्मद रफीक, अमरजीत, स्व बोली जी चारो पटना जिला के सचिवालय थानान्तर्गत यारा गांव के रहने वाले है। उन्होने बताया कि चारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
आरा जंक्शन पर विक्रमशिला और देहरादून-हावड़ा एक्सप्रेस का भी होगा ठहराव
आरा : पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर के दानापुर रेल मंडल अंतर्गत आरा जंक्शन पर 26 मार्च को रेलवे की कई योजनाओ उद्घाटन होगा। आरा में चल रही योजनाओं का उद्घाटन स्थानीय सांसद सह केंद्रीय उर्जा मंत्री आरके सिंह करेंगे तथा दिल्ली से रेल मंत्री हरी झंडी दिखाकर कई ट्रेनों को रवाना करेंगे। रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव रिमोट से आरा जंक्शन पर बने चार नंबर प्लेटफार्म एवं वाश पिट समेत सर्कुलेटिग एरिया को जनता को समर्पित करेंगे। उसी दिन दो ट्रेनों के आरा में ठहराव के लिए हरी झंडी भी दिखाई जाएगी।
आरा सांसद सह केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने बताया कि आरा जंक्शन पर इसी माह में विक्रमशिला एक्सप्रेस एवं देहरादून-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव सुनिचित किया गया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा अन्य ट्रेनों का आरा जंक्शन पर ठहराव के लिए रेल मंत्रालय से मंत्रणा चल रही है। तीन ट्रेनों के समय को ध्यान में रखते हुए पटना इंदौर एक्सप्रेस, अर्चना एक्सप्रेस एवं राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन का जल्द ही आरा जंक्शन पर ठहराव सुनिश्चित किया जाएगा। इन ट्रेनों का ठहराव शुरू होने के बाद भोजपुरवासियों को दिल्ली, भागलपुर, हावड़ा, देहरादून, महाकाल, ओम कालेश्वर एवं वैष्णो देवी जाने की सुविधा अब आरा जंक्शन पर ही मिलने लगेगी।
इससे पहले भोजपुरवासियों को यह ट्रेन पटना जाकर पकड़ना पड़ता था। जिसके चलते यहां के यात्रियों का पांच घंटे का समय नष्ट होता था। दानापुर रेल मंडल के अंतर्गत आरा जंक्शन पर आनंद विहार से चलकर आरा जंक्शन होकर भागलपुर को जाने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस आनंद विहार से दोपहर 1:15 पर खुलेगी। वही मुगलसराय रात्रि के 11:35 में रुकते हुए, आरा जंक्शन पर रात्रि 1:23 पर रुकेगी।
वही देहरादून-हावड़ा उपासना एक्सप्रेस देहरादून से रात्रि 10 बजे खुलेगी आरा जंक्शन पर शाम को 4:38 पर रुकेगी। हाजीपुर रेलवे जोन के सीपीआरओ बीरेंद्र कुमार ने बताया कि विक्रमशिला एक्सप्रेस ट्रेन व अन्य ट्रेनों के ठहराव के लिए रेल मंत्रालय से लेटर जारी होता है। उम्मीद है कि दो से तीन दिनों में लेटर आ जाएगा।
कथा यज्ञ आकाश तीर्थ है, वेदों का अमृत है भागवत कथा : आचार्य भारतभूषण
आरा : स्थानीय जगदेव नगर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह के पहले दिन प्रवचन करते हुए श्रीमत्सनातनशक्तिपीठाध्यक्ष आचार्य भारतभूषण जी महाराज ने कहा कि पंचभूतों के अपने-अपने तीर्थ होते हैं। गया आदि पृथ्वी के पितृतीर्थ हैं जहाँ श्राद्धादि करने से मुक्ति मिलती है। उसी प्रकार श्रीमद्भागवत कथा आकाश का तीर्थ है जिसे सुनने से भक्ति, भुक्ति और मुक्ति प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि आत्मा अमर है और इसके पूर्वजन्म तथा पुनर्जन्म होते हैं।
शुभाशुभ कर्मों का फल भोगने के लिए विभिन्न शरीरों की प्राप्ति होती है। शास्त्र इहलोक और परलोक दोनों में सुख देने का मार्ग प्रशस्त करते हैं। श्रीमद्भागवत माहात्म्य की कथा कहते हुए आचार्य भारतभूषण ने कहा कि मनुष्य शरीर में यदि भगवान की भक्ति मिल गई तो जीवन का परमलाभ प्राप्त हो गया। भगवान का भक्त न केवल अपने कुल तथा सगे-सम्बन्धियों की कई पीढ़ियों का उद्धार कर देता है बल्कि पूरे समाज का। हृदय में भक्ति के प्रतिष्ठित होते ही भगवान स्वयं पधारते हैं।
आचार्य ने कहा कि ज्ञान और वैराग्य भक्ति देवी के लाड़ले पुत्र हैं जिनके बिना वे उदास हो जाती हैं। कलियुग में ज्ञान-वैराग्य विरहित भक्ति, वर्ण-वेष निरपेक्ष कर्मकांड और यम-नियम निरपेक्ष योग का प्रचार किया जाता है जो शास्त्रविरुद्ध तथा विपरीत फल देनेवाला होता है। आचार्य भारतभूषण जी महाराज ने कहा कि वेदों का सारहृदय है भागवत कथा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार दूध में घी और ईख में रस के विद्यमान रहने के बावजूद निर्धारित प्रक्रिया के द्वारा ही निकाला जाता है उसी प्रकार वेदों में व्याप्त परब्रह्म को पूर्वाचार्यों ने निर्धारित प्रक्रिया के द्वारा भागवत में प्रकट किया है। भगवान परम सत्य हैं।
संसार में सापेक्ष सत्य का ही अनुभव होता है जबकि भागवत में परम सत्य का दर्शन होता है। कुन्ती, द्रौपदी, उत्तरा, अर्जुन आदि भक्तों को केवल भगवान का ही भरोसा है इसलिए वे सभी संकटों से पार हो जाते हैं। दुर्योधन को सत्ता, सेना और शक्ति का भरोसा है अतः वह धर्म और ईश्वर की परवाह नहीं करता तथा अन्त में पराजित हो जाता है। आचार्य ने कहा कि जो आशा का दास होता है उसे संसार का दास बनना पड़ता है जबकि आशा जिसकी दासी है उस परमात्मा का दास बन जाने पर संसार आदर करने लगता है। इसके पूर्व व्यासपीठ पर आचार्य भारतभूषण जी महाराज का स्वागत करते हुए यज्ञ समिति के संयोजक पूर्व प्रधानाचार्य बृजबिहारी सिंह ने कहा कि आचार्य भारतभूषण जी को बचपन से क्षत्रिय विद्यालय में पढ़ाने का मुझे सौभाग्य मिला है।
छोटी आयु से ही ये रामायण, भागवत, गीता और उपनिषदों के प्रभावी वक्ता तथा प्रचारक हैं। श्रीसनातन शक्तिपीठ संस्थानम् के मंच से पूरे शाहाबाद में सत्संग तथा प्रवचन का अभियान चलानेवाले भारतभूषण पाण्डेय आज पूरे देश में आध्यात्मिक मंचों की शोभा बढ़ाते हैं। सनातन धर्म के सर्वोच्च आचार्य जगद्गुरु शंकराचार्य पुरी पीठाधीश्वर के शिष्य और धर्मसम्राट् स्वामी करपात्रीजी महाराज के प्रशिष्य के रूप में डॉ.भारतभूषण पाण्डेय ने भारत और नेपाल में प्रसिद्ध भागवत वक्ता के रूप में ख्याति पाई है और आरा को गौरवान्वित किया है।
भागवत यज्ञ में यजमान नागेन्द्र सिंह, उपसंयोजक श्रीकृष्णा प्रसाद गुप्ता, सचिव त्रिलोकी नाथ सिंह, वासुदेव सिंह, पं. जगदीप नारायण ओझा, बद्री नारायण चौधरी, विटेश्वर राय समेत तमाम श्रद्धालुओं ने पूजन-अर्चन एवं आरती में भाग लिया। समस्त कर्मकांड प्रयागराज से पधारे पं. संजय व्यास और पं. देवेश ने कराया।
राजीव एन अग्रवाल की रिपोर्ट