13 फरवरी : नवादा की मुख्य खबरें

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290 के विरुद्ध आये 658 आवेदन

नवादा : श्रम संसाधन विभाग, बिहार, पटना के निदेशानुसार संयुक्त श्रम भवन (जिला नियोजनालय) के तत्वाधान में बेरोजगार युवको के रोजगार हेतु फ्रीमेड लाईफ केयर प्रा0 लि0, पटना के द्वारा एक दिवसीय कैम्प का आयोजन जिला निबंधन एवं परार्मश केन्द्र, (बुधौल बस स्टैंड) में किया गया। नियोजन कैम्प में कंपनियों के द्वारा कुल-290 रिक्तियाँ अधिसूचित की गई थी। जिसके आलोक में नियोजन कैम्प में आये हुए आवेदको द्वारा कुल 658 आवेदन प्राप्त हुआ। चयन की प्रक्रिया साक्षात्कार के उपरांत की जायेगी।

साक्षात्कार की सूचना अभ्यर्थियों को उनके माबाईल नम्बर के द्वारा सूचित किया जायेगा। इस जॉब कैम्प में बेरोजगार युवक/युवतियों के लिए चलाये जा रहे रोजगार से संबंधित योजना एवं प्रयास के बारे में मार्गर्दशन दिया गया। जॉब कैम्प में, सहायक प्रबंधक डी0आर0सी0सी0, जिला कौल प्रबंधक, दीपक कुमार, प्रशांत कुमार गौरव, सदानंद कुमार एवं कार्यालय के सभी कर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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जॉब कैम्प में सभी बेरोजगार युवक/युवतियों को कोविड-19 से वचाव के लिए सुझाव भी दिया गया। लोगों को मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील की गई। इस जॉब कैम्प के उपरांत आगे भी कार्यालय के द्वारा जॉब कैम्प का आयेजन किया जाएगा। जिसकी सूचना समाचार पत्र के माध्यम से ससमय प्रकाशित कर दी जाएगी।

शांतिपूर्ण रहा इंटर परीक्षा

नवादा : बिहार इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा के आठवें दिन जिले के सभी 37 केन्द्रों पर स्वच्छ, निष्पक्ष, कदाचारमुक्त वातावरण में परीक्षा सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी यश पाल मीणा लगातार परीक्षा केन्द्रों का फिडबैक जिला नियंत्रण कक्ष से प्राप्त किया। आज पहली पाली में र्दशन शास्त्र आदि विषय में 635 परीक्षार्थियों में से 619 अर्थात् 97.48 प्रतिशत परीक्षार्थी उपस्थित हुए। अनुपस्थित परीक्षार्थियों की संख्या 16 रही।

द्वितीय पाली में अंग्रेजी, मैथिली और उर्दू विषय की परीक्षा हुई जिसमें 307 परीक्षार्थियों में से 299 अर्थात 97.39 प्रतिशत उपस्थित हुए, अनुपस्थित परीक्षार्थियों की संख्या केवल 08 रही। आज जिले के सभी 37 परीक्षा केन्द्रों पर स्टैटिक दंडाधिकारी, गश्ती दल और उड़नदस्ता दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी लागातार अपने-अपने निर्धारित परीक्षा केन्द्रों पर लागातार निगरानी करते रहे।

फ्लोरोसिस के प्रचार प्रसार को ले किया विमर्श

नवादा : सेंटर फॉर फ्लोरेसिस रिसर्च ए.एन. कॉलेज, पटना की एक टीम रजौली ब्लॉक में फ्लोरेसिस प्रभावित गांवों में इससे होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए कई प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। इस संबंध में जिला सूचना एवं जन सम्पर्क कार्यालय में सत्येन्द्र प्रसाद, जिला सूचना एवं जन सम्पर्क पदाधिकारी के साथ टीम के सक्रिय सदस्यों ने बेहतर ढ़ंग से प्रचार-प्रसार करने हेतु समीक्षा की। बैठक में चलाये जा रहे विभिन्न पहलुओं के संबंध में अवगत कराया गया।

पानी में फ्लोरेसिस की अधिक मात्रा होने पर कई प्रकार की बीमारियां होती हैं। फ्लोरेसिस से ग्रसित गांवों में लोगों को फ्लोराईड सुरक्षित पेय जल के लिए कई महत्वपूर्ण कारगर कदम उठाया गया है। कैल्शियम, बीटामिन सी और आयरनयुक्त फल और साग, सब्जियों का सेवन फ्लोरेसिस से ग्रस्त लोगों को काफी लाभ होता है। भोजन में चकोरा भाजी, सहजन का इस्तेमाल काफी लाभकारी होता है।

सहजन के पत्ती का पाउडर स्थानीय लोगों को निःशुल्क दिया जा रहा है और फ्लोरेसिस रोग से लड़ने के लिए इसकी गुणवत्ता को भी प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। बैठक में डॉ0 बिहारी सिंह, डॉ0 राजेश कुमार, मनोज कुमार शर्मा, विाल पटेल, डॉ0 मनी कुमार कंठ आदि टीम के सदस्य उपस्थित थे।

एमएलसी की होड़ में मोहम्मद शमीम उद्दीन उर्फ कल्लू कबाड़ी ने की बैठक

नवादा : स्थानीय निकाय कोटे से होने वाले बिहार विधान परिषद चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। वैसे अबतक चुनाव आयोग ने चुनाव की घोषणा नहीं की है। अनुमान लगाया जा रहा है कि मार्च में चुनाव कराए जाएंगे। अब सभी की निगाहें विधान परिषद की खाली सीटों पर टिकी हैं, जिनके लिए मार्च में चुनाव होने की संभावना है। जिसके लिए विभिन्न राजनीतिक पार्टियों में सीटों को ले कर धमासान चल रहा है।

एनडीए ने पूर्व पार्षद सलमान रागीब मुन्ना को फिर प्रत्याशी घोषित कर दिया है । राजद में पेंच फंसा है तो कांग्रेस अभी तैयारी में है। इन सबों से इतर नवादा का एक युवा बगैर किसी सहयोग के मैदान में ताल ठोंक रहा है । सबको सम्मान सबका आशीर्वाद की यात्रा पर है एमएलसी उम्मीदवार मोहम्मद शमीम मंसूरी उर्फ कल्लू कबाडी। एक नए चेहर ने अपनी दावेदारी से दोनों पार्टियों की नीद जरूर खराब कर दी है।

बता दें नवादा जनता फाउंडेशन के संस्थापक सह अध्यक्ष मोहम्मद शमीम उद्दीन मंसूरी उर्फ कल्लू कबाड़ी ने नवादा से एमएलसी पद कि अपनी दावेदारी पेश की है। इसके साथ ही जिले के विभिन्न प्रखंडों के विभिन्न पंचायत में “सबको सम्मान सबका आशीर्वाद” यात्रा के दौरान पंचायत जनप्रतिनिधियों से मिल कर अपनी विचार से अवगत करा रहे हैं। इस यात्रा के दौरान जनप्रतिनिधियों में भी अजब उत्साह देखने को मिल रहा है। आज तक गांव में आकर कोई उम्मीदवार ऐसे सम्मान नहीं दिया।इस क्रम में रविवार को वे अकबरपुर प्रखंड मुख्यालय बलिया बुजुर्ग पंचायत का दौरा किया । उर्दू प्राथमिक विद्यालय में बैठक कर वार्ड सदस्यों से मुलाकात कर अपनी बातों से अवगत कराया।

मोहम्मद शमीम उद्दीन मंसूरी ने बताया कि क्षेत्र में जा रहे हैं, लोगों से मिल रहे हैं,उन्हें सम्मान दे रहे हैं, उनसे आशीर्वाद ले रहे है। मुझे खुशी मिलती है कि जब कोई मुझसे यह कहता है कि आज तक कोई एमएलसी उम्मीदवार गांव में आकर इस तरह से हमें सम्मानित नहीं किया है। आप सम्मानित कर रहे हैं यह हमारे लिए खुशी की बात है।

नारदीगंज चौक पर सड़क जाम से नहीं मिल रही निजात

नवादा : जिले के राजगीर-बोधगया राजमार्ग 82 पर नारदीगंज मेन चौक पर आये दिन वाहन से जाम की स्थिति बनी रहती है। ऐसा शासन प्रशासन के माध्यम से कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाये जाने से हो रहा है। स्थानीय लोगों का मानना है पुलिस प्रशासन की अनदेखी के कारण आये दिन लोग हलकान हो रहें हैं। जबकि यह नारदीगंज की हृदयस्थली के नाम से जाना जाता है।

नारदीगंज का मुख्य चौक होने के कारण दिन भर के चहल पहल का केन्द्र बना रहता है।वाहन जाम तो जैसे नारदीगंज चौक की नियति बन गई है। जाम लगने पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती है।, बड़े तो क्या छोटे वाहन भी सड़़क जाम में नजर आयें। इस मौसम में भी पैदल चलने वालों को सड़क पार करने में पसीने छूट जा रहें हैंं। यह बुद्व सर्किट मार्ग है,जिस कारण आये दिन दर्जनों पर्यटक वाहन गुजरते हैं। माननीय से लेकर आलाधिकारी भी इसी मार्ग से आये दिन गुजरते है। वैसे लोग भी जाम का शिकार बन कर रह जाते हैं।

स्थानीय लोगों का मानना है कि सड़क के दोनो किनारे पर अतिक्रमणकारियों का बोलवाला है। इनलोग उक्त स्थल पर अपना व्यवसाय चला रहें हैं। जिस कारण सड़क मार्ग सिकुडकर रह गया है। सड़क जाम का दूसरा वजह यह है कि मेन चौक सड़क पर ही अस्थायी बस पड़ाव का अवस्थित होना है। वाहनों के ठहराव के कारण सड़क जाम की स्थिति बनी रहती है। यों कहा जाय तो इस सड़क मार्ग पर फुटपाथ दिखाई भी नहीं पड़ता।

इधर फूटपाथी दुकानदार कहते हैं कि पेट की खतिर जान हथेली पर रख कर दुकान खोलने को विवश है। बताया कि कई बार प्रशासन के द्वारा सकारात्मक कदम के बजाए अतिक्रमण हटाने के नाम पर उन्हें बस परेशान किया जाता है। एक दिन दुकानदारी बंद होती है,तो बाल बच्चे के भरण पोषण की समस्या उत्पन्न हो जाती है। स्थानीय लोगों ने अस्थायी बस पड़ाव व सड़क जाम से निजात पाने के लिए सकारात्मक कदम उठाने की मांग जिला प्रशासन से की है।

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