15 फरवरी : आरा की मुख्य खाबरें

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स्वच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन

आरा : भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी द्वारा संचालित ब्लड बैंक- रमना रोड में सुधीर कुमार पूर्वे, राज्यकर आयुक्त शाहाबाद अंचल के नेतृत्व में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रेड क्रॉस सोसाइटी के चेयरमैन डॉक्टर विवेकानंद यादव ने की। उपस्थित अन्य अधिकारियों में वाइस चेयरमैन डॉ निर्मल कुमार सिंह ,वॉइस पेटर्न लाल दास राय, डॉ राजेश कुमार सिह एवं डॉक्टर के के सिंह आदि रहे। सेल टैक्स की तरफ से आयोजित इस रक्तदान शिविर में सभी पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत अजय कुमार सिंह असिस्टेंट कमिश्नर, सुजाता प्रसाद असिस्टेंट कमिश्नर, एवं ज्योति नंदन असिस्टेंट कमिश्नर, ने रक्त दान कर की। इस अवसर पर चेयरमैन डा वी एन यादव ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए बताया कि, रक्तदान पीड़ित मानवता की सेवा के लिए बहुत ही बड़ा माध्यम है।सुधीर कुमार पूर्व,जॉइंट कमिश्नर ने कहा कि वे बहुत ही गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि सेल टैक्स विभाग की तरफ से पहली बार जिले में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस मानवता की सेवा के लिए हम आगे भी तत्पर रहेंगे।

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कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन डॉ निर्मल कुमार सिंह वाइस चेयरमैन के द्वारा किया गया। शिविर का संचालन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर के के सिंह, कार्यकारिणी सदस्य श्री कृष्ण माधव अग्रवाल एवं सचिव डॉ विभा कुमारी की देखरेख में हुआ। आज के रक्त दाताओं के नाम इस प्रकार रहे है-सुजाता प्रसाद, ज्योति नंदन, अजय कुमार सिंह, मुन्ना पाल, सुनील कुमार श्रीवास्तव, धर्मवीर सिंह, संजीव कुमार मिश्रा, चंदन कुमार सिंह, पंकज कुमार सिंह, भीम राम, अमरेश कुमार सिंह, संजीव प्रसाद एवं सियाराम पाठक रहे।

गोली एवं कट्टा के साथ तीन गिरफ्तार

आरा : भोजपुर पुलिस ने लूटपाट की साजीश रचाते तीन अपराधियों को पीरो थानान्तर्गत लामारी टोला के पास ने बिगत रात्री गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधियों में पीरो थानान्तर्गत चतुर्भुजी बरांव निवासी शिवजी सिंह का पुत्र ऋषि कुमार और जितौरा निवासी संतोष केशरी के पुत्र महेश मंटू केशरी एवं मंटू केशरी शामिल हैं। उनके पास से दो देसी कट्टा, 12 बोर व 315 बोर की तीन गोली, चोरी के सात मोबाइल तथा एक मोटरसाइकिल बरामद किया गया है|

पीरो एसडीपीओ राहुल सिंह ने बताया कि बिहिया-बिहटा स्टेट हाईवे पर पीरो थानान्तर्गत जितौरा और हंसवाडीह के बीच कुछ दिनों से मोबाइल छिनतई की घटनायें हो रही थी। कुछ दिन पूर्व एक व्यक्ति ने मोबाइल छिनतई की शिकायत दर्ज करायी थी। उस आधार पर पीरो थानान्तर्गत लमारी टोला के पास रात में वाहन चेकिंग की जा रही थी तभी करीब आठ बजे बाइक सवार तीन युवकों को पकड़ा गया।

तलाशी के दौरान उनके पास से दो देसी कट्टा, तीन गोली और चोरी के मोबाइल बरामद किये गये। उसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। तीनों ने पूछताछ में पूर्व में छिनतई की घटना में शामिल होने की बात स्वीकार की है। पूछताछ के बाद तीनों को जेल भेज दिया गया है। हथियार बरामदगी को लेकर तीनों के खिलाफ पीरो थाना में आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

गला कटे किशोर को बचाने में सफल रहें डॉक्टर

आरा : भोजपुर जिले के संदेश थानान्तर्गत रामासाढ़ गांव में सोमवार की देर शाम मोटर बाइक से ठोकर से साइकिल सवार एक किशोर गंभीर रूप से जख्मी हो गया। हादसे में किशोर का गला कट गया है। इस कारण उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। जख्मी किशोर रामासाढ़ गांव निवासी नथु यादव का पुत्र सोनू यादव है।

जख्मी के पिता नथु यादव ने बताया कि सोनू गांव में साइकिल चला रहा था तभी रामासाढ़ मोड़ के पास सामने से आ रही मोटरसाइकिल सवार ने ठोकर मार दी इससे सोनू सायकिल से गिर पड़ा और गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे आरा सदर अस्पताल लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे गंभीर हालत पटना रेफर दिया गया परंतु जख्मी किशोर के परिजन पटना ले जाने के बजाए उसे आरा के एक प्राइवेट अस्पताल लेकर पहुंचे।

जहां डॉक्टर ने ऑपरेशन कर उसकी जान बचाई। डाक्टर ने बताया कि किशोर के गले की सांस और खाने की नली कट गई थी। काफी खून भी बह गया था। ऑपरेशन के दौरान उसकी सांस और खाने की नली को बाहर से लगाया गया है। एक माह तक बाहर से पाइप के माध्यम से खाना दिया जायेगा। दो माह तक उसे बाहर से ऑक्सीजन दिया जाएगा। अभी वह बोलचाल नही कर सकता। पुरी तरह स्वस्थ हो जाने के बाद वह बोलने लगेगा।

भोजपुर में सोन तट पर बंदूक की नोक पर चलता है बालू का अवैध धंधा, सफेदपोशों को भी जाता है हिस्सा

आरा : भोजपुर के सोन तटीय इलाके में बालू के वैध और अवैध खनन को लेकर पिछले कई वर्षों से अलग-अलग गुटों और पक्षों में खूनी संघर्ष जारी है। सुनहरे बालू के काले खेल में सोन तटीय इलाके में बीते 21 जनवरी को भी खूनी संघर्ष देखने को मिला। जहां दिनदहाड़े तबाड़तोड़ फायरिंग कर दो लोगों की हत्या कर दी गई।

बालू के अवैध खेल में दर्जनों सक्रिय गैंग काम करते हैं, जो लगातार पुलिस प्रशासन को चुनौती देते रहते हैं। भोजपुर प्रशासन की तरफ से कार्यवाई के बावजूद भी आज तक पूर्ण रूप से अवैध बालू खनन पर रोक नहीं लग पायी है। इस सक्रिय गैंग के पीछे सफेदपोशों का भी संरक्षण प्राप्त है। कहीं संरक्षण तो कहीं बंदूक के बल पर बालू से नोट छापने का खेल चलता है।

भोजपुर पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी ने अवैध धंधों पर अंकुश लगाने के लिए सत्येंद्र पांडेय,बलि सिंह समेत विदेशी राय के भाइयों को सलाखों के पीछे डाल दिया है। इसके बावजूद भी खूनी खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। अवैध बालू के धंधे में बाप,बेटा और भाई समेत कई रिश्तेदार भी शामिल है । कोईलवर थानान्तार्गत महादेव सेमरिया गांव के निवासी विदेशी राय अवैध बालू खनन के क्षेत्र में सबसे बड़ा नाम है। इसका नाम पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज है। विदेश राय के भाई समेत कई रिश्तेदार भी शामिल है।

बड़हरा थानान्तर्गत फरना गांव निवासी शंकर सिंह उर्फ फौजिया और उसके दो बेटे नीरज और अभिमन्यु इस धंधे में सक्रिय है। हालांकि शंकर सिंह उर्फ फौजिया अवैध खनन के गैंगवार में मारे गए है। जिसके बाद दोनों बेटों ने कार्यभार संभाले लिया है। पटना जिले के मनेर के सिपाही गैंग का भी बड़ा नाम है। सभी दागी समेत दर्जनों बालू माफिया जिनका पुलिस रिकॉर्ड में नाम है और नही भी है उनलोगों ने सुनहरे बालू के काली कमाई में करोड़ों रुपए की अवैध सम्पति अर्जित की है। लेकिन सफेदपोशों के आशीर्वाद से अबतक किसी की संपत्ति की जांच नही हुई है| कहा जाता है कि काली कमाई का एक हिस्सा सफेदपोशों को भी जाता है।

जनवरी 2021 में बालू के विवाद में सहार में एक चालक की हत्या कर दी गई। 21 फरवरी 2021 को कोईलवर थानान्तर्गत महादेवचक सेमरिया बालू घाट पर वर्चस्व को लेकर दो गुटों के बीच गोलीबारी हुई थी। इसमें बगल के खेत मे मिर्ची तोड़ रही एक 10 वर्षीय बच्ची को सर में छर्रा लग गया था। सात फरवरी 2021 को बड़हरा के मखदुमपुर गांव निवासी रंजीत सिंह दवा लेकर लौट रहे थे,तभी हथियारबंद बदमाशों ने फायरिंग की गई थी प्राथमिकी में आरोप लगाया गया था कि उनके खेत से अवैध रूप से बालू की कटाई की जा रही है।

10 मार्च 2021 को कोईलवर थानान्तर्गत कमालुचक सोन दियारे में तीन बाप बेटे को गोली मार दी थी जिसमे बड़हरा थानान्तर्गत फुहाँ गांव निवासी 60 वर्षीय दीनबंधु बिंद उसके दो बेटे 35 वर्षीय विष्णु बिंद और 28 वर्षीय भगवान बिंद को गोली लगी थी। पटना में इलाज के दौरान दीन बंधु की मौत हो गयी थी। घटना खेत से बालू ले जाने के शक पर गोली मारी गयी थी। जून 2021 को कोईलवर थानान्तर्गत सेमरिया बालू घाट पर फायरिंग हुई थी,जिसमे विजेंद्र राय की गोली लगने से मौत हो गयी थी। प्राथमिकी में कहा गया था कि उनके खेत से जबरन बालू काटा जा रहा था जिसका विरोध करने पर घटना को अंजाम दिया गया था।

12 अगस्त 2021 को कोईलवर थानान्तर्गत दियारा इलाके में खेत से बालू काटने का विरोध करने पर माफियाओं ने एक युवक को गोली मार दी थी। जख्मी महादेवचक सेमरिया गांव निवासी 38 वर्षीय महावीर राम को गोली लगी थी| पटना और भोजपुर के धंधेबाजों में वर्चस्व को लेकर गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया गया,जिसमे एक-दो लोगों को गोली भी लगी थी| पिछले साल ही कोईलवर इलाके में सोन नदी से लगातार दो युवकों का शव बरामद हुआ था। उस समय बालू के विवाद में हत्या की आशंका जताई गई थी।

इस साल 21 जनवरी 2022 को कोईलवर क्थानान्तार्गत राजपुर-कमालुचक बालू घाट पर वर्चस्व की लड़ाई में दो लोगों की जान चली गई। इसमें उत्तर प्रदेश के महराजगंज के चौक थानान्तर्गत बेलभरिया गांव निवासी दुर्गेश जो मणिपुरम गोल्ड लोन में सहायक प्रबंधक के पोस्ट पर कार्यरत थे और दूसरा पटना जिले के नौबतपुर निवासी 42 वर्षीय संजीत कुमार है जो सासाराम में कॉर्डिनेटर के रूप में काम करते थे।

सुनहरे बालू से काली कमाई में भोजपुर जिले के सैकड़ों लोग समेत आसपास जिले के व्यवसायी व अलग-अलग क्षेत्रों के लोग बालू कमाई की चौकाचौंध में लाखों रूपए लगाने के लिए तैयार हो जाते है क्योंकि सिंडिकेट के हिस्सा बनने से मुनाफा मिलता है और रुपए डूबने की खतरा नही रहता है। इस सिंडिकेट के कई कड़ी है जो बालू माफ़िया समेत सिंडिकेट से जुड़े लोग ही जानते है|

सरकार भले ही लाख दावा क्यों न करें लेकिन बालू का अवैध खनन आज का मामला नहीं है, यह वर्षों से चला आ रहा है, इस अवैध कारोबार से बालू खनन माफिया मालामाल हो रहे हैं और सरकार को राजस्व का घाटा हो रहा है। यह मामला सिर्फ भोजपुर का नहीं है,बिहार के आसपास के नदियों से जुड़े अन्य जिलों में भी यही हाल है।

भोजपुर जिले कोईलवर से संदेश एवं सहार तक सोन के दियारे में धंधेबाजों के खौफ का आलम यह है कि आग्नेयास्त्रों के बल पर रैयती जमीन से जबरन बालू काट बेचा जाता है, तो कहीं बालू के धंधे में लगे ट्रैक्टर फोर लेन पर बसे गांवों के लोगों का जीना हराम कर दिया है। पूर्व में बड़हरा व कोईलवर दियारे में एसपी को ही खुद उतरना पड़ा था। बड़हरा से लेकर कोईलवर तक के कई घाटों पर पुलिस का डंडा चला था। दियारे में चल रहे कई पोकलेन मशीनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। कई नावों को नदी में डूबा दिया गया था|

वही कोईलवर के कमालुचक बालू घाट कांड के बाद पुलिस पूरी तरह एक्शन में आ गई है। जिसके बाद अवैध बालू खनन को लेकर नए व पुराने गैंग पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया गया है। जिसके तहत कोईलवर में खुद पुलिस ने भी अलग से एक कांड दर्ज किया है। जिसमें अवैध बालू के धंधे में सक्रिय दो गैंग के सदस्यों को नामजद किया गया है। भोजपुर पुलिस अब ड्रोन की मदद से अवैध खनन स्पाट को चिह्नित कर बालू माफिया पर शिकंजा कसने का काम करेगी। हालांकि, अभी तक ड्रोन कैमरा जिले को उपलब्ध नहीं कराया गया है।

लेकिन, पुलिस भाड़े पर ड्रोन कैमरा हायर कर उससे अवैध खनन की निगरानी के साथ-साथ अवैध बालू धंधेबाजों के विरुद्ध अभियाना चलाना शुरू कर दिया है। भोजपुर एसपी विनय तिवारी ने विशेष अभियान के लिए मुख्यालय से एसटीएफ के करीब 40 चिता बल उपलब्ध कराए गए है।जिससे बालू माफियाओं में दहशत का माहौल है। हालांकि, अभी तक मास्टर माइंड पुलिस के हाथ नहीं लग सके है। वैसे पुलिस विदेशी राय, अनील राय, व कल्लू राय समेत आठ के घर कुर्की -जब्ती कर चुकी है। सूत्रों से माने तो वांछितों पर इनाम घोषित करने की भी तैयारी चल रही है।

पाकेट मार ने उडाये पचास हजार रुपए, शिकायत दर्ज

आरा : भोजपुर जिला के बडहरा प्रखंड के कृष्णगढ़ थानान्तर्गत सरैया एसबीआई बैंक में पैसा जमा करने के दौरान पॉकेटमार ने पॉकेट से निकाले 50000 हजार रुपए उड़ा लिए| पीड़ित व्यक्ति बैंक में रूपए जमा कराने गए थे| तथा रूपए जमा करने वाला फार्म भर रहे थे। पीड़ित व्यक्ति स्थानीय थाना में एक आवेदन देकर अज्ञात पाकेट मार के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई है।

स्थानीय लोगों ने कहा कि सरैया एसबीआई बैंक पॉकेटमारो का अड्डा बना हुआ है आए दिन पॉकेटमार किसी न किसी व्यक्ति के पॉकेट से पैसा निकाल लेते हैं। पीड़ित व्यक्ति ने बताया कि गजियापुर पंचायत के पूर्व मुखिया संजीव कुमार सिंह उर्फ मुन्ना सिंह अपने खाते में 50000 रुपया जमा करने के लिए एसबीआई बैंक पहुंचे थे। तभी बैंक परिसर से फार्म भरने के दौरान पॉकेटमार उनके पॉकेट से 50000 लेकर फरार हो गए। स्थानीय पुलिस के पास आवेदन मिलते ही बैंक में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने व पाकेट मारो को गिरफतार करने में जुट गई है।

एएसआई समेत तीन पुलिस कर्मी सस्पेंड

आरा : भोजपुर जिले में बालू के खेल में अजिमाबाद थानान्तर्गत किरकिरी चेक पोस्ट पर तैनात एक एएसआई और दो जवानों को निलंबित कर दिया गया है। तीनों पुलिस वालों पर पासिंग गिरोह की मिलीभगत से अवैध बालू लदे ट्रक पास कराने का आरोप लगा है। एसपी विनय तिवारी ने पीरो एसडीपीओ राहुल सिंह की जांच रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गयी है।

भोजपुर एसपी विनय तिवारी ने बताया कि किरकिरी चेक पोस्ट पर तैनात पुलिस कर्मियों के विरुद्ध अवैध बालू लदे वाहनों को गलत ढंग से पार कराने की शिकायत मिल रही थी। उसकी जांच पीरो एसडीपोओ ने की| जांच में एसडीपीओ को शिकायत सही मिली और एएसआई सहित तीन पुलिस वालों की संलिप्तता सामने आयी। उसके बाद एसडीपीओ ने जांच रिपोर्ट भेजी। उसके आधार पर एएसआई मनोज कुमार श्रीवास्तव और दो जवानों को सस्पेंड कर दिया गया। एसपी ने स्पष्ट तौर पर बताया कि इस तरह की कोई गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

बता दें कि बालू लदे वाहनों से अवैध वसूली और पासिंग गिरोह से मिलीभगत में पहले भी पुलिसकर्मियों पर गाज गिर चुकी है। पिछले साल भी इसी तरह के एक मामले में सहार थाने के तत्कालीन थाना इंचार्ज आनंद कुमार के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी थी। उसके बाद से ही वह फरार चल रहे हैं।

बालू की अवैध ढुलाई पर रोक लगाने के लिये बनाये गये किरकिरी चेक पोस्ट पर वाहनों से अवैध वसूली का खेल चल रहा था। पासिंग गिरोह की मिलीभगत से रोज अवैध बालू लदे वाहनों को गलत ढंग से पास कराया जा रहा था। इसके बदले में चेक पोस्ट पर तैनात पुलिस वालों की जेब गर्म हो रही थी। इसकी पब्लिक द्वारा पुलिस अफसरों से शिकायत की जा रही थी। लोगों की शिकायत पर एसडीपीओ ने जांच की तो पोल खुल गयी।

बताया जा रहा है कि आम पब्लिक की ओर से चेक पोस्ट पर बालू लदे वाहनों से अवैध वसूली और पास कराये जाने की लगातार शिकायत मिल रही थी। इस आधार पर पीरो एसडीपीओ राहुल सिंह चार फरवरी की रात करीब 12 बजे किरकिरी चेक पोस्ट पहुंच गये। रात के अंधेरे में एसडीपीओ चेक पोस्ट पहुंचे, और जांच शुरू की तो बालू के काले खेल की पूरी सच्चाई सामने आ गयी|

किरकिरी चेक पोस्ट बालू लदे जब्त दो ट्रक पुलिस की कस्टडी से गायब हो गये हैं। इसे लेकर अजिमाबाद थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है| एसडीपीओ राहुल सिंह ने बताया कि ओवरलोडिंग और बिना चालान के बालू लदे वाहनों को जब्त कर संबंधित थाने को सौंप दिया जाता है। सभी वाहन थाने की निगरानी में चेक पोस्ट के बगल में एक मैदान में लगे थे। इस बीच दो ट्रक को गायब कर दिया गया है। पिछले चार फरवरी को उनके द्वारा मामले की जांच की गयी थी। उस मामले में जांच रिपोर्ट भेज दी गयी है।

ट्रैक्टर चालक को मारी गोली

आरा : भोजपुर के बड़हरा थानान्तर्गत महुदही बांध के समीप देर शाम हथियारबंद अपराधियों ने एक ट्रैक्टर चालक को गोली मार दी। पुलिस ने जख्मी को आरा सदर अस्पताल में भर्ती कार्या पर डॉक्टर ने उसे गंभीर अवस्था में पटना रेफर कर दिया पर परिजन उसे आरा स्थित एक निजी नर्सिंग होम ले गये| पर वहाँ भी डॉक्टर ने उसे गंभीर अस्वस्था में पटना रेफर कर दिया| जख्मी चालक बड़हरा थानान्तर्गत बखोरापुर गांव निवासी राम लायक चौधरी का 25 वर्षीय पुत्र रवीश कुमार उर्फ रवीश चौधरी है।

जख्मी ने बताया कि वह पेशे से ट्रैक्टर चालक है। देर शाम ट्रैक्टर पर लोड बालू अनलोड कर वापस घर लौट रहा था। बड़हरा थाना इंचार्ज जयंत प्रकाश ने बताया कि देर शाम जब मैं गश्ती में निकला था। उसी दरम्यान मैंने एक ट्रैक्टर के पास भीड़ लगी देखी जाकर देखा तो एक युवक को गोली लगी और वह जख्मी अवस्था में था। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा है कि किसी दुश्मनी के कारण ट्रैक्टर चालक को गोली मारी गई है। हालांकि पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है।

भोजपुर में दवा की कालाबाजारी जोरों पर

आरा : कोरोना महामारी के दौरान जहां एक तरफ लोगों की जान पर बन आई है वही दूसरी तर्रफ सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली ध्वस्त हो चुकी है| लोग भयभीत और असुरक्षित महसूस कर रहे है| ये राष्ट्र की सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण और गंभीर मामला है, क्योंकि ये अदृश्य दुश्मन अब भी हर रोज़ घातक हमले किए जा रहा है।

भोजपुर जिला मुख्यालय आरा में कोरोना काल आम व्यक्ति पर भारी पड़ रहा है। इस समय कोई साधारण व्यक्ति बीमार पड़ जाता है तो दवा खरीदने के लिए दवा विक्रेताओं के सामने अपने आपको सबसे ज्यादा बेबस महसूस करता है क्योंकि इस कोरोना काल मे बिहार में बालू बंदी से गरीबों के घर में खाने का निवाले छीन गए हैं, जैसे बालू चालू हुआ कि मजदूरों के घरों में खुशियों के ठिकाने ना रहे हैं कि थोड़ी ही दिनों में कोरोना ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया और फिर से गरीबों के घर में हंसी की जगह मायूसी छा गई।

वही अब थोड़ी सी सर्दी खांसी हो जाए तो मरीजों को बहुत ही फजीहत झेलनी पड़ रही है। थोड़ी सी बीमारी के लिए कई जांचों से गरीब मरीजों को गुजरना पड़ता है। वही कोरोना महामारी में जहां इसके उपचार में प्रयोग होने वाली रेमडेसिविर की कीमत ब्लैक मार्केट में अत्यधिक कीमत पर मिल रही है तथा मास्क, सेनिटाइजर, ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर व अन्य जीवनरक्षक दवाइयों की कीमत भी आसमान छू रही है| इतना ही नहीं कुछ मुनाफाखोरों गरीबों का खून चूसने में लगे हैं। भोजपुर जिला का आरा सदर अस्पताल के ओपीडी से लेकर इमरजेंसी वार्ड्स तक दलालों का अड्डा बन गया है|

एंबुलेंस चालक दलाल हो या दवा विक्रेता दोनो सदर अस्पताल में मरीजों के साथ उनके परिजनों पर हावी रहते हैं। डॉक्टर द्वारा दी गयी दवा को भी ये दलाल नहीं मानते और जबरदस्ती अपनी मनचाही दूकान से दवा लाने को मजबूर करते है| इतना ही नहीं| बिहार के मुख्यमंत्री की तमाम कोशिशों के बावजूद शराब रुकने का नाम नही ले रही| आरा सदर अस्पताल में नियमित रूप से कर्मचारी शराब का सेवन करते है| इसका जीता जागता उदहारण है कि बिगत 26 जनवरी को भोजपुर जिलाधिकारी रौशन कुशवाहा इमरजेंसी सेवा के नए भवन का उदघाटन करने गए थे और उस समय बिहार में हेल्थ मिनिस्टर भी ऑनलाइन थे|

ठीक इमरजेंसी भवन के सामने करीब 20 से 25 बोतल शराब की फेकी हुयी थी जिसे जिलाधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए जांच करने का आदेश भी दिया था| पर ऐसी हरकत रुकने का नाम नही ले रही है| कोरोना महामारी में जहाँ सरकार सामाजिक संगठन, डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, पुलिस, पत्रकार, फार्मेसी संचालक आदि मानव जीवन के अस्तित्व को बचाने के लिए खुद की जान को भी जोखिम में डाल कर एक किए हुए है। लेकिन कुछ समाज के दुश्मन उक्त प्रोफेशन में घुस गए है जिनका उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ कागज़ के चन्द टुकड़ों को ही इकठा करना है, वह सभी मानवता के नाम पर कलंक है।

ऐसे समय में ऐसे लोगों चिन्हित कर सलाखों के पीछे भिजवाना होगा और उन तमाम डॉक्टर्स, पुलिस कर्मियों आदि को दिल से सैल्यूट भी करना होगा, जो आज इस संकट की घड़ी में अपने परिवार को छोड़ कर अपनी जान से बेपरवाह हो इंसानों की जिंदगी बचाने में लगे हुए है। राजद नेता मनोज सिंह ने बताया कि सरकार कोरोना काल में बुरी तरह से फेल है दवा विक्रेताओं को इसलिए मन बढ़ गया है कि इनका कमीशन बड़े मंत्रियों और विधायकों के पास तक जाता है और वे मंत्री और विधायक इनकी मदद करते हैं।

वही आरा सदर अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए एक बहुत ही गंभीर मामला सामने आया है 100% में से 75% महिलाओं को रेफर इसलिए कर दिया जाता है कि ब्लड की कमी है, तो किसी के शरीर में पानी की कमी है। आरा सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अरुण कुमार ने इन सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया तथा कहा कि अगर कोई ऐसा मामला आता है तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी|

राजीव एन अग्रवाल की रिपोर्ट

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