पटना : कोरोना महामारी के दौरान पिछले 2 सालों से ठप पड़ी शैक्षणिक गतिविधियों ज्यादातर ठप रही, इसके बाद अब जब कोरोना संक्रमण दर कम हुई है तो धीरे-धीरे अब सब कुछ फिर वापस पटरी पर आ रही है। इसी बीच नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति और कुलसचिव ने अपने कार्यकाल के 6 महीने पूर होने पर रिपोर्ट कार्ड पेश किया है। नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केसी सिन्हा एवं कुलसचिव डा. घनश्याम राय के अनुसार में विवि ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं।
नालंदा विश्वविद्यालय सेशन 2021-22 में अब तक यहां 21 हजार छात्र-छात्राओं का नामांकन हो चुका है। इसके अलावा वर्तमान में लगभग तीन हजार छात्र-छात्राओं का वैलीडेशन होना बाकी है। कुलसचिव डा. घनश्याम राय ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण बीते दो सालों से शैक्षणिक गतिविधियां रुकी हुई थी।अब धीरे-धीरे व्यवस्था पटरी पर लौट रही है।
उन्होंने बताया कि इस बार काफी संख्या में नए अध्ययन सेंटर लाए गए है। अब तक 42 नए अध्ययन केंद्र स्थापित हो चुके है। जिसमें बीएड की पढ़ाई शुरू होगी। इसके अलावा विवि मुख्यालय के अध्ययन केन्द्रों पर संगोष्ठी, परिचर्चा,जागरूकता कार्यक्रम लगातार आयोजित किए जा रहे है।
वहीं, नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केसी सिन्हा ने बताया कि पहली बार सकल नामांकन अनुपात बढ़ाने के लिए संबद्ध डिग्री कालेजों में अध्ययन केंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया गया।बिहार के सुदूर पिछड़ा क्षेत्रों में 12 संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों में अध्ययन केन्द्र स्थापित किए गए। इसके अलावा प्रतिकुलपति प्रो. संजय कुमार के निर्देशन में नैक मूल्यांकन को लेकर कवायद की जा रही है। बता दें कि विवि को नैक ग्रेडिंग के आधार पर ही सरकार से अनुदान मिलता है।