जिले के सभी प्रखंड 100 वीएचएसएनडी साइट पर ई-टेलीमेडिसीन के लिए चला मेगाड्राइव
मधुबनी : जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को जमीनी स्तर पर और ज्यादा प्रभावशाली बनाने को लेकर बुधवार को जिले के सभी 21 प्रखंड के प्रत्येक प्रखंड मे 100 वीएचएसएनडी साइट पर ई – टेलीमेडिसीन के लिए मेगाड्राइव चलाया गया जिसके संचालन के लिए प्रखंड में हब व वीएचएसएनडी पर स्पोक बनाया गया था. मरीजों को एएनएम द्वारा हब के चिकित्सकों से इलाज व परामर्श उपलब्ध कराई गई यह सुबिधा सप्ताह में दो दिन, बुधवार व शुक्रवार को मिलती है साथ ही निःशुल्क दवा उपलब्ध कराई जाती है।
योजना के तहत मरीजों को एएनएम द्वारा हब के चिकित्सकों से वीडियो कॉल के माध्यम से इलाज व परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई गई। सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया ई-संजीवनी कार्यक्रम के तहत मिलने वाली निःशुल्क टेलीमेडिसीन के जरिये अब घर बैठे मरीजों का न केवल इलाज होगा, बल्कि उन्हें घर पर दवा भी उपलब्ध करा दी जाएगी। जिले में इसे लेकर बुधवार को ड्राई रन का आयोजन किया गया। ऑनलाइन तरीके से मरीज, डॉक्टर से रूबरू हो अपना इलाज करवा सकते हैं। मरीज की जांच रिपोर्ट व उसके द्वारा बताई गई परेशानी व लक्षण के आधार पर डॉक्टर मरीज को दवा लिखते हैं।
आंगनबाड़ी केन्द्रों के वीएचएसएनडी सत्रों पर मिली सुविधा
डॉ. झा ने बताया, यह सेवा जिले के चयनित आंगनबाड़ी केन्द्रों पर उपलव्ध कराई जाती है। इसके लिए दिये जाने वाले वीएचएसएनडी सत्रों व सेवाओं के साथ इन अतिरिक्त चिकित्सीय सुविधाओं को जोड़ा गया है। वीएचएसएनडी सत्र स्थलों पर टेलीकंस्लटेशन के दौरान गर्भवती महिलायें, अतिकुपोषित बच्चों से जुड़े उच्च जोखिम वाले मामले आदि में रेफरल सुविधा उपलब्ध कराया जाता है। इसके साथ ही रोगी को रेफर किये गये स्वास्थ्य संस्थान से रोगी के स्वास्थ्य की अद्यतन जानकारी को प्राप्त किया जाना है।
टेलीमेडिसीन की स्वास्थ्य सुविधा लेने के लिए मरीजों को अपने नजदीकी चयनित स्वास्थ्य संस्थान पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होता है। जिसके बाद वहां तैनात एएनएम द्वारा ऑनलाइन विभाग द्वारा जारी पोर्टल के माध्यम के टेलीमेडिसीन स्वास्थ्य सेवा की सुविधा दिलाई जाती है । जिसके बाद चिकित्सा परामर्श के अनुसार एएनएम मरीजों को दवाई समेत अन्य चिकित्सा सेवा सुनिश्चित कराते हैं।
दूर दराज इलाकों के मरीजों को होती है सहूलियत
जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी सुनील कुमार ने बताया ई-टेलीमेडिसीन के माध्यम से मरीजों को काफी सहूलियत से इलाज मुहैया कराया जा रहा है। इस सुविधा के माध्यम से जिले के दूर-दराज, कमजोर एवं वंचित तबकों तक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
सुदूर आवासित लोगों को सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में आने-जाने के काफी दूरी का सफर तय करना पड़ता था, जो अब उन्हें नहीं करना पड़ेगा। इसकी सबसे खास बात यह है कि मरीज का ऑनलाइन परीक्षण करने के बाद चिकित्सकों द्वारा पीएचसी पर उपलब्ध दवाएं ही लिखी जाएंगी। साथ ही, जटिल बीमारियों के लिए दवाएं कुरियर के माध्यम से भी पहुंचाई जाएंगी। ताकि, मरीज का सफल इलाज किया जा सके।
अंबेडकर का चिंतन तथा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी का हुवा ऑनलाइन आयोजन
मधुबनी : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की अनुषांगिक इकाई डी.बी. कॉलेज जयनगर के वाणिज्य विभाग द्वारा राष्ट्र नायक बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती की पूर्व संध्या पर अंबेडकर का चिंतन तथा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद शीर्षक एक दिवसीय संगोष्ठी का ऑनलाइन आयोजन किया गया। संगोष्ठी का शुभारंभ महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ० नंद कुमार, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ० संजय कुमार पासवान एवं डॉ० एस.के. सिंह के द्वारा बाबा साहब के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया।
संगोष्ठी को जूम पर संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षाविद प्रोफेसर एच.के. सिंह ने कहा कि, बाबा साहब ने वंचित समाज को अग्रिम पंक्ति में खड़ा करने के लिए जीवन भर संघर्ष किया। इस अभियान में उन्हें संपूर्ण समाज ने सहयोग दिया। इसी के फलस्वरूप भारतीय समाज में सामाजिक समरसता स्थापित हो सकी, उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। साथ ही उन्होंने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि, सामाजिक समरसता एवं बंधुत्व की स्थापना कर बाबा साहब ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को मजबूती देने का काम किया।
मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य डॉ० नंद कुमार ने ओजस्वी उद्बोधन में कहा कि, बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर किसी जाति विशेष के नहीं बल्कि समाज के सभी शोषित पीड़ित एवं कमजोर वर्ग के उत्थान के हिमायती थे। उन्हें किसी जाति के संकुचित दायरे में लाना उनके विराट व्यक्तित्व को छोटा करना है।
हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ० बुद्धदेव प्रसाद सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि, बाबा साहब डॉक्टर भीमराव के संपूर्ण जीवन को नए सिरे से समझने की जरूरत है। संघ के सह सरकार्यवाह डॉ० कृष्ण गोपाल जी की लिखी पुस्तक का उद्धरण देते हुए उन्होंने कहा कि, बाबा साहब के जीवन के उत्थान के लिए उनके ब्राह्मण गुरु ने प्रयास किया। ब्राह्मणों का उपनाम अंबेडकर उन्होंने ही दिया।
इसी तरह भीमराव अंबेडकर ने भी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ संघर्ष करते हुए सभी जातियों के उत्थान के लिए कठोर परिश्रम किया। वे सच्चे अर्थों में महापुरुष थे कोई भी महापुरुष किसी जाति के संकीर्ण दायरे में नहीं बंधता। संपूर्ण मानवता का उत्थान करना ही उसके जीवन का लक्ष्य होता है, बाबा साहब ने भी यही किया।संगोष्ठी के अध्यक्ष डॉ० संजय कुमार पासवान ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि, भारतीय समाज में व्याप्त जात पात ऊंच-नीच के भेदभाव को समाप्त कर बाबा साहब ने देश की बहुत बड़ी सेवा की। आज समाज के सभी बंधुओं को एक साथ लेकर आगे बढ़ने की जरूरत है, यही बाबा साहब का संदेश है।
संगोष्ठी के अंत में आयोजक डॉ० शैलेश कुमार सिंह ने गणमान्य अतिथि एवं प्रतिभागियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही आह्वान किया कि, सभी लोग बाबा साहब के आदर्श को आत्मसात कर समरस एवं सबल समाज के निर्माण में अपनी भागीदारी निभाएं।
शैलेश कुमार ने कहा कि यह सही है कि उन्हें अपने जीवन में तमाम तरह की सामाजिक प्रताड़ना का शिकार होना पड़ा, लेकिन इसके कारण न तो वे निराश हुये और ना ही किसी के प्रति विद्वेश का भाव रखा। महिलाओं की समानता, शोषित पीड़ित वर्ग के उत्थान के लिए उन्होंने अथक परिश्रम किया। कम्युनिज्म को उन्होंने कभी भी देश के लिए अच्छा नहीं माना।
सामाजिक विसंगतियों से पीड़ित होते हुए भी उन्होंने हिंदू धर्म का परित्याग नहीं किया। जीवन के अंतिम क्षणों में उन्होंने बौद्ध धर्म स्वीकार कर राष्ट्र की सांस्कृतिक धारा को मजबूती दी। उनका स्पष्ट चिंतन था कि यदि वे इस्लाम या ईसाई धर्म स्वीकार कर लेंगे तो उनके लाखों अनुयाई भी उसी पद पर चल पड़ेंगे। इससे देश की मुख्यधारा कमजोर होगी। कुरीतियों के खिलाफ उनके द्वारा छेडा गया संघर्ष नई प्रेरणा देता है। आज संपूर्ण देश को उस पर चलने की आवश्यकता है।
अपने सारगर्भित उद्बोधन में डॉ० सिंह ने आगे कहा कि बाबा साहब का स्पष्ट मत था कि आध्यात्मिकता के बिना राष्ट्रीयता कभी मजबूत नहीं होगी।इसीलिए उन्होंने धर्म का कभी तिरस्कार नहीं किया। जात-पात में बटे भारतीय समाज में समरसता एवं आत्मीयता का भाव जगा कर उन्होंने जो काम किया है, देश उस के लिए चिर ऋणी रहेगा।
इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ० नंद कुमार, डॉ० संजय कुमार पासवान, डॉ० संजय कुमार, डॉ० अवध बिहारी यादव, डॉ० बुद्धदेव प्रसाद सिंह, डॉ० एस.के. सिंह, डॉ० ओम कुमार सिंह, डॉ० अनंतेश्वर यादव, डॉ० रमण कुमार ठाकुर, डॉ० आनंद कुंवर, डॉ० सुनील कुमार सुमन, जूही, मुन्नी, प्रेम शाह, रीना कुमारी, मधु कुमारी, गौरी कुमारी, ज्योति कुमारी सहित दर्जनों शिक्षक और छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
कलश शोभायात्रा के साथ शुरू हुआ डीहबार स्थान में शुरू हुआ अष्टयाम
मधुबनी : जिले के लदनियां प्रखंड के कुमरखत पूर्वी पंचायत के महुलिया गांव अवस्थित बाबा लोचन धामी मंदिर परिसर से पांच सै कुमारी कन्या एवं माताओं के द्वारा कलश लेकर गागन, सहजा नदी के संगम तट से जल भड़कर बाबा लोचन धामी स्थान होते हुए डीहबार स्थान लाया गया। जहां धामी राजकुमार सिंह, एवं पूजेगरी के द्वारा विधी विधान पूर्वक मंत्रों उचरन के साथ पूजा प्रारंभ किया गया। इस के साथ ही आज से अष्टयाम का भी शुभारंभ हुआ।
उक्त स्थान स्थान के संबंध में ग्रामीणों एवं बाबा लोचन धामी के परिवार के सदस्य धामी राम एकवाल सिंह, राज कुमार सिंह का कहना माने तो बाबा लोचन धामी, गाजी धामी के युवा काल में अंग्रेजों के द्वारा मालगुजारी वसुली के क्रम में नहीं देने वाले लोगों से माल जाल खोल कर वसूली करने का प्रथा था।
इसी क्रम में वसुली के जिम्मेदार लोग बाबा से मालगुजारी देने को कहा, बाबा ने पैसे की कमी की बात कही, फिर क्या हुकुम राणों ने बैल खोलने मवेशी घर पहुंच गया, जहां बैल के बदले दो शेर देख कभी मालगुजारी वसुली के लिए नहीं आया। बाबा गाजी धामी गाज में पानी भर कर पूजा अर्चना एवं पानी पीते थे। उस स्थान पर तंत्र मंत्र के लिए पहुंचने वाले लोगों का आज भी उपचार होता है। उसी समय से लोगों के द्वारा जुड़ शीतल के अवसर पर इस तरह का आयोजन करते रहे हैं।
उक्त कार्यक्रम में मुखिया नवीन कुमार, पंचायत समिति सदस्य दिलीप कुमार यादव, सरपंच विरेन्द्र कुमार यादव, पूर्व मुखिया राहुल मंडल, सोनेलाल यादव, महेश साह, गुनेश मंडल, नवीन कुमार मुखिया, बलराम यादव,मनेश मंडल सहित कई लोगों ने भाग लिया। उक्त पवित्र स्थान पर नाच-गान, झुला, एवं पहलवानी का विशेष आयोजन है।
बिस्फी में किए गए अतिक्रमण पर चला बुलडोजर
मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के खैरी बांका दक्षिणी पंचायत मैं जमीन अतिक्रमण को लेकर सीओ श्रीकांत सिन्हा के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस बल बुधवार को जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया। इस मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात थे। सीओ ने बताया कि गोदावरी देवी पति भोला सहनी को सरकारी बंदोबस्ती के तहत जमीन दी गई थी।
उन्हें भूदान बंदोबस्ती भी कराया गया था, उसके बाद भोला सहनी के मृत्यु के बाद आसपास के लोगों ने उस जमीन को अतिक्रमण कर लिया, इसको लेकर गोदावरी देवी के परिवार वालों ने डीसीएलआर एवं पीजीआरओ के यहां मामला दर्ज कराया, जहां से उन्हें डिग्री प्राप्त हुई।
उसके बाद उन्होंने कमिश्नर के यहां भी अतिक्रमण मुक्त कराने को लेकर आवेदन दी, वहां से भी उनको डिग्री प्राप्त हो गई उसके बाद न्यायालय के आदेश के आलोक में प्रशासनिक व्यवस्था के तहत मजिस्ट्रेट सीआई बसंत कुमार के नेतृत्व उसे अतिक्रमण मुक्त कराया गया है। उन्होंने कहा कि प्रखंड क्षेत्र में कई ऐसे मामले हैं, जिस को अतिक्रमण से मुक्त कराया जा रहा है।
बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के कई सरकारी जमीन, अस्पताल, सड़क, विद्यालय और धार्मिक स्थल एवं तालाब को भी अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए अभियान चल रही है। श्री सिन्हा ने बताया कि बिस्फी दूधिया टोल पुल के निकट किये गए जमीन अतिक्रमण को जल्द मुक्त कराया जाएगा एवं अन्य जगह पर किये गए जमीन अतिक्रमण को बुलडोजर चलाने की तैयारी की जा रही हैं। इस मौके पर सीओ श्रीकांत सिन्हा, सीआई बसंत झा, औंसी ओपी प्रभारी हरिद्वार शर्मा, एएसआई हरेंद्र राय सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।
आगनवाड़ी केंद्र की जान करते एसडीएम एवं बीडीओ रामनाथ कुमार
मधुबनी : जिले के अंधराठाढ़ी प्रखंड में अधिकारियों ने बुधवार को प्रखण्ड की तीन पंचायतों की भौतिक जांच की। वे लोग जांच प्रतिवेदन डीएम को भेजेंगे। बताते चलें कि डीएम के आदेश के तहत एसडीएम शैलेश चौधरी, बीडीओ रामनाथ कुमार और सीओ प्रवीण कुमार बत्स के नेतृतब में जांच टीम ने बुधवार को क्रमशः हररी, अंधराठाढ़ी दक्षिण और अंधराठाढ़ी उत्तर पंचायतों की जांच की।
जांच टीम ने इन पंचायतों में यूनिफार्म में उपलब्ध विद्यालय और आंगनवाड़ी केंद्रों के बच्चे, जनवितरण प्रणाली की दुकानों, पीसीसी सड़क, जल-नल, गली नाली आदि योजनाओं की जांच की। झंझारपुर एसडीओ ने हरड़ी पंचायत मेें विभिन्न योजनाओं की जांच की।
आंगनबाड़ी केन्द्र, स्कूल, मनरेगा, जनवितरण प्रणाली दुकान आदि की जांच की। इस दौरान उन्होंने प्राथमिक विद्यालय हरड़ी में प्रभारी प्रधानाध्यापक अवधेश झा से एमडीएम, छात्रों की उपस्थिति की जांच किया। मध्य विद्यालय हरड़ी में मध्याह्न भोजन, छात्र और शिक्षकों की उपस्थिति की जानकारी ली। वही हरड़ी में जनवितरण प्रणाली ब्रिकेता ध्यानी पासवान के यहां स्टाॅक में खाद्यान्न की जांच की, साथ ही दो लाभूकों से पूछताछ किये। ये अधिकारी अपना जांच प्रतिवेदन डीएम को देंगे।
बिस्फी प्रखंड के चार पंचायत में हुई विकास योजानाओं की गहन जांच
मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखंड में बुधवार को विभिन्न विकास योजनाओं की गहन जांच की गई। जांच चहुटा पंचायत में डीसीएलआर सुधीर कुमार सिन्हा ने मनरैगा, आंगनवाड़ी, विद्यालय, पीडीएस दुकानों का भौतिक सत्यापन किया।
वहीं नाहस उत्तर पंचायत में नलजल, मनरेगा पीडीएस दुकान, विद्यालय की जांच की गई। वार्ड संख्या 6,4,5,9,10 में नलजल योजना की भौतिक सत्यापन किया गया। ग्रामीण रामकुमारी देवी, राजकुमार सहनी ने बताया कि नल से पानी की आपूर्ति नहीं होती है। वार्ड संख्या चार में भी पानी नल से नहीं आने की शिकायत मिली।
एडीएम ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय बजराहा, और उच्च विद्यालय मुरलियाचक-परसौनी विद्यालय में भी जांच की। उन्होंने पंचायत में मनरेगा योजना से बनी सड़क की भी जांच की गई। साथ ही वार्ड संख्या में में एक पीडीएस दुकान की जांच हुई जहां उपभोक्ताओं से खाद्यान मिलने के बारे में पूछताछ किया। बीडीओ मनोज कुमार बलहा और सीओ श्रीकांत सिन्हा भैरबा पंचायत में विभिन्न योजनाओं की जांच किया।
शिक्षकों कीं नियुक्तियां अपने प्रोसेस में है तमाम पद जल्द भरे जाएंगे :- डॉ० अमरदीप
मधुबनी : पहुंचे जनता दल यूनाइटेड शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अमरदीप के आगमन पर जिला जदयु कार्यालय में उनका भव्य स्वागत किया गया। जिसमें जदयु के पदाधिकारी के साथ कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे। स्वागत समारोह के बाद एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता कुंवर जी एवं मंच संचालन प्रफुल्ल कुमार के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में जिला से आए जदयू पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता ने बारी-बारी से अपनी बातें प्रदेश अध्यक्ष के सामने रखी, जिसे उन्होंने ध्यानपूर्वक सुना। प्रेस को संबोधित करते हूए शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अमरदीप ने कहा कीं शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर मधुबनी पहुंचे है। जिला के साथ से राय-मशविरा करके जिला, प्रखंड एवं प्रदेश स्तर पर कमिटी बनाई जाएगी।
कमिटी में योग्य साथियों का चयन किया जाएगा। उन्हें जिम्मेवारी सौपी जाएगी कीं शिक्षा के क्षेत्र में सीएम नीतीश कुमार द्वारा जो अभूतपूर्व कार्य किए गए है, उसकी जानकारी नीचे स्तर तक पहुंचे, साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में जिला अव्वल आवे उस दिशा में प्रयास करें।
शिक्षकों के रिक्त पड़े पदों के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हूए प्रदेश अध्यक्ष ने बताया की इस दिशा में सरकार द्वारा लगातार प्रयास जारी है। सारी चीजें प्रक्रिया में है, चाहे वो माध्यमिक स्तर पर हो या उच्च शिक्षा के स्तर पर हो तमाम नियुक्तियां अपने प्रोसेस में है। शिक्षा मंत्री ने भी हाल में घोषणा कीं है की ऐसे तमाम पद चाहे वो विद्यालय के हो विश्वविधालय के हो, बहुत जल्द भरे जाएंगे।
बिहार राज्य किसान सभा अंचल कमिटी की हुई बैठक, लिए गए कई निर्णय
मधुबनी : बिहार राज्य किसान सभा अंचल कमिटी जयनगर कल देर रात को पड़वा बेलही पंचायत के खैरामाट “ग” में संध्या 7:30 बजे से लेकर 10:30 रात्रि तक कॉमरेड देव नारायण के दरवाजे पर किसान पंचायत का आयोजन किया गया। इस दौरान देश में चले किसान आंदोलन में 700 किसानों की शहादत को लेकर दो मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि देते हुए कार्यक्रम की शुरुआत किया गया।
किसान पंचायत में वरिष्ठ किसान नेता कॉमरेड राम जी यादव, सीपीआई (एम) लोकल सचिव कुमार राणा प्रताप सिंह, खैरामाट ब्रांच सचिव सुकेन्द्र प्रसाद, बिहार राज्य किसान सभा के अंचल मंत्री उपेन्द्र यादव, देव नारायण यादव, पंचू यादव, ठकाई महरा, हरे कृष्ण यादव, देवेन्द्र यादव, गणेश यादव, वौधू शरण यादव ने सभा को सम्बोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अंचल मंत्री उपेन्द्र यादव ने की।
किसान पंचायत को वक्ताओं ने सम्बोधित करते हुए कहा कि आज देश में किसानों की हालात बद से बदतर हो चुका है। किसान बहुत तेजी से महगाई के कारण खेती छोड़ने पर विवश हो रहे हैं। खेती की हालात दिन प्रतिदिन खराब होने के कारण आज किसान आत्महत्या करने पर विवश हो रहे है। सरकार द्वारा सबसे ज्यादा किसानों का शोषण किया जा रहा है, जिसका उदाहरण आप देख चूके हैं। देश के अन्दर किसान कर्ज़ के कारण किसान से मजदूर बन गया है। तथा सरकार के शुभचिंतक पूँजीपति कारपोरेट घरानों का इस सरकार में दिन दुगुना रात चौगुना बढ़ा हैं। सरकार द्वारा किसान को लॉलीपॉप दिखाया जा रहा है।
इस मौके पर किसान पंचायत में 11 सूत्री मांगों पर सहमति बनी, जो निम्न हैं
1). लोहट, सकरी एवं रैयाम चीनी मील को अविलंब चालू करों।
2). स्वामीनाथन आयोग के रिपोर्ट को सख्ती से लागू करों।
3). कृषि उत्पाद को लाभकारी मूल्य दो।
4). दाखिल खारिज 15 दिनों के अन्दर करना सुनिश्चित एवं अवैध वसूली बन्द करों।
5). डीजल,पेट्रोल जीवन उपयोगी सभी वस्तुओं पर मूल्य वृद्धि वापस लो।
6). उचित मूल्य पर खाद,बीज एवं कीटनाशक दवाओं को उपलब्ध कराते हुए किसानों को कैशमेमो देने की गारंटी करों।
7). उप नीवंधन कार्यालय जयनगर में अवैध वसूली बन्द करों।
8). मनरेगा योजना कार्य में मशीनों का उपयोग बन्द करों एवं मजदूरों को काम दो।
9). जयनगर प्रखंड में जंगली जानवरों से फसलों की सुरक्षा की गारंटी करों।
10). जयनगर प्रखंड में बन्द परे सभी सरकारी नल कूप को चालू करों।
11). किसानों को सरकारी अनुदानित दर पर कृषियंत्रों की आपूर्ति सुनिश्चित करों।
उपरोक्त 11सूत्री मांगों को लेकर जयनगर प्रखंड के सभी पंचायतों में किसान पंचायत काआयोजित किया जा रहा है। सभी पंचायतों में किसान पंचायत के बाद बिहार राज्य किसान सभा अंचल कमिटी जयनगर द्वारा अंचल एवं प्रखंड कार्यलय जयनगर पर महाकिसान पंचायत का आयोजन किया गया। इस मौके पर दर्जनों लोग मौजूद रहे।
दो साल में नहीं बन सका एक किमी नाला, डीएम ने दिया अल्टीमेटम
मधुबनी : नगर में कोतवाली चौक से थाना मोड़ तक नाला चालू करना प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है। स्टार्म ड्रेनेज प्रोजेक्ट के तहत शहर में बन रहे केनाल और नाला निर्माण कई वर्षों से अटका पड़ा है। कोतवाली चौक से थाना मोड़ तक नाला चालू करना प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है। स्टार्म ड्रेनेज प्रोजेक्ट के तहत शहर में बन रहे केनाल और नाला निर्माण के तहत ही इस नाला का निर्माण हो रहा है। महज एक किमी के इस नाला के निर्माण में एजेंसी ने दो साल से अधिक का समय लगा दिया है। इसके बाद भी यह अधूरा ही है।
डीएम अमित कुमार ने एक बार फिर से इसे पूरा करने का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने 30 अप्रैल तक इसे हर हाल में पूरा करने का आदेश दिया है। अब देखना है कि इस अल्टीमेटम को कितनी गंभीरता से एजेंसी लेती है, और काम पूरा करती है। क्योंकि इससे पहले भी दो बार दिये गये अल्टीमेटम का असर एजेंसी पर नहीं हुआ है, और काम की गति अपने हिसाब से ही चलता रहा है। इस नाला का निर्माण तत्कालीन डीएम एस.के. अशोक के समय में ही डीएम आवास के सामने से शुरू हआ। गति इतनी धीमी रहने से इतना वक्त गुजर गया।
जिला प्रभारी मंत्री लेशी सिंह के साथ ही लगातार जिला प्रशासन के द्वारा चेतावनी दी जाती रही। इस नाला निर्माण के दौरान लाखों रुपये की सरकारी व गैर सरकारी संचरना की क्षति हुई है। इस क्षेत्र में चल रहे कारोबार को काफी नुकसान और सड़क को जर्जर बना देने के बाद दर्जनों लोगों के जख्मी होने का दर्द झेलने के बाद भी इसकी हालत बदतर ही है। नाला निर्माण नहीं बनने से शहर फिर डूबने की आशंका फिर से बनी है।
समस्याओं से लोगों को जुझना पड़ रहा है
इस नाला के निर्माण के लिए विभिन्न स्थानों पर जगह छोड़ा गया है, जहां से ढक्कन को हटाकर उसे साफ किया जा सके। लेकिन जिस तरह से नाल बना है, और ढ़क्कन दिया गया है, उसकी सफाई मैनूयल संभव नहीं। ऐसे में उसके लिए मॉर्डन मशीन की जरूरत होगी। लेकिन आज तक इस दिशा में कोई पहल नहीं हुआ है, और इधर आधे अधूरा बना नाला कचरा और मिट्टी से पट चुका है। थाना मोड़ पर इस नाला से पानी कि निकासी के लिए पंप हाउस का निर्माण किया जा रहा है।
शीघ्र पूरा करने के दिए गए निर्देश
फिलहाल संचालित योजना के कार्यो को पूरा करने का आदेश डीएम अमित कुमार ने दिया है। उन्होंने समीक्षा के दौरान मॉनिटरिंग एजेंसी बूडको के कार्यपालक अभियंता पंचू पासवान को भी लगातार इसका प्रतिवेदन समर्पित करने को कहा है। उन्होंने उन्हें नगर निगम में भी बैठने का आदेश दिया गया है।
सुमित कुमार की रिपोर्ट