दो बच्चों की मां प्रेमी के साथ फरार, कोलकाता से नवादा लौटा पति अब लगा रहा थाने का चक्कर
नवादा : जिले में प्रेम प्रसंग में शादीशुदा दो बच्चों की मां प्रेमी के साथ फरार हो गई है। खबर के मुताबिक नवादा के कौआकोल थाना क्षेत्र के सेखोदेवरा गांव से एक शादीशुदा महिला जो कि दो बच्चे की मां बताई गई है वो प्रेमी के संग फरार हो गई। इस संबंध में पति द्वारा कौआकोल थाने में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की गई है। आवेदन में बताया गया है कि उसकी पत्नी आठ वर्षीय पुत्र व 13 वर्षीया पुत्री को साथ में लेकर उसी गांव के अपने प्रेमी के संग फरार हो गई।
पति का कहना है कि वो कोलकता में रहकर मजदूरी करता था और अपने परिवार को खर्चा उठाता था। लेकिन इसी बीच उसकी पत्नी घर से रुपये व जेवर-गहना लेकर प्रेमी के संग फरार हो गई। पुलिस ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है। पुलिस इस मामले में हर एंगल से जांच कर रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
लाखों खर्च के बाद भी नहीं टपका नल से जल
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड क्षेत्र के लोग भीषण गर्मी से जूझ रहे हैं। इसमें पानी अमृत के बराबर है। बावजूद सिरदला प्रखंड के कई गांव में मुख्यमंत्री सात निश्चय के तहत हर घर नल का जल योजना से पानी नहीं मिल रहा है। यह तस्वीर उग्रवाद प्रभावित सांढ़ पंचायत के भोला कुरहा वार्ड संख्या एक की है। जहां टंकी बैठने के बाद एक बूंद पानी जनता को नहीं मिला है।
वैसे तो यह महज एक नमूना है, प्रखंड क्षेत्र के ऐसे करीब 130 वार्ड हैं जहां बोरिग कर टंकी बैठा कर कहीं 17 लाख, तो कहीं 26 लाख तो कही 18 लाख की राशि व्यय बता दी गई है। लेकिन घर तक एक बूंद पानी नहीं पहुंच सका है। इससे सरकार के सात निश्चय योजना लाकर शहर की तरह गांव को स्मार्ट बनाने की कवायद पर पानी फिर गया है। लाखों-करोड़ों खर्च के बाद भी समस्या यथावत है।
बांधी, घघट, सांढ़, अब्दुल, चौकिया, खटांगी, धिरौंध आदि पंचायत के कई गांव में इस भीषण गर्मी लोग पहले की तरह कुआं व पुराने चापाकल के भरोसे तो कोई नदी में गड्ढ़ा खोदकर प्यास बुझाते हैं। शिकायत पर अधिकारी व कर्मी की उदासीनता सामने आती है। अधिकारी के द्वारा संज्ञान नहीं लिए जाने व कार्रवाई नहीं किये जाने से वार्ड सदस्य एवं वार्ड क्रियान्वयन समिति के सचिव आम जनता को ही धमका रहे हैं। क्षेत्र में नलजल योजना के साथ ही पक्की नली गली योजना का भी बुरा हाल है।
कहते हैं अधिकारी
प्रखंड विकास पदाधिकारी डा. राजेश कुमार दिनकर ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के कई वार्ड से आम जनता के द्वारा हर घर नल का जल योजना में गड़बड़ी की शिकायत मिली है। जिसे संबंधित पर्वेक्षक को जांच के लिए अग्रसारित किया गया है। जांच रिपोर्ट मिलते ही वार्ड क्रियान्वयन समिति के सचिव व वार्ड सदस्य, अभिकर्ता, पंचायत सचिव, संबंधित जेई के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।
बालू माफियाओ का आतंक जारी
नवादा : जिले में बालू उठाव पर भले ही एक जनवरी से प्रतिबंध लागू हो लेकिन चोरी से बालू का उठाव थमने का नाम नहीं ले रहा है। वैसे बालू चोरी मामले वारिसलीगंज भले ही बदनाम हो लेकिन अकबरपुर व गोविन्दपुर प्रखंड बालू चोरी मामले में किसी से कम नहीं है. कारण स्पष्ट है अधिकारियों द्वारा कार्रवाई नहीं किया जाना. कारण चाहे जो हो लेकिन बालू की चोरी धड़ल्ले से जारी है।
अकबरपुर थाना क्षेत्र के कुलना, पकरी, नाद, अकबरपुर हाट, मदैनी, पचरुखी आदि स्थानों बालू से बालू की चोरी धड़ल्ले से की जा रही है. ऐसा होने से सरकार को प्रति दिन दिन लाखों रुपए राजस्व का नुकसान हो रहा है।बालू माफिया दिन के उजाले में अहले सुबह 3 बजे से सुबह 8 बजे तक उठाई वढुलाई का काम करते हैं।
इसी प्रकार गोविन्दपुर के बकसोति व लाखपतबिगहा सकरी नदी से बालू की चोरी बदस्तूर जारी है। अवनैया व खखन्दुआ के रास्ते प्रतिदिन रामपुर-भवनपुर होते दर्जनों ट्रैक्टर बालू सुबह चार बजे से नौ बजे दिन तक तथा संध्या चार बजे से विभिन्न स्थानों तक मांग के अनुरूप बालू पहुंचाया जा रहा है। बावजूद अधिकारियों का ध्यान इस ओर नहीं जा पा रहा। आश्चर्य तो यह कि पथ के किनारे दर्जनों स्थानों पर बालू का ढेर पड़े रहने के बावजूद अधिकारियों की नजरें नहीं पड़ रही है. ऐसे में बालू उठाव पर रोक का असर बालू माफियाओं पर नहीं पड़ रहा है।
कहते हैं अधिकारी
पर्व-त्योहार में व्यस्तता के कारण इस ओर ध्यान कम हो गया था जिसका लाभ बालू माफिया उठा रहे हैं। सभी थानाध्यक्ष को बालू की चोरी रोकने के आदेश निर्गत किये गये हैं। संजय कुमार पाण्डेय, एसडीपीओ, रजौली।
सदर अस्पताल में इलाज के लिए लाए गए बंदी की मौत, हत्या के आरोप में हुआ था गिरफ्तार
नवादा : हत्या के आरोप में गिरफ्तार बंदी की जेल में हालत खराब हो गई और उसे इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। बंदी की मौत के बाद उसके परिवार में हड़कंप मच गया है। बताया गया कि हत्या के आरोप में रजौली थाना क्षेत्र के मरमो गांव के रहने वाले भूरावण सिंह के 40 वर्षीय पुत्र भोला सिंह की मौत इलाज के क्रम में हो गई।
जेल सुपरिटेंडेंट अजीत कुमार ने बताया कि 27 तारीख से जेल में बंद था। 9 दिन पूर्व नवादा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां पर इलाज चल रहा था। भोला सिंह की लीवर में प्रॉब्लम थी। डॉक्टर के द्वारा बेहतर इलाज किया जा रहा था। लेकिन अचानक बुधवार को मौत हो गई। मौत होने के बाद जेल प्रशासन के द्वारा मृतक के परिवार को सूचना दी गई।
मौके पर पहुंचे परिजनों ने बताया कि तबीयत इनकी पहले से खराब रहती थी। 2011 में जमीनी विवाद में भोला सिंह झारखंड के रहने वाले थे मारपीट के दौरान उनकी मौत हो गई थी। हत्या के आरोप में 30 लोगों को अभियुक्त बनाया गया था। जिसमें काफी दिनों से वे फरार चल रहे थे। जेल प्रशासन के द्वारा तबीयत खराब की सूचना परिजनों दी थी। जिसके बाद सदर अस्पताल में भोला सिंह की बेहतर इलाज की जा रही थी। इसी क्रम में अचानक भोला सिंह की मौत हो गई। जेल सुपरिटेंडेंट ने बताया कि शव पोस्टमार्टम करवा कर परिवार को सौंप दिया गया।
खड़ी कार में लगी अचानक आग, मची अफरा-तफरी
नवादा : नगर के सबसे भीड़भाड़ वाला इलाका जेल रोड में खड़ी टाटा इंडिगो कार में अचानक आग लग गई। कार में देख मौजूद लोगों के बीच अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. सूचना पर पहुंच अग्निशमन वाहन ने आग पर काबू पाया।
बताया जा रहा है कि वारिसलीगंज निवासी गौतम कुमार अपने परिवार को दिखाने के लिए डॉ नीरज कुमार के यहां आये थे, कार सड़क किनारे खड़ी कर डॉक्टर के पास गये। थोड़ी देर बाद कार में अचानक आग लग गई। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है।
सबसे बड़ी बात रही कि थोड़ी ही दूर पर फायर विभाग का कार्यालय है और जैसे ही फायर विभाग को सूचना मिली तुरंत मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने का काम किया। जेल रोड में जिले के सबसे ज्यादा डॉक्टरों का निजी क्लीनिक है और यहां पर सबसे ज्यादा भीड़ भाड़ होती है। लोग इलाज के लिए पहुंचते हैं।
बताया जाता है कि खड़ी गाड़ी के अचानक इंजन से धुआं निकलना शुरू हुआ जिससे पूरा अंधेरा छा गया। डॉक्टर के दिखाने पहुंचे लोगों में अफरा-तफरी मच गयी। स्थानीय लोगों ने बताया कि धुआं देखकर लोग भागना शुरू कर दिया तथा सूचना अग्नि शमन विभाग को दी।
डीएम समेत अधिकारियों ने जाना सात निश्चय योजना व विद्यालयों का हाल
नवादा : आमीर सुबहानी मुख्य सचिव, बिहार सरकार के निदेश के आलोक में जिला में हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की नली गली, प्राथमिक, माध्यमिक विद्यालय अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक होस्टल, स्वास्थ्य, ऑगनबाड़ी केन्द्र, विभिन्न प्रकार के पेंशन, पीडीएस, मनरेगा, आवास योजना, पंचायत सरकार भवन, राजस्व, म्यूटेशन, जमाबंदी आदि संबंधित विभागीय अधिकारियों ने जांच की।
यश पाल मीणा जिला पदाधिकारी ने काफी गर्मी के बावजूद उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड के अब्दुल पंचायत में विद्यालय,आवासीय विद्यालय, प्रधानमंत्री आवास योजना, एमडीएम, ऑगनबाड़ी केन्द्र, नल जल योजना, पीडीएस आदि की गहन जॉच किया।
मध्य विद्यालय कदवारा का औचक निरीक्षण जिलाधिकारी के द्वारा किया गया जिसमें एमडीएम पंजी, विद्यार्थियों की उपस्थिति पंजी, नामांकण पंजी आदि का ठीक से संधारण नहीं किया गया था। विद्यालय में उपस्थित बच्चों की संख्या मात्र 75 थी। विद्यालय के पोषक क्षेत्र में सभी बच्चों का नामांकण कराने का सख्त निर्देश दिया। विद्यालय में बेहतर साफ-सफाई का भी अभाव पाया गया। नये सत्र में किसी बच्चों का विद्यालय में नामांकण नहीं कराया गया है। प्रधानाध्यापक के कार्यकलाप पर नाराजगी व्यक्त की।
उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार दिनकर को 24 घंटे के अन्दर प्रधानाध्यापक रामरूप प्रसाद से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया । एमडीएम में मेनू के अनुसार खिचड़ी चोखा बच्चों के लिए बनाया जा रहा था। ऑगनबाड़ी केन्द्र की भी जिलाधिकारी के द्वारा जॉच की गयी जिसमें मात्र 22 बच्चे उपस्थित थे। उन्होंने नये बच्चों का नामांकण नहीं कराया गया था जिसपर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। सेविकाध सहायिका उपस्थित थीं। जिलाधिकारी ने सभी बच्चों से परिचय प्राप्त किया।
ऑगनबाड़ी के पोषाहार में लड्डू बनाया गया था जिसको जिलाधिकारी ने स्वयं स्वाद की जॉच कियेमा जो उपयुक्त पाया गया। बच्चों का वजन अनुपातिक बृद्धि से मापने के संबंध में सेविका को कई आवश्यक निर्देश दिया । स्टॉक पंजी की भी जॉच किया गया। उन्होंने पुराने मेनू चार्ट को हटाकर नया मेनू चार्ट लगाने का सख्त निर्देश सेविका को दिया।
सेविका से पूछा गया कि महिला पर्यवेक्षिका केन्द्र की जॉच करने आती है या नहीं, सेविका द्वारा बताया गया कि अभी मातृत्व अवकाश में है। कदवारा गॉव में हर घर नल जल योजना की जॉच की गयी। घरों में पानी पहुंच रहा था। चार घरों के बाहर नल जल का टाप नहीं था जिससे पानी बरबाद हो रहा था। जिलाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को तत्काल ठीक करने का निर्देश दिया । जिलाधिकारी के द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना की जॉच की गयी।
प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया कि 690 लोगों का सूची में नाम है, जिसमें से मात्र 170 को उनके बैंक खाता में राशि स्थानांतरित की गयी है। उन्होंने संबंधित आवास सहायक पर कार्रवाई करने का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया । भीषण गर्मी के बावजूद जिलाधिकारी के द्वारा 25 प्रधानमंत्री आवास योजना की जॉच की गयी। उन्होंने लाभुकों से पूछा कि कोई बिचौलिया आपसे आर्थिक दोहन तो नहीं किया है। इसका उत्तर उन्होंने नाकारात्मक दिया। स्थानीय लोगों से पेंशन, राशन, नल जल के साथ सरकार की अन्य लाभकारी योजना के बारे में फिडबैक प्राप्त किया।
जिलाधिकारी के द्वारा अम्बेदकर बालिका आवासीय विद्यालय और कस्तूरवा गॉधी बालिका आवासीय विद्यालय सिरदला का भी औचक निरीक्षण किया। कस्तूरवा गॉधी बालिका आवासीय विद्यालय का संचालन ठीक से किया जा रहा था। अम्बेदकर बालिका आवासीय विद्यालय का निरीक्षण के समय उन्होंने निर्देश दिया कि बालिकाओं की सुरक्षा के लिए चहारदिवारी को उॅचा कराना सुनिश्चित करें। स्कूल और होस्टल की साफ-सफाई कराने का निर्देश दिया। उन्होंने बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए स्कूल और होस्टल परिसर में अधिक संख्या में पेड़-पौधे लगाने का निर्देश दिया।
अंचलाधिकारी सिरदला गुलाम सरवर को निर्देश दिया गया कि सरकारी जमीन को चिन्हित करते हुए अद्यतन प्रतिवेदन दें। मो0 जमाल मुस्तफा को कदवारा के दोनो पीडीएस केन्द्रों की जॉच करने का निर्देश दिया गया। प्रखंड विकास पदाधिकारी नारदीगंज अमरेश कुमार के द्वारा डोहरा में नल जल योजना की औचक जॉच किया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना के संबंध में भी फिडबैक प्राप्त किया। उन्होंने प्राथमिक कृषि साख सहयोग समिति डोहरा का भी औचक निरीक्षण किया।
काशीचक प्रखंड के उत्क्रमिक मध्य विद्यालय बेल्हड़ एवं नली गली की जॉच श्री उज्जवल कुमार अपर समाहर्ता के द्वारा किया गया। उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी काशीचक रवि को कई आवश्यक निर्देश दिया। प्रखंड विकास पदाधिकारी नरहट के द्वारा पीडीएस दुकानों की जॉच की गयी। अंचलाधिकारी गोविन्दपुर वर्षा रानी ने नल जल योजना की जॉच की। उन्होंने विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। प्रखंड विकास पदाधिकारी अकबरपुर ने बकसंडा नल जल, विद्यालय, आंगनबाड़ी नली गली आदि का जॉच किया।
उमेश कुमार भारती अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर के द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया गया। विडियो नरहट ने जल जीवन हरियाली के तहत मनरेगा के द्वारा निर्मित वभनौर में तालाब का निरीक्षण किया। पकरीबरावां प्रखंड विकास पदाधिकारी नीरज कुमार ने आंगनबाड़ी केन्द्र, प्राथमिक विद्यालय बरडीहा बलियारी का औचक निरीक्षण किया। अंचलाधिकारी कौआकोल अंजली कुमारी ने आंगनबाड़ी केन्द्र दरवा पंचायत का औचक निरीक्षण किया।
उन्होंने उत्कृष्ठ आदर्श मध्य विद्यालय दरवा का भी औचक निरीक्षण किया। पठन-पाठन के संबंध में बच्चों से फिडबैक प्राप्त किया। अनुमंडल अधिकारी नवादा सदर रजौली, प्रखंडों के प्रभारी पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, राजस्व पदाधिकारी आदि के द्वारा सरकार के द्वारा चलायी जा रही महत्वपूर्ण योजनाओं की विस्तृत जॉच किया गया।
बस से सफर कर रहे दो युवक विदेशी शराब के साथ गिरफ्तार, भेजे गए न्यायिक हिरासत में
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के चितरकोली स्थित समेकित जांच चौकी से बुधवार की सुबह उत्पाद निरीक्षक रामप्रीति कुमार व एसआई राजेश कुमार ने बस से सफर कर रहे दो लोगों को शराब के साथ गिरफ्तार कर लिया। उत्पाद अधीक्षक अनिल कुमार आजाद ने बताया कि समेकित जांच चौकी पर झारखण्ड की ओर से आने वाली प्रत्येक छोटी व बड़ी वाहनों की सघन जांच चौबीसों घण्टे उत्पाद विभाग व पुलिस बल द्वारा किया जाता है।
जांच के क्रम में बुधवार की सुबह हजारीबाग से पटना जा रही सकुन बस संख्या जेएच 02 डब्लू 9763 की जांच के दौरान विदेशी शराब के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया। 5.250 लीटर विदेशी शराब बरामद किया गया। गिरफ्तार लोगों की पहचान नालन्दा जिला के हरनौत थाना क्षेत्र के मुबारकपुर गांव निवासी विश्वमोहन प्रसाद विद्यार्थी के पुत्र रणधीर कुमार विद्यार्थी व बिहारशरीफ थाना क्षेत्र के अलीनगर निवासी माणिक चन्द साव के पुत्र मनीष कुमार के रूप में हुई है।
उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार लोगों के विरुद्ध बिहार मद्दनिषेध व उत्पाद अधिनियमों के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। बुधवार को ही दोनों गिरफ्तार लोगों को न्याययिक हिरासत में भेज दिया गया। जांच के मौके पर उत्पाद सिपाही के अलावे सैप जवान मौजूद थे।
मजदूरों के अभाव में मनरेगा के कार्य बाधित, खेती पर भी आफत
नवादा : जिले में मजदूरों के अभाव में मनरेगा और कृषि के कार्य बाधित बुरी तरह से बाधित हो रहे हैं। कृषि कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। जिले में मजदूरी की स्थिति अच्छी नहीं रहने से मजदूरों का मनोबल टूट रहा है। मजदूरी की खींचतान में मजदूर दूसरे प्रदेशों के लिए पलायन कर रहे हैं। एक मोटे अनुमान के मुताबिक जिले के 40 हजार के आसपास मजूदर दूसरे प्रदेशों के लिए पलायन को बाध्य हैं।
विभागीय प्रयास के दावे तो बढ़ा-चढ़ा कर किए जा रहे हैं, लेकिन हालात यह है कि यह सब कुछ नाकाफी साबित हो रहे हैं। मनरेगा से बमुश्किल 10 से 12 हजार मजदूर ही जुड़े हैं। इनके जॉब कार्ड बने हुए जरूर हैं, लेकिन यह भी पीआरएस के पास ही पड़े रहते हैं। ऐसे में मजदूरों में निराशा की स्थिति बनी रहती है। मनरेगा से जुड़ी एजेंसी और कार्य कराने वालों के इरादे मजदूरों पर भारी पड़ रहे हैं, इस कारण बड़ी बाधा बनी हुई है।
मनरेगा के पीओ और पीआरएस भले यह कहते रहें कि मजदूरों का अभाव है जबकि स्थिति यह है कि मजदूरों को काम पर रखने में दिलचस्पी ही नहीं दिखाई जाती है। कई मजदूरों की शिकायत है कि उनके जॉब कार्ड या तो बने नहीं और बने भी तो उन्हें दिए ही नहीं गए।मजदूरी करा लेने के बाद भी कई-कई दिनों तक टहलाया जाता है जिसे झेल पाना कठिन होता है।
जहां तक बात रही खेती-किसानी की तो यहां न्यूनतम मजदूरी देने में बाधा रहने पर मजदूर काम करने से कतराते हैं जबकि सही मजदूरी मिल पाने की स्थिति में अब भी ग्रामीण क्षेत्र में मजदूर सहजता से उपलब्ध हैं। इन परिस्थितियों के कारण मजदूरों को लगता है कि स्थायी आमदनी सुनिश्चित नहीं हो पा रही है। ऐसे में मजबूर हो कर मजदूर दूसरे प्रदेशों को पलायन कर जाते हैं।
मजदूरों की व्यथा
स्थानीय स्तर पर काम के अभाव में मजदूरों का पलायन होता है। मजदूरों को काम की गारंटी देने वाली सरकार की बहुमुखी योजना मनरेगा विफल साबित हुई है। यह मजदूरों के साथ धोखा है। ऐसे में पेट की भूख शांत करने के लिए पलायन करना हमारी मजबूरी है। – इंद्रदेव मांझी, मजदूर, लोहसिंहानी, कौआकोल
मनरेगा का जॉब कार्ड बना है मगर आज तक काम नहीं मिला। गेहूं की कटाई चल रही है इसके लिए भी समुचित मजदूरी का काम नहीं मिल पा रहा है। गांव में यूं बैठकर समय गुजारना भारी पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में दूसरे प्रदेश जाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है। – महेंद्र राम, मजदूर, भीखमपुर, रोह
अव्वल तो मनरेगा में काम नहीं मिलता और काम मिल गया तो मनरेगा में मजदूरी काफी कम मिलती है। कम से कम 350 रुपये मिलने चाहिए। लेकिन स्थिति अच्छी नहीं। खेती-किसानी में भी अकुशल मजदूर वाला मेहनताना मिलता है। ऐसे में रोजी-रोटी विकट समस्या है।
रंजीत कुमार, मजदूर, बरबट्टा, गोविंदपुरमनरेगा तथा सरकार की अन्य योजनाओं या खेती-बारी का काम समुचित मजदूरी पर मिल जाता तो किसी तरह काम चल जाता। पर मनरेगा में मशीन से काम कराने के कारण केवल खेती से पेट नहीं चलाया जा सकता। लाचारी में दूसरे प्रदेशों में काम करने के लिए विवशता है। – विक्की रविदास, मजदूर, जगजीवन नगर, रजौली